वो बरसात की हसीन शाम-1
कुछ महीने पहले दो दोस्तों से मिलकर मैंने हमारे मोहल्ले की एक शादीशुदा लड़की के साथ खूब मस्ती की थी. पहले वो तैयार नहीं हुई, मगर हमने जैसे तैसे उसे राजी किया और मजे लिए.
कुछ महीने पहले दो दोस्तों से मिलकर मैंने हमारे मोहल्ले की एक शादीशुदा लड़की के साथ खूब मस्ती की थी. पहले वो तैयार नहीं हुई, मगर हमने जैसे तैसे उसे राजी किया और मजे लिए.
सर्दी की रात में इतनी ठंड में भरी शादी में बगैर पैंटी पहने मुझे यूं लग रहा था जैसे मैं नंगी घूम रही हूँ। पैंटी न होने अहसास मेरे जिस्म में एक अजीब सनसनी पैदा कर था.
उन्होंने समझाया कि मैं दो जिन्दगी जियूं. जब मैं उनके साथ रहूँ तो उनकी बीवी बनकर ... और जब मैं कमरे पर रहूँ या कॉलेज में रहूँ तो विद्यार्थी बनकर रहूँ. सेक्स भी करूं और पढ़ूं भी.
मैंने अपने दोस्तों से उनके फ़्लैट में अपनी मौसेरी बहन को कुछ दिन ठहराने को कहा तो वे मना नहीं कर पाए. लेकिन मेरी बहन की मस्तराम हरकतें देख वे हैरान रह गए.
जब किसी औरत को गैर मर्द का चस्का लग जाए तो वो छूटना बहुत मुश्किल होता है. ऐसी ही दो बहनों की कहानी है यह... शादी के पहले दोनों अपने बॉयफ्रेंडज़ से चुदवाती रही और शादी के बाद...
मैं चाचा चाची के साथ रहता हूँ। चाची जवान, खूबसूरत हैं, रात में चाची की 'ओह्ह माँ... ओह उहह आह... अअअ आआ...' की गर्म चीखें जब मैं सुनता था तो पता चल जाता था कि चाची चुद रही है.
एक बार ऑटो में मुझे बुर्के वाली एक महिला मिली. वो मेरी तरफ देख रही थी, उसकी आंखें बहुत सुन्दर लग रही थीं, तो मैं भी देखने लगा. उसके बाद क्या हुआ, कहानी पढ़ कर पता लगाएं!
सेक्स को एन्जॉय करने के लिये ज़रूरी है कि उसे खुल के किया जाये। इन ख़ास लम्हों में कोई शर्म नहीं ... चोदन के वक्त भूल जाओ कि तुम क्या हो और जो भी जी में आये वह करो।
हमारे घर में कई परिवार रहते हैं. उनमें से एक भाभी मुझे रोज पढ़ाती थी. वो भाभी अक्सर मुझे अपनी बांहों में भींच कर अपनी चूचियां मेरे बदन पर दबाती थी. मैंने भाभी को कैसे चोदा! पढ़ें!
यह सेक्स कहानी मेरी वाइफ की गैर मर्द के साथ सेक्स की है. आप पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी वाइफ को पूरी गर्म करके अपने एक स्टूडेंट से चुदवाया.
मैंने कहा- नहीं यार, यह सील तोड़ने नहीं दे रही है, इसे बहुत घबराहट हो रही है. जैसे ही मैं लंड को चूत के मुख पर लगाकर अंदर डालने का प्रयास करता हूं तो यह उछल पड़ती है.
मेरी पत्नी रिजर्व स्वभाव की है. वो सेक्स को फालतू की चीज मानती है. मैंने आज तक उसे पूरी नंगी नहीं देखा था. मैंने अपनी बीवी के साथ खुल कर सेक्स करना चाहता था. तो मैंने क्या किया?
बहुत तरस चुकी मैं लंडों के लिये। शादी की फिलहाल कोई उम्मीद भी नहीं दिखती। जो लड़का फंसता भी है तो शादी की लाईन पर आता दिखता नहीं और रिश्ता कोई आता नहीं।
मेरी बुआजी की मुस्कान इतनी सुंदर है कि जब वो हंसती थीं, तो मेरा मन करता था कि उनके होंठों को चूस लूँ. जब वो झुककर घर की सफाई करती तो मेरा लंड उनके मम्मों को देख खड़ा हो जाता था.
मैं अपने बेटे को जगाने गयी तो मैं उसके पास लेट गयी. उसने मेरा हाथ पकड़कर चड्डी के ऊपर से ही अपने लण्ड पर रख दिया और मेरे होंठों को चूमने लगा। मैं आँखें बंद किये मजा ले रही थी।
गांव से रिश्ते में मेरी साली हमारे घर आई हुई थी, वो मेरे साथ मजाक कर रही थी. मेरी पत्नी ने भांप लिया कि मेरी साली के दिल में क्या चल रहा है. मेरी पत्नी बहुत खुले विचारों की है.
उफ.. कितना मजा देते हो! अगर मुझे पहले पता होता कि कभी मुझे गोद में खिलाने वाले भाईजान एक दिन मुझे नंगी करके मेरी गांड में अपना लंड ठांसेंगे तो जब मैं खिलती हुई कली थी...
मेरी यह सेक्स कथा कुछ दिन पहले गए करवाचौथ की रात की है जब मैंने अपनी पड़ोसन भाभी को चुदाई का असली मज़ा दिया।
हाल ही में पहली बार अपनी मामी के साथ सेक्स करने के बाद मैं इस घटना को शर्म और संकोच के कारण किसी से बता नहीं सका, तो आप सबसे इस मंच पर साझा कर रहा हूं.
उसके होंठ देख के ही मैंने अंदाज़ा लगा लिया कि इसकी चूत का चीरा 3 इंच से ज्यादा का नहीं होगा. क़यामत सा उसका फिगर, आवाज़ जैसे मिश्री. मैं तो उसे देखते ही फ़िदा हो गया था.