कामदेव के तीर

मेरी हिन्दी सेक्स कहानी पढ़ कर मेरी एक प्रशंसिका ने मुझे मेल की और मिलने की ख्वाहिश जाहिर की.

उसने बताया कि वह अन्तर्वासना पर सब हिन्दी सेक्स कहानी पढ़ती है.

उसने अपनी तस्वीर भी भेजी.

उसका उद्देश्य शायद यह था कि वह भी मेरी चूत चुदाई कला का लुत्फ़ उठाना चाहती थी.

कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिये.

कामदेव के तीर-5

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

मैं पलंग से उठा ही था तभी रजिया मेरे लिए चाय लेकर आ गई और मेज पर रख दी। मैंने पीछे से रजिया को दबोच लिया ‘ओ..माँ… थोड़ा सबर करो! फरहा दीदी को शबा के स्कूल के लिए निकल जाने दो, फिर मुलाकात कर लेना!’ कहकर वो चली गई! मैंने चाय पी और फ्रेश होने […]

कामदेव के तीर-4

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

घर में किसी के आने का कोई अंदेशा नहीं था, बड़ी निश्चिन्तता से सारा काम चल रहा था। मुझे नींद ने आ घेरा, कब सो गया पता ही नहीं चला! अचानक ही मुझे अपने लंड पर कुछ अहसास हुआ, जब मेरी नींद खुली तो देखा कि फरहा मेरे लंड को सहला रही है और बार […]

कामदेव के तीर-3

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

मैंने कहा- डार्लिंग, अब तो कल तक के लिए यही हूँ, थोड़ी थकावट मिट जाये, फ़िर रात में जरूर उस तरीके से तुम्हें चोदूँगा। फिर मैंने रजिया का जिक्र छेड़ दिया, वो मेरे मंतव्य को बखूबी समझ चुकी थी, बोली- अच्छा जी जनाब रजिया के शवाब का लुत्फ़ लेना चाह रहे हैं? मैं– यदि आप […]

कामदेव के तीर-2

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

रजिया के जाने के बाद हमने नाश्ता किया, फिर ऊपर वाली मंजिल पर चले गए जहाँ फरहा का बेडरूम था। यहाँ पर स्वर्ग जैसी सारी सुविधाएँ मुहैया थी! मुझे आलीशान पलंग पर बिठाकर फ़रहा बोली- अब आप अपने कपड़े बदल लो! और फरहा बाथरूम में घुस गई। मैं सुसज्जित शयनकक्ष को देख सम्मोहित सा हो […]

कामदेव के तीर-1

On 2014-03-25 Category: कोई मिल गया Tags:

मैं अपने ऑफिस में बैठा मेल चैक कर रहा था, इस बार ज्यादातर मेल मध्यप्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, इन्दौर, सागर, भोपाल और अन्य शहरों से भी थे। उनमें एक मेल फरहा बेगम का था जिसमें लिखा था- रोनी सलूजा, आपकी कहानी बहुत अच्छी लगी। बड़ा मजा आया इसे पढ़कर! मैंने जबाब दिया– कहानी पसंद आई, […]

Scroll To Top