बहन की चूत भाई की तरक्की के लिए चुदी-1
मेरे भाई ने मुझे रात में जम कर चोदा, मेरी गांड भी मारी। फ़िर मुझसे उसके ऑफ़िस की पार्टी में उसकी गर्लफ़्रेंड बन कर चलने के लिए कहा। कहानी पढ़ कर जानिए कि मेरा भाई असल में क्या चाहता था।
मेरे भाई ने मुझे रात में जम कर चोदा, मेरी गांड भी मारी। फ़िर मुझसे उसके ऑफ़िस की पार्टी में उसकी गर्लफ़्रेंड बन कर चलने के लिए कहा। कहानी पढ़ कर जानिए कि मेरा भाई असल में क्या चाहता था।
मैंने हँसते हुए अपनी बॉस की पीठ पर हाथ फेरा और बोला- मेरी बीवी मुझे बहुत खुश रखती है और मेरी खुशी के लिये ही उसने मुझसे अपनी गांड मेरे सुहागरात में मरवाई थी।
क्या आप मुझे बताएँगे कि मैं कमसिन उम्र के अपने पहले प्यार को कैसे पाऊँ? हम दोनों एक दूसरे को बहुत चाहते थे, एक दिन हमारा मिलन होने को था लेकिन अधूरा रह गया।
मैं अपनी गर्लफ़्रेंड को हर जगह चोद चुका था। कुछ नया करने की फ़िराक में था। एक दिन उसकी मम्मी बाज़ार गई तो मैं उसके घर उसे चोद रहा था। तभी उसकी मम्मी आ गई।
अपने बॉयफ़्रेंड को मैंने अपनी विधवा मम्मी से मिलवाया और कहा कि हम दोनों शादी करेंगे। उसके बाद वो अक्सर हमारे घर आने लगा। एक दिन मैं कॉलेज से जल्दी घर आई तो…
मेरे पाठको, इस बार मैं आपके समक्ष कोई कहानी नहीं बल्कि एक यौन सुख के रस रंग से सराबोर अपनी एक कविता लेकर प्रस्तुत हुआ हूँ। एक बार मिली एक चूत मुझे...
मैं बड़ी बहन के घर में रहता हूँ। उनके बड़े-बड़े मम्मे और उनकी मटकती गाण्ड देखकर मेरा लंड तुरंत खड़ा हो जाता है। अपनी बहन की चूत मैंने कैसे मारी, इस कहानी में पढ़ें!
अपने बॉस से चुदने के अगली सुबह मेरे पति का फ़ोन आ गया। फ़ोन पर उसने अपनी बॉस की शरारतें बताई कि कैसे उसकी बॉस उसे अपने बदन से उत्तेजित कर रही थी।
भाभी को चूमते हुए उसकी जांघें पकड़ कर नीचे कालीन पर खींच लिया और एक कुशन उसके सर के नीचे और दूसरा उसके चूतड़ के नीचे लगा दिया। भाभी अपनी जांघें दूर तक खोल कर लेट गई!
एक बार मैंने भाभी को कपड़े बदलते हुए देखा.. तब उन्होंने सिर्फ ब्रा और पैन्टी पहनी थी, उनको शायद नहीं पता था कि मैं उन्हें देख रहा हूँ। उस दिन से वो रोज मेरे ख्वाबों में आती थीं।
ऋषिकेश जाते हुए मुझे बस में एक लड़की मिली, मेरी ही सीट पर थी। वो मेरे साथ खुद घुलमिल गई, मैं उसके करीब चिपक कर बैठ गया। आगे कया हुआ, कहानी में पढ़िए।
गर्मियों में मैं रोज सैर पर लड़कियां और आंटी देखने जाता था। मुझे पार्क में एक स्वीट सी लड़की दिखी.. मैं उसके पीछे-पीछे घूमने लगा। कहानी में पढ़ें कि कैसे उसने मुझे घर बुला लिया।
तेज बारिश हो रही थी, देखा कि पड़ोसन लड़की बाहर खड़ी भीग रही थी। उसका टॉप पारदर्शक होने की वजह से उसकी काली ब्रा साफ़ दिख रही थी। उसने देख लिया और एक सेक्सी मुस्कुराहट दी।
मैं देख रही थी कि बॉस काफ़ी दिन से मेरे ऊपर मेहरबान था, उसकी नज़र मेरे बदन पर थी। आखिर उसने खुले शब्दों में मुहे कह दिया कि वह मुझे चोदना चाहता है। कहानी पढ़ें।
मेरी दीदी का फिगर बड़ा कमाल का है, गांड तो ऐसी उठी हुई है.. जो किसी का भी दिल जीत ले। मैं उन्हें हवस की नज़रों से देखता था, मैंने कई बार उनके नाम की मुठ भी मारी है।
मेरे बॉस ने मुझे हस्तमैथुन करते हुए देख लिया था। धीरे धीरे हम खुल गए और चूत चुदाई की बातें करने लगे। अब मैं उनक्से अपनी चूत चुदवाना चाहती थी। आखिर वो दिन भी आया।
मैं अस्पताल जाते हुए लेट हो गई। तब वहाँ खड़े गार्ड को पर्ची के लिए कहा। वो मुझे अपने साथ ले गया। कहानी पढ़ कर देखिए कि बात कैसे बनी और मैं उससे चुद गई।
नया शहर, नये लोग, नया मकान मालिक... और नोटबंदी... दफ़्तर की एक लड़की से बात की तो उसने मुझसे कहा कि बॉस से बात कर लो। यह बताते हुए वो शरारती अंदाज में मुस्कराई।
मैंने अपनी ननद को जीजा से गांड मरवाने के लिए राजी कर लिया और रात को हम दोनों पूरी नंगी होकर ऊपर जीजा के पास गई। मेरी ननद की गांड कैसे चुदी, कहानी में पढ़िए।
जब तक मेरी शादी नहीं होता तब तक पति-पत्नी की तरह रह नहीं सकते? भरोसा रख.. मैं तेरे लिए दुनिया भर की लड़कियों की लाइन लगा कर तेरे चरणों में रख दूंगी..