सहेली ने कॉलबॉय से गांड चुत चुदवा दी- 1

(Without Sex No Life Story)

विद आउट सेक्स नो लाइफ … पति का लंड खडा ना हो तो पत्नी का जीवन नीरस हो जाता है. जिन्दगी का कोई मतलब ही नहीं रह जाता. इस कहानी की नायिका का जीवन ऐसा ही था.

प्यारे दोस्तो, मैं अन्तर्वासना की पाठिका तब से हूँ, जब मेरी शादी भी नहीं हुई थी और मैं उस समय 19 साल की थी.
तभी से मैं अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ रही हूँ.

इस साइट पर बहुत सी कहानी सच भी होती हैं और कुछ काल्पनिक भी.

मेरी सेक्स कहानी 100% सच्ची है और ये मेरी पहली कहानी है.

हालांकि मैं कोई लेखिका नहीं हूँ.
लेखक लेखिका तो सोच के समुन्दर में डूब कर शब्दों के मोती निकाल लेते हैं.

मैंने वही लिखने की कोशिश की है, जैसा जैसा मेरे साथ घटित हुआ.
अगर मेरे लेखन में कोई त्रुटि हो तो आप सभी से मैं हाथ जोड़कर माफ़ी चाहती हूँ.

जैसा कि सभी जानते हैं कि कहानी पढ़ने के बाद चाहे वह मेरी जैसी लड़की हो या लड़का … सभी का मन करता है कि वे अपने पार्टनर के साथ सेक्स करें और अगर पार्टनर नहीं होता है तो वे अपने हाथ का सहारा लेती हैं या लेता है.

लेकिन मैंने अपने कुंवारेपन को अपने पति के लिए संभाल कर रखा था.
हां कहानी पढ़ने के बाद अपनी उंगली जरूर इस्तेमाल कर लेती थी.

मेरा नाम नताशा कुलकर्णी है और अभी मैं शादीशुदा औरत हूँ.
मेरा मायका पहाड़गंज, नई दिल्ली और ससुराल ग्वालियर में है.

मेरे मायके में मम्मी पापा और एक छोटी बहन है, जो अभी बी.कॉम. के फाइनल ईयर में है.

मेरी ससुराल में मेरी सास इमरती देवी 53, ससुर जोगिंदर कुलकर्णी 55, जेठ प्रवीण कुलकर्णी 38, जेठानी सुधा कुलकर्णी 36 और जेठ की लड़की सुहाना 19 हैं.
ये सभी काल्पनिक नाम हैं.

मेरे पति संजय कुलकर्णी 35 साल के हैं और मैं 31 साल की हूँ.

मैं आपको अपने बारे में कुछ और भी बता दूँ.
मैं एक स्लिम ट्रिम औरत हूँ मेरी लम्बाई 5 फुट 3 इंच है और मैं दूध जैसी गोरी हूँ.
गोल चेहरा, कजरारी बड़ी आंखें, सुराही जैसी गर्दन और मेरे काले लम्बे घने बाल जो मेरी कमर से भी नीचे तक लहराते हैं.
मेरा फिगर 34-28-36 का है. मेरे कूल्हे थोड़े भारी है और बाहर को निकले हुए हैं.

मतलब मैं एकदम मस्त माल हूँ.

मेरी शादी 2015 में हुई थी, तब मैं 21 साल की थी.

दिल्ली की होने के बाद भी जैसा मैंने बताया है कि मैंने अपना कुंवारापन अपने पति के लिए संभाल कर रखा हुआ था.
लेकिन शायद मेरी किस्मत को विधाता ने किस काल में लिखा था … जो मेरे जीवन में मेरे पति द्वारा देहसुख देना भूल गए थे.

दरअसल मेरे पति की दोनों गोलियां (जिनमें वीर्य स्टोर रहता है) मेरी शादी के पहले ही एक एक्सीडेंट में डैमेज होने के कारण डॉक्टर ने निकाल दी थीं, जिसके बारे में मेरी ससुराल वालों ने इस बात का जिक्र किसी से नहीं किया.

ये बात मुझे तब पता चली, जब मेरी सुहागरात हुई.
विद आउट सेक्स नो लाइफ के कारण मेरी पूरी रात रो रो कर कटी.

कसम से मुझे अपनी किस्मत पर बहुत गुस्सा आया लेकिन फिर भी मैंने अपनी ससुराल वालों को और अपने मायके में भी किसी को कुछ नहीं बताया, जैसा था मैंने अपना नसीब मान लिया.

लेकिन कहते हैं कि कभी ना कभी जीवन में कोई एक बार कोई फरिश्ता बनकर रोशनी जरूर लाता है … और वह फरिश्ता बनकर मेरी सहेली नेहा शर्मा आई.

मेरे पति एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं और कंपनी ने अप्रैल 2025 में उनका ट्रांसफर कर दिया तो मैं अपने पति के साथ कानपुर आ गई.
इधर हम लोगों ने एक रूम किराये पर ले लिया, जो कंपनी कैंपस के पास ही था.

एक दिन बातों ही बातों में नेहा ने मेरी सेक्स लाइफ के बारे में पूछा, तो मेरी आंखों में आंसू आ गए.
तो नेहा भी परेशान हो गई कि मैं रोने क्यों लगी?

मैं उसे बताना नहीं चाहती थी लेकिन जब उसने कसम दी तो मैंने उसे अपने पति के बारे में सब कुछ बता दिया.
मेरी विद आउट सेक्स नो लाइफ की आपबीती सुन कर नेहा भी सन्न रह गई.

उस दिन के बाद नेहा करीब मुझसे 10 दिन बाद मिली.
मिलते ही वह अचानक से बोली- नताशा क्या तुम मेरे साथ रोलप्ले करना चाहोगी?

मैंने तुरंत हां कर दी.

नेहा ने मुझसे मुश्किल से 5 से 7 मिनट बात की और चली गई.

फिर दूसरे दिन वह स्कूल से फ्री होकर शाम को करीब 4 बजे आई और उसने मेरे साथ ऐसा रोलप्ले किया कि मेरी चड्डी और पजामी दोनों गीली हो गईं.

मैंने नेहा से कहा- यार नेहा, तुम्हारी पहचान में कोई लड़का हो तो मेरी बात चलाओ.

तो उसने मुझे कुछ देर रुकने को कहा और वह अपने एक कानपुर के दोस्त अन्नू खन्ना से बात करने लगी.

उन दोनों की बात के दौरान उसका पता पूछा तो वह अन्नू खन्ना मेरे घर के पास का ही था, जो पेशे से एक कॉल ब्वॉय था.

जैसे ही मुझे पता चला कि अन्नू खन्ना एक कॉल ब्वॉय है तो मैंने मना कर दिया क्योंकि मैं जानती थी कि कॉल ब्वॉय पैसे लेकर चुदाई करते हैं.

मैंने नेहा से तुरंत कहा कि मेरे पास उसे देने के लिए पैसे नहीं हैं.
तो नेहा बोली- नताशा मैं बात कर रही हूँ … और जब मैं बात कर रही हूँ तो वह तुमसे एक भी पैसे नहीं लेगा.

कुछ देर बाद नेहा चली गई.

उसके बाद जब जब नेहा मुझसे मिलने आती, तब तब वह मुझसे अन्नू के घर जाने के लिए कहती.

एक दिन मेरे पति संजय जब 2 दिन के लिए कानपुर से बाहर गए तो अगली सुबह ही मंदिर भगवान के दर्शन करने गई.

रास्ते में उस अन्नू का घर पड़ता था.
तो मंदिर से लौटते समय मैं उसके घर में बिना पूछे घुस गई.

गेट खोलने अन्नू की असिस्टेंट रीमा आई जो काफ़ी सुन्दर थी.

उसने समझा कि मैं कोई अन्नू की क्लाइंट हूँ और बुकिंग के लिए आई हूँ.

सुबह के 6 बजे का टाइम था, लेकिन उसके घर में उस समय भी 4 लड़कियां थीं.
दो 2 अन्नू की असिस्टेंट रीमा और कृति थीं, जिसमें रीमा करीब 25 साल की थी और कृति करीब 19 की थी.

दोनों ही असिस्टेंट बेहद सुन्दर थीं, जो एकदम परियों जैसी लग रही थीं.
बाकी की 2 सुन्दर सी लड़कियां अन्नू की सर्विस लेने के लिए बिल्कुल नंगी बैठी इंतज़ार कर रही थीं.
वे करीब 20 या 21 की होंगी.

नंगी लड़कियों को देख कर मुझे बड़ी हैरानी हुई और मन ही मन सोचने लगी कि कैसी बेशर्म लड़कियां हैं, जिनके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं है.
लेकिन उनके नंगी होने में उन दोनों का कोई दोष नहीं था क्योंकि अन्नू के रूम में कपड़े पहन कर कोई ग्राहक नहीं जा सकती.

उधर का नियम था कि वे कमरे से बाहर ही पहले पूरी नंगी होंगी.

उसके बाद ही अन्नू के कमरे में घुस पाएंगी और अगर उसकी चूत पर बाल होंगे तो अन्नू उस लड़की को चोदेगा नहीं इसलिए अन्नू की दोनों असिस्टेंट उस लड़की को अच्छे से चेक करेंगी, तभी वह लड़की अन्नू के रूम में घुसेगी.

खैर … अन्नू का घर एक मॉडर्न राजमहल जैसा काफ़ी बड़ा था जो कि सुख सुविधा के सभी साज ओ सामान से सुसज्जित था.

मैंने रीमा से पूरी जानकारी ले ली और अपने घर आ गई.

लेकिन अपने घर आकर मुझे रीमा द्वारा बताई गई एक एक शर्त मेरे कानों में गूँजने और चुभने लगी.

जब से मेरे ऊपर जवानी आई थी, तब से लेकर आज तक मैंने कंडोम की कल्पना भी नहीं की थी.

लेकिन रीमा ने साफ साफ खुले शब्दों में कह दिया था कि सर से आपको चुदना है तो बिना कंडोम के नहीं चुद पाओगी और अगर आप बिना कंडोम के चुदना चाहती हो तो आपको एचआईवी नेगेटिव की रिपोर्ट दिखानी होंगी, तभी हमारे सर आपको बिना कंडोम के चोद सकते हैं अन्यथा आपको कंडोम के साथ चुदना पड़ेगा.

उसके बाद मैं करीब दस बजे पैथोलॉजी पहुंची.
उधर मैंने जाँच कराई.
यह रिपोर्ट शाम तक मिलनी थी.

जैसे तैसे दिन काटा और शाम होते ही मैं पैथोलॉजी से जाँच की रिपोर्ट ले आई.

वापस लौटते समय सीधी अन्नू के घर गई तो मैंने लड़कियों और एक औरत को देखा, जिनमें कुछ लड़कियां और अन्नू की दोनों असिस्टेंट बिल्कुल नंगी थीं … बाकी की सभी कपड़े पहने हुई थीं.

खैर … मैंने कृति के हाथ अन्नू को अपनी रिपोर्ट दिखाई तो कुछ ही देर मेरे कृति ने मुझे बताया कि मैं कल सुबह 10 बजे आ सकती हूँ और मुझे अपनी चूत के बाल साफ करके आना होगा.

मैं तुरंत अपने घर आई और अपना कमरा बंद करके पहले सभी कपड़े उतारे और चूत के बाल साफ किये क्योंकि मुझे बेहद खुशी थी कि कल मेरी चूत चुदेगी.

मेरी इस खुशी को वे लड़कियां ही समझ सकती हैं, जो मेरे जैसे वक़्त से गुजरी होंगी.

इसी ख्याल से अपनी चूत के बाल साफ करने के बाद मैंने कपड़े पहने, अलमारी से पैसे लिए और अपनी सहेली के ब्यूटी पार्लर जाकर अपनी पूरी बॉडी वैक्स करवा कर तुरंत ही घर लौट आई.

मैं घर के काम खत्म करने में लग गई.
मेरे पति की रात की ड्यूटी थी इसलिए मैंने जल्दी जल्दी खाना बनाया और पति को टिफ़िन लगाकर रेडी किया.

फिर मैंने पति के साथ खाना खाया और पति को टिफ़िन देकर घर का गेट लॉक करके अपने कमरे में आ गई.

जब से अन्नू की असिस्टेंट ने कल सुबह 10 बजे की कहा, तभी से मैं बहुत अधिक रोमांचित थी इसीलिए मैंने अपने रूम का गेट लॉक किया.

अपने सभी कपड़े उतार कर ड्रेसिंग टेबल के सामने बिल्कुल नंगी खड़ी हो गई और अपने चिकने शरीर पर इतराने लगी.

मुझे अपनी चूत बहुत अच्छी लग रही थी तो अनायास ही मेरा एक हाथ मेरी चूत पर पहुंच गया.

अपनी चूत पर हाथ लगाते ही मेरे शरीर में एक अलग ही नशा घुलने लगा और मैं अपनी चूत के दाने को सहलाने लगी.
वासना भड़कने लगी और मेरे हाथ की गति बढ़ने लगी.

जल्द ही मैंने अपने आपको शान्त किया और कब नंगी ही सो गई पता ही नहीं चला.

जब नींद खुली तो सुबह के 6 बज रहे थे.
मैं एकदम से हड़बड़ा कर उठी और झट से सभी कपड़े पहने.

सबसे पहले मैंने अपने लिए चाय बनाई और चाय पीकर फ्रेश होने चली गई.
फिर पेस्ट आदि करने के बाद मैं ब्रा, पैंटी, पेटीकोट और ब्लाउज लेकर बाथरूम में नहाने घुस गई.

नहाने के बाद भगवान का दीपक जलाया और घर के काम में व्यस्त हो गई.
जब घड़ी देखी तो उसमें 9 बजकर 30 मिनट हो रहे थे. मैं तुरन्त ही अच्छे से तैयार हुई और मैंने हर कपड़ा, चूड़ी, बिंदी, लिपस्टिक लाल रंग का यूज़ किया और एक दुल्हन के जैसे सज धज कर अन्नू के घर पहुंच गई.

जैसे ही मैं उसके घर के मेन गेट पर पहुंची तो देखा उसका मेन गेट अन्दर से लॉक था.

मैंने मेन गेट को खटखटाया तो अन्नू की असिस्टेंट कृति ने गेट खोला और मुझे अन्दर लेकर मेन गेट को फिर से लॉक कर दिया.

जैसे ही मैं आंगन में पहुंची तो वह चटाई पर पीठ के बल नंगा लेटा हुआ था और उसका लम्बा, मोटा काला लंड मोबाइल टावर के जैसा तना हुआ खड़ा था.

उसका लंड मेरी सोच से परे था, इतना बड़ा और मोटा लंड मैंने ब्लू फ़िल्म में काले हब्शियों का देखा था.

रियल लाइफ में इतना बड़ा और मोटा मोटा लंड पहली बार देख रही थी.
उसे देख कर मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं.

उसकी दूसरी असिस्टेंट रीमा तेल से उसके लंड की मालिश कर रही थी.
मैं वहीं पड़े सोफे पर बैठ गई और अन्नू के फ्रेश होने का वेट करने लगी.

तब तक उसके घर में मेरे अलावा कोई और ग्राहक (लड़की या औरत) नहीं थी.

रीमा ने भी जल्दी जल्दी अपने हाथ चलाकर अन्नू की मालिश कम्पलीट की और अन्नू को बिना नहलाये फ्री कर दिया.

चूँकि मैं एक दिन पहले ही अपनी नॉन एचआईवी रिपोर्ट की कॉपी मैं दे चुकी थी.

इसीलिए अन्नू ने कहा- मैं रीमा के साथ नहा कर आता हूँ. तब तक कृति, नताशा भाभी के कपड़े उतार कर चेक करेंगी कि उनके शरीर के किसी भी हिस्से पर कोई बाल तो नहीं हैं. साथ ही तुम नताशा भाभी को मेरे रूम में ले जाकर थोड़ा बहुत गर्म करने का ट्राई करो, तब तक मैं नहा कर आता हूँ.

खैर … अन्नू रीमा को लेकर बाथरूम में लेकर घुस गया और कृति ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे पूर्णतया नंगी कर दिया और मुझे अन्नू के रूम में ले गई.

मैं अपने पूरे शरीर को चिकना करके आई थी तो तुरन्त ही कृति मेरे ऊपर चढ़ गई और मुझे जगह जगह चूमने चाटने लगी.

यह मुझे बहुत अच्छा लग रहा था क्योंकि ये अहसास मेरे साथ पहली बार था.

कृति के द्वारा चूमने चाटने से मैं बहुत गर्म हो गई क्योंकि कृति के द्वारा मेरे बूब्स चूसना और मेरी चूत के दाने को जीभ से चाटना मुझे अत्यधिक रोमांचित कर रहा था.

हालांकि ये सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था लेकिन सच कहूँ दोस्तो, मैं समझ रही थी जैसे हवा में उड़ रही हूँ.

मेरी चूत भी बहुत पानी छोड़ रही थी लेकिन क्या करती, मेरे जीवन में ये सब कुछ पहली बार हो रहा था.

जवान होने के बाद से अब तक मैं अपनी उंगली से ही चूत को शान्त करती रही. लेकिन आज कोई और मेरे बदन को चूम चूस रही थी.

अपने आप करने और किसी और के करने में बहुत फर्क होता है.

दोस्तो, सेक्स कहानी के अगले हिस्से में मैं आपको एक बड़े और मोटे लौड़े से अपनी चुत गांड की चुदाई की कहानी को विस्तार से लिखूँगी.

आपके मन में मेरी इस विद आउट सेक्स नो लाइफ कहानी को लेकर क्या विचार हैं, प्लीज अपने मेल व कमेंट्स के माध्यम से जरूर बताएं.
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विद आउट सेक्स नो लाइफ कहानी का अगला भाग:

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