पत्नी ने पति के सामने सेक्स किया पति के दोस्त से

(Cuckold Xxx Wife Kahani)

कुकोल्ड Xxx वाइफ कहानी में मैं और मेरे पति चाहते थे कि किसी और के साथ सेक्स का अनुभव करें. मेरा मन भी बहुत करता था कि मैं किसी और मर्द का लंड अन्दर ले लूँ.

दोस्तो, ये सेक्स कहानी सच पर आधारित है.
मैं इसे अपनी पत्नी की तरफ से लिख रहा हूँ.

यह मेरे पति का सच्चा प्यार और एक अजनबी के साथ जीवंत अनुभव की कुकोल्ड Xxx वाइफ कहानी है.

दोस्तो, मेरा नाम पूजा है. मेरी उम्र 30 साल है.
मेरे पति विकास की उम्र 33 साल है और हमारे दो बच्चे हैं.

हम दोनों पति-पत्नी बहुत ही खुले विचारों वाले हैं, एक साथ बैठकर ब्लू फिल्म देखना हमारे लिए सामान्य बात है.

हम दोनों चाहते थे कि किसी और के साथ सेक्स का अनुभव करें.
लेकिन सही समय और सही व्यक्ति कभी नहीं मिला.

मेरे पति तो इस बात के लिए भी तैयार थे कि मैं किसी और के साथ अकेले सेक्स कर लूँ, बस उन्हें बता दूँ.

मेरा मन भी बहुत करता था कि मैं किसी और मर्द के साथ चिपक कर उसका लंड अन्दर ले लूँ.
लेकिन हिम्मत कभी नहीं हुई.

हम दोनों लगभग रोज़ सेक्स करते थे.
हम दोनों अपने कमरे में सोते थे और बच्चे दूसरे कमरे में.

मेरे पति की नौकरी के कारण वे अक्सर बाहर रहते थे.
कई बार तो 10-10 दिन के लिए भी चले जाते थे.

एक बार उन्हें 20 दिन के लिए बाहर जाना पड़ा.

पहले 5-6 दिन तो किसी तरह निकल गए लेकिन फिर मेरा मन सेक्स के लिए तड़पने लगा.

क्या करती, वे तो घर पर थे नहीं, इसलिए बस तड़पती रही.

दसवें दिन रात को पति से बात करते हुए फोन सेक्स किया.
लेकिन उसमें असली मज़ा कहां आता!

बस ऐसे ही तड़पते हुए 20 दिन निकालने पड़े.

अगले दिन पति वापस आने वाले थे.
मेरे मन में बहुत बेचैनी थी कि आज रात खूब सेक्स करूँगी!

लेकिन जब वे आए, तो मेरा दिमाग खराब हो गया.
उनके साथ एक और आदमी भी आया था.

उसे देखकर मुझे बहुत गुस्सा आया लेकिन क्या कर सकती थी?
वेलकम तो करना ही पड़ा.

अब एक और समस्या थी कि हमारे घर में इतनी जगह नहीं थी कि उसे कहीं सुला सकें.

बच्चों के साथ भी उसे नहीं सुला सकते थे क्योंकि वहां बेड बड़ा नहीं था.
मतलब, उसे हमारे साथ हमारे कमरे में ही सोना था.

इस वजह से मेरी आज की सेक्स की प्लानिंग फेल हो गई!

फिर पति बोले- यार, एक रात तो इसे सुलाना पड़ेगा! ये कल चला जाएगा, फिर हम आराम से सेक्स करेंगे!

मैंने दुखी मन से कहा- ठीक है, कोई बात नहीं!

रात को खाना-पीना खत्म करके हम तीनों बेडरूम में सोने चले गए.
लेकिन मेरे पति का भी सेक्स का मन कर रहा था.

उन्होंने मुझे बाथरूम में आने का इशारा किया.
मैं बाथरूम में चली गई और पति पीछे से आ गए.

वहां जाते ही हमने किस किया और एक-दूसरे को प्यार करने लगे.

हम दोनों बहुत तड़प रहे थे तो वहीं शुरू हो गए.

मेरे पति ने मुझे झुकाकर पीछे से चोदना शुरू किया.
बहुत मज़ा आ रहा था.

लेकिन तभी उनके लंड का पानी निकलने लगा.

मैंने कहा- रुको! अभी मत निकालो!
लेकिन वे रुक ही नहीं पाए और उनका पानी निकल गया.

मेरा तो कुछ हुआ ही नहीं!
अब मेरा दिमाग और भी खराब हो गया.
मैं प्यासी ही रह गई.
लेकिन मन मारकर रहना पड़ा.

फिर हम कमरे में आए तो देखा कि वो आदमी सो चुका था.
मेरे पति बीच में लेट गए और मैं दूसरी तरफ.

दो मिनट बाद पति बोले- अरे, मुझे लैपटॉप पर कुछ काम करना है. तुम थोड़ी देर मेरी जगह, यानि बीच में लेट जाओ. वह तो दूर लेटा है!

लैपटॉप को चार्जिंग में लगाकर काम करना पड़ता था इसलिए मुझे बीच में लेटना पड़ा.

मैंने सोचा कि बाद में वापस दूसरी तरफ सो जाऊंगी.
फिर मैं पति के बिल्कुल पास लेट गई, आंखें बंद करके.

पति ने थोड़ी देर काम किया, फिर वे भी वही लेट गए.
लैपटॉप चालू था.

वे बोले- दो मिनट बाद फिर से काम करूँगा!
मैंने कहा- ठीक है!

फिर मैं आंखें बंद करके लेट गई और मुझे नींद आ गई.
थोड़ी देर में मेरी नींद खुली. मैंने देखा, मेरे पति तो खर्राटे मार रहे थे और लैपटॉप चालू था.

मैं उठी, लैपटॉप बंद किया और पति को एक कम्बल उढ़ा दिया.

फिर सोचा कि मैं यहीं बीच में सो जाती हूँ. इन्हें जगाऊंगी तो इनकी नींद खराब हो जाएगी.

ये सोचकर लाइट ऑफ करके मैं अपने पति के पास लेट गई.

वह आदमी मुझसे काफी दूर था इसलिए मुझे लगा कोई समस्या नहीं होगी.

लेकिन अब मुझे लेटे-लेटे एक घंटा हो गया, नींद ही नहीं आ रही थी.

मेरा मुँह पति की तरफ था और ऊपर से बाथरूम में सेक्स भी पूरा नहीं हो पाया था.

मेरे पति तो अपना रस निकाल कर मजे से सो रहे थे.

मैं लेटी हुई थी, कमरे में बिल्कुल अंधेरा था.
तभी मुझे लगा कि वह आदमी मेरे थोड़ा करीब आ गया है.
मैं चुपचाप लेटी रही.

फिर थोड़ी देर बाद उसने अपने पैर का पंजा मेरे पैर के पंजे पर रख दिया!

उसकी इस हरकत से मेरा खू/न सूख सा गया!
मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा.
पर मैं फिर भी चुपचाप लेटी रही.

फिर उसने अपने पैर के अंगूठे को धीरे-धीरे मेरे पंजे की ऊपरी साइड पर फेरना शुरू कर दिया.
मेरे पूरे शरीर में जैसे चींटियां सी रेंगने लगीं!

मैं बहुत हैरान हो गई.
एक बार तो सोचा कि उठकर उसे अभी डाँट दूँ!

लेकिन फिर सोचा कि इससे मेरे पति की नींद भी खराब हो जाएगी.
इसलिए मैंने सोचा कि थोड़ा रुकती हूँ, शायद वो खुद रुक जाए.

इसके बाद वो और करीब आया और उसने अपना खड़ा लौड़ा मेरे पीछे टच कर दिया!

उसके लौड़े के टच होते ही मेरी आंखें बंद हो गईं!
मुझे उसके लौड़े के स्पर्श ने पागल सा कर दिया.
मेरा दिल चाह रहा था कि उसका लौड़ा पकड़ लूँ!

मेरी चूत गीली होने लगी थी.
मेरा मन कर रहा था कि अभी उसका लौड़ा पकड़ लूँ.
लेकिन शर्म भी आ रही थी.

फिर वह थोड़ा और हिला और आगे सरक कर उसने अपना लौड़ा मेरी दोनों टांगों के बीच की दरार में लगा दिया!

उसकी इस हरकत से मेरी चूत फड़फड़ाने लगी और पूरी तरह गीली हो गई!

मुझसे रहा नहीं गया और मैंने हल्का सा खुद को हिलाते हुए अपने चूतड़ों को उसकी साइड की तरफ यानि पीछे को सरका दिए.

यह महसूस करके वह और थोड़ा आगे हुआ और लौड़े को और अन्दर करने की कोशिश करने लगा.
मैंने खुद अपनी टांग को हल्का सा ऊपर कर दिया.

उसने थोड़ा जोर लगाकर लौड़ा मेरी दोनों टांगों के बीच में अन्दर तक कर दिया.
फिर मैंने अपनी टांग को वापस सामान्य किया तो मुझे लगा कि उसका लौड़ा तो बहुत बड़ा और मोटा है!

मैं सोचने लगी, यार ये तो मेरी चूत में बिल्कुल टाइट आएगा!
लेकिन इस हालात में क्या करूँ?
फिर मुझसे और बर्दाश्त नहीं हुआ, मैं और पीछे को सरक गई.

मेरी कमर उसकी छाती से चिपक गई और मेरी गांड उसकी जांघों से.
मुझे चिपकता देख कर उसने अपना एक हाथ ऊपर से मेरे ऊपर लाकर मेरी चूचियों पर रख दिया और उन्हें धीरे-धीरे दबाकर मसलने लगा.

अब तो मैं सचमुच पागल हो गई थी! मैं करवट बदलकर उसके बिल्कुल सामने हो गई.

उसने अपने होंठ मेरे होंठों से लगा दिए!
अब हम दोनों एक-दूसरे की सांसों की गर्म खुशबू लेने लगे.

उसने मेरे दोनों होंठ अपने मुँह में ले लिए और चूसने लगा.
मैं भी उसका साथ देने लगी!

फिर उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी.
मैं उसकी गर्म जीभ को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.

अब तो कभी वह, कभी मैं, एक-दूसरे की जीभ चूसने लगे!

बहुत देर तक ऐसा करने के बाद उसने मुझे अपनी छाती से चिपका लिया.
मैं भी उससे चिपक गई.

उस वक्त शायद रात के 2 बज रहे होंगे.
मेरे पति कंबल के अन्दर गहरी नींद में सो रहे थे.

फिर वह बिल्कुल दूर हो गया और उसने मुझे भी अपनी साइड खींच लिया. वहां एक मोटा सा कंबल पड़ा था, उसे हमने ओढ़ लिया.

हल्की-हल्की सर्दी भी हो रही थी. अब हम दोनों मेरे पति से काफी दूर थे और दूसरे कंबल में. उसने फिर से मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया!

फिर उसने मुझे अपने ऊपर लेटा लिया और मुझे जोर से अपने से चिपका लिया. उसने थोड़ा ऊपर उठकर अपनी टी-शर्ट निकाल दी. मेरे कुर्ते को निकालने लगा.
मैंने भी खुद अपना कुर्ता निकाल दिया.

उसने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और वह भी निकाल दी.
उसने मेरे नंगे जिस्म को अपने नंगे जिस्म से चिपका लिया.

मेरी चूचियां उसकी छाती से बिल्कुल चिपक गईं. सच बताऊं, मुझे इतना मजा आ रहा था!
उस दिन मुझे पता चला कि किसी दूसरे मर्द की बॉडी कितना मजा देती है!

फिर तो हम बहुत देर तक एक-दूसरे के जिस्म से खेलते रहे. कभी वह मुझे काटता, कभी मेरी चूचियों को चूसता. मेरी चूत तो बिल्कुल तर हो चुकी थी!

अब वह मेरे सिर और कंधों को नीचे की ओर दबाने लगा. मैं उसका इशारा समझ गई और खुद नीचे हो गई.

अगले ही पल मेरा मुँह उसके लौड़े के बिल्कुल ऊपर था.
उसने अपना लोअर नीचे कर दिया तो उसका खड़ा लौड़ा सीधा मेरे मुँह पर टच हो गया!

मैंने उसका हाथ पकड़ा तो मुझे तुरंत पता चल गया कि उसका सचमुच मेरे पति से मोटा और बड़ा है!
मैंने उसे सीधे अपने मुँह में डाल लिया और चूस-चूसकर अन्दर-बाहर करने लगी.
वह भी मजे के कारण धीरे-धीरे ‘आह… आह…’ करने लगा!

मैंने बस पांच मिनट ही चूसा था कि उसने मुझे नीचे लिटा दिया और खुद मेरी टांगों के बीच आ गया.

उसने मेरी सलवार और पैंटी उतार दी, फिर मेरी चूत के ऊपर अपना मुँह रखा और गीली चूत को चूम लिया.

उसने धीरे-धीरे अपनी जीभ मेरी चूत के ऊपरी हिस्से पर लगाकर चाटना शुरू किया.
मेरी तो सांसें रुकने सी लगीं!

उसने मेरी गीली चूत के बीच में अपनी जीभ डाल दी और अन्दर डालकर हिलाने लगा.
मुझे ऐसा लगा जैसे अभी मेरा पानी निकल जाएगा! लेकिन मैंने कंट्रोल किया और उसके सिर को जोर से अपनी चूत पर दबाने लगी.

फिर उसने वह किया, जो मेरे पति ने कभी नहीं किया था.
उसने अपनी जीभ मेरी गांड के छेद पर लगा दी और वहां घुमाने लगा!

अब तो सचमुच मेरी जान निकल गई! गुदगुदी तो हुई ही, लेकिन ऐसा मजा आया जैसे पानी निकलने वाला हो!

तभी वह फिर से मेरी चूत चाटने लगा, तब मुझे थोड़ा सामान्य लगा.

उसकी इस हरकत से मुझे महसूस हुआ कि ज्यादा मजा तो जान निकाल देता है, यार!

उसने मेरी गीली चूत का सारा पानी चाट लिया.
अब वह मेरे ऊपर सीधा लेट गया और फिर से मेरे होंठों को चूमने लगा.
मेरे मुँह से उसके लंड की खुशबू आ रही थी और उसके मुँह से मेरी चूत की मादक खुशबू.

चूमते-चूमते उसने अपने लंड को मेरी चूत पर टच कर दिया और धीरे-धीरे रगड़ने लगा.

वह काफी देर तक ऐसा करता रहा.
मैं दोबारा तड़पने लगी, दिल करने लगा कि इसे जल्दी अन्दर डाल लूँ, लेकिन वह तो मुझे तड़पाने से रुक ही नहीं रहा था! मुझे गुस्सा आ गया और मैंने दबी आवाज में लगभग चिल्लाते हुए कहा- डाल दे ना, मादरचोद! चोद दे मेरी चूत को अब तो!

यह सुनते ही उसने एकदम से अपना लंड सीधा घुसा दिया!

मुझे इतने मोटे लंड की आदत नहीं थी, तो दर्द हुआ. लंड जोर से अन्दर लगा था, मैं चीखने वाली थी कि उसने मुझे चूम लिया और मेरे होंठ बंद कर दिए!

एक मिनट में दर्द रुक गया और अब मुझे महसूस हो रहा था कि मेरी चूत में कुछ है.

उसने मेरे कान में कहा- क्या हुआ, जान? ज्यादा परेशानी हो रही है क्या?
मैंने जवाब दिया- नहीं यार, मजा आ गया! आज तो मैं तुम्हारी हूँ, मुझे खूब चोदो, फाड़ दो मेरी चूत को!

बस फिर क्या था, चुदाई का खेल शुरू हो गया!
उसका लंड मेरी चूत की जड़ तक टक्कर मार रहा था. मुझे इतना मजा आ रहा था उसके मोटे लंड से!

मैं चाहती थी कि यूं ही चुदवाती रहूँ.
वह धीरे-धीरे अन्दर-बाहर कर रहा था, लेकिन मैं और बेचैन होने लगी.

मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसके कान मे चिल्ला कर कहा- चोद न मादरचोद! जल्दी-जल्दी चोद!

फिर वह हंस दिया और तेजी से और जोर-जोर से चोदने लगा.

अचानक मेरा रस निकलने लगा, मैं बुरी तरह तड़पने लगी और उसे चूमने लगी. उसी दौरान उसका भी निकलने लगा.

थोड़ी देर में हम दोनों ठंडे पड़ गए.

पांच मिनट बाद मैं उठी, अपने कपड़े पहने और वापस अपने हसबैंड के पास चिपक कर सो गई.

सुबह हम सब सात बजे उठे.
वह जाने के लिए लेट हो रहा था.

वह तैयार हुआ, मैंने नाश्ता बनाया, फिर वह नाश्ता करके चला गया.

दिन में मैंने अपने हसबैंड के साथ दोबारा सेक्स किया.

इसके बाद हम दोनों बात करने लगे.
मैंने हसबैंड से कहा- अब मेरी चूत को आराम मिला है!

वे बोले- चल, झूठी! आराम तो तेरी चूत को रात को ही मिल गया था! मुझे पता था, मैं जाग रहा था, लेकिन तुम्हारी चुदाई में तुम्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था. तुम बहुत मजे ले रही थी उसके साथ कंबल में, मुझे भी बहुत मजा आ रहा था!

मैंने हसबैंड से सॉरी कहा, तो वे बोले- अरे यार, कोई बात नहीं! क्या हुआ अगर तुमने थोड़ा मजा किसी और के साथ ले लिया? मुझे पता है कि तुम प्यार तो मुझसे ही करती हो!

मैंने उनसे कहा- वाह, आप कितने अच्छे हो! थैंक्स, लव यू!

फिर हम एक-दूसरे से चिपक कर चूमने लगे.

यह सच्ची कुकोल्ड Xxx वाइफ कहानी है. आपके मन में क्या चल रहा है, प्लीज मुझसे जरूर साझा करें.

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