दिल्ली में वन नाईट स्टैंड वाली मस्ती

(Delhi Me One Night Stand Masti)

नमस्कार दोस्तो, मैं राजेश आपका एक बार फिर से अपनी सेक्स कहानी में स्वागत करता हूँ और आप सभी का धन्यवाद करता हूँ कि अपने मेरी कहानियों को पढ़ कर मुझे बहुत प्यार दिया।
सभी चूत वालियों को भी धन्यवाद जिन्होंने मेरी कहानियाँ पढ़ कर अपनी चूत खोल कर मुझे इमेल्स भेज कर और अपनी चूतों में उंगली करके प्यार दिया।
कुछ लड़कियों, महिलाओं ने अपनी चूतों की फोटो भी इमेल्स के जरिये भेजीं, उनकी चूतों पर मेरे द्वारा एक प्यारा सा चुम्बन और अपने लम्बे मस्त लंड का स्पर्श!
कुछ कपल्स ने भी मुझे प्यार भेजा और कुछ ने मेरे साथ थ्रीसम चुदाई का आनन्द लेने का निमंत्रण भी भेजा, उन सभी दोस्तों का बहुत बहुत धन्यवाद!

दोस्तो, हम सभी की बातें जो इमेल्स पे होतीं हैं, वो सभी अति गोपनीय रहती हैं और मैं कभी भी किसी भी कपल, लड़की या महिला का ईमेल पता या हमारी बातचीत को आगे नहीं बता सकता, इसलिए आप निश्चिन्त होकर पहले की तरह बातें करते रहिये। आप मुझ से फेसबुक पे भी जुड़े रहिये।

दोस्तो, सभी चूत वालियों और लंड वालों का पानी इस कहानी को पढ़ कर जरूर निकलेगा। यह बात 2014 फरवरी की है, मेरे घर के आंगन में मिट्टी डलवाने से ढलान बेसमेंट की तरफ हो गया था। मैं घर पर बेसमेंट में सो रहा था, मैंने रात को अपना लैपटॉप पर कैम शो खत्म करके लैपटॉप को चार्ज में लगा कर बेड के नीचे रख दिया क्योंकि पावर प्लग नीचे ही था तो मैंने लैपटॉप और मोबाइल दोनों को चार्ज में लगाया चार्ज के लिए और बेड के नीचे फर्श पर ही रख दिया। रात को मौसम खराब हुआ और भारी बारिश हुई और आंगन का पूरा पानी इकठ्ठा होकर बेसमेंट में भर गया और लैपटॉप और मोबाइल दोनों पानी में डूब गए।

सुबह जब छः बजे जागा तो देखा की बेसमेंट में कई इंच पानी भरा है और लैपटॉप पानी में तैर रहा है। मैंने लोकल बाजार में लैपटॉप दिखाया तो सबने मुझे दिल्ली के नेहरू पैलेस में ले जाकर दिखाने को बताया।
मैंने एक सप्ताह बाद आने वाले शनिवार को दिल्ली जाने का प्लान किया तो मैंने फेसबुक पर अपना दिल्ली आने के प्लान के बारे में लिखा- मैं दिल्ली आ रहा हूँ 22 फरवरी को काम से, यदि कोई कपल मेरे साथ मस्ती करना चाहता है और मेरे साथ थ्रीसम का मजा लेना चाहता है तो मुझसे संपर्क करें। यदि कोई कपल मेरे साथ भोजन और चोदन और मेरे रुकने का बन्दोबस्त कर सकता हो तो ही सम्पर्क करें। आपकी प्राइवेसी सुरक्षित रहेगी।

मैंने अपने एक गुड़गांव वाले कपल दोस्त को भी मेरे आने की खबर दी तो वो बोले- यदि हम फ्री हुए तो तुम हमारे घर रुकना और यही मस्ती करना.
वैसे मैं अपने गुड़गांव वाले कपल के साथ जयपुर में होटल में मस्ती कर चुका था।

मैं 22 फरवरी को दोपहर एक बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां से नेहरू पैलेस मेट्रो से गया, नेहरू पैलेस में मैंने लैपटॉप दिखाया तो मैकेनिक लैपटॉप खोलकर और उसकी कंडीशन देख कर बोला- सर, आपको आज छोड़ना पड़ेगा, आप कल दोपहर को ले जाना, तब तक देखूँगा कि क्या कुछ कर सकता हूँ और कितना खर्च आएगा ये भी कल ही बता पाऊँगा।

मैं नेहरू पैलेस से निकला तो मैंने गुड़गांव वाले कपल को फोन किया तो वो बोले- आ जाओ आठ बजे तक… गुड़गांव हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन पर आकर फोन कर देना, मैं कार लेकर आ जाऊँगा तुमको लेने!

मैं नेहरू मेट्रो स्टेशन से हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन आ गया। शाम के सात बज गये थे तभी मेरे पास एक फोन आया वो एक गांडू था जिसको मैंने मना कर दिया।

मेरे पास साढ़े सात बजे एक फोन आया, मैंने फोन उठाया तो दूसरी तरफ से बताया कि सर आप हमारे घर रुक सकते है। मैं बोला रुक तो सकता हूँ पर मुझे रुकने के साथ भोजन और चोदन की व्यवस्था भी चाहिए.
तो वो बोला- हम आपके रुकने और भोजन और चोदन सब का बंदोबस्त कर सकते हैं। और तुमको तुम्हारा चार्ज भी देंगे. बोलो कितना चार्ज करोगे हमारे साथ फुल नाईट मस्ती का?
मैंने उनको बोल दिया- सात हजार रुपये चार्ज है मेरा!
वो बोले- ठीक है, आ जाओ देखते हैं कि तुम में और तुम्हारे लौड़े में कितना दम है.

मैंने पूछा- दम तो इतना है कि रात भर सोने नहीं दूँगा. पर ये बताओ आप कहाँ से बोल रहे हो?
तो वो बोला- हम लोग आर के पुरम से हैं।
मैंने उससे पूछा- आर के पुरम में कहाँ आना है?
तो उसने बताया- सेक्टर एक में आ जाओ।
मैंने पूछा- आप कौन बोल रहे हो?

उसने अपना नाम राहुल (बदला हुआ नाम) बताया और बोला- घर में हम दोनों ही हैं मैं और मेरी बीवी लता।
मैंने पूछा- आप लोगों की उम्र क्या है?
राहुल- मेरी उम्र 30 साल और लता की उम्र 27 साल, हमारा एक साल का बेटा है।
मैं- राहुल यार, मैं दिल्ली के बारे में अंजान हूँ, आपके घर कैसे आ सकता हूँ ये बताओ।
राहुल- आप मुझे बताओ कि अभी कहाँ हो?
मैं- अभी तो मैं गुड़गांव बस स्टैंड पर हूँ।
राहुल- वहां से बाई पास आओ तो आपको आर के पुरम के लिए बस मिल जायेगी। बस वाले को बता देना कि सेक्टर एक में ओवर ब्रिज पर उतार देना।
मैं- ठीक है, पर पहले मुझे लता जी से बात करनी है कि क्या वो रात की मस्ती के लिए तैयार हैं.
राहुल- अभी लो, वो किचन में है, बात करवाता हूँ।
लता- हेलो राजेश जी, नमस्ते।
मैं- नमस्ते लता जी कैसी हो, क्या इरादा है आज रात का?
लता हंसती हुई- घर आओ, तब बताऊँगी भी और दिखाऊँगी भी इरादा, पर ये निश्चित है आज रात तुम सो नहीं पाओगे, पूरा निचोड़ दूँगी. तुम आओ, मैं खाना बना रही हूँ, आ जाओ साथ में डिनर करेंगे, बाय।
मैं- ठीक है, मैं आ रहा हूँ, डिनर साथ में करेंगे।
राहुल- हाँ आ जाओ यार वीक एन्ड का मजा लेंगे।
मैं- ठीक है इंतज़ार करो।

फिर मैंने गुड़गांव वाले कपल को फोन करके अपने आने का प्लान बहाना बना कर कैंसिल कर दिया, कह दिया- इमरजेंसी काम आ गया, वापस घर जा रहा हूँ, फिर कभी प्लान करेंगे।
तो वो बोले- हमने तो आपके आने की ख़ुशी में पूरी तैयारी की थी कि आज वीक एन्ड पर जमकर चुदाई का मजा लेंगे।
मैंने उनसे माफ़ी मांगी और कहा- अगली बार आऊंगा तो पक्का रुकूँगा।

फिर मैंने ऑटो पकड़ा और बाई पास आ गया, वहां से आर के पुरम के लिए बस में चढ़ा। मेरे पास आई बॉल का टेबलेट था, उसमें मैंने गूगल मैप खोला और आर के पुरम सेक्टर 1 सर्च किया और नेविगेशन पर डाल दिया। जिससे मुझे पता चल रहा था कि कितने समय में मैं आर के पुरम सेक्टर 1 में पहुँचूँगा।

रात के करीब 10 बजे मैं सेक्टर 1 पहुंचा और बस से उतर कर राहुल को फोन किया तो वो बोला- मैं पांच मिनट में पहुंचता हूँ गाड़ी लेकर!
मेरे पास पांच मिनट बाद फोन आया कि वो पहुँच गया है ओवर ब्रिज के नीचे ही खड़ा है और काले रंग की कार है। मैंने देखा सड़क के दूसरे तरफ काली कार खड़ी है, मैंने कार के पास जाकर राहुल को फोन किया तो कार में फोन बजा और उसने फोन उठाया- कहाँ हो?
मैं बोला- यार, कार का दरवाजा खोलो, बाहर खड़ा हूँ।

फिर राहुल कार से बाहर आया, हाथ मिलाया और बोला- यार, हम काफी देर से इंतज़ार कर रहे थे, डिनर भी बन गया है, लता भी काफी बेसब्री से इंतज़ार कर रही है। वैसे आज वीक एन्ड पर बहुत हॉट मूड में है, उसको अच्छे से सेटिस्फाई करना, पूरा मजा देना। हम दोनों ने तेरी पूरी कहानियां पढ़ी हैं अन्तर्वासना पर। और फेसबुक पर भी तुमको फॉलो करते हैं, जब तुम्हारा आज के स्टे वाला स्टेटस देखा तो प्लान किया कि तेरे साथ मजे किये जाये। हम तुझे पूरे सात हजार देंगे पर लता की चूत सुजा देना चोद चोद के! और एक बात, लता की चूत ही चोदना, उसको गांड मरवाना पसन्द नहीं है। पर वो लण्ड खूब चूसेगी तेरा और लण्ड का रस भी पी जायेगी।

फिर हम उसके घर पहुँच गये। दरवाजा बाहर से बंद था तो राहुल ने खोला और अंदर चले गए। देखा कि लता सोफे पर बैठी है, हाथ में ग्लास है और ग्लास में दारू, टेबल पर ओल्ड मोंक रम की बोतल रखी है साथ में फ्राई काजू और बादाम।
राहुल ने लता को देखा और बोला- डार्लिंग, ये आ गया तेरा सांड, आज का वीक एन्ड एन्जॉय करने के लिए पूरे सात हजार दिए है इसको।अ ब तेरा काम है तू कैसे सात हजार वसूलेगी इससे!

लता नशे में- हेल्लो मेरे सांड, कैसे हो, पेग लोगे?
मैं- हेल्लो, बस मस्त हूँ लता जी, माफ़ करना मैं दारू नहीं पीता।
लता- मेरे सांड, मुझे लता जी नहीं या तो लता या डार्लिंग या जानेमन बोलो, ठीक है और तुम दारू नहीं पीते, कोई नहीं , पर मेरी चूत तो पियोगे हा हा हा…
राहुल- डार्लिंग, तुम डिनर लगाओ जब तक तेरा ये सांड फ्रेश हो जायेगा। राजेश बाथरूम इस तरफ है.

उसने मुझे बाथरूम दिखाया, बोला- फ्रेश हो जाओ और नहा लो।
मैं- ठीक है, धन्यवाद।

मैं बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होकर नहाकर बाहर आया तो लता डिनर लगा चुकी थी। राहुल ने मुझे टॉवल में ही रहने को कहा कि खाना खाने के बाद वैसे भी कपड़े खुलने है तो टॉवल में ही ठीक हो या चाहो तो टॉवल भी खोल दो और हंसने लगा.
लता भी मुस्कुरा गई।

टेबल पर एक तरफ राहुल बैठ गया और एक तरफ लता। हम डिनर करने लगे। लता का एक हाथ मेरे मस्त लौड़े पे था, टॉवल आगे से जाँघों के दोनों तरफ हो गया और मस्त लौड़ा अपने असली रूप में आ गया।
लता- राहुल, वैसे हमारा सलेक्शन कभी गलत नहीं हुआ, इसका मूसलचन्द देखा है, बहुत ही स्ट्रांग है, आज सच में सात हजार वसूल हो जायेंगे।
और मेरे मस्त लौड़े को सहला दिया।

मैं- डार्लिंग, पहले खाना खत्म करो फिर तो मेरे मस्त लौड़े की सवारी पूरी रात ही करनी है तुझे।
राहुल- बिल्कुल सही कह रहा है, पहले खाना खत्म करो।
हमने खाना खाया।

फिर राहुल ने टेबल साइड कर के हॉल में ही दो गद्दे डाल दिए और 4 तकिये भी। सामने दीवार पर 42 इंच एल इ डी टीवी लगी थी जिसमें राहुल ने म्यूजिक चैनल लगा कर वॉल्यूम थोड़ी बढ़ा दी।
राहुल- यार, चुदवाते समय लता डार्लिंग बहूत आवाज करती है, जब मस्ती में आ जाती है तो गलियां भी बकती है। अब म्यूजिक की आवाज में इसकी आवाज बाहर नहीं जायेगी और तुम भी इसका मुँह बन्द ही रखना चाहे अपने मस्त लौड़े से या अपने होठों से!
मैं- ठीक है यार, गांड चुदाई के अलावा ऐसी कोई बात जो लता को पसन्द नहीं हो?
राहुल- नहीं यार, तुम गांड मत मारना बाकी तो इसको सब पसन्द है, और सब में तो रंडी भी इसके सामने फेल है, तुम खुद ही जान जाओगे। यदि कोई जरूरत हो तो मैं पास के बेडरूम में ही हूँ। मेरा बेटा सो रहा है अभी एक साल का ही है ना, जग गया तो रोयेगा और तुम लोगों के मजे में दखल देगा। इसलिए मैं उसके पास ही हूँ।

राहुल लता से- डार्लिंग सुबह पांच बजे तक तुम पूरा मजा लो खुल कर, तेरे इस सांड को पूरे सात हजार दिए है जो तुझे इसके मस्त लौड़े से निचोड़ने हैं, हाहा हाहा…
लता हंसते हुए- चिंता मत करो डार्लिंग, आज इसका जूस में निकालूंगी और पियूंगी और मेरा जूस इसको पिलाऊंगी। सात क्या पूरे दस हजार रूपये निचोडूंगी, तुम जाओ आज आराम करो, यदि दिल करे बीच में आ जाना और देख लेना अपनी जान को इस सांड से चुदते हा हा हा…

राहुल बैडरूम में चला गया और लता मेरे पास आकर मेरे गले में बाहें डालकर- हाँ तो मेरे सांड, अब बता कैसे चोदोगे?
मैं- डार्लिंग मैं तो सांड हूँ वो भी भाड़े का… जैसे चुदोगी वैसे चोदूँगा।
लता ने मेरा तौलिया खोल फेंका और मेरे मस्त लौड़े को पकड़ कर हिलाते हुए बोली- चल मेरे सांड, अब जल्दी से मेरे कपड़े उतार कर मेरी मालिश कर, और फिर चूत चाट, वैसे कभी चाटी भी है चूत?
मैं- डार्लिंग, चूत चाटने और चूसने में मेरी मास्टर डिग्री है, मालिश करवानी है तो तेल हल्का गुनगुना करो और एक पुरानी बेडशीट लाओ।
लता किचन से सरसों का तेल गुनगुना कर लाई और साथ में बेडशीट भी!

मैंने डाइनिंग टेबल से सामान हटाया और बेडशीट बिछा दी, तेल की कटोरी एक प्लेट में रख ली जिससे तेल फैले नहीं. मैंने लता की नील रंग की नाइटी उतार फेंकी और उसकी सफेद ब्रा पैंटी भी उतार दी, गोदी में उठा कर डाइनिंग टेबल पर बिठा के पेट के बल लिटा दिया और साइड में होकर तेल की कटोरी से तेल लता की पीठ पर कन्धों के बीच से लेकर कूल्हों तक गिरा दिया. कटोरी साइड में रख दी और दोनों हाथों से तेल को लता की पीठ पर, कंधों पर हाथों पर और कूल्हों से होते हुए पैरो पर मलने लगा।

उधर लता ने अपना हाथ तेल की कटोरी में डुबाया और तेल लगे हाथ से मेरे मस्त लौड़े और गोलियों पर लेटी लेटी मालिश करने लगी।

मैंने लता के दोनों हाथों और पैरों की मालिश की, फिर पीठ की और कूल्हों की मालिश करने लगा. मैंने काफी तेल लता की कमर और कूल्हों और पीठ पर डाला। लता मेरे लौड़े की मालिश करते हुए बोली- तुम तो मालिश करने में माहिर हो, तुम मेरे मुँह के सामने आकर खड़े हो और फिर मालिश करो।

मैं अब लता के मुँह के सामने खड़ा होकर लता की पीठ और कूल्हों की मालिश करने लगा तो मेरा लौड़ा बिल्कुल लता के मुँह के सामने था, लता ने मुँह खोल लिया और जैसे ही मैं लता के कूल्हों की मालिश के लिए आगे झुका तो लण्ड सीधा लता के मुँह में घुस गया जिसे लता मेरी मालिश के साथ साथ चूसने लगी।

मैं भी लता के कूल्हों की मालिश करता तो कूल्हों के दरार में चूत के छेद में अपनी बड़ी उंगली डालने लगा और मालिश भी करने लगा। अब मालिश के साथ साथ लता लण्ड चुसाई और चूत में उंगली का मजा लेने लगी।
पीठ की मालिश में 10 मिनट लगे तो लता से खूब लण्ड चुसवाया।

अब मैंने लता को सीधा लिटाया, सिर को टेबल से नीचे लटका लिया और मैंने फिर से तेल लिया और लता की 38 इंच वाली बड़ी बड़ी चूचियों और पेट पर फैलाया। तेल लता की गहरी नाभि में भर गया. अब मैं मालिश करने लगा और लता लण्ड चूसने लगी।
मैंने लता की बड़ी बड़ी चूचियों की मालिश करते हुए उसकी चूत पर भी तेल डाला और चूत के लिप्स की मालिश की, फिर से चूत में उंगली की.

लता लण्ड चुसाई का पूरा आनन्द ले रही थी, वो लण्ड चूसने में माहिर थी। एक तरह से मैं लता के मुँह को चोदते हुए उसकी मालिश कर रहा था, अब मैं लता की 38 इंची चूचियों को गोल गोल और ऊपर की तरफ मालिश कर रहा था।
लता- उम्म्म… हम्म्म… आहहह… तुम तो ओह्हह… मालिश के भी गुरु हो आहहह… मेरी चूचियों को अच्छे से मसलो आहहहह… इनमें मीठी मीठी कसक सी उठ रही है उम्म्मम… आहहह… ओ… थोड़ा नीचे की तरफ भी ( हाथ से अपनी चूत की तरफ इशारा करके) मालिश करो। आहहहहह… और ह्म्म्म… ऐसे ही लौड़े को आगे उम्म्मम… पीछे हम्म्म्म… करते हुए मालिश करो जिस से हम्म्म्म… मैं इसको चूस के भी मजा आहहहहह… लेती रहूं।

अब मैंने नीचे पेट पर और तेल डाला और हाथों से लता के पेट, चूत और जांघों तक फैलाया। अब मैं दोनों हाथों से पहले चूचियों को गोल मालिश करता फिर उसकी घुंडियों को मसलता और फिर पेट की मालिश करते हुए जांघों की मालिश करके जांघों के बीच में लता की चूत को हल्का सा रगड़ के फिर दोनों हाथों की उंगलियों और अंगूठे से चूत के दोनों लिप्स को मसाज देता और फिर ऊपर चूत के दाने को भी तेल के साथ सहलाता।

लता- ह्म्म्म… ओह्ह… मेरे सांड अब मालिश में हाथों के आहह… साथ साथ अपने होठों को ह्म्म्म… भी चला और मेरी चूचियों और चूत को चाटो और चूसो।
मैं मालिश करता हुआ लता की चूची और चूत चाटने और चूसने लगा।

लता की चूत बुरी तरह गीली होकर पानी छोड़ने लगी और पांच मिनट बाद- अब बस करो आहह.. बस अपना ये मूसलचन्द मेरी चूत में पेल दो ओह्हहह…
मैं- डार्लिंग इसका नाम मूसलचन्द नहीं, मस्त लौड़ा है।
लता- हाँ अब चोदो मुझे मस्त लौड़े से… साइज तो मूसल जैसा ही है ना। साले गधे जैसा लण्ड लेके नाम रख दिया मस्त लौड़ा। इसका नाम तो मूसलचन्द ही होना था. अब इन बातों को छोड़ो और तुम चूत में पेलो तेरे इस लौड़े को।

मैंने एक बार चूत को चाटा और फिर लता से लण्ड चुसवा कर लता की दोनों टांगों को कंधों पर रख कर मस्ताना को लता की चूत में टिका कर जोर से झटके से लण्ड को लता की चूत में पेल दिया और आवाज जोर से न निकले इसलिए लता के होठों को होठों में दबा लिया।

लता बुरी तरह तड़प उठी और जैसे ही लता के होठों को आजाद किया- आहह… बहन के लौड़े उम्म्मम… लण्ड से चूत चुदाई करने को कहा था चूत फाड़ने को नहीं आहहहह…मादर चोद चूत चुदवानी है फड़वानी नहीं… साले गधे का लण्ड लेकर ह्म्म्म… ऐसे झटके मारेगा तो चूत के चीथड़े उड़ जाएंगे।
मैं- सॉरी डार्लिंग, मुझे पता नहीं था कि तुम झेल नहीं पाओगी, अब धीरे धीरे चोदूँगा।

लता- उम्म्म!! आहहह… साले भोसड़ी वाले, पहले थोड़ा चूत को आराम मिलने दे, तब तक मेरी चूचियों को सहला और पी जा दूध इनका आहहहह… ऐसे ही चूस और बहनचोद एक हाथ से चूत भी सहला उम्म्म… जिससे जो जलन हो रही है उसमें राहत मिले।

मैं लता की चूचियों को सहलाता हुआ उनको चूसने लगा तो सच में उसकी चूचियों से मीठा दूध निकलने लगा जिसको मैं पीने लगा।

लता- उम्म्मम… ओह्हहहह… साले पूरा मत पी जाना, मेरे बेटे को भी छोड़ देना! वो अभी दूध पीता है ह्म्म्म… आहह… चूस और ऐसे ही सहला चूत को आहहह… अब चोदना शुरू कर उम्म्मम… हाँ अब मजा आ रहा है… हाँ भोसड़ी के ऐसे ही आहहह… तेरा मस्त लौड़ा तो मेरी चूत में बिल्कुल कस के रगड़ मार रहा है, आहहहह… अब जोर से चोद… अब लगा अपने लौड़े का जोर दिखा कितनी स्पीड से ओह्हहह… चोद सकता है।

राहुल सही कह रहा था कि लता चुदवाते समय बहुत बकती है और आवाज ज्यादा न जाए इसलिए मैंने उसके होठों को चूसने लगा. उसकी आवाज सुनकर राहुल भी आ गया और हमारी चुदाई देखने लगा.
राहुल- राजेश, और जोर से चोद साली को, बहुत चुदक्कड़ बनती जा रही है, आज इसकी चूत को चोद चोद के लाल कर दे।

अब मैंने उसकी टांगों को कंधों से उतारा, उसके हाथों को मेरे गले में लपेटा और उसकी गांड के नीचे हाथ देकर गोदी में उठा लिया और अब जहाँ राहुल बैठा था उसके सामने जाकर लता को खड़े खड़े चोदने लगा जिसको देख कर अपना लोवर उतारा और लता की चुदाई देखते हुए मुठ मारने लगा तो मैंने लता को गोदी स उतार कर राहुल के आगे घोड़ी बना दिया और हाथ से लता का मुँह राहुल के लण्ड पर टिका कर घोड़ी बनाकर चोदने लगा।

लता राहुल का लण्ड चूसने लगी और मैं लता की चुदाई करने लगा।

मुश्किल से 15 मिनट हुई तो लता झड़ने को हुई- आहहह… बहन के लौड़े फाड़ दे उम्म्म… साले तेरे लण्ड में इतना ही दम है क्या ओह्हहह… फाड़ दे मेरी इस चुदक्कड़ चूत को बहुत आग लगा पड़ी है इसमें आहहहह… मेरी चूत ओह… गयी, मैं गयी मर गयी… मेरी चूत हम्म्म्म…
लता अकड़ी और झड़ गयी, उसकी चूत ने मेरे मस्त लौड़े को नहला दिया अपनी चूत रस से!

अब लता नीचे गिर गयी और मेरा मस्त लौड़ा उसकी चूत से बाहर आ गया, उसके चूत रस से चमक रहा था। लता ने लौड़े को अपने मुँह में लिया और हिलाते हुए चूसने लगी और तकरीबन चार मिनट बाद मेरे लण्ड ने जोर की पिचकारी लता के गले में मारी जिससे उसको खांसी आ गई पर लता ने लण्ड को चूसना नहीं छोड़ा और पूरा रस पी गयी और फिर लण्ड को चाट के साफ़ किया और हाथ से हिलाने लगी।

लता- साले राजेश, ये घोड़े जैसा लण्ड लेके चूत का भुर्ता बना दिया। देख कैसी लाल हो गयी है चूत, अब थोड़ा इंतजार कर, आज तेरे लण्ड को चूस जाऊंगी पूरा।
और वो फिर से लण्ड चूसने लगी।
जब लौड़ा खड़ा हो गया तो खुद ही अपनी चूचियों पर थूक कर चूचियों को आपस में मिला कर लण्ड से चुदवाने लगी और जब लण्ड का टोपा चूचियों से बाहर आता तो उसको चूसती और टोपे पर थूकती और फिर 30 मिनट बाद फिर चुदाई शुरु हो गयी.

अबकी बार राहुल ने भी लता को एक बार चोदा और मैंने सुबह तक लता को पांच बार चोदा। सुबह पांच बजे हमने चुदाई बन्द की और सो गए.

सुबह 9 बजे मेरी आँख खुली जब लता मेरे लण्ड को चूस रही थी.
फिर हम साथ में नहाये और शॉवर के नीचे भी हमने चुदाई की। उसके बाद लता इतनी थक गयी थी कि उस से खड़ा नहीं हुआ गया, उसने मुझे किस किया और रात भर मजा लेने के लिए धन्यवाद दिया और सो गई।

राहुल ने मुझे सात हजार रूपये दिए और मुझे गाड़ी से नजदीकी मेट्रो स्टेशन छोड़ा और मुझे कहा- जब भी दिल्ली आओ तो फोन जरूर करना, हम तुमको चार्ज देंगे, फ्री में मजा नहीं लेंगे।
मैंने उनको कह दिया- जरूर, जब भी दिल्ली आऊंगा, तुम लोगों के साथ ही रात गुजरूँगा।

फिर मैं नेहरू पैलेस गया और लैपटॉप रिपेयरिंग वाले ने मुझे 8000 रुपये का खर्च बताया। मैंने रिपेयर करवाने से मना कर दिया और शाम की ट्रेन से घर वापस आ गया।

दोस्तो, यहाँ मैं अपने असली चुदाई अनुभव आप लोगों से शेयर कर रहा हूँ।
धन्यवाद।
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