ऋषिकेश में कैम्पिंग और कॉलेज गर्ल की चुदाई-2

(Rishikesh Me Camping Aur College Girl Ki Chudai- Part 2)

टुकटुक 2017-06-28 Comments

ऋषिकेश में कैम्पिंग और कॉलेज गर्ल की चुदाई-1

आपने अब तक इस सेक्स स्टोरी में पढ़ा था कि सोनम मुझसे चुदना चाह रही थी और उसने मेरे लंड पर हाथ फेर कर इस बात का इशारा भी कर दिया था।
अब आगे..

अब केवल हम दोनों लोग अकेले आग के पास बैठे हुए बस यही इंतजार कर रहे थे कि पहल कौन करे।

सोनम की फिंगर्स अब मेरे बाजुओं से होकर मेरे सीने तक चल रही थीं और मैं बस उस असीम पल का अनुभव कर रहा था। टाइम बीतता जा रहा था, पर हम लोगों को डिनर करने भी जाना था। इसलिए मैंने सोनम को बोला कि अगर हम जल्दी से डिनर कर लें तो फिर हम फिर से अकेले में बैठ कर पूरी रात बातें कर सकते हैं और बाकी किसी को कोई शक़ भी नहीं होगा।
यह सुन कर सोनम ने बोला कि ये ठीक रहेगा।

हम लोग मेन कैम्प में पहुँचे और डिनर करने लगे, पर शायद ना मुझे भूख थी और ना सोनम को, क्योंकि हम दोनों की किसी और चीज की भूख सता रही थी।
डिनर करते टाइम सोनम ने मुझे अपने हाथ से खाना खिलाया और मेरे हाथ से खुद खाना खाया। थोड़ी देर में हम दोनों डिनर फिनिश कर चुके थे। डिनर फिनिश करने के बाद सोनम की फ्रेंड मोनिका, जो कि फ्रेश होने के बाद मेन कैम्प में आई थी, उसने सोनम से पूछा- सोना नहीं है या यहीं बैठे रहना है?

सोनम उसे कुछ भी खुल कर बताना नहीं चाह रही थी और मुझे मोबाइल दिखा कर उसने इशारा किया कि दस मिनट बाद कॉल या एसएमएस करेगी। सोनम और मोनिका चले गए, मैं अकेला कुछ देर सोनम के फोन का वेट करता रहा। मैं और कर भी क्या सकता था उस कंडीशन में क्योंकि मेरा दिमाग़ सोनम के अलावा कहीं और लग ही नहीं रहा था। हम सबके कैम्प्स अलग-अलग थे, इतनी देर में मोबाइल की बेल बजी तो मैंने झट से देखा, पर वो कॉल मेरे फ्रेंड का था जो मुझसे पूछ रहा था कि वो सोने जा रहा है.. क्या कुछ लेना तो नहीं है।

मैंने मना कर दिया कि मेरी जरूरत की सारी चीजें पहले ही मैंने अपने टेंट में रख ली हैं।
कह कर मैंने फोन कट कर दिया।

कुछ मिनट बीत जाने के बाद सोनम का कॉल आया। मैंने बिना देर किया सोनम का कॉल पिक किया।
सोनम बोली- मेरे फ्रेंड्स मेरे कैम्प में है और जाने का नाम नहीं ले रहे हैं। मैं फ्रेश होने के बहाने बाहर आकर कॉल कर रही हूँ आपको, आप सो जाओ। मैं जैसे ही फ्री होती हूँ आपको मैसेज करती हूँ।

सच मानिए दोस्तो, यह सुनकर मेरे दिल पे साँप लोट गए थे। मैं सोनम के फोन का ऐसे वेट कर रहा था जैसे मानो वर्षों का प्यासा एक घूँट पानी माँग रहा हो।

अगले 30 मिनट तक सोनम को कोई मैसेज या कॉल नहीं आया, पर मैं देख पा रहा था कि सोनम के कैम्प में कुछ हलचल हो रही है और उसके सारे फ्रेंड्स अभी वहीं हैं।

पर इस इन्तजार का फ़ायदा मुझे मिला.. अगले ही 5 मिनट में सारे लोग सोनम के कैम्प से निकल कर अपने-अपने कैम्प्स में जाने लगे, लेकिन मोनिका और उसका ब्वॉयफ्रेंड एक ही तम्बू में घुस गए थे जो कि मोनिका के ब्वॉयफ्रेंड का था।

अगले ही 2 मिनट में सोनम का मैसेज मेरे फोन की स्क्रीन पे डिसप्ले हुआ उसमें लिखा था आज आपके साथ इतनी पीने का मन कर रहा कि आपकी बांहों में बहक जाऊँ, बताइए आप आ रहे हैं मेरे कैम्प में या मैं आ जाऊँ?

मैंने सोनम को अपने कैम्प में बुलाना सही समझा क्योंकि उसकी कोई भी फ्रेंड उसके कैम्प में कभी भी आ सकती थी, पर मेरे में नहीं आएगी। ये सोच कर मैंने सोनम को मैसेज किया कि आप मेरे कैम्प में चली आओ।

अगले 5 मिनट में सोनम एक शॉल ओढ़ कर मेरे कैम्प में एंटर हुई और अन्दर आते ही उसने शॉल को साइड से फेंक दिया। शायद वो हूर की परी ही थी जो एकदम पारदर्शी नाइटी में एकदम से मेरे सामने प्रकट हो गई थी। मैंने उसका अपने खुली बांहों से वेलकम किया और उसे अपने पास अपने बिस्तर पर बिठाया।

मैं पहले ही 2 पैग तैयार कर चुका था। मैंने सोनम को ड्रिंक ऑफर की और सोनम ने भी बिना देर किए ड्रिंक अपने होंठों से लगा ली। अब हम एक-दूसरे से एकदम चिपक कर बैठे ड्रिंक का आनन्द ले रहे थे और मेरी उंगलियाँ सोनम की जुल्फों में अपना कमाल दिखा रही थीं। एक पैग फिनिश होने के बाद मैंने दूसरा पैग बनाया और आहिस्ता-आहिस्ता हम दोनों ने दूसरा पैग भी फिनिश कर दिया।

अब सोनम पे व्हिस्की कुछ-कुछ असर दिखाने लगी थी और उसकी आँखें खुले में मुझे कुछ करने का संकेत दे रही थीं, जिसे मैं नकार नहीं सकता था।

पर अब हम दोनों का और ज़्यादा पीने का मूड नहीं था क्योंकि अब सोनम को मेरी बांहों का सहारा चाहिए था और मुझे सोनम के हसीन स्पर्श का।

शायद सोनम आज अपना सब कुछ न्योछावर करने के लिए आई थी। सोनम ने ग्लास नीचे रखने के साथ ही मेरे बालों में हाथ फिराया और मेरा फेस अपने चूचों के बीच दबा लिया। ये अहसास कुछ अजीब सा था.. पर बहुत ही हसीन पल थे वो मेरे लिए।

सोनम ने फिर मेरे लबों पर अपने लब कुछ इस तरह रखे जैसे उसने मुझे लॉक कर दिया हो। सोनम की जीभ मेरी जीभ से बार-बार टकरा रही थी और उसका एक हाथ कभी मेरी कमर पर, कभी कैपरी के ऊपर कुछ खोजने की कोशिश कर रहा था।
यह हिंदी सेक्सी स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

मौके की नजाकत को देखते हुए मैंने सोनम की निप्पलों को थोड़ा छेड़ा तो वो चिहुंक उठी और एक मीठी सी आह उसके मुँह से निकली जैसे किसी ने सर्दी में उसके बदन पर बर्फ का टुकड़ा रख दिया हो।

सोनम अब अपना आपा खो चुकी थी सोनम ने अपनी नाइटी के ऊपर के 2 बटन खोल दिए और मुझे अपने खुले सीने पर ऐसे चिपकने के लिए इन्वाइट किया जैसे कि पूरी रात उसके निप्पलों का कोई चूसता रहे।

मैंने भी बिना देर किए सोनम के निप्पलों को चूसना और प्यार से सहलाना स्टार्ट कर दिया। देखते ही देखते सोनम ने अपना पूरा बदन ढीला छोड़ दिया और मुझमें समाने की कोशिश करने लगी।

मैं भी अब अपना आपा खो चुका था मैंने सोनम की जाँघों पर अपनी उंगलियों को फिराना स्टार्ट कर दिया, जिससे वो एकदम ऐसे अकड़ने लगी मानो उस पर कोई प्यार का भूत सवार था। उसने मेरा हाथ सीधे अपनी चूत पर टच कराया और मुझे अहसास दिलाया कि उसे अब प्यार चाहिए।

मैंने देर ना करते हुए सोनम की नाइटी को उसके बदन से अलग कर दी। उसका शरीर मानो चाँद की तरह चमक रहा था। उसके शरीर पर केवल 2 निप्पल पिंक थे.. बाकी पूरा शरीर एकदम दूध की तरह सफेद था। मैंने सोनम को उसके पैरों की उंगलियों से चूमना स्टार्ट किया और ऊपर आने लगा। सोनम इतनी मस्ती में आ चुकी थी कि अपने पैर जमीन पे रगड़ रही थी और मुझे ऊपर खींचने की कोशिश कर रही थी। मैंने सोनम की जांघ पर काफ़ी देर तक किस किया।

अब सोनम ने अपने आपा खो दिया और मुझे ऊपर खींच कर मेरे लबों पर अपने लव रख दिए और मेरे लबों को ऐसे चूसना स्टार्ट किया जैसे वो कोई आम खा रही हो।

इस बीच में मेरा लंड पूरे उफान पर पहुँच चुका था और इस पोज़िशन में होने के कारण सोनम की नाभि पर चुभ रहा था।

सोनम ने मुझसे बोला- जल्दी मेरी प्यास बुझा दो.. नहीं तो कहीं मैं मर ना जाऊँ। इस बात को सुनकर मैंने सोनम को बोला कि जानेमन प्यार कर रहा हूँ.. तुम्हें मरने कैसे दे सकता हूँ।

तभी मैं थोड़ा नीचे आया और सोनम की चूत पर अपने होंठ रख दिए और सोनम की चूत चूसने लगा। सोनम को अब अपने ऊपर कंट्रोल नहीं रहा और मुझे ऊपर खींच कर मेरा लंड अपने चूत पर रगड़ने लगी। उसकी चूत एकदम साफ और बिना झांटों की थी, जिससे मुझे सोनम की चूत चूसने में और ज़्यादा मजा आ रहा था।

जब सोनम ने मेरा लंड अपनी चूत पर रगड़ा, तो मुझे लगा कि अब सोनम को चोदने का सही समय है।

मैंने भी सोनम का साथ दिया और थोड़ा जोर लगाया, पर मेरा लंड फिसल गया। फिर मैंने सोनम की टांगों को अपने कंधे पर ले लिया, जिससे सोनम की चूत का मुँह थोड़ा खुल गया और चुत के छेद पर अपना लंड रख कर मैंने हल्का सा दवाब बनाया। मेरा लंड का एक इंच हिस्सा सोनम की चूत में जा चुका था उम्म्ह… अहह… हय… याह… और सोनम को थोड़ा दर्द हो रहा था, जो कि उसके चेहरे पर दिख रहा था।

मैंने सोनम से पूछा कि ज़्यादा दर्द तो नहीं हो रहा?
तो उसने मुस्कुरा कर जवाब दिया कि बिना दर्द के किसने जंग जीती है।

यह बात सुनकर मेरा हौसला और बढ़ गया। मैंने फिर से एक हल्का पर पहले से तेज झटका मारा तो मेरा आधा लंच तकरीबन 3 इंच सोनम की चूत में घुस गया।
सोनम को दिक्कत हो रही थी, पर उसने मुझे रोका नहीं और ना ही मैं रुका।

अगले धक्के में मेरा पूरा लंड सोनम की चूत में घुस चुका था, पर मैंने लंड अन्दर-बाहर करने की बजाए थोड़ी देर ऐसे ही रुकने का फ़ैसला किया। कुछ ही पलों में सोनम की कमर में एक थिरकन हुई, वो धीरे-धीरे अपनी कमर हिलाने की कोशिश कर रही थी, जिससे मुझे पता चला कि अब उसका दर्द खत्म हो चुका है और वो एक जबरदस्त चुदाई के लिए तैयार है।

फिर मैंने इसी पोज़िशन में बिना रुके तकरीबन 10 मिनट सोनम को चोदा। इस बीच सोनम एक बार झड़ चुकी थी और दूसरी बार उसका शरीर अकड़ने लगा, तो मैंने अपनी पोज़िशन बदलने की कोशिश की, जिसमें सोनम ने मेरा पूरा साथ दिया।

अब सोनम मेरे ऊपर थी और मेरे लंड की राइड कर रही थी। क्योंकि सोनम दूसरी बार झड़ने वाली थी और तभी मैंने पोज़िशन बदली थी, तो सोनम पूरे जोश में थी और इतनी तेज झटके मार रही थी, जिसका अनुमान मैंने लगाया भी नहीं था।

यह चुदाई 10-12 मिनट चली और सोनम एक तेज आवाज के साथ झड़ गई.. पर व्हिस्की पीने के कारण मेरा माल निकल ही नहीं रहा था।

अब मैंने अपनी देशी स्टाइल ट्राइ करने का सोचा। मैंने सोनम को डॉगी स्टाइल में खड़ा किया और पीछे से अपना लंड सोनम की चूत में पेल दिया, जिससे सोनम को बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी।

अगले 5 मिनट में मेरा माल छूटने वाला था तो मैंने सोनम से पूछा कि कहाँ निकालूँ?
तो सोनम ने जवाब दिया कि इतना कीमती प्यार किया तुमने.. प्लीज मेरी चूत में ही सारा माल छोड़ दो, पर मुझे सुबह एक आईपिल लाकर दे देना।

मैंने उसकी बात मानी और एक मोटी धार मेरे लंड से निकली, जिससे सोनम की चूत भर गई। हम लोग काफ़ी देर तक ऐसे ही नंगे एक-दूसरे के ऊपर पड़े रहे।

दोस्तो ये कहानी मेरी खुद की आप बीती है.. मुझे इस सेक्स स्टोरी पर आपके मेल्स का इन्तजार रहेगा।
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top