रेखा- अतुल का माल-1
आपने मेरी लिखी कहानी हमारी नौकरानी सरीना पढ़ी। उसी को आगे बढ़ाते हुए अब अगला भाग “रेखा- अतुल का माल” पढ़िए। दो बजने से 5 मिनट पहले ही घंटी बजी। सामने अतुल, उनकी पड़ोसन रेखा और सरीना खड़ी थीं। सरीना के हाथ मैं एक बैग था जिसमें कुछ कपड़े थे। हम लोग अन्दर आ गए, […]