बार में मिली भाभी के साथ होटल में मस्ती
(Bhabhi Garam Sex Kahani)
भाभी गर्म सेक्स कहानी में मैं एक क्लाइंट से मिलने होटल में गया. वह दारू पीने लगा. मैं नहीं पीता. वहन मुझे एक लेडी अकेली बैठी दिखी. वह सरूर में थी. मैं उसके पास गया.
नमस्कार दोस्तो!
मेरा नाम सूरज (बदला हुआ) है।
उम्र 25 साल, सांवला रंग, हाइट 5.5 फीट।
मैं अपने स्टाइल में रहना पसंद करता हूँ।
मैं एक म्यूजिक टीचर और सिंगर हूँ।
साथ ही, थोड़ी-बहुत शायरी और कविताएँ लिखने का भी शौक रखता हूँ।
मेरे लिंग का साइज 5.5 इंच है, मोटाई 2 इंच।
दोस्तो, मैं बहुत रोमांटिक किस्म का इंसान हूँ।
मुझे सेक्स में भी रोमांस चाहिए होता है।
जैसा कि आपने मेरी पिछली स्टोरी
फेसबुक से पटी लौंडिया होटल में चुदी
में पढ़ा।
उस कहानी को आप सभी ने बहुत प्यार दिया।
उस प्यार के लिए आप सभी का धन्यवाद!
कुछ लोग कहते हैं कि मेरी स्टोरी सच्ची नहीं है।
उन सभी से मैं एक ही बात कहना चाहूँगा:
“मैं कोई कहानी लेखक नहीं हूँ। मेरे साथ जो होता है, वही असलियत लिखता हूँ!”
हाँ, थोड़ा शब्दों का हेर-फेर जरूर होता है, पर कहानी एकदम सच्ची होती है।
मेरी पिछली कहानी के जरिए मुझे एक भाभी को चोदने का मौका भी मिला।
पर वो कहानी कभी और लिखूँगा।
अभी आप इस भाभी गर्म सेक्स कहानी का लुत्फ उठाइए!
ये कहानी एक बार में मिली भाभी के बारे में है कि कैसे हम मिले और कैसे मैंने उन्हें होटल ले जाकर चोदा।
बात जून 2023 की है।
बिलासपुर में हमारी कंपनी के एक क्लाइंट हैं।
उनके पास मुझे मशीन से जुड़ी कुछ समस्याओं के समाधान के लिए जाना पड़ा।
उनके साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं। बार-बार वहाँ जाने की वजह से हम दोस्त जैसे बन गए हैं।
वो पीने के शौकीन हैं इसलिए जब भी मैं वहाँ जाता हूँ, वो मुझे बार में जरूर ले जाते हैं।
हर बार मुझे पिलाने की पूरी कोशिश करते हैं, पर नाकाम रह जाते हैं।
इस बार भी वही हुआ।
हम लोग बार में गए।
वो पीने लगे और मैं थोड़ा अलग बैठ गया।
बैठे-बैठे मेरी नजर एक महिला पर पड़ी।
उन्हें देखकर लग रहा था कि वो 28-30 साल की होंगी।
वो अकेले बैठी थीं और बियर पी रही थीं।
मैं उठा और उनके पास गया।
बैठने की इजाजत माँगने पर उन्होंने हाँ बोल दिया, “हाँ, बैठ जाइए!”
मैं उनके सामने वाली चेयर पर बैठ गया।
हमारे बीच कुछ औपचारिक बातें हुईं।
फिर मैंने उनसे उनका नाम पूछा।
“मेरा नाम अर्विना है!” उन्होंने बताया।
यहाँ मैं उनके बारे में थोड़ा परिचय देना चाहूँगा।
वो बिलासपुर सिटी की रहने वाली थीं।
उनके हसबैंड एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में कार्यरत हैं।
उनके फिगर की बात करूँ तो लगभग 34-32-34 रहा होगा।
ये साइज मैंने अंदाजा लगाया है, थोड़ा-बहुत ऊपर-नीचे हो सकता है।
हाइट लगभग 5.1 फीट रही होगी।
उनका रंग सामान्य गोरा था।
उन्होंने उस वक्त जींस और टी-शर्ट पहनी हुई थी।
वो बहुत कमाल लग रही थीं!
बात धीरे-धीरे आगे बढ़ी।
मैंने उनके लिए एक बियर ऑर्डर किया।
उन पर कुछ हल्का-सा नशे का सुरूर था।
कुछ सुरूर रात के समय और माहौल का भी था।
जब वो बियर पी रही थीं, मैं उनके बगल वाली चेयर पर आ गया।
बातें करता रहा।
धीरे-धीरे उनकी और मेरी नजरें मिलीं और रुक गईं।
उनके हाथ में जो बियर का ग्लास था, वो भी थम गया।
जो लोग बार में जाते होंगे, उन्हें पता होगा कि बार में लाइट थोड़ी हल्की होती है।
उसी का फायदा उठाकर मैंने उनकी जाँघों पर हाथ रख दिया।
उनका ध्यान भंग हुआ और उन्होंने दोबारा बियर पीना शुरू कर दिया।
उनकी ओर से कोई विरोध न होने पर मैंने उनकी जाँघ दबानी शुरू की।
उनका एक हाथ मेरे पैंट के ऊपर से मेरे लंड को सहलाने लगा।
धीरे-धीरे मैंने जाँघ से ऊपर उनकी जींस की चेन के पास दबाव बनाना शुरू किया।
इससे उनकी हल्की-हल्की सिसकारियाँ निकलने लगीं।
उन्होंने मेरे लंड पर अपना दबाव बढ़ा दिया।
इधर मेरी भी हालत खराब हो रही थी।
उनकी भी हालत कुछ कम नहीं थी।
इतने में मेरे क्लाइंट का कॉल आ गया।
“कहाँ हो? चलो, चलते हैं!”
जाने से पहले मैंने उस भाभी को अपने होटल का नाम और रूम नंबर बताया।
होटल बार से ज्यादा दूर नहीं था।
मैंने उनका फोन माँगा और उनके फोन से खुद को मिस कॉल कर दिया।
फिर वहाँ से निकल गया।
आग तो लगा दी थी, बस जरूरत थी उसे बुझाने की!
हम वहाँ से निकले।
पाँच मिनट में कार से होटल पहुँच गए।
मेरे क्लाइंट ने मुझे होटल ड्रॉप किया और अपने घर चले गए।
मैंने भाभी को कॉल किया और उन्हें आने को कहा।
“मैं आ रही हूँ!” उन्होंने कहा।
वो अपनी कार से होटल पहुँच गईं।
होटल में आईं और मेरे रूम के बाहर डोर बेल बजाई।
मैंने डोर खोला और उनका स्वागत करते हुए अंदर बुलाया।
बार से निकलते वक्त मैंने उनके लिए एक बियर की बोतल ले ली थी।
मैंने पहले उन्हें ग्लास में बियर ऑफर की।
फिर रूम की लाइट ऑफ कर सिर्फ टेबल लैंप जलाया।
टीवी में सॉन्ग्स वाला चैनल लगा दिया।
रात के समय सॉन्ग्स भी रोमांटिक ही आ रहे थे।
बियर पीते-पीते हम कुछ बातें करने लगे।
बातों ही बातों में हमारे बीच कब किस होने लगी, पता ही नहीं चला।
हम दोनों बेड पर बैठे थे।
मेरा एक हाथ उनकी कमर को सहला रहा था।
दूसरा हाथ उनके गले के पीछे से उन्हें अपनी ओर खींचे हुए था।
कभी मैं उनके ऊपर के होंठ चूसता, कभी नीचे वाले।
वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं!
धीरे-धीरे मैं अपना हाथ कमर से ऊपर उनके 34 साइज के मम्मों पर ले गया।
धीरे-धीरे दबाने लगा।
इससे उनकी वासना और बढ़ने लगी; उनकी साँसें तेज होने लगीं।
वो अपना एक हाथ मेरे पैंट के ऊपर से मेरे लंड पर ले गईं, उसे दबाने लगीं।
इससे मेरा खुद पर कंट्रोल खोने लगा।
मैंने उनके टी-शर्ट के अंदर से उनके मम्मे दबाने शुरू कर दिए।
ऐसा करते-करते मैंने उनकी टी-शर्ट उतार दी।
अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा और जींस में थीं।
मैंने उनकी ब्रा की स्ट्रैप खोलकर उनके 34 साइज के मम्मों को आजाद कर दिया।
एक-एक करके उन्हें अपने मुँह में भरकर चूसने और काटने लगा।
इससे वो और ज्यादा कामुक होने लगीं।
अब उन्होंने मेरे पैंट का बटन खोलकर मेरी पैंट उतार दी।
मैं सिर्फ शर्ट और अंडरवियर में रह गया।
मैंने उनकी गर्दन पर कान के नीचे किस करना शुरू किया।
फिर मैंने अपनी शर्ट उतार दी, उन्हें बेड पर लेटा दिया और उनके ऊपर आ गया।
मैं उनकी गर्दन से लेकर उनकी नाभि तक किस करते हुए नीचे आया।
अपनी जीभ से उनके हुस्न का स्वाद लेते हुए उनकी जींस के बटन तक पहुँचा।
उसे खोलकर जींस को नीचे करते हुए उनकी जाँघों से किस करता हुआ उनके पैरों तक आ गया।
फिर वापस ऊपर जाकर उनकी चूत को उनकी पैंटी से आजादी दिलाई।
उनकी चूत में अपनी जीभ डालकर उसका स्वाद लेने लगा।
“क्या बताऊँ दोस्तों, क्या स्वाद था!”
मन तो कर रहा था कि बस पीता ही जाऊँ!
उनकी चूत पर हल्के भूरे बाल थे, जैसे 3-4 दिन पहले ही साफ किए हों।
वो मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी, सिसकारियाँ लेने लगीं, “आह्ह! उउउम्म! ओहह्ह! ऐसे ही खा जाओ मेरी चूत को! साली बहुत परेशान करती है! आज खा ले इसे! ऐसे ही चूसता रह! उम्म मम्म! अहहह! क्या मस्त चूसता है यार तू! ऐसे ही! ओहह! अमम्म!”
कुछ देर उनकी चूत चाटने के बाद वो झड़ गईं।
मैंने उनका पूरा अमृत एक-एक बूँद पी गया।
हमने 69 का आसन बनाया।
वो मेरा अंडरवियर उतारकर मेरे लंड को ऐसे चूसने लगीं जैसे कोई लॉलीपॉप हो!
मैं एकदम सातवें आसमान पर था!
कुछ देर बाद उनकी चूत चुदने के लिए तैयार हो गई।
मैं उठा और उनकी दोनों टाँगों के बीच आ गया, लंड को उनकी चूत पर सेट किया।
एक ही बार में मेरा पूरा लंड उनकी चूत में घुस गया।
फच-फच की आवाज के साथ हमारी चुदाई का सिलसिला शुरू हो गया।
उनकी टाँगों के बीच से चुदाई करते वक्त मैं उन्हें किस भी कर रहा था।
पूरे कमरे में बस चुदाई की आवाज गूँज रही थी।
कुछ देर उसी आसन में चुदाई करने के बाद हमने आसन बदला।
अब वो मेरे ऊपर आ गईं।
नीचे से लंड अपनी चूत में लेकर उछलने लगीं।
5-7 मिनट लंड अंदर लेने पर उनकी साँसें और उछलने की गति तेज होने लगी।
मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली हैं।
मैंने उन्हें दोबारा नीचे आने को कहा।
मैं उनके ऊपर आकर तेजी से धक्के लगाने शुरू कर दिए।
कुछ देर धक्के लगाने पर वो झड़ गईं।
उन्होंने मुझे जोर से जकड़ लिया।
मैंने उनकी चूत से लंड निकाला।
एक बार फिर 69 का आसन बनाया।
वो मेरा लंड और मैं उनकी चूत चूसने और चाटने लगे।
थोड़ी देर की चुसाई और फिंगरिंग के बाद वो फिर लंड की माँग करने लगीं, “अब डाल दे यार! चोद दे मुझे!”
मैंने आसन बदला।
इस बार उन्हें बेड के कोने पर घोड़ी बनाया, पीछे से लंड उनकी चूत में डाल दिया।
इस बार मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा रखी थी।
उनके गांड पर थप्पड़ मारकर तेजी से उनकी चूत में लंड अंदर-बाहर कर रहा था।
उनके मुँह से सिर्फ “आईईई! उमम्म! अहह्ह!” की आवाजें आ रही थीं, “ऐसे ही चोद मादरचोद! आज इस चूत का भोसड़ा बना दे! पहली बार ऐसी चुदाई का आनंद मिल रहा है! उम्म मम्म! अहह! चोदता रह!”
उनके मुँह से ये सारी बातें सुनकर मुझे और ज्यादा मजा आ रहा था।
मैंने उनकी बातों का जवाब अपने धक्कों से दिया।
अब मेरा भी टाइम होने वाला था।
मैंने आसन बदला, उन्हें बेड पर साइड से लेटने को कहा।
मैं उनके पीछे लेटकर दोबारा पीछे से उनकी चूत में लंड डाला।
इस आसन में करीब 5 मिनट चुदाई हुई।
मैं झड़ने के करीब आ गया।
मेरी चुदाई की स्पीड बढ़ गई।
कुछ धक्कों के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए।
हम एक-दूसरे की बाहों में लेट गए।
भाभी गर्म सेक्स करके खुश थी, उनके चेहरे पर संतुष्टि साफ दिख रही थी।
हमने एक-दूसरे को कुछ देर किस किया।
फिर उन्होंने कपड़े पहने।
बची हुई बियर खत्म की।
“कल फिर मिलते हैं!” कहकर वो चली गईं।
उसके बाद मैंने डिनर मँगाया।
खाकर सो गया।
अब जब भी मेरा वहाँ जाना होता है, वो जरूर मिलने आती हैं।
हमारे बीच चुदाई का खेल दोहराया जाता है।
तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी ये भाभी गर्म सेक्स कहानी?
मुझे मेल करके जरूर बताएँ।
अगर शब्दों में कोई गलती हो, तो वो भी जरूर बताएँ।
आपके प्यार का इंतजार रहेगा!
मिलते हैं फिर दोबारा किसी नई कहानी के साथ!
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