प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता

मेरे ऑफिस के बाहर एक लड़की सड़क पर मैंने खड़ी देखी तो मैं उसको देखता ही रह गया. समझ नहीं आया कि ये मेरी वासना थी या प्यार, मगर वो दिल में उतर गई. फिर एक दिन अचानक उसने मेरे वाले समय पर आना बंद कर दिया. उसके बाद क्या मुझे वो दोबारा मिल पाई?

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -5

हम इतने पास थे कि हमारी साँसें आपस में टकरा रही थी और फिर से मुझे खुमारी चढ़ने लगी। मैंने तुरंत ही उसको बालों से पकड़ कर खींच और उसके होठों से होठों को सटा दिया एक जोरदार चुम्बन किया।

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -4

वो मदहोश होने लगी, मेरे बालों में प्यार से उँगलियाँ फेर रही थी कि उसने मुझे धक्का देकर नीचे कर दिया, खुद मेरे ऊपर आ गई और मेरे होठों को और सीने पर पागलों की तरह चूमने लगी.

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -3

उसका सर मेरे सीने पर था और बालों से उसका चेहरा ढका हुआ था। मैंने जैसे ही उसके बाल उसके चेहरे से हटाये तो उसने अपना चेहरा उठा कर मेरी तरफ किया, मेरे और उसके होंठ आमने सामने थे।

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -2

On 2016-05-10 Category: जवान लड़की Tags: रोमांस

उसने बताया कि खासकर जब लड़के मुझे देखते हैं तो उनकी नज़रों में मुझे मेरे लिए वासना दिखती है लेकिन जब मैंने तुम्हें देखा तो मुझे ऐसा बिलकुल भी नहीं लगा, मुझे लगा, हो सकता है यह मेरा वहम हो!

प्रेम संग वासना : एक अनोखा रिश्ता -1

On 2016-05-09 Category: कोई मिल गया Tags: रोमांस

यह कहानी प्रेम सुख, यौन सुख और भावनाओं से ओतप्रोत है, मेरे जीवन का सबसे हसीन सच है जिसे मैं अब तक भुला नहीं पाया और इस असमंजस में पड़ा रहा कि यह कहानी अन्तर्वासना पर प्रेषित करूँ या नहीं!

Scroll To Top