मेरी चालू बीवी

Meri Chalu Biwi – मैं सत्ताईस वर्ष का और मेरी बीवी सलोनी छब्बीस वर्ष की है, हमारी शादी ढाई वर्ष पूर्व हुई थी। हमारी कोई औलाद नहीं है। मैं सामान्य कद-काठी वाला साधारण काम करने वाला इन्सान हूँ, समाज से डरने वाला, अपनी कोई बात जग जाहिर करना नहीं चाहता और सेक्स में भी सामान्य हूँ।

मगर यह मेरी किस्मत या बदकिस्मती है कि मेरा विवाह एक अति सुन्दर लड़की सलोनी से हुआ, वह जैसे क़यामत है, 5’4″ कद, दूधिया रंग जिसमें सिंदूर मिला हो और लाजवाब बदन उसका, उसके अंग, चूची 36″ पतली नाजुक कमर 26″ और उभरे हुए चूतड़ 38″ ! उसके कूल्हे ऐसे गद्देदार हैं कि बड़ों बड़ों का लंड पानी छोड़ दे… इसे मैंने कई बार महसूस भी किया है, मेरी बीवी की इसी गांड के कारण सुहागरात को मेरे लंड ने भी जवाब दे दिया था।

अपनी इस लम्बी कहानी में मैं अपना और अपनी बीवी के सेक्स जीवन का कच्चा चिट्ठा खोल रहा हूँ.

मेरी चालू बीवी-109

सलोनी की चप्पल कुछ बिस्तर के नीचे को हो गई थी और फिर सलोनी ने बिना किसी से कुछ कहे नीचे झुककर चप्पल निकाली तो एक बार फिर उसके चूतड़ का ओर भी खुला रूप सबके सामने था।

मेरी चालू बीवी-108

अभी कुछ देर पहले ही मेहता अंकल से चुदकर आई मेरी बीवी पूरे मूड में ही... अभी कुछ देर पहले ही नलिनी भाभी की चूत और गाण्ड से निकले मेरे लण्ड से खेल रही थी।

मेरी चालू बीवी-107

अंकल तो रिया के साथ थे, दोनों पूरे नंगे थे, शायद रिया की कमर पर कच्छी थी, वो घुटनों के बल झुकी हुई अंकल के लण्ड से खेल रही थी। कभी हाथ से पकड़कर हिलाती तो कभी अपने होंठों से रगड़ती !

मेरी चालू बीवी-106

जॉन अंकल घूर कर वहीं देख रहे थे। हो सकता है कि उनको सलोनी की चूतड़ों से झांकती चूत भी दिख गई हो क्योंकि वापस आते हुए उनका नेकर उनके लण्ड के उभार को अच्छी तरह दिखा रहा था और उनका चेहरा भी पूरा लाल था।

मेरी चालू बीवी-105

दूधवाले ने अपना हाथ सलोनी के पीछे उसके चूतड़ों पर रख दिया, मैंने साफ़ साफ़ देखा कि उसने सलोनी के सिमटे हुए गाउन को और ऊपर तक कर दिया और सलोनी के चिकने चिकने नंगे चूतड़ों पर अपनी मोटी सी भद्दी हथेली को चारों ओर घुमाया।

मेरी चालू बीवी-104

सलोनी ने मनोज के सामने ही अपने पेटीकोट का नाड़ा खोलकर पेटीकोट को नीचे करके बाँधा, इस दौरान उसने पेटीकोट को ऐसे घुमाकर ठीक किया कि उसके पेटीकोट का कट आगे से सलोनी की चूत के दर्शन तक करा गया।

मेरी चालू बीवी-103

दोनों ने एक को कलाबाजी भी खाई... कभी सलोनी ऊपर तो कभी नलिनी भाभी... इससे सलोनी का लहंगा काफी ऊपर चढ़ गया... दूर से भी उसकी टाँगे ऊपर तक नंगी नजर आने लगी, वहाँ बैठी एक औरत ने तो उठकर सलोनी के चूतड़ों पर एक चपत भी लगाई।

मेरी चालू बीवी-102

मेहता अंकल ने तीनों से ही उसको मिलवाया, सलोनी उनकी बगल में ही खड़ी थी, मैंने देखा कि मेहता अंकल ने अपना हाथ उसकी कमर पर रखा जो फिसल कर उसके चूतड़ों तक पहुँच गया।

मेरी चालू बीवी-101

उसने तेज आह भरी- आःह्हाआआ हाय यार... काश मैं वहाँ होता... क्या चिकनी जांघें हैं। सलोनी बराबर में बैठी नलिनी भाभी से झुककर कुछ बात कर रही थी तो उनके चूतड़ एक ओर से बाहर को निकले हुए थे।

मेरी चालू बीवी-100

सामने वाला बुड्ढा बिल्कुल सही था... लड़की ने काली नेट वाली कच्छी ही पहनी हुई थी... कच्छी भी इतनी उसके चूतड़ों से चिपकी हुई थी कि उसके चूतड़ और चूत के सभी उभार साफ़ पता चल रहे थे।

मेरी चालू बीवी-99

रिया की चूत अभी बिल्कुल सूखी थी, पर फिर भी मुझे पता था कि वो आसानी से मेरे लण्ड को ले लेगी, आखिर वो लंदन से आई थी और मेहता अंकल जैसे बड़े लण्ड लेने की आदी थी।

मेरी चालू बीवी-98

लहंगा कमर से भी ऊपर उठ जाने से उसकी कमर में फंसी छोटी सी कच्छी बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। उसने एक हाथ से लहंगे को पकड़, दूसरे से अपनी कच्छी नीचे सरका दी और जल्दी से कमोड पर बैठ गई।

मेरी चालू बीवी-97

अंकल खुश हो गए, उन्होंने सलोनी के चूतड़ों से अपने सीधे हाथ को हटाकर आगे लाये और अपनी उँगलियों से उसकी चूत को सहलाते हुए अपना चेहरा सलोनी की जांघों के बीच रखकर उसकी चूत का एक चुम्मा ले लिया।

मेरी चालू बीवी-96

आप तो बड़े छुपे रुस्तम निकले अंकल... पहले मुझे आप ऋतु के बारे में बता रहे थे और अब मालूम पड़ रहा है कि रिया भी ... अपनी दोनों लड़कियों को ही आपने चखने के बाद ही विदा किया, अगर आपके दामाद को पता चल गया तो?

मेरी चालू बीवी-95

अंकल ने दीदी को कपड़े पहनाने के लिए उनके सभी कपड़े उतार दिए... वैसे भी उन्होंने केवल एक नाईटी ही पहनी थी, वो अंकल के सामने ऐसे ही नंगी घूम रही थी, अंकल उनको बार बार छू रहे थे।

मेरी चालू बीवी-94

मुझे लग रहा था कि मुझे अपना लण्ड उसकी बुर में प्रवेश कराने के लिए बहुत ही मेहनत करनी होगी क्योंकि उसकी बुर की दोनों पुत्तियाँ आपस में बुरी तरह से चिपकी थी

मेरी चालू बीवी-93

सलोनी के बाद मुझे अगर किसी की चूत पसंद आई थी तो वो मधु की ही थी, बिल्कुल मक्खन की टिक्की की तरह... उसकी चूत की याद आते ही मैंने मधु को बिस्तर के किनारे पर ही पीछे को लिटा दिया।

मेरी चालू बीवी-92

मैं- कितना शर्माती हो यार तुम... अभी जब मैं तुम्हारी बुर चाट रहा था... तब तो खुल गई थी... पर अब फिर ऐसे ही... सच बताओ अगर उस समय मैं तुम्हारी बुर में अपना लिंग डाल देता तो क्या तुम मना करती?

मेरी चालू बीवी-91

भाभी... वो तो इतने हिम्मती हैं कि रात को जब मैं अंकुर के साथ सो रही थी, तब भी यहाँ आकर मेरे पास लेट गए और मेरी चूत चाटी, मेरे से अपना लण्ड चुसवाया और लेटे-लेटे ही एक बार मेरे को चोदा भी।

मेरी चालू बीवी-90

तू कल रात कैसे बिल्कुल नंगी उस लड़के के साथ पूरी कॉलोनी में घूम रही थी? और क्या पूरे शहर में भी ऐसे ही नंगी घूम रही थी? बता ना... क्या क्या किया उस लड़के के साथ... और अंकुर कहाँ था??

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