Latest Sex Stories

बानो की जवां रातें-2

On 2007-03-08 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : शमीम बनो कुरैशी मेरे नथुनों में बानो की चूत की रसभरी महक बस गई। ऐसी खुशबू मैंने जिन्दगी में पहली बार पाई थी। उसने अपनी चूत को मेरे मुख पर रगड़ दिया और मेरा चेहरा लसलसे, चिकने द्रव से भिगा दिया। बाकी का काम मेरी लपलपाती हुई जीभ ने कर दिया। उसकी चूत […]

बानो की जवां रातें-1

On 2007-03-07 Category: पड़ोसी Tags:

लेखिका : शमीम बानो कुरैशी फ़रदीन भाई जान ने मुझसे कहा कि आज मैं भी आप जैसा लिखूंगा, मैंने भी तो आपको चोदा है, मैं कहानी का स्वरूप लिखूंगा, बस आप उसे दिलचस्प बना देना। मेरे साथ फ़रदीन ने कैसे अपनी रंगीनियाँ बिखेरी, यह उसकी दस्तान है। वो इस तरह से अपनी आप बीती लिखते […]

तू तो कुछ कर-2

On 2007-03-06 Category: गुरु घण्टाल Tags:

प्रेषक : राजा गर्ग प्रिय पाठको, मैंने अपनी पहली कहानी “तू तो कुछ कर” में अपनी मैडम के बारे में ज़िक्र किया था मगर मैंने यह तो बताया ही नहीं कि वो लगती कैसी थी। वो एक कमाल की औरत जिसका कद 5’6″ के आसपास है और उसकी आँखें बिलकुल नशे से भरी हुई, उसके […]

अभिलाषा की अभिलाषा

On 2007-03-04 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषक/प्रेषिका : छम्मक छल्लो यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है, यह एक सच्ची घटना है। मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी अभिलाषा। वह मुझसे एक साल छोटी है। उसकी माँ और मेरी माँ काफी अच्छी सहेलियाँ हैं। वह बचपन से ही मुझसे किताबों और पढ़ाई के मामले में मदद मांगती रही है। आंटी […]

मधु और भंवरा

On 2007-03-03 Category: पड़ोसी Tags:

प्रेषिका : श्रेया अहूजा मैं और मधु बचपन में घर-घर, लुक्का-छिप्पी, डॉक्टर-डॉक्टर खेलते थे … बचपन ने जवानी का कब रुख लिया पता ही नहीं चला … अब मैं इंटर में हूँ और मधु भी. बस यह फर्क है कि वो हिंदी सरकारी कॉलेज में और मैं इंग्लिश कॉलेज में बस .. हम आज भी […]

मेरी पहली चुदाई प्रीति के साथ

वो मेरे कपड़े उतार कर मेरे बराबर में लेट गई और मेरे लण्ड को छुआ और बोली- हाय! तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है? आज सही मायने में मेरी चूत की प्यास बुझेगी!

प्रेम के अनमोल क्षण-2

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा भाभी अपने एक एक अंग को मेरे शरीर के ऊपर दबा रही थी, सिसक रही थी… चुम्बनों से मेरा मुख गीला कर दिया था। लण्ड मेरा फ़ूलता ही जा रहा था। लग रहा कि बस भाभी की चिकनी चूत को मार ही दूँ। भाभी के हाथ जैसे कुछ ढूंढ रहे थे… […]

प्रेम के अनमोल क्षण-1

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा श्री मनोहर सिंह मेहता के द्वारा भेजी गई कहानी को मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ। मुझे कुछ कुछ ऐसा प्रतीत होता है कि जिन घरों में भाभियां होती हैं, तो साथ रहने वाले देवर के मन में कभी ना कभी तो पाप जाग ही जाता है और नतीजन भाभियाँ […]

शिल्पा के साथ ट्रेन का सफ़र-4

लेखक : माइक डिसूज़ा प्यारे दोस्तो, अब तक आपने शिल्पा के साथ ट्रेन में चुदाई के बारे में पढ़ा। आपने यह भी पढ़ा कि कैसे उसनी पहली बार अपने अंकल से अपनी चुदाई और फिर अपने नौकर और उसके दोस्तों के साथ चुदाई के किस्से मुझे सुनाये। अब आगे क्या हुआ मैं आपको ये बताता […]

स्नेहा और मैं

On 2007-02-20 Category: जवान लड़की Tags:

दोस्तों मेरा नाम रॉकी है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं आपके सामने एक घटना बताने जा रहा हूँ जो मेरे साथ घटी है, यह सब मुझसे गलती से हुआ था। मेरे पड़ोस में एक परिवार रहता था, जिसमें दो लड़कियाँ और एक लड़का था। दोनों लड़कियाँ लड़के से बड़ी थी, बड़ी वाली का नाम […]

पत्थर की रगड़ाई वाले से गांड मरवाई

On 2007-02-19 Category: गे सेक्स स्टोरी Tags:

लेखक : सनी मेरी एक एक कहानी को दिल से पसंद करके मुझे अपना अपना प्यार खुले दिल से दिया, और दोगे हर कोई मुझे कह रहा है कि गांडू अपनी चुदाई ज़रा जल्दी जल्दी भेजा कर ! अब कब भेजेगा ? अब आगे बढ़ते हुए गुरु जी और सभी पाठकों को बहुत बहुत प्यार […]

मदमस्त जवानी

On 2007-02-18 Category: कोई मिल गया Tags:

राधिका ने अजय को अपने नीचे दबा लिया,"मादरचोद मेरी गाण्ड का तो तूने हलवा बना दिया, अब देख साले ! तैयार हो जा... मेरी चूत में कितना दम है तू ही देख ले !"

फिर दूसरी से कर लेना-3

On 2007-02-17 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

प्रेषक : संजय शर्मा प्रिय पाठको संजय शर्मा का एक बार फिर से नमस्कार ! मेरी कहानी “दूसरी से कर लेना” के दो भाग अन्तर्वासना पर प्रकाशित हो चुके हैं। पहले अंश में मैंने लिखा था कि किस तरह मैंने और भैया ने अपनी दोनों दीदियों को चोदा था और काफी मजे किये। दूसरे अंश […]

स्पर्म थैरेपी-8

On 2007-02-16 Category: Office Sex Tags:

सप्तम भाग से आगे : ओह.. तो यह बात है… रश्मि। यही तो मैं सोच रहा था कि तुम्हारे जैसी बला की खूबसूरत लड़की इतनी आसानी से कैसे तैयार हो गई। खैर मैंने रश्मि से कहा- चलो, आज मैं तुम्हारी अतृप्त वासना की इच्छा पूरी करता हूँ। यह सब कहते हुये उसने मेरा लंड छोड़ा […]

स्पर्म थैरेपी-7

On 2007-02-15 Category: चुदाई की कहानी Tags:

छटे भाग से आगे : सुबह मम्मी ने हम लोगों को करीब नौ बजे जगाया। हम लोग हड़बड़ा कर उठे और अपने अपने कपड़े को खोजने लगे। हम लोगों की हालत देख कर मम्मी बड़ी प्रसन्ता से बोली- मैं तुम लोगों के लिए चाय नाश्ता बना रही हूँ, फ्रेश हो कर डाइनिंग टेबल पर आ […]

स्पर्म थैरेपी-6

On 2007-02-14 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता पंचम भाग से आगे : जब मैं टॉयलेट से लौट रही थी तो मैंने सोचा कि मम्मी के बेडरूम में झांक कर देखा जाए कि यहाँ क्या चल रहा है ! मैंने देखा कि फूफा जी मम्मी को कुतिया की तरह बहुत तेजी से चोद रहे थे और मुँह से […]

स्पर्म थैरेपी-5

On 2007-02-13 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता चतुर्थ भाग से आगे : लंच के बाद विशाल भैया अपने किसी दोस्त से मिलने चले गए और मैं मम्मी के साथ घर के काम में लग गई। शाम को विशाल भैया अपने दोस्त प्रदीप के साथ आये जो यहीं लखनऊ में रहते थे। वह भी बीबीडी से बी टेक […]

स्पर्म थैरेपी-4

On 2007-02-12 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता तृतीय भाग से आगे : अगले दिन रविवार था। सभी लोग जल्दी ही उठ गए थे क्योंकि विशाल भैया लखनऊ मेल से सुबह आठ बजे ही आ गये थे। हम लोग विशाल भैया से कोई एक साल के बाद मिल रहे थे। विशाल भैया को मेरे इलाज के बारे में […]

स्पर्म थैरेपी-3

On 2007-02-11 Category: रिश्तों में चुदाई Tags:

प्रेषक : मुन्ना लाल गुप्ता द्वीतीय भाग से आगे : अब मम्मी के सामने यह समस्या थी कि वीर्य के लिए किससे कहे, जोकि रोज ताज़ा वीर्य मुझे पिला सके। ऐसे किसी से कह नहीं सकते, समाज का भय था। इसी चिंता में मम्मी थी कि तभी फ़ूफा जी कानपुर से आ गए। फ़ूफा जी […]

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