मैं भी जिगोलो बन गया

(Main Bhi Gigolo Ban Gaya)

मैं अंतर्वासना का नियमित पाठक हूं और लगभग सभी कहानियों को मैं पढ़ता हूं. मेरी 2 कहानियां
दिल्ली में बॉडी से बॉडी मसाज का मजा
दोस्त की कामुक बहन की चुदाई
प्रकाशित भी हो चुकी है जिसके लिए मैं साईट के प्रबंधकों को, पाठकों और प्रशंसकों धन्यवाद देता हूं जो इस मंच से अपने अपने विचार अपने साथ घटित घटनाओं को एक दूसरे को बताने काम करते हैं.

मैं चुदाई का बहुत शौकीन हूं, रोज-रोज नई चूतों को चोदने की कामना रखता हूं इसलिए मैंने भी जिगोलो साइट पर अपना प्रोफाइल अपडेट किया और मुझे और थोड़ा बहुत रिस्पांस आने शुरू हो गया.

एक दिन मेरे पास फोन आया, किसी सुरीली आवाज में लड़की के बोलने का आवाज आयी कि आपका नंबर मुझे वेबसाइट से मिला है. क्या यह इंफॉर्मेशन सही है?
तो मैंने कहा- जी हां सही है.
तो उसने कहा- मैंने क्यों कॉल किया है आप समझ ही गए होंगे?
मैंने कहा- जी बताइए?

तो उसने कहा- मुझे प्राइवेसी में सर्विस चाहिए.
मैंने कहा- मिल जाएगी.
तो उसने कहा- कोई दिक्कत?
मैंने कहा- नो मैम.
“तो सीक्रेट रहेगा ना हमको?”
मैंने कहा- जी हां, बिल्कुल सिक्रेट होता है ये सब!

“क्या आप आ सकते हैं?”
“जी हां मैं आ सकता हूं.”
“ठीक है … कितनी पेमेंट लेंगे?”
तो मैंने दो हजार बताया.

वो बोली- नहीं, बहुत ज्यादा है. कुछ कम करेंगे?
मैंने कहा- 1500.
“थोड़ा और कम?”
मैंने 1000 कहा तो उसने 500 कहा.

तो मैंने सोचा चलो कम से कम चूत की बोहनी तो होगी तो मैंने डन कर दिया.
उसने कहा- ठीक है, अपना पिक भेजिए.
“अपना नाम बता दीजिए?”
तो उसने कहा- नहीं, यह मेरा नंबर व्हाट्सएप पर है, आप अपना लेटेस्ट इमेज भेजिए.

मैंने इमेज भेज दिया तो उसने कहा- ठीक है, आप पूरा क्लीन होकर आइएगा … और कोई जोर जबरदस्ती नहीं, आराम आराम से करना है.
तो मैंने कहा- नाइट लगेगी?
उसने कहा- नहीं, थोड़ी देर के लिए!
मैंने कहा- ठीक है, मैं 1 घंटे में आता हूं.
तो उसने कहा- होटल में होगा, आप होटल में आ जाइएगा और बाहर आकर फोन करिएगा, मैं रिसीव कर लूंगी आपको.
उसने होटल का नाम बता दिया.
मैंने कहा- ठीक है, मैं आता हूं.

फिर मैं घर गया. संजोग से मेरे घर मेरी बीवी, बच्चे अपने नानी के वहां गए थे तो मुझे अपनी झाँटों को साफ करने का अच्छा मौका मिल गया. मैंने अपनी झाँटों को अच्छे से साफ किया रेजर से और तैयार होकर निकल लिया होटल के लिए.

अभी मैं आधे रास्ते में ही पहुंचा था कि उसका फिर से फोन आ गया. उसने पूछा- आप आ रहे हो?
तो मैंने बताया- हां, मैं रास्ते में हूं, होटल के पास पहुंच कर आपको फिर से फोन करता हूं.
उसने बताया- मैं नहाने जा रही हूं, अगर एक बार में फोन नहीं उठे तो आप दोबारा कॉल कर लेना.
मैंने कहा- ठीक है!

मैं होटल पहुंच गया, अपनी बाइक पार्किंग में लगा कर मैंने फोन किया- मैं आ गया हूँ, मुझे रूम नंबर बताइए?
तो उसने कहा- रुकिये, मैं नीचे आती हूं.

फिर थोड़ा वेट करने के बाद उसने मुझे फिर फोन किया, मुझे कहा- आप सीधे रूम में आ जाइए. गेट से अंदर आने के बाद लिफ्ट से दूसरे फ्लोर पर आकर रूम के बाहर आकर मुझे फोन करियेगा.
उसने मुझे रूम नम्बर बता दिया.

रूम के बाहर पहुंचकर मैं उसको फोन करने लगा. तब वो रूम से बाहर आ गई. मैं तो देख कर उसे मस्त हो गया. 5 फुट की लंबाई. गोल चेहरा, चूची कम से कम 36″ की रही होंगी.
और हम होटल के रूम के अंदर आ गये.
उसने कहा- दरवाजा लॉक कर दीजिए.

फिर उसने कहा- पूरी तरह से प्राइवेसी रहे, कोई जोर जबरदस्ती नहीं और मुझे नहीं, मेरी एक फ्रेंड को करना है. और एक बात आपसे और कहना चाहती हूं कि मेरी फ्रेंड को 2 लोगों के साथ चुदना है. अगर आपको कोई प्रॉब्लम नहीं हो तो मेरे फ्रेंड के साथ पहले से ही एक लड़का है, उसको पहले से ही बुला कर रखा है. तो आपको एक साथ करने में कोई दिक्कत तो नहीं होगी?
“नहीं, मुझे कोई परेशानी नहीं है. अगर आपकी फ्रेंड एक साथ चाहती है तो कोई दिक्कत नहीं है.”

“मेरी फ्रेंड खूबसूरत है ओवर स्मार्ट है अच्छी है. मुझे नहीं लगता आपको कोई दिक्कत होनी चाहिए. और जो हमारे बीच जो रेट तय हुआ है, वो आप मुझे गिफ्ट के तौर पर दे सकते हैं क्योंकि मैं अपनी फ्रेंड को आपको दे रही हूं.”

मैं सोचने लगा कि अब तक अन्तर्वासना पर ऐसी कहानियों में पढ़ते आया हूं या ब्लू फिल्मों में मैंने देखा है एक साथ दो लोगों को चोदते हुए! यह मेरे साथ भी सकता है?
मुझे तो आश्चर्य हुआ तो मैंने कहा- चलो आज इंजॉय करके ही देखता हूं. फ्री में चूत मिल रही हमारे को … मिली चूत को नहीं छोड़ना चाहिए.

“आप अपना मोबाइल ऑफ कर दीजिए. मैं अभी आती हूँ. बगल के कमरे में वे लोग हैं.”

फिर वह 5 मिनट बाद आई और बोली- चलिए … लेकिन ध्यान रहे किसी से कोई बात नहीं करनी है.
मैंने कहा- ठीक है.

जब मैं रूम के अंदर पहुंचा तो बिस्तर पर एक बेहद खूबसूरत लड़की और एक लड़का लेटे हुए थे. उन लोगों ने कपड़े पहने हुए थे.

मैंने अंदर से दरवाजा लॉक कर दिया और अपने कपड़े उतारने लगा. पूरा नंगा होकर मैं उसकी बगल में लेट गया और रजाई ओढ़ ली. मैंने कहा- बोलिए मैडम कैसे क्या करना है?
उसने कहा- जो करना है, करो! लिप किस मत करना!
“नहीं करूंगा. क्या गांड मारने का है?”
तो उसने कहां- नहीं!

फिर मैं उसका गले, कंधे पर किस करने लगा और उसको कपड़े उतारने के लिए कहा. तो उसने टीशर्ट ब्रा के साथ में ही और पैंटी और एक झटके में उसने उतार कर पूरी नंगी हो गई उसके बाद दूसरा लड़का भी पूरा नंगा हो गया.

मैं उसकी चूची को पीने लगा. उसकी चूची 28″ की थी गोल गोल और भूरे रंग के निप्पल मस्त दिख रहे थे.
दूसरे लड़के ने कहा- मैडम को दोनों चूची एक साथ पिलाने को मन कर रहा है.

हम दोनों मैडम की चूची पीने लगे एक साथ और मैडम हम दोनों का लंड हाथों से हिलाने लगी.

मैं मैडम की जांघ सहलाने लगा और धीरे धीरे मैं उसकी चूत को और सहलाते हुए चूत में उंगली डालने लगा और वह ‘आ आहा … आई ईई उउउ आआ आ …’ करने लगी.

धीरे धीरे मैंने उसकी चूत में पूरी उंगली डाल दी और फिंगरिंग करने लगा. उसकी चूत पानी से लबालब हो गयी थी. और वह मजे लेकर चूची पिलाती हुई सिसकारी भर रही थी ‘आई आई ऊह ऊऊऊ ऊ ऊ उवह …’

कुछ देर बाद उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत से मेरी उंगली निकाल दी.

फिर मैंने दूसरे लड़के ने कहा- चुदाई करें?
उसने कहा- मैं पहले से ही दो बार चुदाई कर चुका हूं. मैंने दीवार के सहारे डॉगी बनाकर मैडम को खूब चोदा तभी तो इतना पानी निकल रही हैं मैडम जी. आधा घंटा मैंने इसकी चूत चाटी. पूरा पानी मेरे मुंह में निकाला मैडम ने!

फिर मैं उसके ऊपर आकर लन्ड डालने को हुआ तो उसने कहा- ऐसे नहीं, कंडोम लगाकर!
मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि बिना कंडोम के चुदाई का जो मजा आता है वह कंडोम लगाकर नहीं आता है.

उस लड़के ने मुझे कंडोम दिया और मैंने कंडोम लगाया और मैडम के ऊपर आकर चुदाई करने लगा और वह अपने मुंह से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ करने लगी और गांड उठा उठा कर उछलने लगी और अपने हाथ से अपनी चूची मुझे पिलाने लगी.

मैं उसकी चूची पीते हुए उसे चोदने लगा और वो दूसरे लड़के का लंड सहलाने लगी. वो गांड उठा कर मुझसे चुदाई करवा रही थी. मुझे यही लग रहा था कि मैं ब्लू फिल्म बना रहा हूं या उसका किराएदार लग रहा हूं.
हम दोनो मस्ती में चुदाई कर रहे थे और वह मुझे चूत चुदाई करवा रही थी.

तभी मैंने उसे पूछा- और किस आसन में चुदना चाहती हो?
उसने कहा- जैसे मन करे, वैसे चोदो!

मैंने कम से कम 20 मिनट तक उसको चोदा. मैंने जोर-जोर से चोदते हुए अपना माल कंडोम में गिरा दिया और फिर उसके बगल में लेट गया.
वो दूसरे लड़के का लंड अपने हाथ से चला रही थी.

फिर 10 मिनट रुकने के बाद वो मेरा लंड सहलाने लगी और मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा. मैं उसकी चूची दबाने लगा … गोल गोल मस्त चूची दबा रहा था.
उसने कहा- धीरे धीरे … तुम्हारा हाथ बहुत टाइट है, धीरे धीरे दबाओ.

और फिर उसने मुझे चूची पीने का इशारा किया तो उसका चूची पीने लगा. वह मस्ती में आकर चूची पिला रही थी.

फिर मैं उसकी चूत पर उंगली चलाने लगा. उसकी चूत एकदम पनियाई हुई थी, पानी सूखने का नाम नहीं ले रहा था, वो पानी बहा रही थी.
मैंने उसको ऊपर आने को कहा तो उसने कहा- नहीं, ऊपर नहीं आऊंगी.

तो मैंने पूछा- फिर कैसे चोदूं तुमको?
उसने कहा- डॉगी स्टाइल में!
फिर मैं उसको घोड़ी बनाकर चोदने लगा.

उसकी गांड बहुत मस्त और बड़ी बड़ी थी. जब मैं उसे चोद रहा था तो उसकी गांड का छेद देखा, गांड थोड़ी खुली हुई थी तो मुझे लगा कि ये जरूर गांड मरवाती होगी, इसकी गांड में लंड डाल दूँ. लेकिन उसकी फ्रेंड ने मुझसे कहा था कि कोई जबरदस्ती नहीं करना है इसलिए मैं मन मार कर रह गया और उसको डॉगी स्टाइल में चोदने लगा.

लगभग 15 मिनट डॉगी स्टाइल में चोदने के बाद उसे नीचे लिटा कर उसके पैर अपने कंधे पर रखकर मैं घचाघच पेलने लगा उसको और वो चुदाई का मजा लेने लगी.
मैं जोर जोर से पेलने लगा और मजे ले लेकर!

उसको चोदते हुए मैंने देखा उसके पेट पर ओपरेशन का निशान था जिससे मुझे मालूम पड़ गया कि यह शादीशुदा है और यह बच्चों की मां भी है.
फिर भी मैंने उससे पूछा- तुम्हारी शादी हो गई है क्या?
उसने हाँ कहा.
मैंने पूछा- तुम्हारे पति से तुम्हारा पूरा नहीं होता है?
उसने कहा- पूरा होता है लेकिन वो बिजनेस मीटिंग के लिए गए हुए हैं तो मैंने एंजॉय के लिए तुम लोगों को यहां बुलाया है. तुम लोग खूब मजेदार चुदाई करो मेरी!
वो इतनी मस्त होकर चूत चुदवा रही थी जैसे लग रहा था कि वो कितने नशे में है और उसका नशा कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था. उसकी चूत की गर्मी शांत ही नहीं हो रही थी.

उसके बाद मैंने उसको कम से कम 10 मिनट तक चोदा पैर अपने कंधे पर करके … और अपना माल फिर गिरा दिया. और वो बस चिल्ला चिल्ला कर मजा ले रही थी. उसने दूसरे लड़के को अपने ऊपर बुला लिया और उससे चुदवाने लगी.

फिर मैं नहाने चला गया. जब नहा कर आया तो वो निपट चुकी थी.
उसने कहा- मुझे अच्छा लगा. फिर कभी इधर आऊंगी तो जरूर तुम्हें जरूर बुलाऊंगी.
और वो नंगी ही पड़ी रही.

मैं जाने लगा तो उसने उसके अंदर से गेट बंद कर लिया.

फिर मैं उसकी फ्रेंड के पास गया जो बगल के रूम में थी.
मुझे उसने अंदर बुलाया. मुझे लगा कि शायद यह भी चुदेगी.

लेकिन वो मुझे पूछने लगी- क्या हुआ? सब ठीक रहा?
“हां, सब ठीक! लेकिन लग रहा था कि वह नशे में थी. अब नशा किस चीज का था मुझे यह नहीं मालूम.
उसने कहा- हो सकता है. मैं बता नहीं सकती. और कैसी लगी मेरी फ्रेंड की चुदाई?
मैंने कहा- अच्छा लगा.

यह मेरी सेक्सी कहानी है जो सच्ची घटना पर आधारित है. और भी बहुत सी कहानियां हैं जो सच हैं.
आप लोगों का प्रेम स्नेह मिलता रहा तो आगे मैं और कहानियों को लिखने का प्रयास करता रहूंगा. मेरी कहानी पर अपने विचार मुझे ईमेल के द्वारा जरूर बताएं!
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