तलाकशुदा की कामवासना और सेक्स का सुख- 2

(Female Female Xxx Kahani)

रमित 2025-10-09 Comments

फीमेल फीमेल Xxx कहानी में दो कपल मिले तो दोनों लड़कियां सहेलियां बन गयी. एक लड़की ने अपने पति की नजर दूसरी लड़की पर देखी तो उसने अपने पति को मजा दिलाने की सोची.

दोस्तो, मैं जाह्नवी आपको रमित की इस सेक्स कहानी के इस भाग में स्वागत करती हूँ.
कहानी के पिछले भाग
तलाकशुदा सहेली को पति से यौन सुख दिलाने की कोशिश
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि मेरा अपने पति से तलाक हो चुका था और मैं रमित व यामिनी के साथ उनके फ्लैट में ही रहने लगी थी.

अब आगे फीमेल फीमेल Xxx कहानी:

एक छुट्टी वाले दिन मैं और यामिनी उस विला पर गए जो ईवान ने जाह्नवी को दिया था.

उसे देखा तो बहुत ही खूबसूरत जगह पर था और बहुत बहुत ही खूबसूरत बना हुआ था.
वहां जरूरत का सारा सामान था. जो नहीं था … वह मैंने और यामिनी ने लाकर रख दिया.

यामिनी बोली- यार, यहां तो मस्त छुट्टी काटी जा सकती है.
हमने शाम को रमित को वहां पर ही बुला लिया.

रमित के आने से पहले मैंने और यामिनी ने खाने की और स्नैक्स की पूरी तैयारी कर ली थी.
वाइन रमित लेकर आने वाला था.

शाम को रमित वोदका लेकर आया.

पर रमित को दिल्ली से उसके पापा ने अर्जेंट बुलवा लिया तो उसने रात की फ्लाइट की टिकट बुक करवा ली और वह 7 बजे ही निकल गया क्योंकि उसको अपने घर से कपड़े भी लेने थे.

वह बोला- तुम दोनों एन्जॉय करो, अगली छुट्टी साथ में बिताएंगे यहीं पर!
इधर मैं और यामिनी दोनों ही थीं.

अब रमित तो था नहीं … तो मैंने भी रिलैक्स होने के लिए शॉर्ट और स्लीवलेस टॉप पहन ली.
मैंने ब्रा भी नहीं पहनी जिस कारण मेरे निप्पल मेरे टॉप में से दिख रहे थे.

मैंने और यामिनी ने बेडरूम में अपनी महफ़िल जमा ली.
हम दोनों पीने लगीं.
कोई 3 गिलास पीने के बाद मुझे न/शा होने लगा और मेरे जिस्म की भूख जागने लगी.

यामिनी भी सेक्स के बारे में बात करने लगी.
इससे मेरी आग और भड़कने लगी.

एक तो शराब का न/शा और ऊपर से यामिनी की बातें आग में घी डाल रही थीं.

वह मुझे अपने और रमित के बेडरूम के किस्से चटखारे ले लेकर सुना रही थी.
मेरा जिस्म सेक्स की आग में जलने लगा.

मैंने यामिनी से कहा- तेरे तो मज़े हैं, इतना रोमांस करने वाला पति है … जो तेरे जिस्म की आग भी अच्छे से बुझा देता है. मैं तो इस आग में जल रही हूँ!
इसी के साथ ही मेरे मुँह से गर्म सिसकारियां भी निकलने लगीं.

तभी यामिनी मेरी जांघों पर हाथ फिराती हुई बोली- तू भी अपनी आग रमित से ठंडी करवा ले.

मैं न/शे में थी तो मैंने बोल दिया- हाय काश … ऐसा हो जाए … रमित मुझे अपनी बांहों में लेकर खूब प्यार करे … मेरे बूब्स को मसले और इन्हें खूब पिए, पर ऐसा नहीं हो सकता. वह तो तेरा मर्द है न!
यामिनी बोली- वह तेरा भी हो सकता है … मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है अगर तुझे रमित से शारीरिक सुख मिल सकता है तो!

मैंने कहा- इसके लिए क्या रमित तैयार होगा?
वह बोली- वह तुझे कोशिश करनी पड़ेगी.

यामिनी ने इतना कहा कि मेरी आंखों के सामने रमित घूमने लगा.
मैं ख्यालों में रमित से सेक्स करने लगी.

इधर यामिनी के हाथ मेरे बदन पर तेज़ी से चल रहे थे, वे मेरी जांघों को सहला रहे थे.

उसकी उंगलियां मेरी चूत को मेरी शॉर्ट के ऊपर से टच करने लगीं, मेरी आग और भड़कने लगी.

मैंने कहा- मत कर यामिनी … आज मैं बेकाबू हो जाऊंगी!
तो वह बोली- तो हो जा न!

मैंने कहा- आज रमित भी यहां नहीं है, दोनों की आग कौन बुझाएगा?
यामिनी बोली- हम दोनों एक दूसरी की आग बुझाएंगी.

मैंने कहा- हट बेशर्म!
तो वह बोली- यार जाह्नवी, मान जा न … सेक्स में नई एक्सपेरिमेंट करते रहना चाहिए … तभी लाइफ में मज़ा बना रहता है.

उसने मेरे बूब्स को पकड़ कर मसल दिया.
मेरे मुँह से एक सिसकारी निकल गयी.

तभी यामिनी उठी, उसने अपना मोबाइल सामने लगे टीवी स्क्रीन से अटैच किया और ब्लू फिल्म चला दी.

उसमें दो लड़कियां लेस्बियन सेक्स कर रही थीं.
वे एक दूसरे को चूम रही थीं, फिर वे एक दूसरे के बूब्स के साथ खेलने लगीं.

इधर यामिनी ने भी यही खेल शुरू कर दिया था मेरे साथ.
पहले मुझे थोड़ा अजीब लगा, फिर मुझे भी अच्छा लगने लगा.

यामिनी ने मेरा टॉप उतार फेंका और मेरे बूब्स को दोनों हाथों में पकड़ कर बोली- हाय, कितने सेक्सी हैं यार!

वह मेरे एक निप्पल को सहलाने लगी, फिर उस पर चुम्बन लिया और हल्के से चूमते हुए उसे पीने लगी.

मैंने सिसकारते हुए कहा- यामिनी यार, बहुत आग लगी है … दिल करता है कोई इन्हें खूब चूसे और निचोड़ दे इन्हें!
यामिनी बोली- कोई और क्यों … रमित ही पिएगा इन्हें और वह ही तेरी आग बुझा सकता है.

मैंने कहा- क्या सच में यामिनी ऐसा हो सकता है?
वह बोली- हां, तू कोशिश करके देख!

‘यामिनी, क्या तुझे बुरा नहीं लगेगा कि तेरा पति किसी दूसरी औरत के साथ सेक्स करे या तेरी ही फ्रेंड के साथ सेक्स करे?’
तो यामिनी बोली- किसी दूसरी औरत के साथ करे तो जरूर बुरा लगेगा, पर अगर तेरे साथ करे … तो बिल्कुल भी बुरा नहीं लगेगा. हां इतना जरूर कहूँगी कि अगर तेरी इच्छा हो तो रमित इज वैरी गुड इन बेड. वह बहुत प्यार करने वाला इंसान है वह सिर्फ अपनी संतुष्टि नहीं चाहता, वह अपने पार्टनर का भी पूरा ख्याल रखता है … वह अपने पार्टनर की संतुष्टि का रेस्पेक्ट करता है. वह ऐसा कुछ भी नहीं करता, ऐसी कोई डिमांड नहीं करता जो पार्टनर को पसंद न हो.

यामिनी यह बताती हुई एक पल को चुप हुई.
मैं उसकी बात को बहुत ध्यान से सुन रही थी.

‘जानती हो जाह्नवी, वह सेक्स करते हुए इतना ख्याल रखता है कि अपने पार्टनर को ज़रा सी तकलीफ नहीं होने देता. इतने प्यार से चुदाई करता है … धीरे धीरे चूत में धक्के देता है कि मजा आ जाता है … और जैसे ही उसे लगने लगता है कि उसका वजन मेरे ऊपर आ गया है और मैं अब अनकम्फर्टबल महसूस करने लगी हूँ … वह मेरे बिना कहे ही पोजीशन बदल लेता है.’

यामिनी यह कह कर मेरे निप्पल को चूसने लगी.

मैं उसके सर को अपने दूध पर दबाती हुई बोली- यार यामिनी, तुम बहुत किस्मत वाली हो, जो तुझे रमित मिला है. आम तौर पर पुरुष ऐसे होते नहीं हैं. वे खुद को रोक ही नहीं पाते हैं … और ज्यादा एक्साइटेड होकर अपनी पार्टनर को हर्ट कर बैठते हैं!

यामिनी बोली- तू भी रमित से थोड़ा प्यार पा ले, पर इसमें मैं ज्यादा मदद नहीं कर पाऊंगी. तुझे खुद ही कोशिश करनी होगी. मैं सिर्फ तुम दोनों को करीब आने का मौके दे सकती हूँ.
मैंने कहा- अगर रमित मेरे प्यार में पड़ गया … तो?

यामिनी बोली- वैसे ऐसा हो नहीं सकता कि रमित मुझे छोड़ दे. अगर ऐसा हुआ भी तो मैं ख़ुशी ख़ुशी तुम दोनों के बीच से हट जाऊंगी.
यह कह कर यामिनी की उंगलियां मेरी चूत को सहलाने लगीं.

एक तो मैं यामिनी की बातों से उत्तेजित हो रही थी, दूसरा वह अपनी हरकतों से मुझे उत्तेजित कर रही थी.
अन्दर से मैं ऐसे तड़प रही थी जैसे पानी बिन मछली.

यामिनी बोली- कभी कभी तो रमित मुझे मेरी चूत चाट कर या उंगलियों से मसल कर ही स्खलित कर देता है!

मैंने पूछा- तो फिर रमित कैसे स्खलित होता है?
यामिनी बोली- मैं भी उसका लंड मुँह में ले लेती हूँ और उसे उसकी मंज़िल पर पहुंचा देती हूँ. सच यार जाह्नवी … सेक्स भी ज़िन्दगी का एक खूबसूरत हिस्सा है. वह पल बहुत हसीन और खूबसूरत होते हैं … और ये और स्पेशल हो जाते हैं … जब रमित जैसा साथी हो बिस्तर पर!

मैं उत्तेजनावश बोल उठी- हाय यामिनी, मैं भी वह पल जीना चाहती हूँ … रमित संग. बस एक बार मुझे ये मौका दे दे!
यह कहते हुए मेरी आंखें बंद हो गईं.

मेरी आंखों में रमित घूमने लगा.
उसका आकर्षक व्यक्तित्व दिखने लगा.

मेरे मुँह से और गर्म सिसकारियां निकलने लगीं.
यामिनी की उंगलियां भी तेज़ी से अपना काम कर रही थीं.

एक हाथ की उंगलियों से वह मेरी चूत को मसल रही थी और एक हाथ से अपनी चूत को.

मैंने ज़ोर से हुंकार भरी और मैं स्खलित होने लगी.
मेरा काम रस मेरी चूत से निकल कर बिस्तर को भिगोने लगा.
फीमेल फीमेल Xxx करके मैं एकदम से निढाल होकर लेट गयी.

यामिनी भी ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां लेती हुई स्खलित हो गयी.

थोड़ी देर बाद मैं उठी और वाशरूम में गयी.
उधर मैंने खुद को साफ़ किया, फिर वापस आकर अपने कपड़े पहन लिए.

यामिनी से आंखें मिलाने की मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.
मैं उससे आंखें चुरा रही थी.
वह शायद मेरे मन की हालत समझ रही थी.

पहले वह वाशरूम गयी, फिर आकर उसने अपने कपड़े पहने और रसोई में चली गयी.

मैं वहीं बैठी सोच रही थी कि मैं यामिनी से क्या बोल बैठी रमित के बारे में!

जबकि यामिनी ने दोस्त होने के नाते मेरी बहुत हेल्प की. मुझे अपने घर में रखा ताकि मैं इस पराये शहर में खुद को अकेला न समझूँ. मुझे खुश रखने की कोशिश की … उसने हरदम मेरा ये ख्याल रखा कहीं मैं टूटे हुए रिश्ते की वजह से मानसिक तनाव में न जाऊं, डिप्रेशन में ना चली जाऊं … और मैं उसके ही पति के संग जिस्मानी भूख मिटाने की सोच रही थी!

मुझे खुद पर ग्लानि होने लगी.

तभी यामिनी दो कप कॉफ़ी लेकर आयी.
उसने मुझे कॉफ़ी पकड़ाई और खुद अपनी कॉफ़ी सिप करने लगी.

मैं उसे सॉरी बोलने ही जा रही थी कि वह बोली- जाह्नवी, ऐसे नजरें मत चुराओ, हमने कोई पाप नहीं किया है. पेट के भूख की तरह ही जिस्म की भी अपनी ही भूख होती है. बस थोड़ी सी वही भूख मिटाई है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है … प्लीज कोई गिल्ट मत पालो!

मैं यामिनी का हाथ पकड़ती हुई बोली- यार यामिनी …. वह सब तो ठीक है, पर रमित के बारे में ऐसा सोचना ठीक नहीं है. मैं तुम्हारा घर नहीं खराब कर सकती … न ही मेरा कोई ऐसा इंटेंशन है.

यामिनी बोली- क्या यार जाह्नवी … तू उस बात को दिल पर लेकर बैठी है. तुमने या मैंने कुछ गलत नहीं बोला. सेक्स एन्जॉय करने की चीज़ है उसे एन्जॉय करना चाहिए. मुझे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा कि तुम्हारे दिल में रमित के लिए ऐसा ख्याल आया. बल्कि मैं तो खुद चाहती हूँ कि तुम अपने शरीर की भूख प्यास रमित के साथ बुझा लो. मुझे बिल्कुल भी बुरा नहीं लगेगा.

मैंने कहा- फिर भी यामिनी … एक औरत कैसे अपने पति को दूसरी औरत के साथ बांट सकती है?

यामिनी बोली- देख जाह्नवी, सीधी बात है … सेक्स के लिए हर कोई तड़पता है और तेरी ये जरूरत पूरी करने के लिए तेरा पति या कोई बॉय फ्रेंड साथ नहीं हैं. अगर तू अपनी जरूरत पूरी करने के लिए किसी की तरफ अपने कदम बढ़ाती भी है तो क्या पता वह आदमी कैसा निकले, कल को तुम्हें ब्लैक मेल करे या तुम्हें फिर से हर्ट करे. रमित को तुम अच्छे से जानती हो, फिर वह हैंडसम है … उसके बिस्तर पर वह कितना अच्छा है, ये भी तुम्हें मैंने बताया ही है … और रही बात मेरी तो मैं इसे कोई गलत नहीं मानती. अगर रमित मेरे से चोरी छुपे किसी दूसरी औरत के साथ सेक्स करे, तब मैं क्या कर लूंगी! और आदमी की फितरत होती है … भले ही वह अपनी बीवी से कितना भी प्यार कर ले, पर उसके दिल में दूसरी औरत के साथ सेक्स करने की चाहत हमेशा जेहन में रहती है. तुम दोनों एक दूसरे के लिए अच्छे ऑप्शन हो. तुम्हारी शारीरक जरूरत भी पूरी होगी और किसी बात का डर भी नहीं रहेगा. जब तुम्हें कोई सही लाइफ पार्टनर मिलेगा तो ज़िन्दगी में आगे बढ़ जाना. रमित को मुझसे चोरी छिपे कुछ नहीं करना पड़ेगा, जो भी होगा … मेरी जानकारी में होगा.

यामिनी की बातों से मुझ पर फिर से रमित की खुमारी छाने लगी और मैं उससे पूछ बैठी कि क्या सच में ऐसा हो सकता है?
यामिनी बोली- ऑफकोर्स … अगर हम अपनी अपनी जगह ईमानदार रहे तो ऐसा हो सकता है!

एक पल रुक कर वह पुनः बोली- पहले तू रमित को सिडयूस करके सम्बन्ध बनाने की कोशिश कर!

मैंने कहा- अगर रमित तैयार नहीं हुआ इसके लिए तो?
यामिनी बोली- फिर मैं रमित को कन्विंस कर लूंगी.

मैं दिल ही दिल में खुद को तैयार कर रही थी.
फिर हम दोनों सो गईं.

सुबह देर से आंख खुली तो यामिनी किचन में नाश्ते की तैयारी कर रही थी.

मैं भी जाकर उसकी हेल्प करने लगी, पर मैं चुप थी.

हालांकि रात को यामिनी ने अपनी दलीलों से मेरे मन का गिल्ट काफी हद तक कम कर दिया था.
फिर भी इस समय मेरी यामिनी से आंख मिलाने की हिम्मत नहीं हो रही थी.

यामिनी ने ब्रेकफास्ट टेबल पर लगा दिया, फिर हम दोनों ब्रेकफास्ट करने लगीं.

यामिनी बोली- मैंने जो कहा, उस बात पर गौर करना और ज्यादा सोचो मत. अगर तेरी ज़िन्दगी में कोई और है … तो भी मैं खुश हूँ, बस इस बार देख के रिश्ते में आगे बढ़ना, किसी के कहने पर नहीं … और अगर कोई नहीं है, तब तक मैंने तुझे सोल्यूशन बता ही दिया है.

मैंने कहा- यामिनी तू सच में बहुत अच्छी है. यार पर ये समाज तुझे नहीं समझ पाएगा!

यामिनी बोली- तू समाज की चिंता छोड़ और मेरी बात मान ले … जब मुझे कोई दिक्कत नहीं तो समाज गया भाड़ में!
मैंने कहा- सोचूंगी.

वह बोली- ठीक है, चल मुझे घर छोड़ दे फिर तू ऑफिस निकल जाना!
हम दोनों निकल गईं.

यामिनी को पहले घर ड्राप किया, फिर मैं ऑफिस आ गयी.
दिन भर मेरे दिमाग में यामिनी की बातें चलती रहीं और मैं सोचती रही कि क्या मैं उसकी बात मान लूँ.

शाम को घर आयी तो यामिनी बोली- क्या यार बोर हो गयी … रमित भी नहीं है और तू भी ऑफिस में बिजी हो गयी. चल मूवी देखने चलते हैं.
फिर हम दोनों मूवी देखने चली गईं.

मूवी में काफी रोमांटिक और हॉट सीन थे, जिसे देख कर मेरे अरमान फिर से मचलने लगे.
हम दोनों घर आ गईं और अपने अपने बेडरूम में जा कर सो गईं.

पूरे हफ्ते मैं इसी कश्मकश में रही.

इस वीक एन्ड पर कंपनी ने एक पार्टी रखी थी जिसमें लड़कियों के लिए ड्रेस कोड साड़ी … और लड़कों के लिए ब्लैक सूट रखा गया था.

पार्टनर्स के साथ आना कम्पलसरी कर दिया गया.
जो शादीशुदा थे, वे अपने स्पाउस के साथ आए और जो कुंवारे थे … वे अपनी गर्लफ्रेंड या बॉय फ्रेंड के साथ आयें.

अब ये फैशन वर्ल्ड की पार्टी थी.
ज़ाहिर सी बात है कि माहौल तो खुला ही होगा.

सबको ये तो पता था कि मैं शादीशुदा हूँ, पर ये किसी को नहीं पता था कि मेरा डाइवोर्स भी हो चुका है.

सभी कहने लगे कि हमारे ऑफिस की सबसे खूबसूरत लड़की का पार्टनर भी देखने को मिलेगा. ज़ाहिर सी बात है कि इतनी खूबसूरत और हॉट लड़की का हस्बैंड भी हॉट एंड हैंडसम ही होगा. हम भी देखना चाहेंगे.

इतने मेरे बॉस ने आकर कहा- जाह्नवी, तुम हमारी सबसे डिमांडिंग डिज़ाइनर हो. तुम्हारा इस पार्टी में आना बहुत जरूरी है … और हां अपने हस्बैंड के साथ ही आना. आखिर हम भी तो देखें कि ये हीरा किस की किस्मत में आया है!

एक तो मैं वैसे ही परेशान थी, ऊपर से ये और एक परेशानी आ गयी.
अब मैं किसे अपना हस्बैंड बना कर ले जाऊं पार्टी में?
सारे रास्ते यही सोचती आयी.

एक बार तो मन में आया कि ईवान को कॉल कर लूँ.
सिर्फ एक रात की ही तो बात है. इतनी हेल्प तो कर ही देगा.
पर फिर मन में ख्याल आया कि ईवान की पीने की आदत कहीं मेरी इंसल्ट न करवा दे.

अपने ख्यालों में गुम मैं कब घर पहुंच गयी, पता ही नहीं चला.

दोस्तो, इसके आगे का मजा आपको अगले भाग में मिलेगा.
आपको मेरी इस फीमेल फीमेल Xxx कहानी को लेकर क्या कहना है, प्लीज जरूर कहें.
[email protected]

फीमेल फीमेल Xxx कहानी का अगला भाग:

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