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अबकी बार सुमन चाची की गाण्ड फाड़ी -1

सुमन चाची की गाण्ड भी बहुत मस्त व टाइट थी और मैं उनकी गाण्ड में भी अपना लंड पेलना चाहता था पर सुमन चाची गाण्ड मरवाने के नाम से ही बिदक जातीं और कहतीं- इसे तो तेरे चाचा भी नहीं मार सके..

पुरानी पड़ोसन मेरी तीसरी चूत

On 2016-07-16 Category: पड़ोसी Tags: लंड चुसाई

पुराने घर के पडो़स की सेक्सी भाभी अकसर मुझे छोटे मोटे माक के लिए बुला लेती थी और मैं उसके बदन को बहाने से छू लेता था और उसके नाम की मुठ मारा करता था. आखिर भाभी ने चुदवा ही लिया.

साली और साली की बेटी संग मज़े किए-3

मेरा लंड कमल के पेट पे रगड़ खा रहा था, मेरा दिल चाह रहा था कि इसको अभी नंगी करूँ और अपना लंड इसकी कुँवारी चूत में डाल दूँ। मगर मैं ऐसा नहीं कर सकता था क्योंकि उसकी माँ सामने लेटी सब कुछ देख रही थी।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-18

शाम को जब छत पर अंकल मेरे साथ छेड़छाड़ कर रहे थे, मैं उनकी गोदी में थी, मेरे चूतड़ों में सख्त सा लगा, उस वक्त कोई और था नहीं, हम दोनों ही थे… मैंने पूछ ही लिया- यह मेरे चूतड़ों में क्या चुभ रहा है?

जिस्मानी रिश्तों की चाह -31

मेरे और आपी के जिस्म पर सिर्फ़ हमारी सलवारें ही थीं और आपी के सीने के उभारों पर उनकी खुली हुई ब्रा रखी हुई थी। मैंने अपने दोनों घुटने आपी की टाँगों के इर्द-गिर्द टिकाए और उनके सीने के उभारों पर अपना सीना रखते हो आपी के ऊपर लेट गया।

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-7

ज्यों ही उंगली चूत में घुसी ऐशुरानी सिहर उठी और एक क्षण के लिए लण्ड चूसना भी भूल गई। लण्ड मुंह में धंसे धंसे ही उसने सीत्कार ली और फिर दुबारा से लौड़ा चूसने लगी।

दोस्त की बीवी को लण्ड चूसना सिखाया

सुमन के मुँह से चुदाई की बात सुन कर मैं थोड़ा चौंक गया और सुमन ने कहा- मैं तो कब से इस टाइम का वेट रही थी कि कब मेरे पति घर पर ना रहें और तुम्हें बुला कर तुम से चुदूँ।

साली और साली की बेटी संग मज़े किए-2

मैं उसकी दोनों टाँगें चौड़ी कर के अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा। पूरी लाइट जल रही थी, सारा परिवार हमारे आस पास सोया था, और हम दोनों जीजा साली बिल्कुल नंगे चोदापट्टी में लगे थे।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-17

अंकल का लंड… मैंने पहले भी छुआ तो था, जब गोदी में बिठाते थे तो अपने चूतड़ों में और जांघों में महसूस होता था पर इस वक्त तो मैं बिना किसी डर के पहली बार पूरा नंगा लंड देख रही थी।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -30

आपी ने मेरे सख़्त हाथ को अपने नर्म और मुलायम उभार पर महसूस किया और एक 'अहह..' भरते हुए मेरे हाथ पर अपना हाथ रख दिया और मेरे हाथ को हटाने के बजाए अपने हाथ से मेरे हाथ को दबाने लगीं।

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-6

थोड़ी देर इसी प्रकार चूसने के बाद ऐश्वर्या रीना रानी से बोली- दीदी... अब ज़रा भी दर्द नहीं हो रहा... बड़ा मज़ा आ रहा है... दीदी मेरे बदन में फिर से अकड़न महसूस होने लगी है... ऐसा क्यों हो रहा है?

फोन से दोस्ती और चूत चुदाई

अंजलि सवा पांच फुट की थी और बहुत गोरी तो नहीं थी.. और ना बहुत सुंदर थी.. फिर भी चोदने लायक तो थी। उसको बाँहों में लेने के बाद मैंने उसके होंठों पर किस कर दिया। वो अपने पुराने ब्वॉयफ्रेंड से पहले भी करवा चुकी थी..

साली और साली की बेटी संग मज़े किए-1

मुझे अपनी बड़ी साली गुड्डी के घर जाने का मौका मिला। दूध जैसा गोरा बदन, सुंदर चेहरा, 38 या शायद उस से भी बड़े साइज़ का ब्रा पहनती होगी। मेरा ध्यान बरबस ही उसकी विशाल छातियों की तरफ चला जाता!

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-16

मुझे तो सलोनी की पहली चुदाई की गाथा सुनने में रुचि थी कि कैसे उस के अंकल ने कमसिन सलोनी को गर्म किया होगा और फ़िर कैसे चुदाई शुरू की होगी।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -29

मैंने आपी के कूल्हों में अपने लण्ड को ज़रा और दबाया.. तो उन्होंने मेरे लण्ड के दबाव से बचने के लिए अपने कूल्हों को दायें बायें हरकत दी तो उसका असर उलटा ही हुआ और मेरा लण्ड आपी के कूल्हों की दरार में मुकम्मल फिट हो गया।

अठारह वर्षीया कमसिन बुर का लुत्फ़-5

ऐशुरानी बहुत कसमसा रही थी, उसका सुन्दर मुखड़ा तीव्र कामावेग में लाल हो गया था, माथे पे पसीने की बूंदें छलक आई थीं, उसके नाखून मेरी पीठ पे गड़े जा रहे थे और वह बार बार सी सी कर रही थी।

मुम्बई से दुबई- कामुक अन्तर्वासना-6

रेनू की चूत तो शायद तभी गीली होना शुरू हो गई थी जब वो शावर लेने जा रही थी। उसके गीले बदन पर चिपक कर फिसलने का लुफ्त एक अनोखा अनुभव था।

बीवी ने सील बंद साली की चूत दिलाई

मैंने उसकी दोनों टांगों को अलग किया, उसकी जाँघों के बीच आकर बैठ गया और चूत की दोनों फांकों को अलग किया और देखा कि उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, बिल्कुल क्लीन की हुई जवान चूत थी उसकी।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-15

मैं कमर तक पूरी नंगी अंकल के सामने लेटी थी, उन्होंने मेरी दोनों चूचियों को देखा और मुस्कुराए- इतनी सुन्दर चूची हैं… इन पर निशान पड़ गए ना…

जिस्मानी रिश्तों की चाह-28

मैं खाना खाते-खाते नज़र उठा कर आपी के सीने के उभारों और पूरे जिस्म को भी देख लेता था। आपी ने मेरी नजरों को महसूस कर लिया था, लड़कियों की सिक्स सेंस्थ इस मामले में बहुत तेज होती है।

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