बॉस से सेक्स की कामवासना

(Boss Se Sex Ki Kamvasna)

मेरी बॉस सेक्स कहानी के पिछले भाग
बॉस के साथ पार्टी
में आपने पढ़ा कि कैसे मेरे बॉस पार्टी के बहाने मेरे घर आये. उनकी नजर मेरी सेक्स जवानी पर भी. मेरी कामवासना भी कह रही थी कि लुटा दे अपनी जवानी अपने बॉस पर… मजा भी आयेगा और फ़ायदा भी होगा.
अब आगे:

मैं मुँह को चुदवाते हुए बॉस का वीर्य पीने लगी। मुझे बहुत टेस्टी लग रहा था। फिर मैंने थोड़ा सा वीर्य मुँह में भर लिया और बॉस के लंड को मुँह से निचोड़ कर लंड निकाल दिया।
अब मैंने दारू वाले ग्लास में बॉस का वीर्य अपने मुंह से डाल दिया, फिर बॉस का लंड चाट कर साफ कर दिया।

इसके बाद मैंने उठ कर बॉस के गिलास में दारू डाल कर बॉस को दे दिया और जिस गिलास में वीर्य था, उसमें दारू डाल कर मैं बॉस के नंगे लंड पर बैठ गयी उनकी गोद में!
बॉस ने मेरी नंगी कमर में हाथ डाल कर पूछा- गिलास में वीर्य डाल कर पियोगी क्या?
मैंने बोला- ये वीर्य अनमोल है, इससे दारू का स्वाद अच्छा हो जायेगा।

अब बॉस मेरी नंगी चुची को चूसने लगे और मैं उनके सर को सहलाते हुए अपना निप्पल चुसवाने लगी और साथ में बॉस के लंड से निकला वीर्य पीने लगी।
बॉस का लंड दुबारा से खड़ा होने लगा और मेरी गांड में चुभने लगा।
बॉस- नेहा, मेरे लंड में दर्द हो रहा है!
मैं- क्यों सर?
बॉस- तुम्हारी पेंटी बहुत टाइट है।
मैं- हंसते हुए। जो इतने टेस्टी और मोटे लंड को टाइट होने से रोके उसे दुनिया में रहने का हक नहीं है।
बॉस ने जैसे ही ये सुना, मेरी पेंटी को फाड़ कर मेरी चूत और गांड को नंगा कर दिया। ये मुझे बहुत अच्छा लगा। और मैंने बॉस के होंठो को चूम लिया। अब बॉस का लंड मेरी गांड की छेद को चाट रहा था।
बॉस- आज मुझे अपने लंड से जलन हो रही है।
मैं- क्यो?
बॉस- मेरा लंड दुनिया की सबसे प्यारी चीज को चाट रहा है।
मैं- कौन सी चीज को आपका लंड चाट रहा है?
बॉस- नेहा तुम्हारे गांड की छेद को।
मैं- तो आपको जलन क्यों हो रही है?
बॉस- नेहा मैं तुम्हारी गांड का दीवाना हूँ और मैं तुम्हारी गांड चाटना चहता हूँ।

यह सुन कर मेरी चूत टाईट हो गयी और मैं बॉस के सीने से लग गयी, मैंने बॉस के कान में कहा- मेरी चूत गांड आज सब कुछ आपकी है, आप जैसे चाहे चाट लीजिये या मुझे चोद दीजिये।
अब बॉस की खुशी दुगनी हो गयी क्योंकि मैंने उनको चोदने की इजाजत दे दी थी।

बॉस ने मेरे कान में कहा- मुझे बहुत रफ सेक्स पसन्द है, तुम झेल नहीं पाओगी।
मैंने कहा- आपके लंड को अपना बनाने के लिये मैं आज कुछ भी झेल जाऊंगी. प्लीज बॉस सेक्स कीजिए मेरे साथ… मुझे खा जाईये मेरी प्यास बुझा दीजिये।

अब बॉस ने मेरा चेहरा पकड़ लिया और फिर मेरे होंठों को अपने होंठों से लगा लिया। मैं भी बॉस के मुँह में अपनी जीभ डाल कर बॉस के जीभ को चाटने लगी।
दस मिनट तक हम दोनों ने एक दूसरे के होंठों को जीभ को चूसा।

फिर बॉस ने मुझे बोला- अपना मुँह खोलो!
मैंने खोल दिया।
तो बॉस ने मेरे मुँह में अपने मुंह से थूक दिया जिसे मैं पी गयी।
और फिर बॉस मेरे पूरे चेहरे को जीभ से चाटने लगे, मेरे निप्पल को दबाने लगे और मुंह में लेकर मेरे निप्पल को चूसने लगे।

अब बॉस ने मेरी चुची पर थूक दिया और अपने हाथ से थूक को मेरी चुचियों पर मसल कर लगाने लगे। मुझे थूक से चुचियों की मालिश करवाने में मजा आ रहा था। अब बॉस ने मुझे अपने लंड पर घुमा दिया और मेरे पीठ को अपनी तरफ कर लिया, मेरी नंगी पीठ को चाटना शुरू कर दिया।

नीचे से बॉस का लंड मेरी चूत को चाट रहा था।
अब बॉस ने मुझे खड़ा कर दिया और पीठ को चाटते हुए नीचे जाने लगे।

यह मेरे साथ पहली बार हो रहा था तो मैं बहुत उत्तेजित हो गयी थी।

अब बॉस ने मेरे नितम्बों पर जोर जोर से चांटे मारे और फिर मेरे चूतड़ों को मुँह में लेकर चूसने लगा, पीछे से मेरी चुची को पकड़ कर दबाने लगा और मेरे चूतड़ों को काट कर उसे जीभ से चाटना शुरू कर दिया।

बॉस- नेहा मेरी जान, अपनी गांड मेरे होंठों से लगा दो।

मैं आगे से झुक गयी और मेरे दोनों चूतड़ फैल गए जिससे मेरी भूरे रंग की गांड का छेद मेरे बॉस को दिख गया।
बॉस ने एक मिनट तक मेरी गांड के छेद को देखा फिर उसे सूँघने लगे। उनकी गर्म सांसें मेरी गांड में अच्छी लग रही थी।

बॉस ने मेरे सामने अपना हाथ कर दिया और गांड को सूंघते हुए बोला- थूक दो इस पर।
मुझे उनका अंदाज बहुत अलग लग रहा था इसलिये वो जैसा बोल रहे थे, मैं वैसे ही कर रही थी। तो मैंने बॉस के हाथ पर थूक दिया। जिसे बॉस ने मेरे निप्पलों पर लगा दिया। फिर दूसरा हाथ आगे किया, मैंने उस पर भी थूक दिया और उसको उन्होंने मेरी पीठ पर रख दिया।
अब ऐसे 3 बार मेरे दोनों निप्पल और मेरी नंगी पीठ पर थूक लगा कर बॉस ने दोनों को मसलना स्टार्ट कर दिया।

और फिर बॉस ने मेरी गांड की छेद पर अपने होंठ रख दिये। मेरी आंखें बंद हो गयी और मेरी सिसकी निकल गयी। मेरी चूत से रस निकल कर मेरी जांघों पर बहने लगा जिसे बॉस ने चाट लिया।
अब बॉस ने मेरी गांड को चूसना और चाटना स्टार्ट कर दिया। मेरी गांड को अपने दाँतों से हल्का सा रगड़ दिया जो मुझे पागल बना रहा था।

बॉस ने अब मेरी दोनों टांगें फैला दी और मेरी गीली हुई चूत पर जीभ रख दिया और चाटना स्टार्ट कर दिया। वो अभी जीभ मेरे चूत के छेद से मेरी गांड के छेद तक ले जाता जो मुझे अच्छा लग रहा था।
मेरी चूत के छेद में जीभ डाल कर जीभ से मुझे चोदने लगा और फिर दोनों हाथों से मेरे चूतड़ों को फैला कर मेरी गांड को और फैला दिया और उसमें जीभ घुसा दिया।
बॉस- नेहा डार्लिन्ग, अपनी गांड का छेद खोलो।
मैं- सर, मेरी गांड तो आप खोलेंगे ना लंड से?
बॉस- क्या तुमने कभी गांड मरवायी है कभी?
मैं- नहीं सर, बस चूत मरवायी है मैंने, मेरी गांड कुंवारी है अभी।

बॉस ने मेरी चूत में अपनी दो उंगलियाँ एक झटके में घुसा दी जिससे मैं चीख पड़ी।
बॉस- चूत मरवा चुकी हो, फिर भी दर्द है?
मैं- सर, आपके जितना मोटा लंड मिलता तो चूत फैल जाती। पर आपकी बीवी की तरह मेरी किस्मत कहाँ जो इतना मोटा लंड ले सकूँ डेली।

बॉस ने मुझे खींच कर सोफे पर लिटा दिया और मेरी टाँगें फैला कर एक झटके में अपना लंड घुसा दिया।
मैं- आआअह्ह्ह सर नहीं।

बॉस का लंड मेरी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर फंस गया और मेरी सांसें अटक गयी, मेरा मुँह खुल गया था।
बॉस ने मेरे दर्द की परवाह किये बिना मुझे दूसरा झटका मारा और मेरी चूत को पूरा फाड़ दिया। अब मेरी आंखों से आंसू निकल रहे थे, मैं बॉस की बांहों से निकलना चाहती थी पर बॉस ने मुझे पकड़ लिया था और वे मेरे निप्पल चूस रहे थे।

मैं- सर प्लीज छोड़ दीजिये, मैं मर जाऊंगी। मेरी चूत फट गई है।
बॉस- मेरी जान, जब तुम्हारी चूत खुल रही थी तब दर्द हुआ था ना?
मैं- हां सर।
बॉस- और क्या तुम मेरे लंड से प्यार नहीं करती हो?

मैं कुछ बोलती उससे पहले बॉस ने लंड चूत से निकाल लिया और कपड़े से पौंछ कर मेरे मुँह में डाल दिया। मैं बॉस के लंड की दीवानी थी इसलिये सब कुछ भूल कर लंड को पागलों की तरह चूसने लगी, लंड पर थूक कर मसलने लगी।
फिर बॉस ने दारू के गिलास में लंड डाला और मेरे मुँह में डाल कर मुझे लंड से दारू पिलाया और मेरी फटी हुई चूत को दारू से धो दिया। मुझे चूत में बहुत जलन हुई पर बॉस मेरी चूत में लगी हुई पूरी दारू चाट गये।

अब बॉस मुझसे दूर दूसरे सोफे पर बैठ गये नंगे ही… और मैं उनके सामने अपनी टाँग फैला कर अपनी नंगी चूत दिखा रही थी।
बॉस- नेहा, तुमको मेरी बीवी से जलन है?
मैं- जी सर।
बॉस- क्यों?
मैं- इतना अच्छा लंड है उनके पास।
बॉस- मेरा लंड आज तुम्हारा गुलाम है नेहा रानी।

मैं उठ गयी और बॉस के लंड को मुँह में लेकर चूसा, फिर हाथ से पकड़ लिया और बॉस के लंड को पकड़ कर उन्हें बेडरूम में ले जाने लगी। बॉस भी पूरे नंगे थे और मैं भी। बॉस मेरी गांड को सहलाते हुए चल रहे थे। कभी कभी मेरी गांड की छेद को रगड़ देते जिससे मैं सिहर जाती।

मैंने बॉस को बेड पर लिटा दिया और उनके लंड को मुँह में ले कर चूसा एक बार।
बॉस- नेहा मेरी जान, मुझे अपनी गांड का स्वाद लेने दो।

मैंने बॉस के मुँह पर गांड रख दी और बॉस ने जीभ निकाल कर मेरी गांड को चाटना स्टार्ट कर दिया। हम दोनों 69 की अवस्था में थे, मैं बॉस का लंड चूस रही थी।
15 मिनट गांड और चूत चटवाने के बाद मैं बहुत उत्तेजित हो गयी और बॉस को बोल दिया- अब चोद दीजिये ना सर!

बॉस ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी टांगों को फैला कर बोले- नेहा, चूत फैलाओ!
मैंने दोनों हाथों से चूत को खोल दिया और बॉस के लंड को रास्ता दिखा दिया।

अब बॉस ने मेरी चूत में थूका और फिर लंड को रगड़ना स्टार्ट कर दिया। मैंने सांसें रोक ली थी जिससे दर्द कम हो!
और फिर बॉस से मेरी चूत को फाड़ते हुए अपना मोटा मूसल घुसा दिया।
मैं जोर से चीख पड़ी तो बॉस ने मेरे मुँह पर हाथ रख दिया और फिर एक शॉट मार पूरा कर लंड मेरी चूत में पेल दिया।

मुझे दर्द हो रहा था पर मैं खुश थी कि इतना मोटा और बडा लंड मेरी चूत में घुसा हुआ था।
मैंने बॉस के हाथ को हटा कर कहा- थैंक सर मेरी चूत मारने के लिये।

अब बॉस मेरी चूत में लंड डाल कर मेरे निप्पल को चूसने लगे।
मैं- सर, मुझे जोर जोर से चोदिये।
बॉस ने मुझे चोदना स्टार्ट कर दिया, मैं अपनी टाँगें हवा में उठा कर चुदवा रही थी और बॉस की कमर को पकड़ कर अपनी गांड उछाल रही थी।

आधे घन्टे में मैं दो बार झड़ चुकी थी।

अब बॉस ने स्पीड बढ़ा दी और मेरे मुंह में मुँह डाल कर चोदना तेज कर दिया।
बॉस- नेहा मेरी जान, तेरी चूत बहुत मस्त है रानी!
मैं- मेरी चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना दीजिये सर, मुझे जोर से चोदिये।
बॉस- मेरी जान, तुझे रोज चोदने में मजा आयेगा।
मैं- सर, मेरी चूत में लंड डाल कर रखियेगा हर रोज।

बॉस ने मेरे निप्पल को चूसते हुए जोर से काटा और बोला- मेरी जान, तुझे रखैल बना कर रोज चोदूँगा मेरी रंडी नेहा डार्लिंग!
मैं- हां सर, मैं रखैल हूँ सर आपकी… मेरी चूत फ़ाड़ दीजिये, मुझे अपनी रंडी समझ कर चोदिये सर… और तेज तेज… और तेज… फ़ाड़ दीजिये सर मेरे भोसड़े को फ़ाड़ दीजिये।

अब सर का वीर्य निकलने लगा मेरी चूत में!
बॉस के नंगे जिस्म को मैंने अपने नंगे जिस्म से चिपका लिया और बॉस ने मेरे निप्पल को दाँतों में दबा लिया।
हम दोनों एक साथ झड़ गए।

अब बॉस मेरे उपर निढाल हो कर लेटे रहे हम दोनों सुस्ताने लगे।
बॉस- नेहा तुम्हारी चूत बहुत शानदार है।
मैं- आपकी बीवी की चूत कैसी है सर?
बॉस- मेरा बेटा उसकी चूत से ही निकला है इसलिये बीवी की चूत ढीली हो गयी है।

मैं- तो आपके लंड की देखभाल कौन करता है?
बॉस- मेरा हाथ!
मैं- मेरे होते हुए मेरे बॉस को हाथ से काम चलाना पड़े तो मुझे जीने का कोई हक नहीं।
बॉस- नेहा मेरी जान, मैं तो तुमको बहुत दिनों से चोदना चाहता था।
मैं- तो सर, मुझे चोद देना चाहिये था ना। मैं आपके लंड की दीवानी हूँ सर। इतना प्यारा लंड छिपा कर रखा था आपने। ये लंड हाथ में नहीं, मेरे मुँह में रहने के लिये बना है। मुझसे प्रोमिस कीजिये कि अब से इसको आप हमेशा मेरे मुँह में रखेंगे, जब कहूँगी तब।
बॉस ने प्रोमिस किया।

तो मैंने तुरन्त कहा- मैंने मुँह खोल रखा है, इशारा समझ लीजिये।
बॉस ने वीर्य लगा हुआ लंड मेरे मुँह में डाल दिया, मैं लंड चाटने लगी।
बॉस- नेहा, तुमको मेरा वीर्य कैसा लग रहा है?
मैं- सर, अमृत का टेस्ट भी इससे अच्छा नहीं हो सकता। काश… यह एक कटोरी भर मिल जाता तो चम्मच से खाती।

तो बॉस ने मेरी चूत में उंगली डाल कर मुझे वीर्य चाटने को दिया जो मुझे बहुत अच्छा लगा।
इस तरह से बॉस ने मेरे चूत में उंगली डाल कर सारा वीर्य निकाल लिया और मुझे पिला दिया।

अब हम दोनों ने अपने लंड चूत को धो लिया और बेड पर नंगे लेट गए। मैं बॉस की बांहों में नंगी ही सो गयी और बॉस भी नंगे ही मुझसे चिपक कर सो गए।

अभी के लिये बस इतना ही। मेरी बॉस सेक्स कहानी कैसी लगी? मुझे लिखें!
धन्यवाद
सभी को मेरा प्यार।
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