नवीनतम कहानियाँ

सौ सुनार की एक लोहार की

On 2008-05-19 Category: कोई मिल गया Tags:

प्रेषक : पुरुषोत्तम शास्त्री मेरा नाम पुरुषोत्तम शास्त्री है। मैं एम ए का छात्र हूँ। यह मेरी प्रथम कहानी है। मैं एक धर्मशाला में रहता था। पुष्कर का मेला चल रहा था और पूरी धर्मशाला यात्रियों से भरी थी। कईयों को कमरा तक नहीं मिला और उनको सर्दी में बरामदे में सोने को मिला। मेरे […]

वफ़ा या हवस-4

मैंने मुस्कुराते हुए कहा- शैलीन, सच में तुम बहुत खूबसूरत हो! मैंने आज तक तुम्हारे जैसी कभी किसी को नहीं देखा! जी तो चाहता है कि तुम्हें हमेशा के लिए अपना बना लूँ!

वफ़ा या हवस-3

मैंने पहले शैलीन की पैंटी उतारी फिर उसकी मैक्सी! मैंने अपने भी पूरे कपड़े उतार दिए। अब हम दोनों पूरी तरह से नंगे 69 की अवस्था में लेट गए, मैंने अपना लण्ड उसके मुँह में डाल दिया!

वफ़ा या हवस-2

मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, सही-गलत समझ में नहीं आ रहा था। अगर शैलीन को कोई ऐतराज नहीं है, तो मैं क्यों संत बन रहा हूँ? मैं अभी इसकी जरुरत हूँ, यह मेरी!

वफ़ा या हवस-1

शैलीन ने सफ़ेद नाईट हॉट मैक्सी (आधे सीने से ले कर जांघ के ऊपर तक का कपड़ा) पहनी थी जिसके आर-पार सब कुछ दिख रहा था, उसके खुले बाल गीले थे मतलब वो नहा कर आई थी!

रिम्पी और उसका परिवार-4

On 2008-05-14 Category: पड़ोसी Tags:

वो मेरे लण्ड को आइसक्रीम की तरह चाटे जा रही थी। जहाँ रिम्पी लण्ड को मुँह में लेने से मना करती थी, उसकी मम्मी अराम से आइसक्रीम चाट रही थी।

अच्छे से करो ना !

On 2008-05-13 Category: नौकर-नौकरानी Tags:

मैं बिस्तर पर उठ कर बैठ गया। जैसे ही वो बिस्तर के पास से सफाई करने लगी, मैंने अपना हाथ उसकी गाण्ड पर रख दिया, उसने झटके से मेरा हाथ हटा दिया।

ससुर से मिला यौन सुख

मैंने ख़ुद पाँव लम्बे किए और चौड़े कर दिए वो ऊपर चढ़ गए। धोती हटा कर लंड निकाला और भोस पर रगड़ा। मेरे नितम्ब हिलने लगे। वो बोले: साहिरा बेटी, ज़रा स्थिर रह जा, ऐसे हिला करोगी, तो मैं कैसे लंड डालूँगा?

कोई बचा ले मुझे-2

कोई बचा ले मुझे-1 विपिन घायल हो कर मेरे ऊपर चढ़ा जा रहा था. अपने आप को मेरे बदन पर सेट कर रहा था. मैंने मस्ती में अपनी आँखें मूंद ली थी. अन्ततः वो मेरी दोनों टांगों के मध्य फ़िट हो गया था. उसका भारी सा लण्ड मेरी चूत पर दबाव डालने लगा था. मेरी […]

कोई बचा ले मुझे-1

मैं सामाजिक कार्य में बहुत रुचि लेती हूँ, सभी लोग मेरी तारीफ़ भी करते हैं. मेरे पति भी मुझसे बहुत खुश रहते हैं, मुझे प्यार भी बहुत करते हैं. चुदाई में तो कभी भी कमी नहीं रखते हैं. पर हाँ उनका लण्ड दूसरों की अपेक्षा छोटा है, यानि राहुल, रोशन, गोवर्धन, गोविन्द के लण्ड से […]

प्रिया की नथ-3

प्रिय पाठको, यह मेरी कहानी प्रिया की नथ का तीसरा भाग है, मैंने प्रिया के साथ जब से सम्बन्ध बनाये तो मेरी तो चांदी हो गई थी, जब भी मेरा मन करता मैं उसे क्लास में रोक कर चूसता रहता, उसके मुलायम मम्मे मैं अपने हाथ में लेकर दबाता ही रहता। रोज़ मैं उसके मम्मे […]

प्रिया की नथ-2

On 2008-05-08 Category: जवान लड़की Tags: Oral Sex

दोस्तो, यह मेरी पिछली कहानी ‘प्रिया की नथ’ का दूसरा भाग है, मैंने पहले भाग में बताया था कि मैं प्रिया की नथ उतार चुका था और वो मुझसे प्यार करने लगी थी। मगर मेरी गर्लफ्रेंड कोई और ही थी और वो यह बात जानते हुए भी मुझ से चुदी थी, अब प्रिया का मन […]

प्रिया की नथ-1

मैंने कस के उसके मम्मे दबाये फिर मैंने उसके ब्लाउज़ के बटन खोले, उसका पेटीकोट ऊपर कर दिया और उसकी पैंटी निकाल दी। मैंने उसकी पैंटी को सूंघा तो उसमें से गज़ब की महक आ रही थी।

नासिक का काल बॉय

मैं किशोर नासिक से! यह मेरी सच्ची और पहली कहानी है। मैं एक काल बॉय हूँ। मैं आपको अपना अनुभव सुनाने आया हूँ। मुझे एक लड़की ललिता (नाम बदला हुआ) का ई-मेल मिला। उसने अपना फ़ोन नम्बर दिया हुआ था। मैंने उसे फ़ोन किया और बताया। तो उसने कहा कि वो नासिक में ही जॉब […]

सब्र का फ़ल-2

उसका दोस्त नीचे लेट गया और मुझे उसके ऊपर लेट कर चूत में लण्ड घुसाने को कहा. मैं उसके दोस्त के ऊपर आ गई और उसके खड़े लण्ड पर चूत को फ़िट कर दिया.

सब्र का फ़ल-1

गोमती हमेशा की तरह मेरी जांघों पर बैठ गई और तेल से भरे हाथ मेरी छातियों को गोलाई में मलने लगे. मेरे शरीर में एक अनजानी सी गुदगुदी भरने लगी.

मेरी सोनी मेरी तमन्ना-2

On 2008-05-03 Category: चुदाई की कहानी Tags:

प्रेषक : नब्बू खान मैं- नहीं, मैं यहाँ तुम्हें प्यार करने लाया हूँ ! कहकर उसे अपनी बाँहों में ले जकड़ लिया और हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूमने लगे जैसे हम दोनों बरसों से भूखे हों। चूमते-चूमते मैंने उसकी सलवार खोल दी और उसकी चूत में उंगली डाल दी जो पहले […]

मेरी सोनी मेरी तमन्ना-1

On 2008-05-02 Category: जवान लड़की Tags:

हाय पाठको, मैं नागपुर में रहता हूँ मेरा नाम नब्बू हैं और उम्र 25 साल है। मैं एक सरकारी कंपनी में काम करता हूँ और मैं अच्छा खासा कमा लेता हूँ। मेरे घर में मेरी माँ और छोटा भाई जो मुझ से सात साल छोटा है। मैं आप लोगों का ज्यादा समय न लेते हुए […]

रिम्पी और उसका परिवार-3

On 2008-05-01 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन आग़ दोनों ओर लगी थी। मैं तो अपनी आग बुझा लेता था पर उसका यह पहला मौका था, वो जल रही थी। मैंने भी सोचा कि इसे थोड़ा तड़पाया जाए ! फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी और फिर स्कर्ट भी उतार दी। मैं सिर्फ अपने बोक्सर में था और वो […]

रिम्पी और उसका परिवार-2

On 2008-04-30 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक : रुबीन ग्रीन फिर उसी दिन शाम के समय फिर से उसकी चूचियों को मसल दिया। उसने कहा- छोड़िये ! दर्द हो रहा है। मैंने छोड़ दिया पर उस दिन खेल-खेल 8-9 बार उसकी चूचियों और गाँड को मसल दिया, उसने कुछ नहीं बोला। दूसरे दिन शाम को टीवी पर ब्लू फिल्म देखते हुए […]

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