चलती बस में भाभी की चुत में लंड

(Rajasthan Bhabhi Sex Kahani)

राजस्थान भाभी सेक्स कहानी में मैं जयपुर की स्लीपर बस में था, मेरे बगल में एक भाभी आई और सो गयी. सेक्स कहानियाँ पढ़ कर मेरा मूड चुदाई का हो रहा था.

दोस्तो, पहले मैं आपको अपने बारे में बता दूँ. मेरा नाम अमन है, मेरी उम्र 28 साल है और मैं भोपाल का रहने वाला हूँ.

मेरी हाइट 5.8 फीट है और मैं एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है. पहले मैं बस कहानियां पढ़ता था, लेकिन ये कहानी मेरे जीवन की सच्ची कहानी है.
ये राजस्थान भाभी सेक्स कहानी 2018 की जनवरी की है.

ये कोई पहली बार नहीं था; इससे पहले भी मुझे ऑफिस के काम से कई बार बाहर भेजा गया था.
लेकिन शायद इस बार मेरी किस्मत चमकने वाली थी!

शनिवार का दिन था.
शाम को 4 बजे मुझे CMD मैडम ने अपने केबिन में बुलाया और बताया कि मुझे कल जयपुर जाना है … बस से.

मैं आपको बता दूँ कि भोपाल से जयपुर बस का सफर 13 घंटे का है.
मैडम ने बताया कि मुझे वहां 2-3 दिन रुकना पड़ेगा.

मैं ऑफिस से जल्दी बस टिकट लेकर घर आ गया और पैकिंग करने लगा.

मेरी बस अगले दिन, यानी रविवार की थी.
चूँकि ठंड का समय था तो मैंने लोअर और उसके ऊपर जैकेट पहनने के लिए निकाल लिया.

मैंने मम्मी को बता दिया कि कल शाम की बस है, मुझे जयपुर जाना है!

अगले दिन मेरे छोटे भाई ने मुझे बस अड्डे पर छोड़ा.
शाम करीब साढ़े सात बजे बस निकल गई और लाल घाटी पहुंची.

लंबा सफर होने के कारण मैंने सोने की व्यवस्था कर ली थी.

वहां से एक 35-40 साल की भाभी बस में चढ़ी.
मेरे केबिन में उसकी भी सीट थी.

मैं मुँह बना कर उसे देखने लगा.
वह देखने में साधारण लग रही थी, थोड़ी अनपढ़-सी भी.

मैं लेटा हुआ उसे देख रहा था.
वह आई और बोली- मेरी सीट साइड वाली है!

मैंने फिर से मुँह बनाया और एक तरफ हो गया.
फिर वह ऊपर आई और फोन पर बात करने लगी.

अब मैंने उसे ध्यान से देखा, देखने में वह एकदम माल लग रही थी.
सांवला रंग लेकिन बवाल लग रही थी!

मैंने फोन निकाला और अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ने लगा, साथ ही तिरछी नज़र से उसे देखने लगा.

देखते-देखते कब रात के 12 बज गए, पता ही नहीं चला.
फिर मैं सोने लगा.

जैसे ही मैंने केबिन की लाइट ऑन की, नज़ारा देखकर तो दंग रह गया!
उस लेडी की साड़ी घुटनों के काफी ऊपर आ गई थी और उसकी चूत साफ-साफ दिख रही थी!

मैंने अपना लंड दबाना शुरू किया.
तभी उसकी नींद खुल गई.

वह उठी और अपनी साड़ी ठीक करके बोली- लाइट बंद कर दो!

मैंने ब्लैंकेट निकाला और ओढ़कर लेट गया.
उस टाइम एक बजे का समय हो गया था.

कुछ देर बाद बस एक ढाबे पर रुकी और कंडक्टर ने आवाज़ लगाई ‘गाड़ी 30 मिनट बाद निकलेगी!’

सभी लोग बस से उतरकर कुछ न कुछ करने लगे; खाना आदि खाने लगे.

बस में 3-4 सवारियां सो रही थीं लेकिन वे सब नीचे थीं.

मैंने हिम्मत करके जानबूझ कर नीचे उतरने के बहाने उसकी गांड पर दोनों हाथ रख दिए.

वह सो रही थी.
मैंने धीरे से उसके कम्बल में हाथ डालकर उसकी साड़ी के नीचे हाथ डाला और उसकी जांघों पर हाथ फेरने लगा.

पांच मिनट तक जांघों पर हाथ फेरते-फेरते मेरा लंड ऐसा खड़ा हो गया था मानो वह उसका कम्बल और मेरा लोअर दोनों फाड़ देगा!

मैं जल्दी से नीचे उतरा और बाथरूम में जाकर मुठ मारने लगा.
मुठ मारने के बाद मैंने एक चाय पी, एक पानी की बोतल और चिप्स का पैकेट लिया.

इतने में बस का हॉर्न बजने लगा.
मैं बस में चढ़ा, तो देखा वह अभी भी सो रही थी.

मैं ऊपर चढ़ा और बस चलने लगी.

तभी उसका फोन बजने लगा, जिससे उसकी नींद खुल गई.
मैं फोन में पोर्न देख रहा था.

करीब दस मिनट बाद उसने फोन काट दिया.
उठकर बैठ गई और मेरी तरफ देखने लगी.

मैंने उसे इग्नोर किया और पोर्न देखने लगा.
फिर उसने इशारे में पूछा- पानी मिलेगा क्या?
मैंने हां में सिर हिलाया और बोतल उसे दे दी.

इसके बाद हम दोनों बात करने लगे.
मैंने फोन अन्दर रखकर पोर्न देखना जारी रखा.

मैंने पूछा- आप कहां जा रही हो?
उसने कहा- जयपुर!

मैंने पूछा- कोई रहता है आपका वहां?
वह बोली- हां, मेरा बेटा!

मैंने उसका नाम पूछा, तो उसने बताया- रेशमा!
रेशमा ने पूछा- तुम्हारा कौन रहता है जयपुर में?

मैंने कहा- कोई नहीं! ऑफिस के काम से जा रहा हूँ. मैं ओरिजिनल भोपाल से हूँ!

रेशमा बोली- मेरे बेटे की भी जॉब है जयपुर में, बैंक में!

उसका बेटा बैंक में जॉब करता है, यह सुनकर मुझे आश्चर्य हुआ कि इसका बेटा कितनी उम्र का होगा.

मेरे पूछने पर उसने हिचकते हुए बताया कि वह उसकी स्वर्गवासी सौतन का बेटा है और उसे बहुत प्यार करता है.

यही सब बात करते-करते उसने मुझसे कहा- अमन, क्या मुझे फोन में मूवी लगा दोगे? नींद नहीं आ रही है!
मैंने पूरा फायदा उठाया और बोला- आप मेरे साथ देख लो!

उसने पूछा- कौन-सी मूवी देख रहे हो तुम?
मैंने कहा- हॉलीवुड की है!

उसने बोली- मुझे अंग्रेजी नहीं आती!
मैंने कहा- हिंदी में देख रहा हूँ!

फिर मैं उसकी तरफ चला गया और एक हेडफोन उसे दिया, दूसरा मैंने लगाया.

पहले तो हम थोड़ा दूर थे तो हेडफोन बार-बार निकल रहा था.

बस के ऊपर से हिलने की वजह से उसने मुझसे कहा- अमन, मेरे तकिया पर सिर रख लो!

उसके बालों की सौंधी खुशबू मुझे पागल कर रही थी!
मूवी देखते-देखते 20 मिनट हो गए थे.

मैं अपनी हवस निकालने की फिराक में था.
तभी मूवी में अचानक किसिंग सीन आ गया.

उसने ‘छी!’ बोलकर मुँह घुमा लिया.
मैं हंसने लगा.

वह बोली- कैसी-कैसी मूवी बना देते हैं अंग्रेज लोग!

फिर मैंने एक हाथ कम्बल के अन्दर डाला और जानबूझ कर लंड सीधा करने के बहाने उसके चूचों पर हाथ फेरने लगा.
वह समझ गई थी कि आज उसकी चूत की प्यास बुझने वाली है.

फिर वह बोली- कहानियां नहीं आतीं क्या फोन में? मैं अपने बेटे से बोलती हूँ, तो वह कहता है नहीं आतीं!

मैंने कहा- आपको कहानियां पसंद हैं?
वह बोली- हां, पर मुझे ज्यादा पढ़ना नहीं आता!

मैंने झट से अन्तर्वासना डॉट कॉम खोल दी.

वह बोली- ये कौन-सी कहानियां लगा दी तुमने?
मैंने कहा- मेरे फोन में यही हैं! बोलें तो पढ़कर सुनाऊँ?

वह बोली- पढ़ो और सुनाओ!
मैंने कहानी सुनाते-सुनाते उसकी चूत पर एक-दो बार हाथ रख दिया.
उसने कुछ नहीं कहा और मज़े लेती हुई आंखें बंद करके कहानी सुन रही थी.

मैंने हिम्मत करके उसकी चूत में उंगली डालना शुरू किया.
वह तेज़-तेज़ सांस लेने लगी!

मैं चुप हो गया, तो वह झट से उठी और बोली- क्या कर रहे हो तुम? जाओ अपनी जगह पर!

मैं डर गया और अपनी जगह पर आ गया.

बाद में मैं धीरे से एक बार फिर उसकी जांघ पर हाथ फेरने लगा.

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था!
मैंने अपनी लोअर नीचे की और उसके कम्बल में घुस गया, सीधे उससे चिपक गया.

वह कुछ बोलती, उससे पहले मैंने उसका मुँह दबा दिया और बोला- देखो, मुझे सब मालूम है. तुम प्यासी हो. अब मुझे जो करना है, करने दो!

वह कुछ नहीं बोली.
उस वक्त रात के 3 बजे का समय हो रहा था.

मैंने उसे उल्टा लिटा दिया, उसका कम्बल ऊपर उठाया और उसके ऊपर लेट गया.

मैंने एक हाथ से उसकी साड़ी ऊपर की और अपना लंड उसकी गांड पर टिकाकर रगड़ने लगा.
वह आहें भरने लगी.

फिर मैंने उसके मुँह से हाथ हटाया, तो वह ‘आह… आह…’ करने लगी.

मैंने उससे कहा- दोनों को मज़ा आएगा! बोलो तो पैसे दे दूँगा!
वह सीधी होकर लेट गई और बोली- वह सब बाद में … जो ज़रूरी है, वह पहले कर लो!

मैं उसके ऊपर आ गया और उसे किस करने लगा.
क्या लिप्स थे उसके!

मेरे मुँह और लंड, दोनों ने पानी छोड़ दिया था!

मैंने उसकी चूची मुँह में ली और कुत्ते की तरह झपट पड़ा.
धीरे-धीरे मैंने उसे पूरी नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया.

मैंने उसे मुँह में लेने को कहा.
तो उसने मना कर दिया.

मैंने ज़बरदस्ती नहीं की और सीधे अपना औज़ार उसकी चूत में डाल दिया.

औज़ार डालते ही वह छटपटाने लगी.
मैंने उसके मुँह पर हाथ रखा और धीरे-धीरे धक्के देने लगा.

फिर अचानक ज़ोर-ज़ोर से पेलने के 5 मिनट बाद मैं फिर झड़ गया.
लेकिन उसकी चूत जैसे आग उगल रही थी!

मैं कुछ देर उसके ऊपर लेटा रहा.
मेरा औज़ार चूत के अन्दर था और मानो चूत उसे अन्दर खींच रही हो.

वह तेज़-तेज़ सांस ले रही थी और मेरा औज़ार भी अन्दर खींच रही थी.
राजस्थान भाभी सेक्स करके बहुत मज़ा आ रहा था!

उसने बोला- जल्दी कर लो, जयपुर आने वाला है!
मैंने टाइम देखा, तो 5 बजने वाला था.

दो राउंड खेलने के बाद मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.

मैंने उससे कहा- खड़ा कर दो!
उसने कहा- तुम नीचे आ जाओ, मैं ऊपर आती हूँ!

मैं नीचे लेट गया और वह ऊपर आ गई. वह मेरे औज़ार पर आगे-पीछे होने लगी, जैसे कोई रंडी हो!

इतना मज़ा तो मेरी जीएफ ने भी नहीं दिया था.
उसके ऐसा करने से मेरा लंड फिर तन गया.

उसने अपनी गांड उठाई, मेरे लंड को अपनी चूत पर सैट किया और अन्दर डाल लिया.

क्या बताऊँ भाई साहब, जन्नत के मज़े थे!
मैं भी जोश में पेले जा रहा था.

वह बोली- मैं छूटने वाली हूँ!
मैंने कहा- मैं भी!

फिर वह इतनी तेज़ झड़ी कि पूरे केबिन में एक खुशबू फैल गई.

मेरी लोअर और जैकेट पूरी तरह भीग गए.
फिर मैंने उसे किस किया और हम यूं ही नंगे 5 मिनट पड़े रहे.

अब मैंने अंडरवियर पहना, बैग से पैंट निकाली और लोअर उसमें रख दी.

टाइम देखा, तो बस स्टॉप आने वाला था.
मैंने उससे कहा- जल्दी मुँह में लो, बस स्टैंड आने वाला है!

उसने झट से लौड़े को मुँह में लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी.
मैं उसके मुँह में झड़ गया और उसने पूरा रस पी लिया.

फिर हम दोनों उतरे और बस स्टेशन पर ही एक रूम ले लिया.
उधर उसने बताया कि उसको पति से सेक्स सुख कभी नहीं मिला.

उस भाभी से आगे किस तरह से चुदाई हुई, उस सेक्स कहानी के लिए आप मुझे अपने कमेंट्स में बताएं.
उम्मीद करता हूँ आपको मेरी राजस्थान भाभी सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
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