क्वीनस्लैण्ड क्वीन

(Queensland Queen)

स्वीट राज 2011-01-08 Comments

आपने मेरी कहानी रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र के दो भाग पढ़े, आप सबने अपने ढेर सारी प्रतिक्रियां भेजी।
मैंने अपनी पिछली कहानी में आपसे वादा किया था कि मैं अपने कॉलेज के दिनों की चुदाई की कहानी आपके सामने रखूँगा परन्तु उससे पहले एक ऐसे घटना हो गई इसलिए मैं कॉलेज के दिनों की कहानी बाद में आपके सामने रखूँगा।

एक दिन मैं अपना मेल चेक कर रहा था तो मुझे एक मिला मिला जो एक एन आर आई लड़की का था। उसका नाम जेनी था। वो न्यू क्वीन्सलैण्ड, ऑस्ट्रेलिया में रहती थी। उसने अपने मेल में लिखा था कि उसे मेरी कहानी पसंद आई और वो मुझसे बात करना चाहती है।
उसने अपने याहू आईडी दिया था, मैंने उसके याहू मैसेन्ज़र पर जोड़ लिया।

एक रात मैं याहू मैसेन्ज़र पर ऑनलाइन था, उस समय वो भी ऑनलाइन थी। हमने बात करना शुरू किया, वो बोली- आपकी कहानी मुझे बहुत पसंद आई, कहानी पढ़ कर मेरी पैन्टी गीली हो गई थी।

हम बातें करते रहे, काफी सेक्सी बातें हुई और यह सिलसिला चलने लगा और हम हर रोज़ बात करने लगे। उसके पति को काम के सिलसिले में हमेशा बाहर जाना होता था इसलिए वो अक्सर अकेली होती थी, इसलिए हमें बात करने में कोई परेशानी नहीं होती थी। बात करते करते मैं बातों में ही उसकी चुदाई करता था, उसकी चूत चाटता था, वो मेरा लंड चूसती ! इस तरह हम ऑनलाइन सेक्स करने लगे।

वो भारत में दिल्ली की रहने वाली थी और जैसा आप सबको मेरी कहानी पढ़ने के बाद पता ही है कि मैं भी दिल्ली में ही रहता हूँ।
मैंने एक दिन उसे अपना वेबकैम ऑन करने को कहा, उसने कैमऑन कर लिया और मैंने उसे देखा।
क्या माल थी ! एकदम गोरी ! देखकर ही मेरा लंड खड़ा हो गया।

मैंने उसे ब्रा उतारने को बोला, पहले तो मना करने लगी पर फिर उसने अपनी ब्रा उतार दी। ओह, क्या कयामत चूचियाँ थी उसकी !
36 इन्च की तो लग ही रही थी। मेरा लंड तो एकदम तैयार हो गया पर क्या करता कोई उपाय भी तो नहीं था।
फिर मैंने उसे पैन्टी उतारने को बोला।

ओह ! जब उसने अपनी पैन्टी उतारी, यार चूत बिल्कुल चिकनी और छोटी थी और मुझे चिकनी चूत चाटना बहुत पसंद है। मैंने कैम पर ही उसकी चूत चाटी।

फिर हमारा यह सिलसिला चलने लगा। वो जब भी ऑनलाइन होती मैं उसकी पैन्टी और ब्रा उतरवा देता और फिर हम बातें करते रहते। यह हमारा रोज का काम हो गया था।

यह बात अक्टूबर 2011 की है, एक दिन उसने बताया कि वो अपने पति के साथ दिल्ली आ रही है, जहाँ उसकी ससुराल है, उसके पति दस दिन के बाद वापस ऑस्ट्रेलिया चले जायेंगे और वो दिल्ली में रहेगी दो महीने तक।

वो दिल्ली आई और आकर उसने मुझे फ़ोन किया। जब उसके पति वापिस चले गए तो फिर हमने एक दिन कनॉट प्लेस में मिलने का प्रोग्राम बनाया। जब वो आई, क्या लग रही थी, मुझे तो बस लग रहा था कि बस वहीं उसे चोद दूँ।

हम एक कॉफ़ी शॉप में गए, काफी देर तक हम बैठे रहे, बातें करते रहे।

उसने बताया कि उसके ससुराल वाले कुछ दिनों के लिए गाँव जा रहे हैं और वो अकेली रहेगी तो मैं अगर चाहूँ तो किसी दिन रात में उसके घर आ सकता हूँ।

मुझे और क्या चाहिए था मैं तो बस सपने देखने लगा, मेरा लंड उसकी चूत में।

फिर एक दिन वो समय भी आ गया जब मैं उसके दिए पते पर गया और दरवाजे पर घण्टी बजाई। उसने दरवाजा खोला और मैं अंदर गया। जैसे ही उसने दरवाजा बंद किया, मैं उसे अपने बाँहों में लेकर उसे चूमने लगा। मेरा लंड उसकी चूत से सट रहा था और मेरे हाथ उसके कूल्हों पर थे।

कुछ देर तक हम ऐसे ही खड़े रहे और फिर हम सोफे पर जा कर बैठ गए। मैंने उसके अपनी गोद में बिठाया। वो जीन्स और टॉप पहने थी।

मैंने अपना हाथ उसकी टॉप में डाल दिया और उसकी चूचियों को दबाने लगा। फिर मैंने उसकी टॉप उतार दी और फिर ब्रा भी।

अब उसकी चूचियाँ जो मैं वेबकैम पर देखा करता था वो मेरे सामने थी। मैं उसके स्तन चूसने लगा। वो सिसकारियाँ भर रही थी।
थोड़ी देर के बाद मैं उसे बेड पर ले गया और उसकी जीन्स भी उतार दी।

क्या मस्त माल थी। अब मैंने उसकी पैन्टी उतारी, चूत बिल्कुल चिकनी थी क्योंकि मैंने उसे पहले ही बताया था कि मुझे चिकनी चूत पसंद है इसलिए उसने अपनी चूत के बाल साफ कर लिए थे।

अब मैंने अपनी पैंट भी उतार दी और मैंने उसकी टांग ऊपर की तरफ उठा दी। उसकी चूत अब ऊपर आ गयी थी और मैं उसे चाट रहा था। चूत चाटना मुझे बहुत पसंद है और चूत अगर चिकनी हो तो मजा ही दुगुना हो जाता है।

मैं उसकी चूत चाट रहा था और एक हाथ से उसकी चूचियाँ मसल रहा था। करीब 15 मिनट तक चूत चाटने के बाद मैं उसकी चूचियों को चूसने लगा और अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी।

वो आह आह कर रही थी, और मैं जोर जोर से चूचियां चूस रहा था और उंगली चूत में कर रहा था। अब हम 69 की अवस्था में आ गए और उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया और मैं उसकी चूत चाट रहा था।

करीब 10 मिनट के बाद वो बोली- अब लंड डाल दो।
मेरा लंड 8 इंच का है, वो उसे देख कर अपनी चूत में लेने के लिए मचल रही थी, वो बोली- पहले मैं ऊपर से आकर खुद लंड चूत में लूँगी।

मैं नीचे लेट गया और एक हाथ से अपना लंड सीधा खड़ा कर दिया और वो ऊपर से आकर धीरे धीरे अपने चूत में लंड लेने लगी, वो धीरे धीरे लंड पर बैठ रही थी और मेरा लंड उसकी चूत में घुसता जा रहा था। जब मेरा लंड पूरी तरह उसकी चूत में चला गया तो वो फिर झटके मारने लगी। मैं कभी उसकी चूचियाँ मसल रहा था तो कभी उसकी गांड सहला रहा था।

काफी देर तक वो ऐसे ही चुदाई करते रही और फिर वो झड़ गई और मेरे ऊपर लेट गई।

कुछ देर तक वो ऐसे ही लेटी रही, मैं अब उसकी चूचियों को धीरे धीरे मसल रहा था, कुछ देर मसलने के बाद वो गर्म होने लगी और जब वो पूरी तरह गर्म हो गई तो हम फिर से चुदाई के लिए तैयार थे क्योंकि मेरा तो कुछ हुआ ही नहीं था।

मैं अब उसे बेड से नीचे लाया और उसके एक पैर को कुर्सी पर रखा और दूसरा जमीन पर और अब लंड उसकी चूत में डालने लगा। वैसे तो वो शादीशुदा थी पर चूत उसकी ढीली नहीं थी इसलिए मजा आ रहा था।

जब मेरा लंड पूरी तरह अंदर चला गया तो मैं धीरे लंड को अंदर-बाहर करने लगा। जब भी मैं झटके मारता वो अपना गांड पीछे करती, इससे और भी मजा आ रहा था।

दस मिनट तक मैंने उसे वैसे ही चोदा और फिर उसे बेड पर लाकर किनारे लिटा कर घोड़ी बनाया और नीचे खड़े होकर उसकी चूत में लंड डाल दिया और उसके चूतड़ पकड़ कर उसकी चूत-चुदाई के मजे लेने लगा। वो भी साथ दे रही थी, मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और उसकी चूत चोदने लगा।

काफी देर तक मैं ऐसे ही उसकी चूत चोदता रहा फिर मैंने आसन बदला, उसे सीधा लिटाया और उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर रख लिया। अब उसकी चूत ऊपर उठ गई थी और मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया।

मैं उसकी चूत चोद रहा था और वो बोल रही थी- और तेज और तेज ! जोर जोर से चोद दो !

फिर थोड़ी देर में वो झड़ गई। फिर मैं जोर जोर से उसकी चूत में लण्ड अंदर-बाहर करने लगा और करीब 5 मिनट के बाद मेरा भी निकल गया और मैंने उसकी चूत में ही गिरा दिया।
फिर हम लेट गए।

थोड़ी देर के बाद उसने खाना बनाना शुरू किया, मैं भी उसके साथ रसोई में था। वो अब नाइटी में थी, कभी मैं उसकी नाइटी उठा कर अपना लंड पीछे से सटा देता तो कभी उसकी चूचियाँ मसल देता।

फिर हमने खाना खाया और उसके बाद फिर से उसकी चूत चोदी, उस रात मैंने उसकी चूत चार बार चोदी, बहुत मजा आया।

अगले दिन करीब दस बजे जब मैं वापस आने को तैयार था तो फिर मैंने उसके अपनी बाँहों में लिया और उसे चूमने लगा।

कुछ देर में हम फिर गर्म हो गए और आने से पहले फिर एक बार उसकी चूत चोदी।
वो दो महीने तक यहाँ भारत में रही और मैं 5 रात उसके घर गया और हमने काफी मजे किये।
फिर वो वापस चली गई।

मैं अब भी उसकी चूत चोदता हूँ पर वेब कैम पर !
देखते हैं वो फिर कब भारत आती है।

मैं उम्मीद करता हूँ कि मेरी यह कहानी आपकी पसंद आएगी और आप पहले की तरह अपनी प्रतिक्रियां भेजेंगे।
जैसा मैंने आपसे वादा किया था कि मैं अपने कॉलेज के दिनों की चुदाई की कहानी आपके सामने लाऊंगा, अगली कहानी जल्दी भेजूंगा और उम्मीद करता हूँ कि अन्तर्वासना के माध्यम से आपके पास पहुंचा सकूँगा।
[email protected]
2721

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top