पड़ोसन भाभी ने बड़े प्यार से चूत दी
(Desi X Bhabhi Chudai Kahani)
देसी X भाभी चुदाई कहानी में मेरे पड़ोस में मस्त जवान भाभी रहती है, उनसे हमारा खूब आना जाना है. एक दोपहर भाभी ने मुझे किसी काम से अपने घर बुलाया. वहां क्या हुआ?
दोस्तो, मेरा नाम विकास है और मैं बिलासपुर छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूं.
पहले मैं आपको अपने बारे में बता देता हूं.
मैं 26 साल का सामान्य सा लड़का हूं, दिखने में भी ठीक-ठाक हूं.
मेरी हाइट 5 फीट 8 इंच है, रंग सांवला है और मेरे लांड का साइज भी औसत भारतीय के जितना है.
यह मेरी अन्तर्वासना पर पहली कहानी है जो सच्ची घटना पर आधारित है.
मैं उम्मीद करता हूं कि आप सबको अच्छी लगेगी.
यह देसी X भाभी चुदाई कहानी मेरे और मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी के बीच की है.
अब मैं आपको भाभी के बारे में बता देता हूं.
मेरी भाभी पड़ोस में रहती हैं, उनकी उम्र करीब 30 साल की है.
उनका एक बेटा भी है जो कि 5 साल का है.
भाभी दिखने में बहुत ही खूबसूरत है उनका रंग दूत सा सफेद है.
उनकी हाइट लगभग मेरे जितनी ही है.
उनका फिगर कमाल का है.
उनको देखकर लगता ही नहीं कि वे 30 साल की हैं.
वे तो किसी भी जवान लड़की को फेल कर दें, उनका फिगर 34-30-36 का है, जोकि उनकी लंबी देह पर बड़ी छरहरी है और कामुक लगती है.
उनकी बड़ी-बड़ी चूचियां देख कर ही लांड खड़ा हो जाता है.
सच में उनके मम्मों का क्या कहना … कोई भी देखकर उनके बूब्स के पीछे पागल हो जाए.
उस पर उनकी बलखाती कमर की लचक देखकर लगता है कि उनको अपनी बांहों में भर कर झूला झुलाऊं.
उनकी कमर के नीचे उनकी हाहाकारी 36 इंच की गांड थिरकती है.
जब वे अपने चूतड़ों को लेफ्ट राइट करती हुई चलती हैं तो उनकी कमर ऐसी मस्त मटकती है कि बस लांड पानी फेंकने को हो जाता है.
यूं लगता है मानो सामने से कोई गांड मटकाती हुई हीरोइन चली जा रही हो.
यह कहानी आज से ठीक एक साल पुरानी है.
वह अप्रैल की भीषण गर्मी भरा दिन था.
आपको तो पता ही है कि आजकल अप्रैल में कितनी तेज गर्मी हो जाती है.
अचानक से उस दिन भाभी ने मुझे इंस्टाग्राम पर मैसेज किया.
उन्होंने कहा- विकास अगर तुम फ्री हो तो क्या अपने एसी का रिमोट लेकर मेरे यहां आ सकते हो, मेरे एसी का रिमोट मेरे बेटे ने तोड़ दिया है.
भाभी ने मुझे इसलिए मैसेज किया था क्योंकि उनका और मेरे एसी की कंपनी सेम है.
उनको एसी मैंने ही अपने दोस्त की शॉप से दिलवाया था.
मैं भाभी के यहां गया, वह तपती दोपहर का समय था.
मैंने भाभी के यहां जाकर डोरबेल बजाई.
भाभी जी दरवाजा खोलने आईं.
उनका लड़का खेल रहा था.
मैंने भाभी को नमस्ते कहा, तो भाभी ने मुझे अन्दर बुलाया.
मैंने भाभी से कहा- क्या हुआ भाभी? इतनी गर्मी में एसी का रिमोट कैसे टूट गया?
भाभी ने जवाब दिया कि मेरा बेटा खेल रहा था, खेलते खेलते उसके हाथ से रिमोट गिरा और टूट गया.
मैंने अपने एसी का रिमोट भाभी के हाथ में थमाया और वहां से निकलने लगा.
भाभी ने मेरा हाथ थामा और बोलीं- रूको भैया, चाय पीकर जाना!
मैं- इतनी गर्मी में भी चाय पिला रही हो?
भाभी हंस कर बोलीं- तो क्या पीना है?
मैं भाभी की चूचियों की तरफ देखते हुए बोला- ठंडा दूध पिला दो!
भाभी ने मेरी नजरों का पीछा किया और मुझे बदमाश कहती हुई किचन में चली गईं.
मैं सोफे पर बैठा था.
भाभी किचन से ठंडा दूध लेकर आईं और गिलास मेरे हाथ में थमा दिया.
दूध के गिलास को हाथ में पकड़ते हुए मैंने कहा- भाभी, आपका दूध तो बहुत गाढ़ा है!
भाभी ने इतराते हुए कहा- यह मेरा दूध नहीं, गाय का दूध है!
मैंने भी मौके पर चौका मारते हुए कह दिया- तो आप अपना दूध पिला दो न!
वे भी हंसने लगीं और उन्होंने कहा- थोड़ी देर रुको, बच्चे को सोने दो … वह भी पिला दूंगी.
मैं खुश होकर सोफे पर बैठा बैठा टीवी देखने लगा.
भाभी अन्दर बेडरूम में अपने बच्चे के साथ चली गईं.
कोई दस मिनट बाद भाभी ने मुझे आवाज दी- विकास अन्दर आ जाओ!
जब मैं अन्दर गया तो अन्दर का नजारा देखकर दंग रह गया.
भाभी सिर्फ ब्रा और पैंटी में थीं.
मैंने भाभी से कहा- ऊऊ भाभी … आप तो पूरी तैयारी में हो!
भाभी मादक भाव से कहने लगीं- विकास, मैं भी तुम्हें बहुत पसंद करती हूं. कब से तुमसे कहना चाहती थी, पर कभी मौका ही नहीं मिला … आज मौका मिला है, मैं तुम्हें बहुत प्यार करूंगी, तुम्हारी हर जरूरत पूरी कर दूंगी. तुम जो कहोगे वह करूंगी. बस तुम मुझे कभी धोखा मत देना … हमेशा मेरा साथ देना. मैं कब से तुम्हारे लांड का इंतजार कर रही हूं. शीतल ने बताया था कि तुम्हारा लांड बहुत मस्त है.
दोस्तो, शीतल मेरी एक्स गर्लफ्रेंड है जो भाभी के घर के बगल में ही रहती है.
भाभी को पैंटी और ब्रा में देखकर मेरा लांड तो पहले से ही खड़ा हो गया था.
भाभी ने मेरे खड़े लांड को देखा और बोलीं- वाह … तुम तो तैयार हो गए!
मैंने भी देरी ना करते हुए भाभी को किस करना स्टार्ट कर दिया.
भाभी तो जैसे इंतजार कर रही थीं कि कब मैं उनको अपनी बांहों में ले लूँ!
भाभी बेड से उतर कर खड़ी हो गईं और मुझे गले लगा कर बहुत ही जोर से किस करने लगीं.
इधर मेरे लांड का बुरा हाल हो रहा था.
मैं चाहता था कि भाभी को हमेशा चोदूं … पर उस दिन तो चोदना ही था क्योंकि भाभी ने मेरा लांड जो खड़ा कर दिया था.
फिर भाभी से मैंने पूछा- भाभी, आप जब मुझे पसंद करती थीं, तो पहले क्यों नहीं बताया?
भाभी ने जवाब दिया- विकास मैं एक शादीशुदा औरत हूँ. मैं समाज से और अपनी फैमिली से डरती हूं. मुझे भी पता नहीं था कि तुम भी मुझे पसंद करते हो. पर आज जब तुमने मुझे इस तरह देखा, तब मुझे लगा कि तुम भी मुझे चोदना चाहते हो. खैर … यह सब छोड़ो और आ जाओ … हमारे पास ज्यादा टाइम नहीं है. तुम्हारे भैया शाम को 7:00 बजे आ जाएंगे.
उस समय दोपहर के 4:00 बजे का समय हो रहा था.
मैंने भाभी से पूछा- भाभी आपको कैसा सेक्स पसंद है?
भाभी ने जवाब दिया- पहले प्यार से मुझे गर्म करो … उसके बाद तुम जितनी जोर से चोद सको, चोद लो.
मैंने भाभी के सामने एक शर्त रखी- भाभी अगर आप मुझसे चुदना चाहती हो, तो बदले में आपको अपनी गांड भी मरवानी पड़ेगी.
भाभी तुरंत राजी हो गईं.
उन्होंने कहा- मैं राजी हूँ, पर तुम पहले मेरी चुत की आग बुझाओ. उसके बाद मेरी जान, तुम मेरी गांड भी मार लेना.
बस फिर क्या था दोस्तो, मुझे तो भाभी की तरफ से हरी झंडी मिल गई थी.
मैं भाभी को अपनी बांहों में लेकर किस करने लगा, साथ ही साथ उनके चूचों को भी दबाने लगा.
ऐसा लग रहा था जैसे मेरा लांड फटने वाला है.
भाभी बड़ी ही कामुक लग रही थीं क्योंकि उन्होंने बातों ही बातों में बताया था कि उनके पति उन पर ध्यान नहीं देते.
मुझे क्या … मैं तो भाभी को आज फुल मस्ती से चोदने वाला था.
मैंने किस करते-करते भाभी की ब्रा खोल दी.
भाभी मेरे लांड को लोवर के ऊपर से दबाने लगीं और कहने लगीं- विकास तुम्हारा लांड तो बहुत ही तगड़ा है, क्या तुम अपने कपड़े मेरे हाथों से उतरवाना चाहोगे?
मैंने कहा- भाभी यह भी कोई पूछने की बात है? अब मैं आप का हूं … आप जो चाहें मेरे साथ कर सकती हो.
भाभी ने इतना सुनते ही मेरी शर्ट को उतार दिया और वे मेरे लोअर के नाड़े को खोलने लगीं.
जैसे ही नाड़ा खुला, भाभी ने मेरे लोअर और अंडरवियर दोनों को एक साथ नीचे कर दी.
जैसे ही लोअर और अंडरवियर नीचे हुआ, मेरा लांड खट से बाहर आकर भाभी के मुँह से आ लगा.
भाभी ने मेरे लांड को देखते ही कहा- वाह विकास मैं तो तुम्हारे लांड की दीवानी हो गई.
भाभी ने पहले हाथों से मेरे लांड को सहलाया और कहा- वाह इतना अच्छा लांड मैंने आज तक नहीं देखा.
मैंने भाभी से कहा- भाभी, टेस्ट करके देखिए और अच्छा लगेगा!
भाभी ने मेरी आंखों में देखकर प्यारी सी मुस्कान भरी और मेरे लांड को अपने मुँह में लेना स्टार्ट कर दिया.
भाभी तो बड़ी खिलाड़ी निकलीं, ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें लांड चूसने का बहुत एक्सपीरियंस है.
वह मेरे पूरे लांड को अपने गले तक ले रही थीं.
कोई 5 मिनट बाद मैंने भाभी से कहा- भाभी, अकेली अकेली मजे लेती रहोगी क्या? मुझे भी तो मजे लेने दो!
भाभी ने पूछा- तुम्हें कौन सा मजा चाहिए?
मैंने कहा- मुझे आपकी चूत चाटनी है. गांड चाटनी है. चूत में अपना लांड डालना है. आपकी गांड मारनी है.
भाभी से मेरी इतनी बात हुई ही थी कि वे एकदम से खुश हो गईं.
उन्होंने कहा- चलो तो फिर देरी किस बात की है!
हम दोनों 69 पोजीशन में आ गए.
मैं भाभी की चूत चाट रहा था और उधर भाभी मेरा लांड अपने मुँह में गले तक ले रही थीं.
सच में बहुत ही अच्छा लग रहा था.
ऐसा लग रहा था कि मैं बस यही करता रहूं.
भाभी की चूत चाटता रहूँ … भाभी मेरा लांड चूसती रहें.
कोई 15 मिनट बाद भाभी ने अपनी चूत का पानी मेरे मुँह में छोड़ दिया.
दोस्तो, क्या बताऊं, भाभी की चूत इतनी प्यारी थी … उनकी हल्के ब्राउन कलर की चूत चाटने में इतना मस्त लग रहा था कि क्या ही कहूँ.
मेरा मन कर रहा था कि इन्हें छोडूं ही ना.
फिर भाभी ने मुझसे कहा- विकास अब रहा नहीं जाता … अब बस मुझे चोद दो.
मैंने भाभी को बेड पर लेटाया और मैं उनके ऊपर चढ़ गया.
उनकी चूत में अपने लांड को रगड़ने लगा.
भाभी कहने लगीं- डाल भी दो न … कितना तड़पाओगे!
मैंने तुरंत अपने लांड को भाभी की चूत पर सैट किया और एक जोरदार झटका दे मारा.
भाभी के मुँह से ‘ऊई मां … मर गई!’ निकली और वे कराहती हुई बोलने लगीं- आह मेरी जान … जरा प्यार से चोदो … मैं कहां भागी जा रही हूं!
भाभी के इतना कहने पर मैं इमोशनल हो गया और बड़े प्यार से आधे लांड को अन्दर बाहर करने लगा.
भाभी जैसी सामान्य हुईं, उन्होंने मुझसे कहा- अब जोर जोर से चुदाई करो!
मैं भी जोश में आ गया और जोर-जोर से भाभी की चुत में शॉट लगाने लगा.
भाभी एक बार फिर से झड़ गईं और झड़ने के बाद भाभी ने मुझसे पूछा- विकास कितनी देर और लगेगी, मेरा दो बार हो गया है. मैं थक गई हूं!
मैंने कहा- बस थोड़ी देर और भाभी, जल्दी झड़ने पर मजा कहां आएगा. जब तक लंबा और हॉट सेक्स ना चले मुझे मजा ही नहीं आता है.
भाभी मेरी बातों से खुश हो गईं. मैं चोदने में लग गया.
कुछ देर बाद मेरा भी अब आने ही वाला था.
मैंने भाभी से पूछा- भाभी कहां निकालूं?
भाभी ने जवाब दिया- मेरे मुँह पर ही निकाल दो, मैं तुम्हारे लांड का पानी टेस्ट करना चाहती हूं. मैंने आज तक कभी अपने पति का पानी टेस्ट नहीं किया है.
जैसे ही मैं भाभी के मुँह के पास अपने लांड को ले गया, भाभी ने मुँह खोलकर मेरे लांड को अपने मुँह में ले लिया.
मैं भाभी के मुँह को चोदने लगा.
भाभी बड़े प्यार से मेरा लांड चूस रही थीं.
ऐसा लग रहा था जैसे भाभी बरसों से ना चुदी हों.
मेरा होने ही वाला था, मैंने भाभी से कहा- आह भाभी … मेरा आने वाला है!
भाभी ने कहा- मेरे मुँह में डाल दो!
देसी X भाभी चुदाई का मजा लेते हुए मैं जोर जोर से झटके मारते हुए भाभी के मुँह में झड़ गया.
हमारा यह सेक्स काफी देर तक चलता रहा था. जब हमारा सेक्स खत्म हुआ, तो मैंने भाभी के चेहरे को देखा.
भाभी का चेहरा खिल गया था.
मैंने भाभी से पूछा- भाभी कैसा लगा?
भाभी ने हंसकर जवाब दिया- बहुत अच्छा लगा!
मैंने इच्छा जताई- भाभी मुझे आपकी गांड भी मारनी है!
भाभी ने कहा- अभी नहीं, अभी शाम के 6:00 बजे का समय हो गया है. आपके भैया का आने का टाइम हो गया है.
दोस्तो, यह मेरी सच्ची घटना है.
मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा कि मैंने भाभी की गांड कैसे मारी और भाभी ने अपनी सहेलियों को मुझसे कैसे चुदवाया, वह सब भी बताऊंगा.
बस जरा सा इंतजार कीजिए.
देसी X भाभी चुदाई कहानी पर अपना फीडबैक जरूर दीजिएगा. मुझे आप ईमेल के द्वारा भी जरूर बताएं.
धन्यवाद.
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