स्पा में मसाज़ के बाद लड़की को चोदा

(Xxx Spa Sex Kahani)

Xxx स्पा सेक्स कहानी में मैं पहली बार एक स्पा में मसाज़ करवाने गया. मैंने मसाज पार्लर के बारे में सुन रखा था. थोड़ी मालिश के बाद लड़की एक्स्ट्रा सर्विस के लिए कहने लगी.

दोस्तो! मेरा नाम हर्षित है।
मैं छत्तीसगढ़ के एक शहर में रहने वाला 28 साल का लड़का हूँ।

आज मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ, वो बिल्कुल सच्ची है, जिसे मैंने ख़ुद महसूस किया है।

मैं चाहता हूँ कि आप इस Xxx स्पा सेक्स कहानी को अपनी समझ के साथ पढ़ें ताकि आप मेरी भावनाओं से जुड़ पाएँ।

दोस्तों, हुआ यूँ कि पहले साल की पढ़ाई के बाद गर्मी की छुट्टियों में मुझे तीन दिन के लिए रायपुर जाना था, बड़े भैया की शादी में।

पहले दिन मैं करीब शाम के 5 बजे रायपुर घूमने के लिए निकल गया।
वहाँ मेरा कोई दोस्त नहीं था, मुझे बोरियत हो रही थी।

घूमते-घूमते मुझे एक मसाज पार्लर दिखाई दिया।
मैंने अपने दोस्तों से मसाज पार्लर के बारे में काफ़ी कुछ सुन रखा था, तो मैंने हिम्मत करके अंदर चला गया।

वहाँ घुसते ही मैंने देखा कि काउंटर पर एक बहुत सुंदर सी मैनेजर बैठी थी।
उसने मुझे बहुत दोस्ताना अंदाज़ में मुस्कुराकर पूछा, “जी बताइए, सर, कौन सा मसाज लेना चाहेंगे?”

उसने मेरे सामने एक मेन्यू रख दिया, जिसमें काफ़ी अलग-अलग तरह के मसाज के नाम लिखे थे और उनके सामने उनके रेट्स।

मैंने उससे कहा, “मुझे कोई आइडिया नहीं है, आप ही कोई अच्छा सा सुझाव दे दो!”
उसने कहा, “आप थाई मसाज ले लो, 1 घंटे का होगा, 1500 रुपये लगेंगे!”

मुझे पता था कि यहाँ बार्गेनिंग बहुत होती है, तो मैंने कहा, “मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं!”
वो बोली, “ठीक है, आप 1200 रुपये दे देना!”
मैंने कहा, “मेरे पास तो सिर्फ़ 1000 रुपये हैं, आप वो ले लो!”
थोड़ी देर बाद वो मान गई।

फिर उसने अपनी स्टाफ को बुलाया और मुझे एक कमरे तक ले जाने को कहा।
वो मुझे ले गई।
मुझे काफ़ी डर लग रहा था क्योंकि मेरा पहला मौक़ा था।

जिस कमरे में वो मुझे ले गई, वहाँ एक सिंगल बेड था, कमरे में सुगंधित मोमबत्तियाँ थीं और एक छोटे से कोने में शावर रूम था।

उस स्टाफ ने मुझसे कहा, “बेड पर एक कपड़ा रखा है, आप उसे बदल लें, तब तक शीला आ रही है!”
मैंने ‘ठीक है’ कहकर उसे जाने को कहा।

उसने जो कपड़ा बेड पर रखा था, उसे देखकर मैं हैरान रह गया।

वो बस एक बिल्कुल पारदर्शी काले रंग की अंडरवियर थी और कुछ नहीं!
मैं बहुत शरमा गया, तो मैंने उसे नहीं बदला और वैसे ही बैठा रहा।

शीला कमरे में आई।
वो चाइनीज़ थी, लेकिन काफ़ी सुंदर थी।

उसने एक हुडी और नीचे जींस पहनी थी, तो उसके फिगर का ज़्यादा पता नहीं चल रहा था, लेकिन जितना दिख रहा था, उतना अच्छा लगा।

उसने मुझसे पूछा, “आपने अभी तक कपड़े क्यों नहीं बदले?”
मैंने उसकी तरफ़ देखकर मुस्कुराते हुए पूछा, “बदलकर क्या पहनना है?”
वो बोली, “इस अंडरवियर को पहनो!”

मैंने कहा, “ठीक है, तुम बाहर जाओ, मैं बदल लेता हूँ!”
वो हँसी और बोली, “सामने कर लो, कोई बात नहीं!”

मैं थोड़ा शरमाया, फिर सोचा कि कर लेता हूँ।
मैंने अपने सारे कपड़े उतारे, आख़िरी में घूमकर अपनी अंडरवियर उतारी और जल्दी से उसकी दी हुई अंडरवियर पहन ली।

तभी मुझे उसकी हल्की सी हँसी सुनाई दी लेकिन मैंने अनदेखा कर दिया।

फिर उसने कहा, “आप उल्टा लेट जाओ इस बेड पर!”
मैं लेट गया।

उसने मसाज शुरू किया।

पहले सामान्य तेल लगाकर पैरों से शुरू किया, फिर पीठ पर, फिर हाथों पर।

अचानक उसने मेरी अंडरवियर के अंदर हाथ डालकर मेरे गोटे पर तेल लगाया।
मैं थोड़ा सा चिल्ला उठा।

उसने हँसकर पूछा, “क्या हुआ, सर? आपको अच्छा नहीं लगा क्या?”
मैं भी हँस दिया लेकिन कुछ बोला नहीं।

पर मेरा लंड एकदम तनकर खड़ा हो चुका था।

फिर उसने कहा, “अब पलट जाओ और सीधा लेट जाओ!”
मैं पलटा और मेरा लंड उस छोटी सी अंडरवियर से बाहर निकल आया।

मैंने उसे मेरे लंड को देखकर मुस्कुराते हुए देखा पर मैंने कुछ नहीं कहा।

अब वो जानबूझकर सिर्फ़ मेरे लंड के पास ही बार-बार हाथ फेर रही थी।
मेरा और तनता जा रहा था।

फिर उसने मुझसे पूछा, “एक्स्ट्रा सर्विस लेंगे क्या, सर?”
मैंने पूछा, “कैसी एक्स्ट्रा सर्विस?”

वो बोली, “हिला दूँ या चूस लूँ?”
मैंने कहा, “चूस लो, लेकिन मुझे फिर सब करना है!”

उसने पहले मना किया और बोली, “नहीं, यहाँ पर सब कुछ नहीं कर सकते!”
मैंने कहा, “ठीक है, चूस दो!”

उसने बोला, “वैसे मैं सबसे 3000 लेती हूँ, लेकिन आप मुझे 1500 दे देना!”
मैंने कहा, “मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं, मेरे पास तो 500 कैश हैं और 500 ऑनलाइन हैं, बस!”
वो बोली, “नहीं सर, इतने में तो कुछ नहीं होता!”

मैंने कहा, “मेरे पास तो इतने ही हैं, लेकिन तुम मुझे बहुत पसंद हो!”
वो थोड़ा शरमाई, फिर बोली, “ठीक है!”

लेकिन मैंने कहा, “मैं तभी करने दूँगा अगर तुम मुझे पहले सब कुछ दिखाओगी!”

उसने पहले मना किया, फिर थोड़ा मनाने पर मान गई।
वो मेरे लंड के ऊपर बैठ गई और उसने अपना टॉप उतारा।

टॉप उतारते-उतारते उसकी कमीज़ अपने आप उतर गई।

फिर मैंने उससे कहा, “मैं तुम्हारी ब्रा खोलना चाहता हूँ!”
वो मेरे चेहरे के एकदम पास अपने बूब्स ले आई और बोली, “खोलो!”

मैंने एक सेकंड में उसकी ब्रा उतार दी और उसके बूब्स को चाटने लगा।

उसके निप्पल्स को इतनी ज़ोर से चूसा कि वो भी पागल होकर चिल्ला पड़ी।
उसे इतना अच्छा लगा कि वो अपने बूब्स को मेरे चेहरे के पास से हटा ही नहीं रही थी।

फिर मेरा मन नहीं माना तो मैंने कहा, “अपनी पैंट खोलो!”
इस बार वो एक बार में मान गई और उसने अपनी पैंट खोल दी।

फिर मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को उँगलियों से रगड़ना शुरू किया।
वो पूरा साथ दे रही थी, पूरी गर्म हो गई थी।

उसकी चूत का पानी मुझे अपनी उँगलियों में महसूस हो रहा था।

मैंने उसकी पैंटी खींचकर निकाल दी।
अब वो मेरे लंड के ऊपर नंगी बैठी थी।

मैंने कहा, “रगड़ो!”
वो आगे-पीछे अपनी गांड हिलाने लगी।

मुझे ज़िंदगी में इतना अच्छा कभी नहीं लगा था।
फिर मैंने कहा, “मुझसे अब कंट्रोल नहीं होता, इसे अंदर डाल लो!”

उसने वैसे ही किया।
Xxx स्पा सेक्स करते हुए हम आधे घंटे तक एक-दूसरे को चोदते रहे।

वो भी ख़ुशी से पागल हो गई थी।
मेरे आ जाने के बाद मैंने उससे पूछा, “तुम्हें किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो बताना!”

लेकिन ऐसा कुछ था नहीं।

तो दोस्तो, ये थी मेरी सच्ची कहानी।
Xxx स्पा सेक्स कहानी पसंद आई होगी. मेल और कमेंट्स करके ज़रूर बताना!
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