मेरा गुप्त जीवन

यह कहानी नहीं अपनी आपबीती है।

मेरी उम्र काफी हो गई है लेकिन फिर भी वे पुरानी यादें अभी भी वैसे ही ताज़ा हैं और मेरे ज़हन में वैसे ही हैं जैसे कि कल की बात हो।

मैं उत्तर प्रदेश के एक गाँव में एक बड़े जमींदार के घर में अपने माता-पिता की एकलौती औलाद हूँ और बड़े ही नाज़ों से पाला गया हूँ।

एक बहुत बड़ी हवेली में हमारे घर में 3-4 जवान नौकरानियाँ सिर्फ मेरे काम के लिए हुआ करती थी। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था। मेरा सारा जीवन केवल औरतों के साथ यौन सम्बन्ध बनाने में बीत गया।

आप मेरी जीवन कथा में देखेंगे कि मैं अल्पायु में ही काम वासना में लीन हो गया था!

मेरा गुप्त जीवन- 190

On 2016-09-13 Category: कोई मिल गया Tags:

होटल में मेरी मुलाकात एक नई आई अभिनेत्री रेशमा से हुई। जब उसे पता लगा कि मैं चिपको डांस वाला लड़का हूँ तो वो मुझसे चिपक गई और अपने बदन को मेरे हवाले कर दिया।

मेरा गुप्त जीवन- 189

ट्रेन में सेक्स की इस कहानी में पढ़िए कि दो मर्दों के साथ चार चूतों ने कैसे चुदम चुदाई का खेल खेला! सब छः जने आपस में एकदम खुल गए थे। ग्रुप सेक्स का मजा लें।

मेरा गुप्त जीवन- 188

ट्रेन वाली भाभी के गर्भाधान के लिए उसे एक बार और चोदा। तभी हमें दो लड़कियाँ मिली, उनमें से एक फ़िल्म की शूटिंग के लिए हमारे गाँव आई थी। उनसे क्या बातें हुई!

मेरा गुप्त जीवन- 187

बॉम्बे की ट्रेन में हमें हमारे कूपे में एक जोड़ा मिला। वे दोनों बच्चा ना होने से दुखी थे। कम्मो की जांच और सलाह पर वे मुझसे गर्भाधान के लिये कहने लगे।

मेरा गुप्त जीवन- 186

फ़िल्म डायरेक्टर के बुलावे पर मैं और कम्मो को बॉम्बे की ट्रेन से चल पड़ा, ट्रेन में हमें एक जोड़ा मिला। उस जोड़े से हमारी क्या बातें हुई और हमारे बीच क्या हुआ!

मेरा गुप्त जीवन- 185

तीन कुंवारी गांड मेरे सामने चुदने को तैयार थी। सबसे पहले मौसी अपनी गांड मरवाने आगे आई। उसके बाद मौसी की बेटी का नम्बर था। उसके बाद बसन्ती का…

मेरा गुप्त जीवन- 184

कम्मो मौसी को मेरे खड़े लंड की बात बताने लगी। बातों में उसने मौसी से पूछा कि क्या मौसी ने गांड मरवाई है। मौसी के साथ उनकी बेटी भी गांड मरवाने को आतुर हो गई।

मेरा गुप्त जीवन- 183

मौसी को चोद कर हम नंगे सो गए और सुबह को किरण ने हमें नंगे पकड़ लिया और तूफ़ान ला दिया घर में। किसी तरह उसे शान्त करके हमने तय किया कि किरण की चुदाई करनी होगी.

मेरा गुप्त जीवन- 182

मौसी और किरण मेरा डांस देखने लगी, मेरे साथ चिपको डांस करने लगी. दोनों ही अपने बदन को मेरे बदन से सटाए जा रही थी. फिर जब मैं मौसी के कमरे में सोने लगा तो..

मेरा गुप्त जीवन- 181

On 2016-07-29 Category: नौकर-नौकरानी Tags: चुदास

बसंती की चूत चुदाई के बाद इंदु की निगाह में वासना देख मैंने उसे भी चोद दिया. अगले दिन खबर मिली की मौसी और उनकी युवा बेटी हमारे घर रहने आ रही हैं.

मेरा गुप्त जीवन- 180

अपने घर में एक कमसिन नई नौकरानी देख मेरा मन डोल गया, उसे पटाने के लिए मैंने उसे अपना खड़ा लंड तब दिखाया जब वो सुबह चाय लेकर आती थी. उसकी सील तोड़ने की कहानी…

मेरा गुप्त जीवन- 179

बसंती धीरे धीरे अपने कपड़े उतार रही थी, पहले अपनी धोती और ब्लाउज उतार दिया और फिर पेटीकोट का नाड़ा खींच कर खोल दिया। बसंती कच्ची कली का शरीर एकदम साँचे में ढला हुआ था।

मेरा गुप्त जीवन- 178

मैं भी धड़ल्ले से बोली- वो मैं सम्भाल लूंगी, तुम बेफिक्र रहो! लेकिन उस रात भाभी को चोदने के बाद तुम मुझको आखिरी बार ज़रूर उसी कमरे में चोदोगे, वायदा करो??

मेरा गुप्त जीवन- 177

मैं मम्मी पापा को रोज चुदाई करते देखती थी, चाहने लगी थी कि पापा मेरे साथ भी ऐसा करें! एक बार मम्मी बाहर गई तो पापा ने मुझे कमरे में बुलाकर मेरे साथ वही किया

मेरा गुप्त जीवन- 176

मैंने उसको अपनी टांगों के बीच में बैठने के लिए कहा और उसके लण्ड को हाथ से पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रख कर ज़ोर का धक्का मारने को कहा और उसने वैसे ही किया।

मेरा गुप्त जीवन- 175

On 2016-06-16 Category: जवान लड़की Tags: चुम्बन

ऊषा मेरे लण्ड को पैंट से बाहर निकाल कर खेलने, चूमने लगी, फ़िर लण्ड को लहलहाते हुए देख कर अपनी सलवार ढीली की और वो अपनी चूत में लण्ड को डलवा कर चढ़ बैठी।

मेरा गुप्त जीवन- 174

सुशी को अपने लौड़े की चुसाई से उठाया और उसको और रेवा भाभी को एक सांझे आलिंगन में बाँध लिया। मैं दोनों खूबसूरत औरतों का आनन्द ले रहा था.

मेरा गुप्त जीवन- 173

रिया की बाहें मेरे गले का हार बनी हुई थी और मेरे हाथ उसके चूतड़ों के नीचे रखे हुए थे तो रिया अब अपनी मर्ज़ी और मनचाही रफ़्तार से मुझ से चुदवा रही थी या फिर मुझको चोद रही थी।

मेरा गुप्त जीवन- 172

मौसी मेरे खड़े लण्ड को हाथ में पकड़ मुझसे पूछने लगी- सोमू, सच बताना, तुम्हारा लण्ड मेरे सामने बार बार क्यों बैठ रहा था? मेरी उम्र के कारण या फिर कोई और कारण?

मेरा गुप्त जीवन- 171

जसबीर ने कमरा बंद कर लिया और मेरे को बेतहाशा लबों पर चूमने लगी और रिंकू ने मेरी पैंट के बटन खोलने की कोशिश शुरू कर दी लेकिन ऊषा और शशि ने उसके हाथ पकड़ लिए.

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