मामी की जवानी को लूटा-1
मैं शुरू से ही अपनी मामी को वासना की दृष्टि से देखने लगा था, उनके जिस्म को भोगना चाहता था. मेरी मामी भी कुछ हद तक मेरी वासना जगाने के लिए जिम्मेदार थी.
मैं शुरू से ही अपनी मामी को वासना की दृष्टि से देखने लगा था, उनके जिस्म को भोगना चाहता था. मेरी मामी भी कुछ हद तक मेरी वासना जगाने के लिए जिम्मेदार थी.
पति के दोस्त से चुदकर मैंने अपने पति की इच्छा पूरी कर दी लेकिन उसके बाद मेरे मन में गैर मर्द से दोबारा चुदाने की इच्छा जागृत होने लगी. तो मैंने क्या किया?
नई जवान हुई लड़की के मन में सेक्स को लेकर काफी उत्सुकता होती है और पैंतालीस पचास साल का पुरुष भी 18 साल की लड़की को चोदना चाहेगा. जब मुझे ऎसी लड़की मिली तो मैंने क्या किया?
आजकल औरतें अपनी सेक्स की प्यास बुझाने के लिए गैर मर्द का सहारा लेने लगी हैं पैसे देकर भी! मैंने इसी बात का फ़ायदा उठाया और जब मुझे मेरी पहली कस्टमर मिली तो मेरी किस्मत ही खुल गई.
मैं एक कस्टमर की बीवी को चोद चुका था. एक दिन उसकी बहन ने आना था तो मैंने उससे उसकी बहन की चूत दिलवाने को कहा. इस पर उसने क्या जवाब दिया? मुझे नयी चूत मिली या नहीं?
एक लड़का मेरे से गांड मरवाता था. एक बार मुझे उसके घर जाने का मौक़ा मिला तो मैंने उसकी मम्मी को देखा. एकदम माल लग रही थी. मैंने उसके साथ कैसे हॉट सेक्स किया? पढ़ें इस कहानी में!
ये सब जवानी की सहज स्वाभाविक प्रतिक्रियायें हैं जिनका आनंद सभी ले रहे हैं। मैं नहीं ले पाया तो यह मेरी कमी थी. पर अब दूसरों को लेते देख मुझमें वह खुशी, वह उत्तेजना पैदा हो रही है।
मेरी दोस्ती अन्तर्वासना के जरिये अपनी बेटी की उम्र की लड़की से हुई. मैं नहीं समझ पा रहा था कि मैं उस किस नज़र से देखूँ; बाप की नज़र से या एक ठर्की मर्द की नज़र से।
सामने वाली कुंवारी लड़की चुदते समय मुझसे अपने मम्मी पापा की चुदाई के बारे में बातें जरूर करती थी. अब मेरा लंड भी उसकी मम्मी की चूत के सपने देखने लगा था.
मेरी कॉलोनी के बाहर पान की दुकान पर एक लड़का रोज़ खड़ा होकर सिगरेट पीते हुए मुझे बहुत प्यार से ताड़ता है. मुझे वो समलैंगिक लगा. मैंने पान वाले से उसके बारे में पूछा तो ...
एक दिन मैं अपने दोस्त के घर गया तो उसकी बहन पूरी नंगी बाथरूम से निकल रही थी. मुझे देख कर वो शर्मायी नहीं और मुझसे बात करने लगी. फिर आगे क्या हुआ?
यह कहानी ऐसे व्यक्ति की है जो उच्च सरकारी सेवा में है और 'सेक्स' के पैमाने पर बेहद साधारण रहा लेकिन एक मुकाम फिर ऐसा भी आया कि उसने इस भूख को ठीक युवाओं की तरह महसूस किया।
जब मैंने कालबॉय बनने का फैसला किया तो इसके पीछे मेरा मकसद नई-नई चूतों की चुदाई के मजे लेना था. मगर जो पहली कस्टमर मिली उसने एक नया शौक भी दे दिया.
मेरी पड़ोसन कमसिन लड़की ने मेरा लंड आधा ही लिया था लेकिन वह मेरे लंड की दीवानी हो चुकी थी. उससे अब रुका नहीं गया और तीन चार दिन बाद ही वह कमरे में एक दिन फिर आ पहुंची.
जिस लड़के से मेरी बात फेसबुक पर हुई थी, उसका लंड तो मैंने चूस लिया था लेकिन सच्चाई कुछ और ही थी. क्या था वहां का सच? कहानी में पढ़कर जानें.
मैं ट्रेन से दिल्ली से बंगलौर जा रही थी. मेरे सामने वाली सीट पर एक हैंडसम लड़का था. वो मुझे अच्छा लगा. उससे कैसे मेरी दोस्ती हुई और हम दोनों ने ट्रेन में क्या क्या किया? पढ़ें.
शौहर से अलग होने के बाद मेरे जिस्म की गरमी अब किसी मर्द के जिस्म को मांगने लगी थी. मैंने कैसे अपने ऑफिस के विदेशी मर्द को अपने जिस्म के दीदार कराये!
मैंने एक ऐप से दो भाभियों से दोस्ती की, उन्हें लंड दिखा कर अपना दीवाना बनाया और एक को चोद दिया. इस भाग मैं आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने दूसरी चुदासी भाभी को चोदा.
कुंवारी चूत में जब सेक्स की आग जगती है तो वह किसी भी तरह लंड को पाने के सपने देखने लगती है. मेरे पड़ोस की कुंवारी कमसिन लड़की के साथ भी यही हो रहा था.
शराब के सुरूर में इन्सान को कुछ पल का मज़ा तो आ जाता है मगर यह सुरूर कई बार हमसे क्या-क्या करवा डालता है ... पढ़ें मेरी कहानी में.