नवीनतम कहानियाँ

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-4

मैंने सोचा कि सबसे पहले एक बार इस अनचुदी कुंवारी कमसिन बुर को चूसने का आनन्द तो उठा लूँ, थोड़ी देर चूस लेता हूँ। थोड़ा स्वाद चख लेता हूँ फिर इसको फाडूंगा।

घर बुलाकर चूत चुदाई के मजे लिए

हमने एक-दूजे को बाँहों में लेकर लिप किस किया, कि तभी हमने बाहर किसी की आहट सुनी। मैंने देखा तो उसकी पड़ोस की भाभी हमें देख रही थीं और सलवार के ऊपर से ही अपनी चूत को रगड़ रही थीं।

मेरा गुप्त जीवन- 179

बसंती धीरे धीरे अपने कपड़े उतार रही थी, पहले अपनी धोती और ब्लाउज उतार दिया और फिर पेटीकोट का नाड़ा खींच कर खोल दिया। बसंती कच्ची कली का शरीर एकदम साँचे में ढला हुआ था।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-14

पहले तो मुझे शर्म आई यह पहली बार कोई मर्द मेरी पैंटी उतार रहा था तो मैंने हल्का सा विरोध किया पर अंकल को जैसे कोई फर्क नहीं पड़ा, उन्होंने मेरी पैन्टी पूरी नीचे को सरका कर मेरे पाँव से बाहर निकाल दी।

जिस्मानी रिश्तों की चाह-27

अपनी बहन के सीने के दोनों उभारों को अपने दोनों हाथों में दबोचा और आपी की चूत पर अपना मुँह रखते हुए उनकी चूत के दाने को पूरी ताक़त से अपने होंठों में दबा लिया और चूस लिया।

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-3

ऐशु रानी एक टक ये सब नज़ारा देखे जा रही थी। चुदाई होते देख और रीना रानी की आनन्द से पुलकित आवाज़ें सुन कर वो भी बहुत ज़्यादा गरमा चुकी थी, उसके माथे पर पसीने की बूँदें चमकने लगी थीं।

गांडू साढ़ू प्यासी साली की प्यास बुझाई

मीना बोली- हाँ एक बार मेरे घर पर ही पार्टी हुई थी। तब तीन दोस्तों ने राकेश की गांड मारी थी। इसके बाद से राकेश उसकी गांड ही मारते हैं। रवि ने हल्के से मीना को सहारा दिया और अपनी गोदी में खींच लिया।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-13

अंकल जब भी आते थे मेरे बदन के अंगों के साथ छेड़छाड़ करते थे और उनकी कोई भी छेड़छाड़ मुझे अच्छी ही लगती थी। धीरे धीरे उनकी हरकतें बढ़ने लगी।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -26

आपी का जिस्म… कमर से थोड़ा नीचे से साइड्स से उनकी कूल्हे बाहर की तरफ निकलना शुरू हो जाते थे और एक खूबसूरत गोलाई बनाते हुए रानों की शुरुआत पर वो गोलाई खत्म हो जाती थी।

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-2

नंगी वो हो तो गई मगर बहुत ज़्यादा डरी हुई थी कि ना जाने क्या हो जायेगा और शर्म से लाल लाल हुई पड़ी थी। मैंने उसकी चूचियाँ चूसना शुरू किया तो वो भी मज़ा लेने लगी।

बिन्दास भाभी की चूत की खाज

यह कहानी मेरी भाभी और मेरी है. भाई की व्यस्तता ने भाभी को मेरे करीब ला दिया. मैं भी उनके साथ कुछ मस्ती के ख़्वाब लेने लगा. मुझे पता नहीं था कि मेरी भाभी भी कुछ ऐसा ही सोच रही थी।

बस में मिली हसीना के साथ लण्ड की सील खुली

सर्दी मे सुबह सुबह जयपुर जाते समय बस में मेरे बगल में एक सुन्दर लड़की बैठी। मैंने चादर निकाली तो उसने भी मुझसे पूछ कर मेरे साथ चादर औढ़ ली। मैंने ट्राई मारने की सोची।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-12

चचा सलोनी के पैरों से निक्कर निकाल रहे थे लेकिन उनकी नज़र सलोनी की दोनों नंगी टांगों के जोड़ पर थी। और इस समय सलोनी के बदन का सब से खूबसूरत हिस्सा… वो तिकोन!

जिस्मानी रिश्तों की चाह -25

सलवार का ऊपरी किनारा वहाँ पहुँच गया था.. जहाँ से आपी के कूल्हों की गोलाई शुरू होती थी। सलवार थोड़ा और नीचे हुई.. तो उनके खूबसूरत शफ़फ़ और गुलाबी कूल्हों का ऊपरी हिस्सा और दोनों कूल्हों के दरमियान वाली लकीर नज़र आने लगी।

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-1

जैसे ही मेरी निगाह ऐश्वर्या पर पड़ी मेरा दिल धक से रह गया, लौड़े ने फौरन एक उछाल लगाई। साली ने एक बहुत ही छोटा सा निकर पहन रखा था, निकर मुश्किल से चूत से चार या पांच इंच नीचे तक ही था, नंगी टाँगें बहुत ही चिकनी, एकदम मलाई जैसी थीं।

मुम्बई से दुबई- एक कामुक अन्तर्वासना-5

मैंने कहा- कुतिया साली रांड तुझे गाली खानी है? चूत का भोसड़ा बना दूंगा तेरी… तेरी माँ का भोसड़ा मादरचोद! कल से लंड ले लेती तो आज तक तो तेरी सारी आग बुझ जाती।

मोनिका और उसकी मॉम की चुदने को बेकरार चूत -5

वो बोलीं- तुम्हारा लण्ड बहुत शानदार है.. पता नहीं फिर कब इससे अपनी चूत चुदवा पाऊं.. आज मैं तुम्हारा लण्ड अपनी गाण्ड में भी महसूस करना चाहती हूँ.. क्या तुम मेरी गाण्ड मारना पसंद करोगे?

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-11

सलोनी को अपने पाँव से लंड हिलाने और खेलने में बहुत मज़ा आता है, इस वक्त वह अपना वही मनपसंद खेल खेल रही थी। जावेद चचा का हाथ शॉर्ट्स के ऊपर से ही सलोनी की चूत का पूरा जायजा ले रहा था।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -24

आपी ने अपना हाथ डिल्डो की तरफ बढ़ाया और अपने लेफ्ट हैण्ड की मुट्ठी में उसे थाम लिया और उठा कर अपना राईट हैण्ड की नर्मी से डिल्डो की पूरी लंबाई पर ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर फेरने लगीं।

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