सुन्दर बहू
मैंने उनका पेटीकोट ऊपर किया और उनकी चूत को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी। उन्होंने मेरी चूत को सहलाते हुए उसमें अपनी एक उंगली डाल दी और उसे मेरी चूत में अन्दर–बाहर करने लगी।
मैंने उनका पेटीकोट ऊपर किया और उनकी चूत को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी। उन्होंने मेरी चूत को सहलाते हुए उसमें अपनी एक उंगली डाल दी और उसे मेरी चूत में अन्दर–बाहर करने लगी।
मेरी चूत का मुँह लंड के एहसास से लाल हो कर खुल गया था जिससे उनके लंड को किसी तरह की परेशानी ना हो। मेरी चूत से काम-रस झाग बनके निकल कर मेरे चूतड़ों के कटाव के बीच से बहता हुआ बिस्तर की ओर जा रहा था। मेरी चूत का मुँह पानी से उफ़न रहा […]
आजकल के बच्चे और उनके सवाल ! बबली- टीचर टीचर ! ‘बस’ मेल है या फीमेल? टीचर ने सोचा- सच ए क्यूट क्वेस्चन ! तभी अचानक दूसरे बच्चे बंटी ने जवाब दिया- टीचर टीचर ! बस फ़ीमेल होती है। बबली- ऐसा क्यों? बंटी- क्योंकि सब लोग उस पर चढ़ते हैं, ईडियट ! टीचर यह उत्तर […]
“मम्मऽऽऽ… शहनाज़… मीऽऽऽऽ… ऊँमऽऽऽऽ… तुम बहुत सैक्सी हो। अब अफ़सोस हो रहा है कि तुम्हें इतने दिनों तक मैंने छुआ क्यों नहीं। ओफ…ओहहऽऽऽ तुम तो मुझ पागल कर डालोगी। आआ…आऽऽऽ…हहऽऽऽ… हाँऽऽऽ… ऐसे हीऽऽऽ…” वो अपने लंड को मेरी चूत के ऊपर रगड़ रहे थे। कुछ देर तक हमारे एक दूसरे के जिस्म को रगड़ने के […]
करीना ने सैफ़ को नौकरानी दीपिका के साथ सेक्स करते देख लिया। करीना ने सैफ़ को तो कुछ नहीं कहा पर नौकरानी दीपिका को अकेले में ले गई। बेचारी दीपिका डरते हुए रोने लगी और हाथ जोड़ कर बोली- बीबी जी, माफ़ कर दो, सैफ़ साहब ने 500 रुपए का लालच दिया था। मालकिन करीना- […]
मेरी पीठ मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी के सीने से लगी हुई थी। मैंने अपना सिर पीछे की ओर करके उनके कंधे पर रख दिया। साढ़े-चार इंच ऊँची हील के सैंडल पहने होने से मेरा कद उनके कद से मेल खा रहा था। उनके हाथ मेरे सीने के दोनों उभारों को बुरी तरह मसल […]
“आज मैं आपके बेटे की बीवी हूँ।” “लेकिन पहले तू मेरी सेक्रेटरी है। यहाँ पर तू मेरी सेक्रेटरी बन कर आई है… मेरे बेटे की बहू नहीं ! और सेक्रेटरी का काम होता है अपने एंपलायर को खुश रखना। देखा नहीं यहाँ मौजूद दूसरी सेक्रेटरियों को?” “क्या हो गया है आज आपको?” मैंने थूक निगलते […]
कुछ देर बाद हम वहीं आराम करके अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गये। बाहर अपनी टेबल पर आकर देखा कि टेबल खाली थी। मैंने बैठते हुए इधर-उधर नज़र दौड़ाई लेकिन साशा और ससुर जी कहीं नहीं दिखे। हैमिल्टन ने अपनी कुर्सी पर बैठ कर मुझे अपनी गोद में खींच लिया। मैंने उसकी गोद में […]
मैंने बड़े प्यार से सुपारे को पूजा की चूत में हल्के से धंसाया और उसके मुंह से आह, आह शह्ह उफ्फ्फ्फ़ निकली और उसने अपनी आँखें बंद कर ली। पूजा ने तो दर्द के मारे बेडशीट को जोर से मुट्ठी में भींच लिया।
मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक कुछ देर तक निहारते ही रह गये। उनके होंठों से एक सीटी जैसी आवाज निकली, जैसी आवाज आवारा टाईप के मजनूं निकाला करते हैं। “म्मम.. आज तो पैरिस जलकर राख हो जायेगा !” उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी तारीफ़ की। “आप भी बस मेरी खिंचाई […]
पिछले कुछ समय से मुझे गांड मरवाने का मन करने लगा। एक बार मैंने अपने बोटम साथी से कहा कि वो मेरी गांड मारे पर वो अन्दर नहीं घुसा सका। पर मेरा मन गांड मरवाने के लिए और भी ज्यादा मचलने लगा। पर मैं किसी भरोसे वाले आदमी से मरवाना चाहता था।
मैं कमरे से बाहर निकल कर बगल वाले कमरे में, जिसमें ससुर जी रह रहे थे, उसमें चली गई। ससुर जी कमरे में नहीं थे। मैंने इधर उधर नज़र दौड़ाई। बाथरूम से पानी बहने की आवाज सुनकर उस तरफ़ गई तो देखा कि बाथरूम का दरवाजा आधा खुला हुआ था। सामने ताहिर अज़ीज़ खान जी […]
एक बार पप्पू ने सन्ता की दुकान से 45 रूपए का सामान खरीदा और उसे 5 के नोट में 5 की आगे 0 लगा कर दिया और कहा- ये लो 50 रूपए 5 रूपए वापस दो। सन्ता को यह पता चल गया तो उसने सोचा कि इसका बदला लेना चाहिए। तो उसने जेब से 50 […]
लाँग स्कर्ट्स के बाद माइक्रो स्कर्ट्स की बारी आई। मैंने एक पहना तो मुझे काफी शर्म आई। स्कर्ट्स की लम्बाई पैंटी के दो अंगुल नीचे तक थी। टॉप भी मेरी गोलाइयों के ठीक नीचे ही खत्म हो रही थी। टॉप्स के गले भी काफी डीप थे। मेरे आधे बूब्स सामने नज़र आ रहे थे। मैंने […]
अभी दो महीने ही हुए थे कि मैंने अपने ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी को कुछ परेशान देखा। “क्या बात है अब्बू… आप कुछ परेशान हैं?” मैंने पूछा। “शहनाज़ ! तुम कल से हफ़्ते भर के लिये ऑफिस आने लगो !” उन्होंने मेरी ओर देखते हुए पूछा, “तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं होगी ना, अपने […]
मेरा सिर नशे में बुरी तरह झूम रहा था और दिमाग पर नशे की जैसे एक धुँध सी छाई हुई थी। रस्तोगी के वीर्य ने अब चेहरे पर और मम्मों पर सूख कर पपड़ी का रूप ले लिये था। मैं कुछ देर तक यूँ ही स्वामी के लंड पर बैठी अपनी उखड़ी हुई साँसों और […]
जब मेरी पहली कहानी अन्तर्वासना पर भेजी थी तब मुझे एहसास भी नहीं था कि एक दिन मेरे आगे पीछे ऊपर नीचे चारों तरफ लण्ड खड़े होंगे मुझे चोदने के लिए।
स्वामी आज मुझ पर रहम करने के मूड में बिल्कुल नहीं था। उसने वापस अपने लंड को पूरा बाहर खींचा तो एक फक सी आवाज आई जैसे किसी बोतल का कॉर्क खोला गया हो। उसे मुझे दर्द देने में मज़ा आ रहा था। नहीं तो वो अगर चाहता तो उस हालत में ही अपने लंड […]
मालिक नौकर से- तुम्हें नजर नहीं आया कि मैं नहा रहा हूं और तुम बाथरुम में घुस आए? नौकर ने जवाब दिया- माफ करना साहब, मुझे लगा मैडम नहा रहीं हैं। *** नाश्ते का वक़्त मालकिन आदेश देती है- रामू, साहब के अंडे उबाल देना। नौकर ने पूछा- मेम साहब, आपका भी दूध निकालूं? मालकिन […]
मैं उसके लंड की टिप को अपनी चूत की दोनों फाँकों के बीच महसूस कर रही थी। मैंने एक बार नजरें तिरछी करके जावेद को देखा। उसकी आँखें मेरी चूत पर लगे लंड को साँस रोक कर देख रही थी। मैंने अपनी आँखें बंद कर ली। मैं हालात से तो समझौता कर ही चुकी थी […]