हरामी की औलाद ने मॉम को चोदा पूरी रात
(Porn Mammi Ki Chut)
जब मैं अपनी पोर्न मम्मी की चूत चोद रहा था तो मेरी मम्मी ने मुझे हरामी की औलाद कहा. शायद मैं जिसे चोद रहा था वो मेरी सगी माँ नहीं थी. तभी तो उसने मुझसे चुदवाया.
दोस्तो, नमस्कार … मेरा नाम राजेश है. मैं दिल्ली से हूँ.
आज मैं अपने जीवन का एक राज़ आप लोगों को बताने जा रहा हूँ.
पहले मैं आपको अपने परिवार के बारे में बताता हूँ.
मेरे परिवार में मैं, मेरी मॉम डैड और मेरी बड़ी बहन हैं.
इस सेक्स कहानी में मैंने अपनी मॉम और अपने बीच पोर्न मम्मी की चूत चुदाई को लिखा है.
मॉम की उम्र 40 साल है, उनका साइज़ 38-32-40 का है.
एकदम भरा हुआ शरीर, गोरा रंग, बड़े बड़े बूब्स जो रस से भरे हुए हैं और इतनी बड़ी गांड कि किसी का भी लौड़ा अपनी गांड में आसानी से ले लें.
ये सिलसिला तब शुरू हुआ, जब बात 2020 में लॉकडाउन लगा था.
डैड मुंबई में काम करते थे, तो वे लॉकडाउन की वजह से वहीं फंस गए थे.
लॉकडाउन के समय घर पर सिर्फ़ मैं, मॉम और बड़ी दीदी थे. हम नॉर्मल थे.
मेरा मॉम के साथ सेक्स करने का कोई इरादा नही था.
मुझे मुठ मारने की आदत थी और मॉम-सन की चुदाई की कहानियां पढ़ना बहुत पसंद था.
मैं सोचता था कि ये सब सच भी होता है क्या?
मैं नहीं मानता था.
एक दिन मैं मॉम-सन की चुदाई की कहानियां पढ़ रहा था.
उस वक्त मॉम किचन में हम दोनों भाई-बहन के लिए नाश्ता बना रही थीं.
मेरा ध्यान मॉम की गांड पर गया और मैंने लंड को हाथ से मसलना शुरू कर दिया.
फिर मैं अपने लौड़े को एक सामान्य साइज़ में लाकर उठा और मॉम के पास गया.
मैं बड़ी हिम्मत करके मॉम के पीछे खड़ा हो गया और पूछा- मॉम कितनी देर और है अभी? भूख लग रही है!
उन्होंने कहा- बस जरा और रुक जा … दस मिनट और लगेंगे!
मैंने कहा- ठीक है!
फिर मैंने बोला- मॉम मुझे एक ग्लास पानी दे दो!
उन्होंने कहा- खुद ले ले!
मैंने पानी की बोतल उठाई और जानबूझ कर उनके ऊपर बोतल का सारा पानी गिरा दिया.
यह पानी मैंने उनके पीछे गांड पर गिरा दिया था और जब वे एकदम से पलटीं तो बाकी का बचा हुआ पानी उनके मम्मों के ऊपर भी गिरा दिया.
मैंने जल्दी से कहा- ओ सॉरी मॉम … गलती से गिर गया!
यह कहकर मैं उनके मम्मों के ऊपर हाथ फेरने लगा.
मैंने उनके दूध दबाते हुए कहा- अरे मॉम, तुम तो पूरी गीली हो गई हो … कपड़े चेंज कर लो!
इतने में मेरी बड़ी दीदी आईं और बोलीं- क्या हुआ?
मॉम बोलीं- कुछ नहीं … इसने पानी गिरा दिया मेरे ऊपर!
फिर मॉम ने दीदी से कहा- तू नाश्ता बना, मैं कपड़े चेंज कर लेती हूँ!
मैं मॉम से ‘सॉरी सॉरी!’ बोलते हुए उनके पीछे चला गया.
वे बोलीं- ठीक है, कोई बात नहीं! तू बाहर जा … मैं जरा चेंज कर लूँ!
फिर मैं बाहर आ गया.
कसम से दोस्तो, मॉम के बूब्स कितने मुलायम थे!
मैंने तुरंत बाथरूम में जाकर मुठ मारी और ठान लिया कि मैं अपनी मदमस्त मॉम को अपने लंड का पानी पिलाकर रहूँगा.
उस दिन मैंने कुछ नहीं किया और प्लान बनाया.
अगले दिन मैंने घर में सिर्फ़ नेकर पहना.
इस नेकर के नीचे मैं अंडरवियर नहीं पहना और ऊपर बस टी-शर्ट डाल ली.
मॉम के नहाने जाने से पहले मैंने उनकी ब्रा पर अपनी मुठ मारी और सारा लंड का पानी मॉम की ब्रा पर छोड़ दिया.
फिर मैं दूसरे कमरे में जाकर टीवी देखने लगा.
मॉम ने ब्रा उठाई और मुझे आवाज देती हुई बोलीं- ये क्या गिरा दिया तूने मेरी ब्रा पर?
मैंने कहा- पता नहीं मॉम, मैंने तो अभी देखा!
उन्होंने बहन से पूछा- ये तूने क्या गिराया?
वे बोलीं- मॉम, मुझे नहीं पता!
फिर मॉम ब्रा को लेकर बाथरूम में चली गईं.
मैं दीदी के पास से उठकर मोबाइल चलाने के बहाने बाथरूम की खिड़की से देखने गया कि मॉम ब्रा पर गिरे माल का क्या करती हैं.
मैं देखकर शॉक्ड हो गया!
मेरी मॉम मेरे लंड के पानी को अपने मुँह से चाट रही थीं और अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.
मेरी हिम्मत अब बढ़ गई.
कुछ देर बाद मॉम नहाकर बाहर निकलीं.
हम सभी ने खाना खाया और शेष दिन सामान्य रहा.
रात को सोते समय मैंने मॉम से कहा- मॉम, आज बहुत गर्मी है. मैं खाली नेकर पहन कर सो जाऊं?
वे बोलीं- तेरी मर्ज़ी!
दीदी दूसरे रूम में थीं.
मैं मॉम के रूम में था.
वे साड़ी और ब्लाउज़ पहन कर मेरे बगल में सो गईं.
मुझे नींद नहीं आ रही थी.
करीब दो घंटे बाद मुझे लगा कि मॉम सो गई हैं. तब मैंने धीरे से उनके ऊपर अपना हाथ रखा.
थोड़ी देर बाद जब वे नहीं जागीं, तो मैंने अपना नेकर थोड़ा सा नीचे किया और मॉम से कुछ और चिपक गया.
मेरा लंड मॉम की गांड से साड़ी के ऊपर से टच करने लगा.
थोड़ी देर मैं वैसे ही रुक गया कि मॉम क्या रिएक्ट करती हैं.
जब उन्होंने कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दी तो मैंने धीरे से मॉम के ब्लाउज का एक हुक खोल दिया.
आह … क्या मस्त बड़े-बड़े बूब्स की गली मुझे दिखने लगी थी!
मैंने थोड़ी देर तक देखा कि कहीं मॉम जाग तो नहीं गईं?
उनका कोई रिएक्शन न होने पर मैंने थोड़ी और हिम्मत बढ़ाई … और उनका एक और हुक खोल दिया!
वाह ऊऊ … अंगूर जैसे बड़े-बड़े गुलाबी निप्पल मुझे दिखने लगे!
ये देखकर मेरा लंड उछलने लगा.
मैंने कंट्रोल किया और मॉम के होंठों पर एक किस किया.
फिर मैं खड़ा हुआ और अपना लंड धीरे से मॉम के हाथ में पकड़ा कर आगे-पीछे करवाने लगा.
उसके बाद मैंने धीरे से अपना लंड मॉम के होंठों पर रगड़ना शुरू किया.
कुछ देर बाद मैं झड़ने वाला था, तो मैंने मॉम के होंठों से लंड हटाया और उनके ब्लाउज के अन्दर आधे से ज्यादा नंगे दिख रहे बूब्स के ऊपर अपना सारा पानी गिरा दिया.
फिर मैं डर गया और शांति से मॉम के बगल में बेसुध होकर सो गया.
सुबह मेरी आंख खुली तो मैं डरा हुआ था कि कहीं मॉम मुझे मारे न!
फिर मैं उठकर हॉल में गया, टेबल पर बैठ गया और दीदी से चाय माँगी.
मॉम चाय लेकर आईं.
मैं उनसे नजर नहीं मिला पा रहा था.
उन्होंने कहा- क्या किया था रात में तूने?
मैंने बोला- कुछ नहीं!
वहीं बैठी दीदी बोलीं- क्या किया था मॉम इसने?
मॉम बोलीं- कुछ नहीं! तू रूम में जा, ये हमारी आपस की बात है!
दीदी के रूम में जाते ही मॉम आईं और मुझे एक चाँटा मारकर बोलीं- कोई नहीं करता ये सब … गलत है बेटा! तुझे शर्म नहीं आती ये सब करते हुए?
मैं कुछ नहीं बोला, बस ‘सॉरी मॉम!’ कहा और रोने लगा.
मॉम मेरे बगल में बैठ गईं और बोलीं- बेटा, जानती हूँ तू बड़ा हो गया है … पर बेटा, ये सब गलत है!
मैंने कहा- मॉम, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो! सॉरी मॉम, एक बार करने दो न! आप भी तो मेरे लंड का पानी बाथरूम में जाकर चाट रही थीं!
वे बोलीं- छी: बेशर्म! तू वह सब देख रहा था!
मैंने फिर से कहा- मॉम आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो! आजकल हर मॉम अपने बच्चे का लंड लेना चाहती है!
ये कहकर मैं उनसे चिपक गया और उनकी गर्दन पर किस करने लगा.
मैंने उनके निप्पलों को धीरे-धीरे अपने हाथों से दबाना शुरू कर दिया.
फिर उन्होंने मुझे धक्का देकर कहा- यह गलत है!
वे चली गईं.
मैं भी चला गया.
कुछ देर बाद दीदी नहाने गई थीं.
मॉम उस समय रसोई में थीं.
मैंने मौके का फायदा उठाया और अपना लंड निकाल कर जल्दी से जाकर मॉम को पीछे से पकड़ लिया.
मैंने अपना लंड मॉम की साड़ी के ऊपर से अन्दर घुसा दिया और अपने दोनों हाथों से उनके बूब्स दबाने लगा.
मैंने उनके होंठों को अपने होंठों से सटा दिया.
वे कुछ देर विरोध करती रहीं, फिर धीरे-धीरे मेरा साथ देने लगीं.
पांच मिनट बाद मैंने अपने होंठों को हटाया.
अब वे सेक्सी नजरों से मुझे देखने लगीं और मुझसे चिपक गईं.
मैंने धीरे-धीरे झटके देना शुरू कर दिया.
वे धीरे-धीरे सिसकारियां निकालने लगीं.
फिर मैंने उन्हें उठाया और उनके मुँह में अपना लंड दे दिया.
आह क्या सुकून मिला!
मॉम मेरा लंड लॉलीपॉप की तरह चाटने लगीं और बोलीं- बेटा, तेरा लंड तेरे बाप से बड़ा है … आह हम्म … गोक गोक आह.
करीब 5 मिनट तक मेरा लंड चूसने के बाद जब मेरा पानी निकलने वाला था, तो मैंने बिना बताए मॉम के मुँह में सारा पानी गिरा दिया और उनके ब्लाउज के सारे हुक खोलकर उनके बड़े बूब्स के निपल्स चूसने लगा.
इतने में दीदी बाथरूम से बाहर आ रही थीं.
मॉम ने जल्दी से अपनी साड़ी और ब्लाउज को ठीक किया.
मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए.
दीदी के कमरे में जाते ही मॉम धीमे से बोलीं- रात को मेरी चूत की प्यास बुझा देना बेटा!
मैं अब रात का इंतजार करने लगा.
दिन बीत गया.
मैं बाहर से जाकर कंडोम ले आया और रात होने का इंतजार करने लगा.
रात को जब हम सब सोने गए, तो मैं पहले से ही मॉम के कमरे में जाकर नंगा हो गया और एक बेडशीट ऊपर डालकर लेट गया.
फिर मॉम आईं और दरवाजा बंद करके मेरी तरफ पलटीं.
मैंने उन्हें पकड़ कर बेड पर लिटा लिया.
वे हंस कर बोलीं- रुक … आराम से, पहले जरा मैं चेंज कर लूँ!
मैंने कहा- ठीक है!
मॉम उठीं और उन्होंने मुझसे आंखें बंद करने को बोला.
मैंने कहा- ठीक है!
वे बोलीं- तेरे लिए आज एक सरप्राइज है!
मैंने कहा- ठीक है!
वे बाथरूम में गईं और अपनी शादी वाला जोड़ा पहन कर सामने आ गईं.
वे मेरे सामने बेड पर बैठ गईं.
वे बोलीं- आज मैं तेरी मॉम नहीं, तेरी बीवी हूँ!
बस फिर क्या था … मैंने मॉम का घूँघट उठाया और बोला- मॉम सच में क्या माल हो आप … एकदम जन्नत की हूर लग रही हो!
वे बोली- मैंने कहा न मॉम नहीं बोलो … बीवी हूँ तेरी!
मैंने कहा- हां मेरी रानी!
मैंने मॉम के होंठों को चूसा और दस मिनट तक उनके होंठों से चिपका रहा.
फिर मैंने मॉम को लिटाया और धीरे-धीरे उसके पेट पर आ गया.
मैं उनके पेट को चाटने लगा.
ये मौका मैं जाने नहीं दे सकता था इसलिए सब कुछ धीरे-धीरे कर रहा था.
फिर मैंने उन्हें फर्श पर बैठाया और खुद खड़ा हो गया.
मैंने मॉम के मुँह में अपना लंड दे दिया.
वे लौड़े को चूसने लगीं.
इधर मैंने धीरे-धीरे उनका ब्लाउज खोला और उनकी ब्रा भी निकाल कर फेंक दी.
मैंने उन्हें ऊपर से बिल्कुल नंगी कर दिया था.
दस मिनट बाद मेरा माल निकलने वाला था.
मैंने मॉम के मुँह में ही अपना सारा माल डाल दिया और वे उसे बड़े आराम से पी गईं.
फिर मैंने उन्हें गोद में उठाया और बेड पर लिटा लिया.
मैंने उन्हें पूरी तरह नंगी कर दिया.
उनकी पैंटी भी उतार दी.
फिर 69 की पोजीशन में आकर मैंने मॉम के मुँह में अपना लंड दिया और पोर्न मम्मी की चूत चाटने लगा.
वाह क्या मस्त खुशबू आ रही थी … गुलाबी, एकदम क्लीन चुत … एक भी बाल नहीं!
मैंने मॉम से पूछा- बाल कब बनाए?
उन्होंने हंस कर कहा- आज ही!
फिर मैंने मॉम की चूत को चाटना शुरू कर दिया और उन्होंने भी मेरा लंड चूसा.
कुछ मिनट बाद मॉम की चूत का पानी निकल गया.
वे चिल्लाने लगीं- आह बस कर बेटा … मर गई … आह!
उन्होंने रस छोड़ दिया और मैं उनकी चूत का सारा पानी पी गया.
फिर मैंने उठकर कंडोम पहन लिया.
वे बोली- ये किस लिए? ये मत लगा, ऐसे ही करेंगे!
मैंने उन्हें सीधा लिटाया, थोड़ा थूक अपने लंड पर लगाया और मॉम की चूत के पास लंड टच कर दिया.
पहले मैंने हल्का-सा लंड उसकी चूत में घुसाया.
वे चिल्ला पड़ीं और गालियां देने लगीं- मादरचोद … धीरे पेल … आह मर गई!
मैंने मॉम के पैर अपने कंधों पर रखे और उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
फिर मैं एक मिनट के लिए रुक गया.
वे अपनी गांड उठा कर लंड लीलने की कोशिश करने लगीं.
तभी मैंने एक जोरदार झटका लगा दिया और अपना लंड पूरी तरह से उसकी चूत में डाल दिया.
वे जोर से चिल्लाईं- ऊई मर गई रे … आह हरामी की औलाद … साले मादरचोद ने फाड़ दी.
मैं मॉम को किस करने लगा और रुक गया.
मॉम के आंसू निकल रहे थे.
मैं रुका रहा, फिर मैंने पूछा- मैं हरामी की औलाद कैसे हुआ?
मॉम चुप हो गईं और बोलीं- अभी चुदाई पर ध्यान दे … यह सब बात बाद में करेंगे.
इसके बाद मैंने झटके देना शुरू किया.
मेरी मॉम को भी चुदाई में मजा आने लगा.
फिर वे बोली- अब तेज कर थोड़ा!
मैंने तेज-तेज करना शुरू किया.
वे बोली- आह मेरी जान … मजा आ गया.
मैंने कहा- अब दर्द तो नहीं हो रहा?
वे बोलीं- नहीं, अब दर्द नहीं हो रहा!
पूरे कमरे में ‘आह आह और तेज चोदो आह उम्म!’ की आवाजें गूँज रही थीं.
तभी मॉम जोर-जोर से चिल्लाने लगीं- और तेज!
मैंने स्पीड और तेज कर दी.
अचानक से मॉम की चूत का पानी निकल गया और मेरा पूरा लंड उनकी चूत के पानी से नहा गया.
लेकिन मैं अभी नहीं झड़ा था.
मॉम अब शांत हो गई थीं.
मैं उनके होंठों पर किस करने लगा और करीब 20 मिनट तक उसकी चुत चोदी.
अब मैं भी झड़ने वाला था.
मैंने उन्हें जोर से गले लगाया और तेज स्पीड में उनकी चूत में ही सारा पानी निकाल दिया.
झड़ने के बाद मैं उनके ऊपर ही ढह गया और उनके दोनों बूब्स चूसने लगा.
मॉम की चूत में मैंने अपना लंड पेले रखा.
कुछ देर बाद मैंने मॉम के बूब्स का सारा रस चूस लिया और उसके ऊपर से हट गया.
वे बोलीं- ठीक है … अब सोया जाए! रात के 2 बज रहे हैं!
वे उठकर कपड़े पहनने लगीं.
मैं उठा और उनके नंगे बदन से चिपक गया.
मैंने मॉम के कान पर किस किया और उनके निपल्स को अपने हाथों से दबाने लगा.
मैंने मॉम के कान में कहा- रानी, इस बार गांड में और ले लो एक बार!
वे मना करने लगीं लेकिन मैंने उन्हें जोर से पकड़ कर बेड पर लिटा लिया.
मॉम मना करती रहीं, लेकिन मैं नहीं रुका.
मैंने मॉम के मुँह में अपना लंड दे दिया और वे उसे चूसने लगीं.
थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने मॉम को घोड़ी बना दिया.
वे बोलीं- पीछे बहुत दर्द होता है!
मैंने मॉम की एक न सुनी.
मेरा लंड उनके चूसने से एकदम तन गया था.
मैं अपने लंड को मॉम की गांड के छेद के पास लाया और थोड़ा दम लगाकर अन्दर डालना चाहा, पर उनकी गांड के छेद में लंड जा ही नहीं रहा था.
वे बोलीं- रहने दे, बहुत दर्द हो रहा है बेटा!
मैं उठा और थोड़ा तेल ले आया.
मैंने मॉम की गांड के छेद में तेल लगाया और अपने लंड पर भी अच्छे से लगाया.
मैंने अपनी एक उंगली मॉम की गांड के छेद में डाल दी.
वे चिल्ला उठीं- आह मर गई … रहने दे!
मैंने उनकी एक न सुनी.
मैंने उंगली निकाली और गांड के छेद के पास लंड ले आया.
फिर मैंने लंड सैट किया और एक जोरदार झटका दे दिया.
मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया.
मैं झुककर मॉम के बूब्स दबाने लगा.
वे जोर-जोर से चिल्लाने लगीं- आह … मर गई … उम् ओ ओ!
मैं बेसुध होकर रुका रहा और मॉम के ठंडी होने का इंतजार करने लगा.
कुछ देर बाद वे शांत हुईं.
फिर मैंने लंड थोड़ा आगे-पीछे करना शुरू किया और धीरे-धीरे मॉम की गांड में पूरा लंड घुसा दिया.
वे बहुत तेज गर्म-गर्म सांसें लेने लगीं.
कुछ देर बाद उन्हें भी गांड मरवाने का मजा आने लगा.
अब वे भी अपनी गांड आगे-पीछे करने लगीं.
उसके बाद मैंने 4-5 चाँटे उनकी गांड पर मारे और जोर-जोर से लंड आगे-पीछे करने लगा.
फिर मैंने मॉम के बाल पकड़े और जोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया.
करीब 20 मिनट बाद मैंने मॉम की गांड से लंड निकाला और उन्हें नीचे बैठाया.
मैंने मॉम के मुँह में लंड दे दिया.
उनका मुँह मैंने अपने हाथों से पकड़ कर लंड को उनके गले तक जाने दिया.
फिर कुछ मिनट तक लंड चुसवा कर मैं मॉम के मुँह में ही झड़ गया.
उसके बाद मैंने मॉम को गोद में उठाया और बेड पर लिटा लिया.
मैंने एक बार फिर से उनकी चूत और चोदी.
अब रात के 3 बजे का समय हो गया था.
हम दोनों बहुत थक गए थे. इसलिए हम दोनों वैसे ही चिपक कर नंगे लेट गए.
मैंने पूछा- क्या मैं आपकी औलाद नहीं हूँ?
वे धीरे से बोलीं- तू बस इतना समझ कि अब से तू मेरा खसम है!
उन्होंने मुझे नहीं बताया कि मैं उनकी औलाद हूँ या नहीं … लेकिन उनकी चुत चुदाई मुझे बेहद शानदार अहसास दे गई थी.
अगली सुबह क्या हुआ, कैसे दीदी को चोदा उसके लिए मैं इसका एक और भाग जरूर लाऊंगा.
पोर्न मम्मी की चूत चुदाई कहानी पर आपकी जो भी राय हो, आप मुझे मेल कर सकते हैं.
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