सविता भाभी और ब्रा सेल्समैन
सविता भाभी एक बहुत ही हसीन और माल किस्म की जवान गुजराती औरत हैं। वे अपने पति के साथ एक बड़े शहर में रहती हैं। उनकी कोई संतान नहीं है और वे अपनी सेक्स लाइफ बड़े मजे से गुजार रही हैं।
सविता भाभी एक बहुत ही हसीन और माल किस्म की जवान गुजराती औरत हैं। वे अपने पति के साथ एक बड़े शहर में रहती हैं। उनकी कोई संतान नहीं है और वे अपनी सेक्स लाइफ बड़े मजे से गुजार रही हैं।
ताई की चूत चुदाई अधूरी रह जाने के बाद मुझे पता चला कि चाची मेरी हरकतें जानती हैं, तो मैं चाची को चोदने को बेकरार हो गया। चाची की चूत चुदाई की कहानी पढ़ें!
मैं महसूस कर सकती थी कि उसने अपने लिंग को, फिर मेरी योनि को फैला कर बीच छेद पर उसे टिकाया हुआ है और मेरे घुटनों पर फिर पहले जैसी पकड़ बना ली है।
दोहरी चुदाई के बाद सुबह बेटे को जगाने गई तो उसने मुझे पकड़ लिया लेकिन उसे समझाया कि अभी पापा घर में हैं। नहाने जाने कगी तो मेरी सहेली आ गई।
अपने जीजू से चुदते हुए साली ने जीजू को एक गिफ़्ट देने की बात कही। वो गिफ़्ट थी साली की चचेरी बहन की अनछुई कुंवारी चूत… इन्डियन कॉलेज गर्ल की चूत!
एक लड़की से मेरी दोस्ती थी, हम साथ घूमते थे लेकिन उसका बॉयफ़्रेंड कोई और था। मेरी नजर उसके बदन, उसकी चूचियों पर रहती थी। उसे चोदने का मौका कैसे मिला!
मैंने उसे अपनी कमर की मालिश करने को कहा तो उसने मेरा टॉप ऊपर कर दिया, वो भी मेरी गर्दन तक और अब टॉप सिर्फ़ मेरे बूब्स में अटका हुआ था।
शीला की छोटी बहन अपने जीवन की पहली चुदाई की कहानी बता रही है कि कैसे पड़ोसी लड़के ने बस में उसके कुंवारे बदन को छुआ, फिर घर आकर क्या हुआ!
मेरी पहली चुदाई गर्लफ्रेंड के साथ- कैसे शादी में एक अनजान लड़की मुझे लाइन दे रही थी, मैंने उसे पटाया, रोमांस किया, कई महीने बाद उसके साथ सेक्स का मौका मिला!
साली की चुदास ने उसे बेशर्म बना दिया, वो जीजू से चुद गई। अब उनका रोज का काम हो गया तो साली एक ही तरीके की चुदाई से ऊब गई, उसने जीजू से कुछ नया करने को कहा।
बुआ की बेटी चुदने को तैयार थी मगर मैं उसे चोद नहीं पाया! मैं मौके ढूंढता रहा और आधे अधूरे मौके मिलते भी रहे, उसे एक बार चोदा भी लेकिन पूरा मज़ा कर नहीं पाया।
मकान मालिक की शादीशुदा बेटी मेरे साथ ऑफिस में काम करती थी, एक दिन मस्ती में मुझे अपनी मस्त गोरी-गोरी चिकनी-चिकनी जवानी दिखा कर मेरे लन्ड पर चढ़ कर चोद डाला!
तुमने शारीरिक ज़रूरतों के आगे देर में हार स्वीकार की लेकिन मैंने बहुत पहले कर ली... शायद तुम पुराने ज़माने की थी, कुछ अच्छा होने के इंतज़ार में बैठी रही लेकिन मैं नई सोच की हूं...
मैं शुरू से खुले विचारों वाली लड़की रही हूँ। सहेलियों के साथ गंदे मज़ाक करना, उनके बूब्स दबा देना, चूत पर हाथ मार देना मुझे बहुत अच्छा लगता था।
सास ससुर की देखभाल के लिए विकास एक महीने के लिये ससुराल गया। वहाँ उसकी साली भी माँ बाप की सेवा के लिये आई हुई थी। अब जीजा साली ने वहाँ क्या गुल खिलाये।
मैं अपनी बुआ के घर गया तो वहाँ मेरी हमउम्र उनकी बेटी से मुलाकात हुई। वो मेरे साथ साथ रहना चाह रही थी, रात को मेरे साथ सोई। रात में क्या हुआ, कहानी में पढ़िए।
देखते ही मुझे उससे प्यार हो गया था, उसे देख कर लगता मानो आसमान से कोई अप्सरा उतरी हो। उसकी मखमली देह.. नशीली आंखें.. किसी को भी एक नजर से ही दीवाना बना दे।
क्या सिर्फ इसलिए उसे अपने शरीर का सुख प्राप्त करने से रोका जा सकता था कि वह लोगों द्वारा अपेक्षित एक योग्य वधू के मानदंडों पर पूरी नहीं उतरती?
भाभी की प्यासी चूत को मैंने खूब हचक कर चोद कर मज़ा दिया। एक दिन छोड़ कर रात को भाभी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया तो मैंने भाभी की बिन चुदी गांड भी मारी।
मेरी जूनियर लड़की मेरे साथ बाइक फील्ड में गई. शाम को वापिसी में बारिश हो गई, भीगने लगे, रुके भी लेकिन बारिश तेज हुए जा रही थी. मैं उसे अपने कमरे पर ले गया.