मामी की तड़पती प्यासी चूत
विनीता ने मेरे और मंजू के बारे में मेरी मामी को बता दिया था, मामी बोलीं- विनी बता रही थी तेरा ‘सामान’ बहुत तगड़ा है.. संभाल के रखना.. अभी उसको बहुत काम करना है.. ऐसा बोलते हुए मामी अश्लीलता से हँस दीं।
विनीता ने मेरे और मंजू के बारे में मेरी मामी को बता दिया था, मामी बोलीं- विनी बता रही थी तेरा ‘सामान’ बहुत तगड़ा है.. संभाल के रखना.. अभी उसको बहुत काम करना है.. ऐसा बोलते हुए मामी अश्लीलता से हँस दीं।
लण्ड को उसकी चूत पर रख दिया। जैसे ही मैंने एक धक्का लगाया.. तो मेरा लण्ड का सुपारा अन्दर चला गया.. तो वह चिल्लाने लगी- भैया दर्द होता है.. रहने दो..
पुनीत पायल को किसी तरह पटा कर गेम के लिये ले जाना चाहता था तो वो हर तरह से पायल को खुश करना चाह रहा था और पायल अपने भाई से चुदने के ख्याल मन में लिये थी…
कैसे औरत की मस्त चुदाई करके उसे ठीक से संतुष्ट किया जाए, आपको और आपके पार्टनर को सेक्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए कि सेक्स सफलतापूर्वक कैसे करें।
अर्जुन मुनिया को निधि की चूत चुदाई की कहानी सुना रहा है और मुनिया उसका लन्ड चूस कर उसे मज़ा दे रही है। उधर पुनीत को लगा कि रात को सोते समय उसका वीर्यपात हुआ।
मेरे जीवन की पहली चुदाई मेरी रिश्ते की बड़ी बहन के साथ हुई। रात में वो अपनी चूत में उंगली कर रही थी और मैंने मौके का फ़ायदा उठा कर उस कुंवारी चूत का मज़ा लिया।
मैंने सारी लड़कियों औरतों को नदी पर नहाने भेज दिया और खुद छुप कर उन्हें नंगी नहाते देखने लगा. उनमें गाँव की एक दुलहन भी थी. उसे चोदने का मौका मुझे मिला.
दोनों ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और अपनी चूचियों को तेल में डुबो कर मेरे बदन पर घुमाने लगीं। मैं ये चूचियों से मसाज करना पॉर्न मूवी में देख चुका था.. लेकिन आज पहली बार मेरे साथ भी यही हो रही थी।
मेरी आँखें बंद थीं लेकिन फिर भी मैं इशानी को अपनी बाँहों में भर कर उसके अंग-अंग को छू कर महसूस कर रहा था हम दोनों ही अपने प्रेम की उत्तेजना से सराबोर थे। यह वो कामोत्तेजना थी.. जो युग-युग से प्यासे प्रेमियों पर आज जी भर कर बरसने वाली थी।
मैंने मामी को बताया कि मेरी पेशाब की जगह पर कुछ गर्म गर्म लग रहा है। मामी ने पूछा कि क्या मैंने पहले कभी ऐसे मजे लिए थे, और मेरे न कहने पर उसने कहा कि कोई बात नहीं!
हमारे कमर के नीचे कपड़े क्रमशः ही खुले, साए की डोर और पैंट की चेन एक साथ खुले, पैंटी और चड्डी की साथ-साथ विदाई हुई, जैसे दूल्हा और दुल्हन साथ विदा होकर जा रहे हों।
कहानी आज से 5 साल पहले की है। मेरे चाचा ने कैसे मेरी अनचुदी कुंवारी चूत चोद कर मुझे लड़की से औरत बनाया, मेरी बन्द कली सी चूत का फ़ुद्दा बना कर फ़ूल खिला दिया।
मैंने देखा कि भैया बहन की गाण्ड से पूरा चिपक कर खड़े थे। मेरे आने के बाद भी भैया नहीं हटे और मैं वहाँ जाकर खड़ा हो गया। मेरी बहन ऐसे बिहेव कर रही थी.. जैसे कुछ हो ही नहीं रहा हो।
सोनाली भी दीदी की चूतड़ों को सहलाने लगी.. कुछ देर बाद दीदी की ब्रा नीचे करके वो उसकी चूचियों को चूमने लगी और दबाने भी लगी। दोनों एक-दूसरे की चूचियों को मसल ही रही थी.. तभी मैं सिर्फ़ अंडरवियर और टी-शर्ट में अन्दर पहुँच गया।
मुझको ख्याल आया कि रात की चुदाई में कम्मो का होना बहुत ज़रूरी है तो मैंने उसको कहा कि रात में वो भी आ जाए तो अच्छा है मेरे लिए, नहीं तो यह शार्क मछलियाँ तो मुझको कच्चा खा जाएँगी।
अर्जुन ने निधि के निप्पल को मुँह में लिया और कमर को झटका मारा 3" लौड़ा निधि की सील तोड़ता हुआ अन्दर घुस गया और दिल को दहला दे.. ऐसी चीख निधि के मुँह से निकली..
असल काम की घड़ी, वर्षों प्रतीक्षा की घड़ी, मेरी पतिव्रता बीवी के व्यभिचार की घड़ी, उसकी योनि में परपुरूष के प्रवेश की घड़ी… मैं - उसका पति - उत्साह से उसकी योनि के होंठों को फैलाकर उसके शीलभंग में मदद कर रहा था।
मेरा एक दोस्त मुझसे बड़ा है. एक दिन हम वाटर पार्क गए और वहां उसे पटा चल गया कि मैं गांडू हूँ. मैंने उसका लंड चूसा और गांड मरवाई. एक दिन वो मेरे घर आया तो मेरी बहन को देखा उसने !
सोनाली अपनी गाण्ड मेरे मुँह के सामने हिलाने लगी। कुछ देर ऐसा करने के बाद दीदी लंड पर से हटी.. और सोनाली जा कर लौड़े पर बैठ गई। अब दीदी ने अपनी चूत मेरे मुँह के पास रख दी.. चूसने के लिए..
जब मैंने आखिरी धक्का ज़ोर से मारा और नीलू मुझ से चिपट कर छूटने लगी तो सुधा ने हल्के से ताली मारी और 'वाह वाह' करने लगी तो हमको पता चला कि कोई हमारे करतब देख रहा है।