पहाड़ की चढ़ाई, लण्ड-चूत चुसाई
मैंने कहा कि हम लोग कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ रहे हैं तो वो गुस्सा होकर मुझे गंदी गालियाँ देने लगी। मुझे गुस्सा तब आया जब उसने कहा कि तेरा छोटा है, इसलिये तू नहीं दिखा रहा है।
मैंने कहा कि हम लोग कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ रहे हैं तो वो गुस्सा होकर मुझे गंदी गालियाँ देने लगी। मुझे गुस्सा तब आया जब उसने कहा कि तेरा छोटा है, इसलिये तू नहीं दिखा रहा है।
Couple Swap Party कपल स्वैप पार्टी प्रेषक : राकेश कुमार कपल स्वैप पार्टी यानि अपनी पत्नियों को दूसरे की पत्नियों से अदला बदली करके जीवन का लुत्फ़ उठाना। यहाँ यह बात साफ़ कर देना भी उचित है कि भारत में ये सब जबरन करना गैरकानूनी है, और इस तरह की पार्टियों में पत्नियों या अपने […]
अन्तर्वासना के तमाम पाठकों को राहुल का नमस्कार। यह मेरी पहली कहानी है। दोस्तों मैं अपने बारे में बता दूँ, पेशे से मैं एक इंजीनियर हूँ, उम्र तेईस साल, कद छः फुट, रंग गोरा है और स्मार्ट कितना हूँ, यह तो आप मिल कर ही देख लेना। यह कहानी मेरी और मेरी पड़ोस में रहने […]
उसकी चूत बिल्कुल एक अनचुदी और अनछुई थी। चूत की दोनों फाँकें चिपकी हुई थीं। दरार के बीच में चने के दाने सा उभरा हुआ उसकी भगनासा, उसकी भगन को देख कर मुझे कमलगटा के बीज की याद आ जाती है जो हरे रँग का होता है.
मेरे नौकर की बीवी कमाल की लड़की है. देखने में वो किसी अप्सरा से कम नहीं लगती है. उसकी टाँगें केले के तने की तरह, कमर पतली और लहरदार, भारी नितम्ब, उठावदार चूचियाँ जैसे दो उन्मत्त पर्वत शिखर, जो ब्लाउज को फाड़ कर बाहर आने को आतुर हों, सुराही की तरह गला, कोमल से हाथ, लाल गुलाबी होंठ, सुतवां नाक, कमल पंखुरियों से नयन, चौड़ा माथा, घने काले बाल, जिसमें फँस कर कोई भी अपने होश गवां बैठे. उस लड़की को देख कर बड़े-बड़ों के होश गुम हो जाएँ.
प्रेषिका : माया मित्रो, मेरी कहानी शायद आपको थोड़ी अजीब लग सकती है, पर आप अपने विचार जरूर प्रकट करें। मैं एक 35 वर्षीया घरेलू महिला हूँ। पति की कमाई से जब काम नहीं चला तो मैंने विश्व का सबसे पुराना धंधा शुरू कर दिया। मुझे इस धंधे में 5 साल हो गए हैं। इस […]
एक बार फिर मैं अपनी एक और नई कहानी लेकर आपसे रूबरू हो रहा हूँ, पर यह कहानी और कहनियों से कुछ हट कर है। यह कहानी जहाँ तक मुझे लगता है, सत्य घटना है, पर कहाँ तक सत्य है, इसका फैसला आप पर छोड़ता हूँ। इस कथा के सत्य होने के प्रमाण मुझे अनेक […]
प्रणाम मेरे आशिक़ो, नये साल की शुरुआत पर मुझे मोटे लंड मिल गए। इतनी ठण्ड में दिल चुदने को बहुत मचलता है। ठंडी-ठंडी गांड में मोटा लंड लेकर मुझे जिस्म में गर्मी लाने से बढ़िया दूसरा कोई रास्ता नहीं मिलता। खैर मैंने बताया था कि कैसे मैंने सर्कस में घुस कर दो मर्द चुनकर उनसे […]
मंजू- रोनी, मैं तो तुम्हें बहुत ही भला इन्सान समझती थी, पर तुम तो बहुत चालू निकले। बहुत चाहते हुए भी मैंने भी तुमसे अपने दिल की बात नहीं बताई कि कहीं तुमने मेरी बात को नकार दिया तो मैं अपनी ही नजरो में गिर जाऊँगी। रोनी, तुम मुझे अच्छे लगते हो। और मैडम ने […]
एक दिन मैं ऑफिस में बैठा था शाम को हरिया के नंबर से फोन आया। मैंने उठाया तो किरण बोली- बाबू हरिया गांव गए कछु काम रही, आज चौकीदारी का कैसन करूँ? ठीक है मैंने कहा- देखता हूँ। फिर फोन बंद कर दिया। अब तक अँधेरा सा हो चला था। ऑफिस बंद करके साईट पर […]
दूसरे दिन साईट पर गया तो वहाँ का काम जिस द्रुतगति से चल रहा था। उसी गति से मेरा दिल गांव की गोरी किरण के हुस्न का दीवाना हुआ जा रहा था। मैं कमरे में जाकर दरवाजे लगाकर तख्त पर आराम करने लगा। तभी आंगन में मुझे चूड़ियों की खनक सुनाई दी। मुझसे रहा न […]
आप सभी को मेरी इस कहानी जिसमें कई कहानियाँ एक साथ हैं, पढ़ कर मजा आ रहा होगा। कहानी में सभी नाम और स्थान असली नहीं हैं, उन्हें परिवर्तित किया हुआ है। मजे में दिन यूँ ही निकलते गए। एक दिन शाम को लीना अपने घर जा चुकी थी, मैं भी ऑफिस बंद करने की […]
सन्ता पहली बार अपनी गर्लफ़्रेन्ड सलमा को डेट पर ले गया। होटल के कमरे में सलमा ने संता को एक सौ कंडोम वाला एक पैकेट तोहफ़े में दिया। सन्ता सलमा को नग्न अवस्था में पलंग पर छोड़ कर बाथरूम में घुस गया। काफी समय गुज़र जाने के बाद जब सन्ता बाहर नहीं आया तो सलमा […]
अब तक मैंने उसका साड़ी का पल्लू गिराकर उसके स्तनों पर कब्ज़ा कर लिया था। उन्हें पीछे से पकड़कर मसलने में अनुपम सुख मिलने लगा। मेरे लंड की हालत बिगड़ने लगी। वो खड़ा होकर लीना के नितम्बों को मेरी कमर से दूर धकेल रहा था। उसकी सिसकी छूटने लगी “स्सस्सस्स… सर… ये…क्या कर रहे हो… […]
दूसरे दिन ऑफिस की छुट्टी के कारण लीना को तो आना नहीं था, मैं सीधा साईट पर चला गया। फिर फुर्सत के समय में आकर ऑफिस खोल लिया। फिर लीना की चुदाई के लिए कोई युक्ति सोचने लगा। मुझे अब विश्वास हो गया की मेरा युक्ति कामयाब रही तो कल जरूर कुछ कर गुजरूँगा। आज […]
भाई के दोस्त ने बस में-1 कुछ देर बाद उस ने मेरी पैंटी खींच कर नीचे कर दी और मैंने उसे उतार दिया। फिर मुझे सोफे पर बिठा कर स्वयं नीचे अपने घुटनों पर बैठ गया और मेरी टाँगों को खोल कर मेरी चूत के ऊपर चूमने लगा। फिर उसने ऊपर होकर मेरे होठों को […]
उसने काँपते हाथों से उन पैकेट को खोला तो उन ब्रा पैन्टी को देखकर बोली- सर ये तो बहुत ही सुन्दर और बिल्कुल नए फैशन की बहुत अच्छी हैं। ये तो मंहगी भी बहुत होंगी।
दूसरे दिन मैंने ऑफिस खोला ही था कि लीना आ पहुँची। वो सलवार सूट पहनकर आई थे, हरे रंग का सूट, उस पर लाल पीले फूल बने हुए थे, बिल्कुल सिम्पल सादे लिबास में उसकी असली खूबसूरती और भी निखरी हुई लग रही थी। मैंने उसे सारे काम एक बार फिर से समझा कर अपनी […]
मैं उससे एक एक सामान उठाने को कह रहा था जब वो झुककर उठाती तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल छातियों को गहराई तक देख देख कर मेरी छाती पर सांप लोट रहे थे।
प्रीतो- कंडोम का पैकेट देना ! सन्ता दुकानदार- कौन सी कंपनी का दूँ बहन जी? प्रीतो- अच्छी कम्पनी का ही देना जिससे तेरी बहन की इज्जत बनी रही, और तुम मामा भी न बनो। *** एक मॉल में सेलगर्ल सलमा ने कहा- माफ़ करना सर, आप यहाँ पर धूम्रपान नहीं कर सकते। इमरान- लेकिन मैंने […]