रिश्ते की भाभी को उनके घर में जाकर चोदा

(Bhabhi fuck Story)

भाभी फक स्टोरी में मेरी एक दूर के रिश्ते की भाभी पड़ोस में रहती हैं. वे कांटा माल लौंडिया सी हैं. उनसे मेरी सेटिंग कैसे हुई, उन्होंने मुझे अपने घर बुलाकर चूत दी.

मेरा नाम रॉकी है, मैं भागलपुर, बिहार से हूँ.
मेरी उम्र 24 साल की है. मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी.

मैं पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ. इस भाभी फक स्टोरी में कोई गलती हो तो माफी चाहूँगा.

मेरी एक दूर के रिश्ते की भाभी हैं उनका नाम मनीषा है.
भाभी की उम्र मुझसे सिर्फ दो साल ही ज्यादा थी, वे 26 साल की हैं.

वे मेरे घर से कुछ ही दूरी पर रहती थीं.

चूंकि भाभी की शादी हो गई है इसलिए मैं उन्हें भाभी लिख रहा हूँ, अन्यथा तो वे एक कांटा माल जैसी लौंडिया ही हैं.

उनके पति शादी के बाद से ही विदेश में रहने चले गए थे. उनको अपने पति से सेक्स सुख नहीं मिला था.

पहले उनसे मेरी बात नहीं होती थी, बस हम दोनों एक दूसरे को जानते थे.

मेरे घर के बाहर खुला मैदान है, हल्की फुल्की हरियाली भी है.
मैं अकेले ही वहां बैठने के लिए जाया करता था.

मेरे पास चुदाई के लिए कोई लौंडिया की जुगाड़ नहीं थी तो अब तक मैं अपने हाथ से मुठ मार कर खुद को संतुष्ट कर लेता था.

उसी मैदान में कुछ झाड़ियां थीं तो मैं उधर ही पेशाब करने के बहाने से खड़ा हो जाता और लंड हिला कर पानी निकाल देता.

कुछ दिनों से मनीषा भाभी भी वहां बैठने आने लगी थीं.
उनके आने से मेरा मुठ मारने का प्रोग्राम बंद हो गया था.

मैं बस उनको देख कर अपने मन में ही कामुक विचार लाता रहता था.

एक दिन भाभी ने मुझे थोड़ी लाइन दी.
मैं समझ गया कि भाभी सैट होने के लिए राजी हैं.
मैं उनसे खुली खुली बात करने लगा.

शुरुआत में उन्होंने मुझसे कहा- मुझसे ऐसी बातें क्यों करते हो, क्या तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं है?
मैंने ठंडी आह भरते हुए कहा- अरे भाभी, यही तो रोना है … मैं यहां अकेले में खुद को समझा लेता था लेकिन अब आपका आना होने लगा तो वह सब भी बंद हो गया!

यह सुनकर भाभी समझ गईं कि मैं मुठ मारने की कह रहा हूँ.
वे हंस कर बोलीं- ये तो गनीमत समझो कि मैं आने लगी हूँ. वर्ना कुछ ही दिनों में तुम अपनी तबीयत खराब कर लेते!

यह सुनकर मैं समझ गया कि भाभी मुठ मारने की बात समझ गई हैं.
मैं बोला- तो मैं क्या करूँ … मेरी समझ में ही नहीं आता है!

तभी उन्होंने एकदम से खुल कर कहा- ओके तो बोलो क्या तुम मेरे साथ सेक्स कर पाओगे?
इतनी खुली बात सुनकर मैं पहले तो चुप हो गया.

जब उन्होंने वापस से मुझे टोका- बताओ? चुप क्यों हो?
तो मैंने भी मज़ाक में कह दिया- अरे भाभी, आपके जैसी तो मैं बहुत देख चुका हूँ … आपको भी देख लूँगा!
भाभी यह सुनकर कुछ नहीं बोलीं.

मैं समझ गया कि भाभी को मेरी बात से मजा आ गया है और वे चुदवाने के लिए राजी हो गई हैं.

अब वे मुझसे मजाक करने लगी थीं तो मैं भी सहज हो गया था.

अब मैं रोजाना उसी समय मैदान में आ जाता और भाभी के साथ मस्ती भरी बातें करता रहता.

कभी-कभी मेरा एक दोस्त भी मेरे साथ रहता था.

एक दिन जब मैं भाभी के पास गया तो उन्होंने मुझे इशारा किया.

भाभी का इशारा पाकर मैंने अपने दोस्त से आगे जाने को कहा और वहां मैं रुक गया.
उसी वक्त अचानक से मेरा एक और दूसरा दोस्त वहां आ गया.

भाभी उसे आया देख कर चुप हो गईं.
वह दोस्त भी भाभी की मदमस्त जवानी देख कर उन्हें घूरने लगा.

हम दोनों को उस दोस्त की कामुक नजरों से थोड़ी दिक्कत हो रही थी.
भाभी मुझे सवालिया नजरों से देख रही थीं, मानो वे उस दोस्त के बारे में पूछ रही हों कि यह कौन है?

मैंने भाभी के साथ कुछ आगे जाकर उनसे उनका नंबर मांगा कि मुझे कोई इमरजेंसी होगी तो कॉल करने के लिए आपका नंबर चाहिए.

भाभी ने मना कर दिया.
मैंने इस बार जरा जोर देते हुए मांगा कि अपना मोबाइल देना जरा!

यह कहते हुए मैं उनके हाथ से मोबाइल ले लिया.
भाभी ने कहा- ये मेरा फोन नहीं है इसलिए यह नंबर भी मेरा नहीं है!

मैंने भाभी से फोन लेकर नंबर चेक किया तो उनकी फ़ोटो स्क्रीन पर लगी थी.
इससे जाहिर है कि फोन भाभी का ही था.

मैंने अपने फोन पर भाभी के फोन से नंबर डायल किया और उन्हें वापस दे दिया.
बाद में मैं भाभी से अलग हो गया और उन्हें फोन किया.

मेरी उनसे बात हुई.
मैंने उसी रात को भाभी की चुदाई करने का प्लान बनाया.

मैं भाभी से बोला- क्या आप मेरे साथ सेक्स करोगी?
पहले तो उन्होंने मना कर दिया कि अभी नहीं, बाद में बताऊंगी.

फिर भी मैंने किसी तरह उनको मना लिया कि आज रात ही मैं आपके कमरे में आ जाऊंगा.
वे कुछ नहीं बोलीं और मुस्कुरा कर चली गईं.

रात में जब मैं भाभी की चुदाई करने गया तो उनका दरवाजा बंद था.
भाभी के घर में और भी फैमिली मेम्बर थे, जो ऊपर की मंजिल में अलग अलग कमरों में सोते थे.

भाभी नीचे की मंजिल में ही अपने कमरे में अकेली सोती थीं.

मैं रात में लगभग 11 बजे गया था.
मैंने फोन से घंटी की तो भाभी ने कहा- दरवाजा खुला है, चुपचाप बिना शोर किये अन्दर आ जाना.

मैं इधर उधर देखता हुआ सावधानी से भाभी के घर में चला गया.

मुझे डर भी लग रहा था लेकिन चुदाई के नशे में मुझे कुछ नहीं दिख रहा था.
अन्दर गया तो भाभी ने जल्दी से मुझे अपने कमरे में खींच लिया और दरवाजे बंद कर दिए.

वे कमरे में आईं तो मैं उन्हें देखने लगा.
भाभी के बूब्स 38 इंच नाप के बड़े-बड़े और रसभरे थे.

मैंने उनके नजदीक जाकर उन्हें लिप किस करते हुए चूसना शुरू किया.
भाभी कुछ नहीं कह रही थीं, वे बस चुपचाप मुझसे अपने होंठ चुसवा रही थीं.

वे बिना कुछ बोले बस बुत बनी हुई खड़ी थीं.
कुछ ही देर में भाभी गर्म हो गईं.

जल्दी ही उन्होंने मुझे धक्का दे दिया और बेड पर गिरा दिया.
मैं वासना से उन्हें देखे जा रहा था.

वे भी चुदासी हो गई थीं.
तभी उन्होंने अपनी नाइटी की आगे वाली डोरी को खोला और बड़ी अदा से अपनी नाइटी को सामने से खोल दिया.

उन्होंने नाइटी के अन्दर कुछ नहीं पहना था तो वे पूरी नंगी हो गई थीं.
मैंने उनके तने हुए दूध देखे तो एकदम से चुदास से भर गया और मेरे लौड़े ने उनकी रस टपकाती चुत को सलामी देना शुरू कर दिया.

उन्होंने लंड को फूलता देखा तो मेरी पैंट का बटन खोलने लगीं.
फिर भाभी ने मेरी जिप भी खोल दी.

मैं मस्त नजरों से उन्हें देख रहा था.

कुछ ही देर में भाभी ने मुझे पूरा खोल कर नंगा कर दिया.
मेरा लंड एकदम टाइट होकर उन्हें आकर्षित करने लगा था.

मैंने भाभी से अपना लंड चूसने का कहा तो उन्होंने मना कर दिया.

मैं कुछ नहीं बोला और न ही मैंने उठने की कोई कोशिश की.
अब वे खुद ही झुकीं और लौड़े को चूसने लगीं.

मैंने इससे पहले एक रंडी की चुदाई की थी पर उसके साथ चुदाई में उतना मजा नहीं आया था.

भाभी ने मेरा लंड पकड़ कर चॉकलेट की तरह चूसा और हाथ से हिलाया.

अब मुझसे लंड की चुसाई बर्दाश्त से बाहर हो रही थी.
मैंने भाभी के मुँह से लंड निकाला और उन्हें बिस्तर पर लिटा कर उनकी बुर में उंगली घुसेड़ दी.

पहले एक उंगली घुसेड़ी, फिर 2 व 3 उंगलियों को पेल कर भाभी की चुत को तेज तेज रगड़ना चालू कर दिया.

भाभी तड़फ उठीं और वे आह आह करने लगीं.
अब मैंने उनकी टांगों को ऊपर को उठाया और गांड को चाटना शुरू कर दिया.

कुछ देर बाद जब भाभी अपनी वासना को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थीं.
वे मुझसे बोलने लगीं- आह, बस अब जल्दी से चोद दो मुझे … आह अब नहीं रहा जाता!

मैंने उनकी गांड में दो उंगली डालीं और उनको एकदम से हॉट कर दिया.
वे कसमसाती हुई बोलने लगीं- आह चोदो मुझे … अब मैं नहीं रह पाऊंगी!

मैंने एक तकिया उठाया और उनकी बुर के नीचे लगा कर चुत को उठा दिया.
फिर मैंने लंड पेलने का प्रयास किया तो पहली बार में मेरा लंड अन्दर नहीं गया.

वे बदहवास सी हो गई थीं और बोलने लगीं- अरे क्या कर रहे हो … प्लीज जल्दी डालो न!

मैंने फिर से लंड को भाभी की बुर में सैट किया और झटका मार दिया.
लंड अन्दर गया तो वे चिल्लाने वाली थीं.
उसी समय मैंने झट से उनके मुँह को अपने मुँह से बंद कर दिया.

वे कुछ देर तक दर्द सहती रहीं और मैं उन्हें धकापेल चोदता रहा.
अब वे सहज होकर चुदाई का मजा लेने लगी थीं.

कुछ देर बाद भाभी मेरे ऊपर आ गईं.
मेरा लंड अपनी बुर में लेकर वे मुझे चोदने लगीं.

कुछ देर बाद मैंने वापस भाभी को नीचे लेटाकर 20 मिनट तक हचक कर चोदा.

भाभी फक का मजा लेकर हम दोनों साथ ही झड़ गए.

कुछ देर बाद वे उठ कर मेरे झड़े हुए लंड को चूसने लगीं.
मैंने कहा- अब मैं आपकी गांड मारूँगा!

वे गांड मरवाने के लिए मान नहीं रही थीं और कह रही थीं कि उधर बहुत दर्द होगा.
बड़ी मुश्किल में वे मानीं.

मैंने उनकी गांड को ढीला करना शुरू कर दिया तो वे कहने लगीं कि तुम कुछ चिकनाई लगा लो.
मैंने वैसलीन की शीशी को ले लिया.
अपने लंड और उनकी चुत को चिकना करके मैंने लौड़े को गांड के छेद से लगाकर जोर दिया तो चिकनाई काम कर गई.

मैंने पहले शॉट में ही उनकी गांड में लंड घुसेड़ दिया.
एक बार में सिर्फ सुपारा ही गया.

वे आह आह करने लगीं तो मैंने उनके मुँह को दबाया और फिर से धक्का देकर मैंने पूरे ज़ोर से उनकी गांड में लंड घुसा दिया.
वे अपना मुँह दबा होने के कारण कराह कर रह गईं.

उसमें हमें दोनों को थोड़ी देर तक गांड में लंड अन्दर बाहर करने के बाद उनका चुदाई का दर्द खत्म हो गया और हम दोनों को ही बहुत मज़ा आने लगा.

कुछ मिनट तक मैंने भाभी की गांड मारी और झड़ गया.
उसके बाद उन्होंने मुझे किस किया.

उस रात भाभी मुझसे बहुत खुश हो गई थीं.
हम दोनों ने खूब प्यार किया और वे मुझे बार बार आने के लिए कहने लगीं.

मैं उनसे पुनः आने का वायदा करके रात में 3 बजे के लगभग उनके घर से निकल आया.
उसके बाद मैं हफ्ते में दो तीन बार रात को उनके घर में जाकर ही उन्हें चोदने लगा था.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है दोस्तो, यदि भाभी फक स्टोरी पर आपके अच्छे कमेंट्स आए तो मैं आगे भी दूसरी सेक्स कहानी लेकर आऊंगा.
[email protected]

What did you think of this story

Comments

Scroll To Top