गैरमर्द के लौड़े से चुद कर मां बनी- 2
(Xxx Pregnant Sex Kahani)
Xxx प्रेग्नेंट सेक्स कहानी में एक भाभी को उसका पति संतान नहीं दे पाया तो उसने गैर मर्द से चुद कर गर्भधारण करके की सोची. एक दिन उसके घर एक आदमी आया जो उसे अच्छा लगा.
यह कहानी सुनें.
फ्रेंड्स, मैं किरण आपको अपनी एक सच्ची सेक्स कहानी सुना रही थी, जिसमें मैं एक गैरमर्द के साथ हमबिस्तर हो गई और उसे चुदवा कर मैंने अपनी कोख हरी करवा ली.
कहानी के पहले भाग
पति का लंड मुझे औलाद नहीं दे पाया
में अब तक आपने पढ़ लिया था कि मैं अपने पति की गैर मौजूदगी में अपने घर में अकेली थी और मोबाइल पर एक ब्लूफिल्म देख रही थी. उसी वक्त जावेद नामक एक व्यक्ति ने मेरे घर का दरवाजा खटखटाया और उससे बात होने के बाद मैं उसे अपने घर में अन्दर ले आई. उसे पानी देने लगी और उसके साथ चुदाई की मस्ती की कल्पना करने लगी.
अब आगे Xxx प्रेग्नेंट सेक्स कहानी:
जावेद कुछ सोचने लगा.
फिर वह मुझसे बोला- क्या मैं एक बात बोलूँ? मैं जो बोलूँगा, क्या वह आप कर सकती हो?
मैंने पूछा- क्या?
वह बोला- ऐसा करें आप पति के साथ अपना सेक्स चालू रखें … और किसी दूसरे मर्द के साथ आप सेक्स करके देख लें. मुझे उम्मीद है कि आप प्रेग्नेंट हो जाएंगी. यदि आप हमल से हो गईं, तो किसी को शक भी नहीं होगा!
मैंने कहा- नहीं-नहीं … मैं ये नहीं कर सकती!
जबकि मेरे मन में यह बात बहुत दिनों से चल रही थी कि किसी गैर मर्द से चुद कर अपनी बेऔलाद होने की समस्या से निजात पा लूँ.
मैं पॉर्न में भी यह सब देख चुकी थी कि किस तरह से गैर मर्दों से चुदाई करवा कर कोई भी लड़की प्रेग्नेंट हो जाती है और किसी को पता भी नहीं चलता है.
अपने मन में चल रही ऊहापोह के चलते मैं अपनी एक उंगली दांतों में दबा कर सोचने लगी थी कि ये बात तो उसने ठीक कही.
तभी वह बोला- आप क्या सोच रही हो? बोलो न! आप किसी अपने किसी भी दोस्त के साथ सेक्स करो या फिर मेरे साथ भी कर सकती हो. मैं अनजान व्यक्ति हूँ किसी को खबर भी नहीं होगी!
उसके मुँह से चुदाई का खुला ऑफर सुनकर मेरी चुत में चींटियां सी रेंगने लगीं.
उस वक्त मैं सिर्फ उससे चुदने को लेकर सोच रही थी तो कुछ पल चुप रही थी.
यहां एक बात गौर करने वाली है कि यदि इस तरह का ऑफर सुनने के बाद यदि कोई महिला चुप रहती है, तो सामने वाला बड़ी आसानी से इस बात को समझ सकता है कि इस महिला के मन में गैर मर्द के लौड़े से चुदाई के लिए कोई विचार चल रहा है.
उसने मुझे पुन: टोका- क्या हुआ?
अब मैंने झट से उसकी तरफ देखा और थोड़ी देर उसकी तरफ देखती रही.
वह शायद मेरी चुदास को समझ गया था.
उसने अपने हाथ से मेरे हाथ को सहलाना शुरू कर दिया.
पर पुरुष का स्पर्श मुझे उत्तेजित करने लगा.
मैं सोच रही थी कि यार, ये आदमी सच कह रहा है … आज इसके साथ मजा ले ही लेती हूँ. किसी को कुछ पता नहीं चलेगा.
तभी उसने एक पासा फेंका.
वह उठने को हुआ और बोला- आप निर्णय कर लेना और मुझे फोन कर देना. यह मेरा कार्ड रख लो.
तभी मैंने उससे बैठने को बोला और मैं अन्दर चली गई.
बेडरूम में जाकर अभी मैं सोच ही रही थी कि क्या करूँ … क्या इस अनजान व्यक्ति से चुदवाना सही रहेगा या नहीं!
इधर मेरी चुत उसके लंड को अपने आगोश में लेने के लिए बार बार फड़कने लगी थी.
जल्दी ही मैंने सोच लिया कि अब जो होगा सो देखा जाएगा; मैं इस आदमी के साथ सेक्स करूँगी.
उसी पल मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और एक छोटी सी टॉवल लपेट कर मैं उसके पास आ गई.
वह मुझे एक छोटी सी टॉवल में देख कर गर्म होने लगा.
मैं उससे वासना से बोली- क्या आप मुझे ब.च्चा दे सकते हो?
वह अपनी बांहें फैला कर मुझे अपनी आगोश में लेने का इशारा करने लगा.
मैं आगे बढ़ी और मैंने घुटनों के बल बैठ कर उसके लंड पर अपना हाथ रख दिया.
बस फिर क्या था … वह उठ कर खड़ा हो गया.
उसने मुझे उठाया तो मेरा टॉवल निकल कर नीचे गिर गया.
मुझे नंगी देख कर उसने मुझे अपनी बांहों में समेट लिया और मुझे होंठों पर अपने होंठ रख कर चूमने लगा.
मैं भी उसकी मर्दानगी का अहसास करती हुई पिघलने लगी और उससे लिपट गई.
कुछ देर तक मुझे चूमने के बाद उसने मेरी गांड में हाथ डाल कर मुझे उठा लिया.
वह मुझे अपनी मजबूत भुजाओं में टांग कर मेरे बेडरूम में ले आया.
उधर उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिए.
जब मैंने उसका लंड देखा तो मन मचल उठा.
वाह … कितना बड़ा और मोटा लंड था उसका.
मैंने इतना बड़ा लंड अभी तक सामने से कभी देखा ही नहीं था, सिर्फ पोर्न क्लिप्स में ही देखा करती थी.
उसने मुझे पलंग पर लिटा दिया और मुझे चूमने लगा.
वह मेरे बूब्स को भी चूम चूस रहा था.
मैं भी बहुत गर्म हो गई थी.
वह मुझे बहुत अच्छी तरह से गर्म कर रहा था.
उसकी दाढ़ी मुझे चुभ रही थी, पर बहुत मज़ा दे रही थी.
उसके मर्दाना जिस्म की मादक महक मुझे पागल कर रही थी.
कुछ देर तक मुझे प्यार करने के बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया और मेरे पीछे से अपना मोटा लंड मेरी चुत में पेल दिया.
मुझे इतना बड़ा लंड अन्दर जाने से बड़ा मीठा सा दर्द हुआ … हालांकि कुछ ही देर में मुझे उसके लौड़े से मुहब्बत हो गई थी और वह मुझे अपनी चुत में चलता हुआ अच्छा लगने लगा था.
वह मेरी चूचियों को मसलता हुआ मुझे चोद रहा था.
उसका बड़ा लंड मेरी चुत की जड़ तक आता जाता हुआ बहुत ही अच्छा लग रहा था.
मैं मादक आहें भर रही थी.
उससे चुदवाते हुए मेरे मुँह से सेक्सी आवाज़ें निकल रही थीं- आह और जोर से पेलो … आह और जोर से … मजा आ रहा है आह!
बहुत देर तक वह मुझे चोदता रहा था.
अब उसका वीर्य निकलने को था तो उसने बिना मुझसे कुछ पूछे अपना वीर्य मेरी चुत के अन्दर छोड़ना चालू कर दिया.
उसके लंड से वीर्य की पिचकारियां इतनी जोर जोर से निकल रही थीं कि मुझे अन्दर तक उसके गर्म रस का अहसास हो रहा था.
कुछ देर तक लंड अन्दर पेले रहने के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला और अपने कपड़े पहनने लगा.
मैं भी कपड़े पहनने लगी और उसके करीब आ गई.
वह मुझे अपनी गोदी में बिठा कर बोला- जान, एक फिर से करना पड़ेगा … बोलो कब करवाओगी?
मैंने कहा- नहीं यार, आज मेरे पति शाम को वापस आने वाले हैं. दो दिन बाद जब वे फिर से बाहर जाएंगे, तब मैं तुम्हें बता दूंगी!
उसने मुझे अपना फ़ोन नंबर दे दिया और कहा- मुझे फ़ोन करके बताना … मैं तुम्हारे फ़ोन का इंतज़ार करूँगा.
वह चला गया और मुझे उसके लौड़े की रगड़ अपनी चुत में बार बार उसकी याद दिलाने लगी.
फिर शाम को पति घर पर आए. दो दिन बाद वे फिर से टूर पर चले गए.
शाम को मैंने जावेद को फ़ोन किया कि आज रात को मैं अकेली हूँ. तुम बोलो, कहां मिल सकते हो?
उसने कहा- तुम एक काम करो … मुझे रात नौ बजे नाके के पास मिलो!
मैं नौ बजे नाके के पास आ गई.
वह गाड़ी लेकर आया था.
मैं उसकी गाड़ी पर गांड उचका कर बैठ गई.
वह मुझे बहुत दूर एक तंग झाड़ियों के रास्ते से एक फार्म हाउस पर ले गया.
वहां पर कोई भी नहीं था. सिर्फ मैं और जावेद ही थे.
उसने मुझे नहाने के लिए बाथरूम में भेजा.
मैं नहा कर आई तो मैं पूरी नंगी थी.
उसने मुझे मलाई वाला दूध पिलाया, जिसमें बादाम, काजू और बहुत कुछ था.
वह दूध बहुत ही मीठा और स्वादिष्ट था.
शायद उसने कोई देसी दवा भी उस दूध में मिलाई हुई थी.
मेरे आने के बाद वह नहाने चल गया और पूरे कपड़े निकाल कर नहाने लगा.
बाथरूम का दरवाजा खुला था तो वह मुझे अपना लंड दिखाते हुए नहाने लगा.
फिर वह नंगा ही बाहर आया और मुझ पर टूट पड़ा.
वह मेरे पूरे जिस्म को चूस रहा था, मेरी चूत चाट रहा था.
जावेद किसी भूखे भेड़िए की तरह मुझे दबा दबा कर चूस रहा था और अपनी पूरी हवस निकाल रहा था.
फिर वह मेरे ऊपर आ गया और लंड पेल कर मुझे जोर-जोर से चोदने लगा.
वह आज मेरे साथ बहुत ही ज़्यादा उत्तेजित होकर चुदाई कर रहा था.
मुझे भी उसका मूसल लंड अपनी चुत में लेने में बड़ा सुख मिल रहा था.
हालांकि कुछ देर तक मुझे उससे सेक्स करने के तरीके से तकलीफ़ हो रही थी, तो मैं उसे प्यार से चोदने की बात कह रही थी.
वह मेरी एक बात भी नहीं सुन रहा था बस ताबड़तोड़ चोद रहा था.
उसका सेक्स पावर बहुत ज़्यादा था.
मुझे ऐसा लग रहा था शायद आज वह मेरी चूत को फाड़ कर भोसड़ा न कर दे.
मैं उसके जोर-जोर से चोदने से चिल्ला रही थी.
कुछ आधा घंटा तक धकापेल चोदने के बाद उसके लंड से वीर्य मेरी चुत में झड़ने लगा.
झड़ने के बाद उसने अपना लंड मेरी चुत से नहीं निकाला … उसे वैसे ही घुसा रहने दिया.
करीब दस मिनट तक वह अपने लौड़े को मेरी चुत में ही पेले पड़ा रहा.
अचानक से एक चमत्कार सा हुआ, उसका लंड मेरी चुत में ही फिर से कड़क हो गया.
मैं समझ ही न पाई कि ऐसा कैसे हुआ.
वह तो जब उसने मुझे फिर से चोदना चालू किया, तब मुझे होश आया कि यह क्या हुआ.
उसने वापस से मुझे जोर-जोर से चोदा और इस बार उसने मुझे आसन बदल बदल कर भी पेला.
मेरी चुत फैल गई थी तो उसके लौड़े से चुदने में मुझे भी लज्जत मिल रही थी.
काफी देर तक मेरी चुत को रगड़ने के बाद उसने फिर से अपना वीर्य मेरी चुत में टपका दिया.
अब हम दोनों अलग हो गए.
उस रात उसने मुझे रुक रुक कर बार बार चोदा और सुबह तक उसने मुझे आठ बार चोद दिया था.
मेरी हालत खराब हो गई थी, मुझसे उठते नहीं बन रहा था.
करीब दस बजे सुबह उसने मुझे वहीं नाके के पास छोड़ा और चला गया.
मैं किसी तरह से ऑटो करके घर आई.
रात भर की चुदाई से मैं सो नहीं सकी थी और मेरी चूत भी भयंकर दर्द करने लगी थी.
तीन दिन बाद मेरे पति घर वापस आए.
उस रात उन्होंने मेरे साथ सेक्स किया.
अब बस मैं भगवान से विनती कर रही थी कि मेरा गर्भ ठहर जाए.
मुझे बस वही Xxx प्रेग्नेंट सेक्स चाहिए था.
ऊपर वाले ने मेरी प्रार्थना स्वीकार कर ली और मैं प्रेग्नेंट हो गई.
मेरी माहवारी रुकने की खबर से मेरे पति भी बहुत खुश हुए.
उन्होंने अपनी मम्मी को भी बतया तो सास और भी ससुर भी खुश हो गए.
नौ महीने में लगभग दो बार जावेद ने मुझे और चोदा क्योंकि मुझे ही उसके मोटे लौड़े से चुदने का मन हुआ था.
फिर मुझे बेटा हो गया और आज मेरा बेटा दो साल का हो गया है.
वह मेरी शक्ल पर ही गया है, इससे मेरी ससुराल में किसी को कोई शक भी नहीं हुआ है.
आज भी मेरे घर वालों को पता नहीं हो सका है कि ये सब कैसे हो गया है.
दोस्तो, यह मेरी एकदम सच्ची सेक्स कहानी है, Xxx प्रेग्नेंट सेक्स कहानी आपको कैसी लगी प्लीज जरूर बताएं.
धन्यवाद.
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