गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां- 7
(Vibrator Dildo Sex Kahani)
वाईब्रेटर डिलडो सेक्स कहानी में एक कुंवारी लड़की अपनी सहेली के साथ लेस्बियन संबंध बता रही थी. उन्होंने वाईब्रेटर डिलडो भी इस्तेमाल किया पर चूत की सील को बचाए रखा.
कहानी के पिछले अंक
हॉस्टल की दूसरी लड़की ने टीचर का लंड चूसा
में आपने पढ़ा कि चावला नादिरा को अपने केबिन में बुलवाता है.
वहां से लौट कर नादिरा, सलमा को खुश होकर बतलाती है कि उसकी भी इच्छा पूरी हो गई है।
इन दोनों के पीछे से सोनिया, रोज़ी और हरप्रीत तीनों आपस में सेक्स का मजा ले रही होती हैं.
सोनिया उन्हें अपनी कहानी सुनाते हुए बताती है कि कैसे उसके एक सहेली के साथ लेस्बियन संबंध बन गए थे। प्रारंभ में हम ने एक दूसरे को प्रेम से छूना, होंठों को चूमना, एक दूसरे के बूब्स से खेलना शुरू किया।
अब आगे वाईब्रेटर डिलडो सेक्स कहानी:
उसके बाद बात आगे बढ़ती हुई हमारी चूतों तक पहुंची।
हमने शुरुआत की एक दूसरे की चूत को सहलाने से, उसके बाद थूक लगा के एक उंगली डालकर चूत की गर्मी और आर्द्रता का जायजा लिया।
जब एक उंगली अंदर बाहर करने से बहुत अधिक मजा नहीं आया तो दो उंगलियां डालकर कई बार हस्तमैथुन करके चरम सुख प्राप्त किया।
तुम सब जानती हो कि कुदरत ने इंसान का दिमाग ऐसा बनाया है कि उसे हर समय कुछ ना कुछ नयापन चाहिए होता इसीलिए सेक्स के खेल में भी हमेशा नई-नई हरकतें करने से अधिक मजा मिलता है।
अपने मजे को बढ़ाने के लिए फिर हमने एक दूसरे की चूत को चाटना, चूसना शुरू किया।
असली मजा तब आया जब हमने चूत के अंदर क्लिटोरिस को ढूंढा और उसको छेड़ा।
हमें समझ आ गया कि यह काम ऊर्जा उत्पन्न करने वाला, लड़की के शरीर का सबसे अधिक संवेदनशील अंग है फिर तो झड़ना बहुत आसान हो गया।
चाहे जब उसे उंगली से छेड़ के या चूस के हम तुरंत झड़ने लगे।
लेकिन लड़की की जवानी चुदने की इच्छा साथ लेकर आती है, वह चाहे कुछ भी कर ले किंतु एक समय पर उसे लंड की कमी महसूस होने लगती है और लंड का मिलना तो हम दोनों के लिए असंभव जैसा था।
एक बार किसी पत्रिका से डिल्डो के बारे में पता चला तो हम दोनों ने सोचा, असली लंड तो मिलने से रहा, यह एंजॉय करने का सबसे सुरक्षित साधन है इसलिए हमने उसे मंगवा लिया।
उसे उपयोग करते समय एक बार मेरी चूत में इतनी सनसनी मची कि मैं नियंत्रण नहीं कर पा रही थी।
मैं डिल्डो को चूत के अंदर बाहर करने लगी किंतु मैंने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि डिल्डो की चोट से मेरी चूत की सील ना टूटने पाये।
रोज़ी और हरप्रीत, सोनिया की बातें सुनकर अपने शरीर में सनसनी महसूस करने लगीं और दोनों की यह इच्छा होने लगी कि एक बार उस डिल्डो के साथ भी खेल कर देखा जाए।
रोज़ी बोली- वो डिल्डो तेरे पास अभी है क्या? यार मुझे भी देना न!
प्रीतो बोली- मुझे भी असली लंड आसानी से मिल जाते थे तो डिल्डो को कभी काम में नहीं लिया। एक बार तो मैं भी उस को ट्राई करूंगी। हम दोनों के लिए यह भी तो एक नया खेल ही होगा।
इस पर सोनिया ने जवाब दिया- डिल्डो मेरे पास है तो सही और वो मैं सब सहेलियों को दूंगी भी पर सब से पहले मैं उसे सोमवार के दिन रोज़ी को दूंगी। मैं चाहती हूं कि रोज़ी उसे अपनी चूत में डालकर क्लास अटेंड करे और चूत में लंड लेकर क्लास अटेंड करने का मजा ले सके। उसे पूरा दिन ऐसा लगेगा जैसे वह किसी लड़के के खड़े लंड पर बैठी है। रोज़ी के बाद. प्रीतो तू उसे ले लेना।
रोज़ी ने कहा- आज क्यों नहीं?
सोनिया ने कहा- वह भी मैं तुझे सोमवार को ही बताऊंगी।
रोज़ी बोली तू साली, बहुत कमीनी हो गई है।
सोनिया ने हंसकर जवाब दिया- तुम जैसी कामुक, लंडखोर, गर्म चूतों के बीच रहना है तो शरीफ बनकर कैसे रह सकती हूं?
फिर वो सहेलियों को चिढ़ाती हुई उठ कर कैंटीन की ओर दौड़ पड़ी।
सोमवार को रोज़ी ने जब डिल्डो मांगा तो सोनिया ने उसे कमरे में बुलाया.
उस समय कमरे में और कोई नहीं था।
उसने कमरा अंदर से बंद किया और बोली- पहले तो तू मेरी चूत में भड़की हुई वासना की आग को इसे चाट कर शांत कर यार, बहुत तड़प रही हूं झड़ने के लिए।
रोज़ी बोली- वह तो मैं कर दूंगी. लेकिन ज्यादा खुजली मच रही हो तो मेरे बॉयफ्रेंड को बुलवाऊं?
सोनिया बोली- उसको भी बुलवा देना, अब तो जिस किसी का भी लंड मिले, उसे अपनी चूत के हवाले करना ही है। अभी तो तू तेरी जुबान का कमाल दिखा! तुम जैसी भूखी शेरनियों से मिलकर मुझे ऐसा लग रहा है कि मैंने जिंदगी में अब तक कितना आनन्द मिस कर दिया है। थैंक्स टू नीलिमा, जिसकी वजह से शुक्रवार की रात को पहली बार मुझे यह अहसास हुआ कि जिंदगी में जितनी मस्ती कर सकते हैं, कर लेनी चाहिए।
रोज़ी ने कहा- हमने तो पहले ही कहा था तू बेकार में ही घबरा रही है। वे सीनियर हुई तो क्या हुआ? है तो आखिर लड़की ही।
सोनिया बोली- हां यार, मैं तुम सबको गलत समझ रही थी और अपने आप को सही, मुझे तो अब जाकर पता चला कि मैं कितनी गलत थी। चल अब शुरू हो जा और झड़ा मुझको!
रोज़ी बोली- यार झड़ना तो मुझे भी है. क्यों न हम 69 कर के एक दूसरे को झड़ाएं?
इतने में वॉशरूम से प्रीतो बाहर आई, वह बोली- मेरी चूत में भी आग लग रही है, उसका क्या होगा?
दोनों प्रीतो को देखकर चौंक गईं.
दिमाग में चढ़ी वासना के कारण उनको यह ध्यान ही नहीं रहा कि प्रीतो भी वॉशरूम से आने वाली है।
दोनों ने प्रीतो को उंगलियां नचा के बता दिया कि उसे वे हस्तमैथुन द्वारा झड़ाएंगी।
तीनों ने एक दूसरी के सारे कपड़े उतार फेंके।
इतने में दरवाजा खटखटाया, रोज़ी और प्रीतो ने चादर ओढ़ ली.
सोनिया अभी असमंजस में थी कि क्या करे?
फिर उसने सोचा पता तो करूं कि वार्डन है या कोई सहेली?
उसने पूछा- कौन?
तो बाहर से आवाज आई- तुम्हारी मां, कौन-कौन है कमरे में?
सोनिया ने जवाब दिया- मैं, रोज़ी और प्रीतो!
सोनिया ने दरवाजा खोला तो नादिरा ने कहा- कमीनियो, तुम तीनों ऐसा क्या कर रही हो? जो दरवाजा बंद करना पड़ा?
सोनिया ने दरवाजा खोला तो देखा नादिरा के साथ सलमा भी खड़ी हुई थी।
उसने दोनों को अंदर खींचा और कहा- लो तुम दोनों भी देख लो।
उसके बाद सोनिया बोली- पहले तुम दोनों कुतियों यह बताओ कि कहां गई थी अपनी मां चुदाने?
नादिरा, सोनिया के मुंह से ऐसे शब्द सुनकर हैरत में थी।
कहां शर्मीली, अनछुई गुड़िया अब एकदम कामवासना में लिप्त मस्तीखोर बन चुकी थी।
उसने सोनिया के बूब्स पर हाथ फेरते हुए कहा- वाह रे मेरी मस्त लौंडिया, बहुत चटर-पटर करने लगी है? शाबाश!
उसके बाद जब उसने और सलमा ने तीनों सहेलियों को नंगी देखा तो उनकी चूत में भी गुदगुदी होने लगी।
उन दोनों ने बारी बारी सबके स्तनों पर हाथ फेरा उसके बाद तीनों ने आपस में इशारा किया और देखते ही देखते नादिरा तथा सलमा को भी निर्वस्त्र कर दिया।
नादिरा और सलमा तो वैसे भी सबसे बड़ी मस्तीखोर थीं, वे दोनों तो खुद आज लेस्बियन ग्रुप सेक्स के मूड में आ चुकी थी।
पांचों नंगी गर्म जवानियां बिस्तर पर गुत्थमगुत्था हो गईं।
पांचों ने एक दूसरे के स्तन सहलाए, चूचियों को मसला, चूसा, चूतड़ों को दबाया।
जब उन की चूतें पानी छोड़ने लग गईं तो पांचों जंगली बिल्लियों की तरह एक दूसरी की चूत पर लपलपाती हुई जुबान लेकर भिड़ गईं।
आज बहुत दिनों बाद उनकी चूत में सनसनी अपने चरम पर थी।
हर एक चूत को बारी-बारी चारों ने चाटा।
जब एक लड़की का मुंह किसी की चूत में होता था तो बाकी दो उसकी चूचियों को चूसती थीं और एक उस के मुंह पर बैठ कर चूत चटाती थी।
हर लड़की ने सबके बूब्स और चूत रस का मजा लिया।
करीब एक घंटे की वासना भरी मस्ती के बाद वे पांचों अपनी-अपनी फड़कती चूतों के साथ आनन्द यात्रा पर निकल चुकी थीं।
उसके बाद कुछ देर की एक मीठी नींद तो जरूरी थी।
सोमवार को रोज़ी ने सोनिया के बताए अनुसार 7 इंच का लंबा, मोटा डिल्डो अपनी चूत में घुसेड़ लिया और सहेलियों के साथ क्लास अटेंड करने निकल गई।
चलते हुए उसे अपनी भरी भरी चूत के कारण एक सुखद अनुभूति हो रही थी।
चलने के कारण चूत में किसी के मजबूत लंड के घर्षण का अहसास, बहुत अच्छे से अनुभव हो रहा था।
आज रस्तोगी सर की क्लास थी, रोज़ी बैठे-बैठे अपनी बॉडी के थोड़े से मूवमेंट के जरिए चूत में घुसे डिल्डो के मजे ले रही थी।
उसके पास बैठी नादिरा का एक दो बार ध्यान भी भटका.
उसने रोज़ी को कहा- ठीक से क्यों नहीं बैठ रही, पाइल्स की शिकायत है क्या?
रोज़ी बोली- नहीं यार, आज सोनू ने एक डिल्डो दिया था, उसे अपनी चूत में घुसेड़ रखा है, उसी के मज़े ले रही हूं।
नादिरा मुस्कुराई बोली- मैंने तो अभी तक सारे असली लंड ही लिए हैं। हॉस्टल आने के बाद लंड की जरूरत लग रही थी तो मैंने डबल डिल्डो मंगवाया है, एक बार में दो लड़कियां लंड के मज़े ले सकेंगी।
रोज़ी की चूत में नादिरा की बात से गुदगुदी सी हुई।
इतने में उसकी चूत में कंपन हुआ और भंवरे की गुंजन जैसा स्वर सुनाई दिया।
रस्तोगी सर का ध्यान भटका उन्होंने देखने की कोशिश की कि मधुमक्खी किधर दिख रही है?
पर मधुमक्खी होती तो दिखती।
रोज़ी चूत की गुदगुदी से गर्म होने लगी थी, उसकी सांसें भी तेज़ हो रही थीं।
उसे समझ नहीं आया कि यह क्या हो रहा है?
इतने में कंपन बंद हो गया.
रोज़ी ने चैन की सांस ली ही थी कि कंपन फिर चालू हो गया.
इस बार उसकी गति और ध्वनि पहले से अधिक तेज़ थी।
रोज़ी बदहवास होने लगी, उसकी पूरी बॉडी उत्तेजना के मारे कांप रही थी।
नादिरा भी उसकी हालत देखकर मुस्कुरा रही थी।
इस बार रस्तोगी सर ने फिर मधुमक्खी को तलाशा और क्लास में बैठी लड़कियों से कहा- कक्षा में शायद मधुमक्खी घुस आई है, ध्यान रखना किसी को काटे नहीं।
रोज़ी की इच्छा तो हुई कि कह दे मधुमक्खी, मेरी फांकों के बीच में से होती हुई, मेरी चूत में घुसकर हलचल मचा रही है.
लेकिन वह अत्यधिक गुदगुदी से कुछ आनन्दित, कुछ परेशान हो रही थी।
रोज़ी ने इधर-उधर नजर दौड़ाई कि नादिरा के अलावा और कौन-कौन सी सहेलियों का ध्यान उसकी ओर है?
वह देखकर हैरान रह गई कि सारी सहेलियां उसी को शरारत से देख रही थीं।
नादिरा ने एक हाथ की दो उंगलियों से चूत बनाकर, दूसरे हाथ की बीच वाली उंगली उसमें डालकर, आंखों ही आंखों में सबको इशारा कर दिया था कि रोज़ी की हालात पर ध्यान दें।
सबको यह समझ आ गया था कि रोज़ी ने अपनी चूत में कुछ डाल रखा है।
सारी सहेलियों में सबसे अधिक मजे सोनिया ले रही थी, जिसके हाथ में उस डिल्डो कम वाइब्रेटर का रिमोट था।
वह सोच रही थी कि काश वासना की इस अद्भुत दुनिया के आनन्द अतिरेक को उसने कुछ साल पहले महसूस कर लिया होता तो अभी तक उस ने कई असली लौड़ों के मज़े ले लिए होते।
सोनिया ने कुछ देर रुक कर फिर वाइब्रेटर ऑन किया.
इस बार वह मैक्सिमम स्पीड में उसे चलाने लगी।
वाईब्रेटर डिलडो सेक्स वासना से रोज़ी बदहवास होने लगी, उसकी चूत में मस्ती का तूफ़ान उठा, उसके कारण शरीर में उठी उत्तेजना में वह घोड़ी की तरह हिनहिनाने लगी।
इस बार रस्तोगी सर का ध्यान उसकी ओर गया.
उन्होंने पूछा- क्या बात है तुम्हारा शरीर कांप क्यों रहा है? तबियत तो ठीक है?
नादिरा ने कहा- हां सर, लगता है इसकी तबीयत ठीक नहीं है, मैं इसे हॉस्टल ले कर जाती हूं।
सर ने अनुमति दे दी।
नादिरा ने सर से कहा- सर मैं सोनिया को भी ले जाऊं? ठीक रहेगा।
सर ने कहा- हां, ले जाओ।
बाहर निकल कर नादिरा और सोनिया खूब हंसे.
सोनिया अभी भी बार बार वाइब्रेटर को ऑन कर के रोज़ी की चूत में खलबली मचा रही थी।
रोज़ी चिल्लाई- अरे मान जा कमीनी, तीन बार झड़ चुकी हूं, मेरा चूत रस, मेरी पैंटी को गीला कर के मेरी पिंडलियों तक आ गया है, तेरे हाथ जोड़ती हूं हरामजादी।
नादिरा बोली- रोज़ी, इस साली सोनू को तो मैं मज़ा चखाऊँगी, आजकल बहुत मस्ती चढ़ गई है इसको!
सोनिया बोली- हां यार, मस्ती तो बहुत चढ़ी हुई है, यहां आकर ऐसा लग रहा है कि जैसे ये निगोड़ा सेक्स कुदरत का वरदान है और दुनिया में इस से बड़ा कोई सुख नहीं है। आखिर जिंदगी का सबसे अधिक मजा जवानी में है और जवानी का सबसे अधिक मजा चुदाई में है।
नादिरा बोली- साली कामुक कुतिया, आज तेरी सील टूटेगी।
सोनिया ने कहा मैं तैयार हूं किसको बुलवाया है चोदने के लिए?
नादिरा बोली- तू रूम पर चल तुझे सब पता चल जाएगा।
रूम पर आकर नादिरा ने दो मुंह वाला डिल्डो निकाला।
सोनिया की चूत में गुदगुदी मचने लगी.
उसने उसे हाथ से छूकर देखा; बिल्कुल असली जैसी फीलिंग आ रही थी।
नादिरा ने सोनिया से पूछा बता, तू किस से चुदवायेगी?
सोनिया ने जवाब दिया- मेरी चूत, लंड के लिए तरस रही है, कोई भी डाले, लेकिन मुझे अपनी सील असली लंड से तुड़वानी है, इस डिल्डो से नहीं।
रोज़ी भी बोली- हां यार नादिरा, सोनू सही कह रही है, इस की सील असली लंड से ही टूटनी चाहिए।
नादिरा बोली- लेकिन इस साली की दिमाग में चढ़ी हुई वासना का इलाज तो करना पड़ेगा।
रोज़ी ने सलमा और हरप्रीत की ओर देखा, आंखों ही आंखों में कुछ इशारे हुए।
उसके बाद सलमा और हरप्रीत ने आपस में नजरें मिलाई, हरप्रीत ने सिर हिला कर सलमा को आश्वस्त किया कि जो वह चाहती है, वह काम हो जाएगा।
सोनिया समझ गई कि नादिरा कुछ ना कुछ शरारत जरूर करेगी इसलिए उसने डरने की एक्टिंग करते हुए नादिरा से पूछा- तू मेरे साथ क्या करना चाहती है हरामजादी?
नादिरा बोली- वही करना चाहती हूं जो तूने रोज़ी के साथ किया है।
इस पर सोनिया ने कहा- रोज़ी की तो सील पहले ही टूट चुकी है. मेरी चूत में वाइब्रेटर घुसेड़ने पर मेरी सील टूट गई तो?
नादिरा ने कहा- नहीं टूटेगी।
नादिरा ने सलमा और हरप्रीत को कहा कि वे दोनों सोनिया को नंगी कर के उसके हाथ पकड़ें!
उन दोनों ने सोनिया की जींस, टॉप उतार दिए।
सोनिया के शरीर मैं सहेलियों की इन हरकतों के कारण अजीब सी सनसनी हो रही थी.
फिर भी उसने नादिरा से कहा- अरे यार, तुम लोग क्यों तंग कर रहे हो मेरे को? मान जाओ. मुझे यह सब अच्छा नहीं लगता।
नादिरा ने कहा- मेरे सामने ज्यादा नाटक मत कर साली. मुझे सब पता है तेरे को यह सब कितना अच्छा लग रहा है।
उसके बाद उसने सलमा और हरप्रीत से कहा- इसके बदन पर ये दोनों कपड़े क्यों छोड़ दिए? उतार उन को भी! इसको पूरी तरह नंगी कर जिस हालत में यह उस दिन मोमबत्ती लेकर गई थी।
सलमा और हरप्रीत ने सोनिया की ब्रा और पैंटी भी उतार फेंकी।
जिस रात वह मोमबत्ती लेकर गई थी तब तो उसकी चूत झांटों के जंगल में छुपी हुई थी पर आज सोनिया की चूत एकदम कमसिन लड़की की तरह चिकनी दमक रही थी।
कहानी के अगले अंक में पढ़िए सारी सहेलियां मिलकर, अपनी और सोनिया की वासना को शांत करने के लिए क्या-क्या खेल करती हैं?
और भी बहुत कुछ जो आपको भरपूर सनसनी प्रदान करेगा।
वाईब्रेटर डिलडो सेक्स कहानी पर आप के सुझाव एवं प्रतिक्रियाएं आमंत्रित हैं।
मेरी आईडी है
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वाईब्रेटर डिलडो सेक्स कहानी का अगला भाग:
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