लखनऊ में मस्ती भरी चोदम चुदाई -1
सुबह पांच बजे मैंने रवि को सोते से उठा दिया, फोन की घंटी से राज भी उठ गया था, रवि ने फोन का स्पीकर खोल दिया। मैंने रवि से कहा- यार, पूरी रात तुम्हारा लंड याद आता रहा, एक बार मेरी चूत में डाल दो न डार्लिंग!
सुबह पांच बजे मैंने रवि को सोते से उठा दिया, फोन की घंटी से राज भी उठ गया था, रवि ने फोन का स्पीकर खोल दिया। मैंने रवि से कहा- यार, पूरी रात तुम्हारा लंड याद आता रहा, एक बार मेरी चूत में डाल दो न डार्लिंग!
पिंकी मेरे जींस पर अपने हाथ से सहला रही थी। फिर पिंकी ने मेरी जींस को उतार दिया और अंडरवीयर के ऊपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी। मैं भी अब उसकी सलवार के ऊपर से ही उसकी चूत को सहला रहा था और साथ ही लबों को चूम रहा था।
मेरे दफ्तर की लड़की से मेरा चक्कर चला तो वो मुझे पाने घर ले गई लेकिन उसकी मम्मी ने हमें रंगेहाथ पकड़ लिया. उन्होंने अपनी बेटी को एक कमरे में बंद कर दिया लेकिन मुझे अपने कमरे में ले गई!
निधि बड़ी मुश्किल से लौड़े को चूस पा रही थी.. क्योंकि इतना बड़ा लौड़ा पूरा उसके गले तक जा फँसा था। दस मिनट तक अर्जुन बड़ी बेरहमी से निधि के मुँह को चोदता रहा.. उसकी आँखे लाल हो गईं.. और आँसू भी आ गए..
मैंने नीचे आकर उसकी पैन्टी निकाल दी, उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी। मैं उसकी चूत चाटने लगा, मेरा मुँह चूत पर लगते ही वो उछल गई। मैं उसकी चूत में जहाँ तक हो सका.. जीभ डालकर चाटने लगा था। वो काबू से बाहर हो रही थी।
मेरी बड़ी बहन बहुत सेक्सी है, मैं उसे चोदना चाहता था। मैंने उसकी एक पुरानी सहेली के नाम से फ़ेसबुक आईडी बनाई और उसकी अन्तर्वासना को जगाया। उसके बाद उसने नहाते हुए खुद अपना नंगा बदन मुझे दिखाया और चुदने के लिये मेरे कमरे में आई।
हमारे दूर के एक रिश्तेदार की बेटी हमारे यहाँ पढ़ने के लिए आई। वो जवान थी। उसके साथ मैंने कैसे चुदाई करना सीखा, बस यही है इस कहानी में!
रति की भाभी से अनुमति लेकर कम्मो ने रति की सीलबन्द चूत के प्रथम समागम की तैयारी कर ली, उसने रति को एक दवा पिलवाई और रति कामातुर होकर मेरे घर आकर मुझसे लिपट गई।
मैंने पीछे से ही पिंकी की गांड पर लंड को रखा और जोर के धक्का मारा, पिंकी 'ऊऊओईईई ईईईईई…!' करके रह गई। इस बार आधे से ज्यादा लंड पिंकी की गांड में चला गया.
पायल जब उठी तो उसको गाण्ड में दर्द महसूस हुआ.. वो जब चलने लगी तो उसकी चाल बदल गई दर्द की वजह से.. वो कूल्हे उठा कर चल रही थी। पायल गाण्ड को मटकाती हुई सीधी बाथरूम की तरफ़ चली गई।
मेरे पड़ोस की एक सीधी सादी पर हसीन लड़की पर मेरा दिल आ गया। वो अपनी दुकान भी सम्भालती थी। मैं उसकी दुकान पर उसे पटाने जाया करता था। आखिर एक दिन मैंने उसे पकड़ ही लिया।
एक सेक्सी मूवी में मुझे एक लड़की मिली, उसे मैं अपने कमरे में ले आया चोदने के लिये। कमरे में आते ही उसने सेक्सी खेल खेलने शुरु किये, मेरी आंखों पर पट्टी बांध कर मुझे बेड से बांध दिया।
चाचा का सुपाड़ा मेरी चूत के अन्दर घुस गया था। 'उह.. उफ्फ्फ उह आहह्ह्ह..' करते हुए चाचा से लिपट कर पूरी चूत चाचा के हवाले करके मैं बुर को चाचा की तरफ करके दूसरे शॉट का इंतजार करने लगी।
यह कहानी मेरे और मेरे मामा की लड़की के बीच की है। उसने खुद पहल करके मेरे सामने अपने प्यार का इज़हार किया और मैंने मौका पाकर उसए पकड़ लिया और उसकी कुंवारी चूत चोद कर मज़ा दिया।
पायल को अब मज़ा आने लगा था। वो हाथों पर ज़ोर देकर फिर से घोड़ी बन गई थी और पुनीत अब उसके कूल्हे पकड़ कर 'दे दनादन..' लौड़ा पेल रहा था। कुछ देर बाद पुनीत ने पायल की गाण्ड में पिचकारी मारनी शुरू की..
मेरे ताऊ के बेटे की पत्नी यानि मेरी भाभी ने मुझे जगाने के लिये मेरी रजाई हटाई पर एकदम वापिस डाल लर चली गई। बाद में उन्होंने मेरे ऊपर जो प्यार बरसाया उसकी यह कहानी है।
कम्मो ने रति के ठण्डेपन की समस्या का एक इलाज यह बताया कि उसे नर नारी के सम्भोग का सजीव दर्शन कराया जाए। रति भी मेरी और कम्मो की सजीव चुदाई देखने के लिये राजी हो गई और…
उसने मुझे सीधा बिस्तर पर गिरा कर लिटा दिया और एकदम से मेरे ऊपर चढ़ कर अपने लण्ड का सुपारा मेरी चूत पर रख कर एक ही धक्के में अन्दर चूत की जड़ तक ठेल दिया।
मैं कोई एक्सपर्ट या कोई स्पेशलिस्ट नहीं हूँ। मैं यहाँ बस वो बातें शेयर कर रहा हूँ.. जो मैंने 'सेक्स कैसे करें' टॉपिक के बारे में रिसर्च करते हुए समझे और जो अपने पर्सनल एक्सपीरियेन्स से सीखे।
पुनीत ने पायल के मुँह पर लौड़ा लगा दिया और हाथ से उसके बाल पकड़ कर लौड़ा उसके गालों पर घुमाने लगा- मेरी जान ले चूस.. पायल- भाई आपके इरादे ठीक नहीं लग रहे.. मुझे तो डर लग रहा है आपसे.. पता नहीं आज मेरी गाण्ड का क्या हाल करोगे..