वासना की न खत्म होती आग -2
मेरा वो दोस्त मुझसे मिलने और सम्भोग के लिए इतना उत्सुक हो चुका था कि वो किसी भी हद तक जाने को तैयार था। मुझे वो रोज परेशान करने लगा तब मैंने यह बात तारा को बताई।
मेरा वो दोस्त मुझसे मिलने और सम्भोग के लिए इतना उत्सुक हो चुका था कि वो किसी भी हद तक जाने को तैयार था। मुझे वो रोज परेशान करने लगा तब मैंने यह बात तारा को बताई।
सन्नी ने लौड़े को गाण्ड के छेद पर रखा और ‘घप’ से अन्दर पेल दिया। निधि तो सुकून में थी.. वो मज़े से गाण्ड मरवा रही थी.. साथ-साथ गाण्ड को पीछे-पीछे धकेल कर सन्नी का मज़ा दुगुना कर रही थी।
भाभी सपना की चूची चूस कर सपना को मज़ा दे रही थीं और मेरा लंड सपना की चूत का भुर्ता बना रहा था। मेरा लंड सपना की चूत में करीब 7 इंच तक घुस चुका था।
मैंने सुबह सुबह भाभी को आई लव यू बोल दिया। वो राजी तो थी पर डर रही थी। मैंने उनसे कहा कि मैं दोपहर को आ जाऊँगा, उस वक्त घर में कोई नहीं होता तो उन्होंने हामी भर दी।
सिकंदर किराए के घर में रहता था, पड़ोस में एक लड़की ताहिरा को उसके पति ने छोड़ रखा था. सिकंदर ने ताहिरा को पटा लिया तो पता चला कि ताहिरा कितनी गर्म है, उसने खुली छत पर लंड चूसा.
मेरी ममेरी बहन परीक्षा के लिये दस दिन मेरे पास रहने आई तो उसे देखते ही मेरे लन्ड में हलचल होने लगी थी। दिन भर बाइक पर उसे घुमाने के बाद रात को हमने एक ही बिस्तर पर सोना था।
सन्नी- साली.. तू दिखती छोटी है.. मगर चुदक्कड़ बहुत बड़ी है.. पता नहीं किसने तेरी चूत को खोला होगा। साला जरूर कोई दमदार बंदा ही होगा.. जिसका मेरे से भी बड़ा है..
मेरे पड़ोस की एक लड़की मुझे चाहती थी। एक दिन वो हमारे घर आई तो मेरी सखियों ने उसे बताया कि विशु जिगोलो है और उससे चुदने के पैसे लगते हैं। तो वो एक भाभी के साथ पैसे लेकर आई।
मैंने भाभी को बाथरूम में चूत में उंगली करते देखा तो मौका देख उनसे कह दिया कि वे कब तक उंगलियों से काम चलाएँगी। वो मेरी बात सुन कर सिहर गई और नजरें चुराने लगी।
मेरी पत्नी की सहेली निकिता कुछ दिनों के लिए हमारे घर पर आई। मेरी पत्नी बोली- निकिता आज पहली रात हमारे साथ हमारे रूम में सोएगी। हम तीनों ने एक बेड पर क्या गुल खिलाये!
रति ने अब मेरे लंड को पैंट के बाहर निकाल लिया और उसके अकड़े हुए रूप को देख कर उसके मुंह से यकलख्त निकल गया- हाय माँ, कितना बड़ा है सोमू तुम्हारा तो?? उफ़्फ़ कैसे अंदर जाएगा यह साला? मेरी तो बड़ी टाइट है।
वो आपके दोस्त मेरी भाभी के साथ कर रहे थे.. मैंने चाबी के छेद से सब देख लिया था, व्व..वो मुझे शर्म आती है.. सब बताने में.. बस वो बिना कपड़ों के एक-दूसरे से चिपके हुए थे। मैंने इतना ही देखा..
काफी दिन नीरस बिताने के बाद मेरी सहेली के बताने पर एक रिटायर्ड फौजी से ऑनलाइन दोस्ती हुई तो उसके साथ खुल कर बातें होने लगी और एक दिन उसने मुझे कैम पर खुद को दिखाया.
मैं अपने भैया के साथ किसी के घर गया तो वहाँ एक सुन्दर भाभी मिली। उन्होंने मेरा फ़ोन नम्बर ले लिया और मुझे फ़ोन किया। फ़िर एक रात मुझे अपने घर बुला लिया।
मैं एक गांव में किराये के कमरे में रहता हूँ। मकान मालिक की पुत्रवधू स्वाति मेरी नजरों को भा गई। मैं उसे और उसके यौवन को प्राप्त करना चाहता था।
तभी जेठ धीरे-धीरे चूमते हुए मेरी चूत तक पहुँचे और मेरी चूत पर जीभ घुमाते हुए मेरी चिकनी बुर को बेदर्दी से चाटने लगे। मैं तड़प उठी, मेरी मस्ती से अब जेठ ने भी मेरी चूत के निकलते रस को चाटते हुए जैसे ही मेरी चूत के फांकों को मुँह में भर कर खींचकर चूसा.. मैं दोहरी हो उठी।
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से बंद कर रखे थे। हम दोनों पूरे पागल हो चुके थे, मैं भूल गया था कि वो मेरी छोटी बहन है, बस अब उसे चोदना ही मेरा लक्ष्य था।
अन्तर्वासना पर मेरी कहानी पढ़ के एक लड़की ने मुझसे मिलने के लिए मेल किया. उसने बताया कि वो चुदना चाहती है लेकिन परिवार की इज्जत के कारण डरती है तो उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है..
मैं मकान मालिक की बच्ची को क्लास में छोड़ने गया तो वहां एक आंटी अपने बच्चे को छोड़ने आई थी, हमारी नजर मिली तो आंटी देख कर नशीले अंदाज में मुस्कुरा दी और मुझसे बात करने लगी!
ऑफिस में एक लड़की की नई जॉइनिंग हुई। हम सभी उससे आकर्षित थे और उसकी ओर मैं तो कुछ ज़्यादा ही था.. सो कुछ ही दिनों में मैंने उसे पटा लिया। बस अब तो उसे चोदना रह गया था।