बॉस को मिली नई हसीन असिस्टेंट- 1

(Yes Boss Boss Xxx Kahani)

येस बॉस बॉस Xxx कहानी में एक लड़की ने जॉब पर लगते ही अपने बॉस से काफी पैसे उधार ले लिए. जब वह पैसे ना लौटा पाई तो बॉस ने बदले में उसकी एक रात मांग ली.

दोस्तो, मैं आपको अपनी इस सेक्स कहानी में कंपनी सहकर्मियों के मध्य सेक्स संबंधों को लेकर लिख कर बता रही थी.
मेरी पिछली कहानी
घरेलू नौकरानी को मिला लंड
में आपने पढ़ा था कि अशोक ने मीरा की जवान नौकरानी कांता की चुदास को भी अपने मोटे लवड़े से बुझा दिया था.

अब आगे येस बॉस बॉस Xxx कहानी:

इधर निखिल अपने पुराने ऑफिस के केबिन में बैठा काम कर रहा था कि तभी कोई उसके केबिन पर नॉक करने लगा.
निखिल ने उसे अन्दर आने के लिए कहा.

बाहर एक लड़की अन्दर आने की पर्मिशन मांग रही थी.
जैसे ही वह अन्दर आई, निखिल उसे देख कर चौंक गया कि ये कौन सी अप्सरा आ गई.

यह लड़की टीना थी, जो कि गजब की सुंदर और सेक्सी लड़की है.

निखिल के मुँह से धीमी आवाज़ में अनावश्यक ही निकल पड़ा- क्या सेक्सी माल है!

टीना- हैलो सर!
निखिल- हैलो … आप कौन?

टीना- सर, मैं टीना हूँ. आपकी नई असिस्टेंट. मिताली मेम ने मुझे बतौर आपकी असिस्टेंट अपॉइंट किया है!
निखिल- ओह्ह अच्छा अच्छा … और बताओ अपने बारे में … तुम्हारी एजुकेशन क्या है और इससे पहले क्या कोई जॉब किया है तुमने!

टीना- सर मैंने ग्रेजुएशन किया है और ये मेरी पहली जॉब है.
निखिल- ओह्ह … फिर तो बहुत प्रोब्लम होगी. तुम्हें तो बहुत कुछ सीखना पड़ेगा.

टीना- सर मैं बहुत जल्द सब कुछ सीख जाऊंगी. आप उसकी चिंता न करें.
निखिल- टीना तुम्हें ये जॉब मिली कैसे? इस जॉब की लिए तो काम आना बहुत जरूरी था!

इतने में मिताली निखिल के केबिन में दाखिल हुई.

मिताली- निखिल ये टीना है, पापा के ही एक दूसरे ऑफिस में एक अंकल काम करते थे, ये उनकी बेटी है. अंकल की डेथ हुए कुछ साल हो गए हैं, उस टाइम टीना छोटी थी और अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थी. अब टीना ने ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है और इसे जॉब की बहुत जरूरत थी तो मैंने ही इसे जॉब पर रख लिया है. उम्मीद है ये अपना काम पूरी लगन से करेगी. आज से ये तुम्हारी असिस्टेंट है, अब तुम्हें ही इसे पूरा काम सिखाना होगा.

निखिल- यस मेम, अगर आपने टीना को जॉब पर रखा है तो कुछ अच्छा सोच कर ही रखा होगा. मैं इसे सारा काम समझा दूंगा.

टीना- सर और मेम … मैं अपना काम पूरी मेहनत के साथ करूंगी और आप लोगों को शिकायत का कोई भी मौका नहीं दूँगी.
मिताली- गुड टीना, अब तुम लोग अपना काम करो … मैं चलती हूँ.

निखिल- यहां आ जाओ टीना, मैं तुम्हें काम समझाता हूँ.

टीना ने निखिल को अपने में बताया कि उसके पापा की डेथ के बाद वह ओर उसकी माँ दोनों अब अकेले ही रहते हैं. उसके पापा की ही जॉब के चलते उसे यहां जॉब मिली है.

साथ काम करते हुए निखिल और टीना के बीच अब अच्छी बातचीत और जान पहचान भी बढ़ने लगी थी.
टीना और निखिल अब अच्छे दोस्त भी बन गए थे.

एक दिन की बात है, जब वे दोनों ऑफिस में काम कर रहे थे तो उन दोनों को काम करते हुए बहुत देर हो गई थी.
काम करके जब वे दोनों ऑफिस से निकले, तो टीना बस स्टॉप पर चली गई बस पकड़ने के लिए … पर उसे कोई बस नहीं मिल रही थी.

तभी निखिल उस बस स्टॉप के पास से निकला तो उसने टीना को देखा और अपनी कार रोक दी.

निखिल ने उससे कहा- चलो आओ, मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूँ. बहुत रात हो गई है और इस टाइम तुम्हें कोई बस या ऑटो मिलना मुश्किल होगा.

पहले तो टीना ने थोड़ा मना कियापर फिर निखिल के इतने कहने पर वह उसकी कार में बैठ गई.

टीना निखिल को अपने घर का रास्ता बताती जा रही थी और निखिल कार ड्राइव कर रहा था.
कुछ ही देर में टीना का घर आ गया.

टीना कार से उतरी और निखिल को घर के अन्दर आने का आग्रह करने लगी.

निखिल ने मना किया.
पर टीना ने कहा कि जिस तरह उसके मना करने पर भी आप नहीं माने और उसे घर तक छोड़ा है, उसी तरह अब वह भी नहीं मानेगी … आपको घर के अन्दर आना ही होगा.

टीना के इतने ज्यादा कहने पर निखिल घर के अन्दर जाने के लिए मान गया.
टीना उसे घर के मेन गेट पर लेकर आ गई.

टीना ने घर की बेल बजाई तो कुछ ही देर में टीना की माँ ने दरवाजा खोला.

टीना- निखिल सर, ये मेरी माँ हैं … और माँ ये है निखिल सर हैं, मेरे मैनेजर.
टीना की माँ- आओ बेटा, अन्दर आओ … बाहर क्यों खड़े हो?

टीना की माँ का नाम सुनीता है. सुनीता की उम्र यही कोई 42 साल के आस-पास होगी.
वे देखने में और शरीर से टीना से भी ज्यादा सुंदर और हॉट थीं.

निखिल, टीना की माँ को देखते हुए मन ही मन बोला कि बेटी तो बेटी, पर माँ तो बेटी से भी ज्यादा सेक्सी और सुंदर माल है. हे भगवान तूने तो इसे भरी जवानी में ही विधवा कर दिया है. यह इतनी सेक्सी औरत है और ऊपर से ये विधवा हो गई है!

निखिल अन्दर आ गया.
तो टीना उसे बैठने को बोली.
निखिल सोफे पर बैठ गया.

टीना की माँ बोली- मैं कॉफी लेकर आती हूँ.

तभी टीना भी निखिल से ये कह कर चली गई कि सर मैं कपड़े चेंज करके बस अभी आई.
टीना की माँ कॉफी लेकर आई और निखिल को देने लगी.

जब वह निखिल को कॉफी देने के लिए झुकी तो उसके ब्लाउज़ में से उसके बूब्स की गोलाई निखिल को नज़र आ गई.

भरे हुए दूध देख कर निखिल का लंड खड़ा होने लगा.
वह अपनी पैंट को थोड़ा एडजेस्ट करने लगा और कॉफी पीने लगा.

टीना की माँ सुनीता- और बताओ बेटा आप कैसे हो?
निखिल- मैं तो ठीक हूँ आंटी?

सुनीता- प्लीज़ बेटा मुझे आंटी मत कहो … क्या मैं तुम्हें आंटी जैसी लगती हूँ?
निखिल- अरे नहीं नहीं … आप तो बिल्कुल भी आंटी नहीं दिखती हैं. जब मैंने आपको देखा तो मुझे लगा था कि आप टीना की बहन होंगी. पर जब उसने मुझे आपको अपनी माँ कह कर मिलवाया तो मुझे तो यकीन ही नहीं हुआ. आप तो काफी सुंदर और जवान हैं.

सुनीता हंसती हुई बोली- हां सब यही कहते हैं. असल में मेरी शादी 18 साल की ही उम्र में हो गई थी और फिर टीना भी 1 साल के अन्दर ही पैदा हो गई थी. तो हम दोनों माँ बेटी एक साथ ही जवान हो गईं.
इतना कह कर वह फिर से हंसने लगी.

सुनीता की बात सुन कर निखिल भी हंसने लगा.

तब सुनीता थोड़ा उदास होती हुई बोली- पर अभी कुछ साल पहले मेरे पति की एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई और वे हम दोनों माँ बेटी को अकेला छोड़ कर चले गए. उस टाइम टीना कॉलेज में थी और हमारा जीवन बहुत कठिनाइयों से भर गया था. पर अब सब कुछ ठीक है अब तो टीना जॉब करने लगी है. बेटा तुम से एक बात कहूँ … टीना अभी नादान है, अगर कभी उस से कुछ गलती हो जाए तो तुम उसे माफ कर देना और तुम ही उसे उस गलती के लिए कोई सबक जरूर सिखा देना!

निखिल- जी आंटी जरूर, आप उसकी चिंता मत कीजिये वह बहुत होशियार है और अपना काम पूरी मेहनत से करती है.
सुनीता- तुमने फिर आंटी कहा!

निखिल- अच्छा ठीक है मैं आपको आंटी नहीं बोलूंगी, पर उसके लिए मेरी भी एक शर्त है!

सुनीता- वह क्या?
निखिल- यही की आप भी मुझे बेटा नहीं बोलेंगी.

ये बात करते हुए दोनों हंसने लगे.
तभी टीना आई और बोली- क्या बात है बड़ी हंसी मजाक चल रही है!
सुनीता- कुछ नहीं बेटा हम तो ऐसे ही बातें कर रहे थे.

निखिल खड़े होकर बोला- ठीक है तो अब मैं चलता हूँ.

टीना- रुकिए न सर … खाना खाकर जाइएगा.
निखिल- नहीं नहीं … पहले ही बहुत देर हो गई है … मुझे भी अब घर जाना है मैं लेट हो रहा हूँ.

निखिल टीना के घर से निकल कर अपने घर को निकल गया.

अगले दिन ऑफिस में टीना अपने द्वारा बनाई गई एक प्रजेंटेशन को निखिल को दिखा रही थी.
निखिल को वह प्रजेंटेशन बहुत पसंद आई.

निखिल टीना की मेहनत की काफी तारीफ भी करने लगा और उसने टीना को और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित भी किया.

फिर एक दिन टीना निखिल के पास आई और उसने निखिल से बात की.

टीना- सर मुझे आप से एक हेल्प चाहिए? क्या आप मेरी हेल्प करेंगे?
निखिल- अरे क्या बात हो गई टीना? तुम इतनी परेशान क्यों हो … बताओ क्या हुआ है. अगर मेरे बस में हुआ तो मैं तुम्हारी जरूर हेल्प करूँगा!

टीना- सर कैसे कहूँ?
निखिल- अरे इतना संकोच मत करो मुझे बताओ.

टीना- सर, मुझे अर्जेंट पचास हज़ार की जरूरत है … क्या आप मुझे दे सकते हैं. मैं जल्द से जल्द आपके पैसे लौटा दूँगी.
निखिल- वह तो ठीक है, पर तुम्हें अचानक इतने पैसों की जरूरत क्यों पड़ गई है?

टीना- सर वह मैं आपको अभी नहीं बता सकती हूँ. बस मुझे जरूरत है … क्या आप मुझे दे सकते हैं?
निखिल- ठीक है तुम मुझे अपना एकाउंट नंबर दे दो, मैं अभी ट्रांसफर कर देता हूँ.

टीना खुशी से उछल पड़ी और वह भावावेश में आकर आगे बढ़ी और अपने बॉस निखिल के गाल पर एक किस कर दिया.
चुम्मी लेकर वह निखिल को ‘थैंक्स सर … थैंक्स वेरी मच सर …’ बोलने लगी.

निखिल को टीना का चुंबन अन्दर तक हिला गया था.
वह उसके खाते में पैसे ट्रांसफर करने लगा.

कुछ दिन बीत गए.

अब टीना को निखिल के पैसे लौटाने थे पर वह लौटा नहीं पा रही थी.
निखिल जब भी टीना से पैसे वापस माँगता, टीना हमेशा कोई न कोई बहाना करने लगी.

एक दिन निखिल ने फिर से टीना से पैसे वापस माँगे तो टीना ने फिर से कोई नया बहाना बना दिया.
पर इस बार निखिल उसे धमकी दी कि अगर तुमने मेरे पैसे नहीं लौटाए तो मैं पुलिस में तुम्हारी कम्प्लेन करूंगा.

इस बात से टीना थोड़ा डर गई और बोली- सर प्लीज़ आप ऐसा कुछ मत कीजिएगा. मैं बहुत जल्द आपके पैसे लौटा दूँगी.
निखिल- ठीक है, मैं तुम्हारी कोई पुलिस कम्प्लेन नहीं करूँगा … पर …

टीना- पर क्या सर?
निखिल- मेरे पास एक रास्ता है, जिससे मैं कोई पुलिस कम्पलेन भी नहीं करूँगा और तुम्हें पैसे मुझे लौटने भी नहीं पड़ेंगे.

टीना- सर ऐसा कौन सा तरीका है, जिससे मुझे आपको पैसे भी नहीं देने होंगे!
निखिल- हां है एक तरीका!

टीना- कौन सा?

निखिल- देखो टीना कुछ खो कर पाया गया … और कुछ पा कर खोया भी गया!

टीना- सर प्लीज़ आप पहेली मत बुझाइए … जो भी तरीका है, आप मुझे बताइए. आप जो बोलोगे मैं वह करूंगी.

निखिल- तो ठीक है सुनो, अगर तुम मेरे साथ एक रात बिताओगी तो मैं तुमको दिए हुए पैसे माफ कर दूंगा और दोबारा कभी वापस नहीं माँगूँगा.
टीना चौंकती हुई- सर ये क्या बोल रहे हो आप?

निखिल- इतना चौंको मत टीना, तुमने मुझसे पैसे उधार लिए थे. अब पैसे तुम लौटा नहीं पा रही हो … तो मैं खुद ही अब तुम्हें बोल रहा हूँ कि तुम वह पैसे मत लौटाओ … बस बदले में तुम्हें मेरे साथ एक रात बितानी होगी.

इतना कह कर निखिल चुप हुआ और एक पल बाद वह पुनः बोला- देखो तुम्हारे पास एक दिन का टाइम है, तुम कल तक इस बारे में सोच लो. इसके अलावा तुम्हारे पास और कोई तरीका नहीं है. मैं भी तुमसे ये उम्मीद करता हूँ कि कल तुम्हारा जो फैसला होगा, वह हां का ही होगा.’

टीना मुँह लटका कर वहां से चली गई और इस बारे में सोचने लगी कि उसे क्या करना चाहिए!
उसने बहुत सोचा और अंत में वह यह फैसला करती है कि निखिल सर की बात मान लेने में ही फायदा है. एक रात की ही तो बात है, इससे उसे पैसे लौटाने भी नहीं पड़ेंगे.

अगले दिन टीना ऑफिस आई और निखिल के केबिन में आई.
निखिल- तो टीना क्या फैसला किया है तुमने?
टीना- सर मैंने बहुत सोचा है इस बारे में … और मैंने ये फैसला किया है कि मैं आपके साथ एक रात बिताने को तैयार हूँ. पर आप मुझसे वादा कीजिये कि आप मुझे दोबारा कभी पैसे लौटने का नहीं बोलोगे!

निखिल- टीना ये मेरा वादा रहा. जब तुम जैसी जवान और सेक्सी माल मुझे मिलेगी तो मैं उन पैसों को भूल जाऊंगा.
टीना- ठीक है सर.

निखिल- तो ठीक है आज रात में अच्छे से तैयार होकर मेरे घर आ जाओ!

शाम को दोनों ऑफिस से निकल कर अपने अपने घर चले गए.

निखिल घर आया और नहा-धो कर तैयार होकर टीना के आने इंतजार करने लगा.

रात के करीब 10 बजे टीना अच्छे से तैयार होकर निखिल के घर आई.

टीना ने एक काले रंग की साड़ी पहनी थी.
उस साड़ी में टीना बहुत ही सेक्सी और हॉट माल लग रही थी.

निखिल ने घर का दरवाजा खोला और टीना को इस रूप में देख कर पागल हो गया.
वह उसे देखता ही रह गया … टीना उस वक्त किसी कयामत से कम नहीं लग रही थी.

निखिल ने टीना को अन्दर बुलाया और दरवाजा बंद करके उसने टीना को अपनी गोद में उठा लिया और अपने बेडरूम की तरफ बढ़ चला.

वे दोनों बेडरूम में आ गए.

निखिल ने टीना के होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
वह उसके होंठों को चूमने ओर चूसने लगा.

निखिल की इस हरकत से शायद टीना को भी अब मज़ा आने लगा था तो टीना भी निखिल का पूरा साथ देने लगी.

पांच मिनट तक वे दोनों एक दूसरे को चूमते ही रहे.

अब निखिल ने टीना के बूब्स पर हाथ फेरना चालू किया और वह उसके रसीले मम्मों को मसलने लगा.
टीना के मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगीं.

निखिल ने टीना की साड़ी को खींच कर उसके बदन से अलग कर दी और वह उसके ब्लाउज़ के हुक खोलने लगा.

टीना निखिल की आंखों में वासना से देख रही थी.
वह मन ही मन सोच रही थी कि मैं हमेशा से ही यही सोचती आई थी कि निखिल सर ही मुझे सबसे पहले प्यार करें और आज ये ही मेरे साथ सेक्स कर रहे हैं.

निखिल ने जल्द ही टीना के ब्लाउज़ और पेटिकोट को उसके तन से हटा दिया.
टीना अब निखिल के सामने सिर्फ ब्लैक कलर की ब्रा पैंटी में ही थी.

निखिल ने टीना को अपनी तरफ खींचा ओर उसे अपनी बांहों में लेकर चिपका लिया.
वे दोनों एक दूसरे से सांप के जैसे चिपक गए.

निखिल ने टीना के पूरे बदन को चूमने चाटना चालू कर दिया.

निखिल की इन हरकतों से टीना भी पूरे जोश में आ गई थी और उसने भी निखिल की टी-शर्ट निकाल दी.
वह निखिल की चौड़ी छाती को चूमने चाटने लगी.

निखिल टीना के मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही दबा रहा था.

कुछ देर बाद निखिल ने टीना को नीचे जाने का इशारा किया.
निखिल का इशारा मिलते ही टीना नीचे बैठ गई और निखिल की जीन्स के बटन को खोलने लगी.

उसने धीरे धीरे करके निखिल की जीन्स को नीचे सरका दिया.

निखिल का लंड अंडरवियर के अन्दर पूरी तरह से तन चुका था.
टीना अंडरवियर के ऊपर से ही निखिल के लंड को चूमने ओर मसलने लगी.
अब निखिल के मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं.

कुछ देर बाद टीना ने निखिल के लंड को अंडरवियर में से बाहर निकाला और उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
काफी देर तक टीना निखिल के लंड को अपने मुँह में लेकर चूसती रही.

फिर निखिल ने टीना को बिस्तर पर लिटा दिए और उसके दोनों पैरों के बीच आ गया.
वह उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चुत और नाभि को चूमने चाटने लगा.

कुछ देर बाद वह ने उसकी पैंटी को निकाल दिया और अपना मुँह टीना की चुत पर रख कर चुत को चाटना शुरू कर दिया.
इससे टीना ने कामुक सिसकारियां लेना शुरू कर दीं.

कुछ देर की चटाई ओर चुसाई के बाद निखिल ने अपना लंड टीना की चुत पर रखा और उसे धक्के मार मार कर पेलने लगा.
टीना कुंवारी थी तो उसे दर्द होने लगा.

मगर निखिल भी सीलपैक चुत फाड़ने में मास्टर आदमी था तो उसने भी किसी तरह अपना पूरा लंड टीना की चुत में पेवस्त कर ही दिया.

कुछ देर के दर्द के बाद टीना भी निखिल के धक्कों का मज़ा लेने लगी.
सारा कमरा उन दोनों की सेक्सी आवाज़ों से गूंजने लगा था.

कुछ देर बार निखिल ने टीना को घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी चुत में अपना लंड सैट करके एक ही झटके में अन्दर पेल दिया.
टीना की आह निकली और वह तड़फ कर रह गई.

निखिल ने उसकी ऊँह आह को दरकिनार करते हुए अपने लौड़े को उसकी बुर में अन्दर बाहर करना चालू कर दिया.
वह फिर से मजे ले लेकर धक्के लगाने लगा.

टीना भी अपनी कमर को लंड के झटकों की ताल से ताल मिलाती हुई हिलाने लगी.

काफी देर तक दोनों का ये खेल चलता रहा और फिर दोनों थक कर सो गए.

इन दोनों की चुदाई से आप सबको कितना मजा आया, येस बॉस बॉस Xxx कहानी पर कमेंट्स करके प्लीज मुझे जरूर बताएं.

आगे क्या हुआ, वह अगले भाग में लिखूँगी.
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येस बॉस बॉस Xxx कहानी का अगला भाग:

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