मातहत की सेक्सी बीवी की चुदासी चुत चोदी- 2

(Sex Setting With Hot Bhabhi)

सेक्स सेटिंग विद हॉट भाभी कहानी में मैं अपने दोस्त की सेक्सी बीवी को प्यासी नजरों से देखता था. मेरे दोस्त ने मुझे बताया था कि उसका लंड बहुत छोटा है तो मुझे कुछ उम्मीद थी.

फ्रेंड्स, मैं अमित कुमार आपको अपने मातहत की सेक्सी बीवी की चुदासी चुत की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
दोस्त की बीवी पर दिल आया
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपने मातहत मनोज की सेक्सी बीवी मिनी को प्यासी नजरों से देखता और अपने लौड़े की मुठ मार कर उसे शांत कर लेता था.

अब आगे सेक्स सेटिंग विद हॉट भाभी:

साल भर तो यही सब चलता रहा.
फिर एक रविवार जब हमारी छुट्टी थी, उस दिन मैं और मनोज दोनों ने बार में शराब पी.

मनोज ने उस दिन कुछ ज्यादा ही पी ली थी इसलिए मैं उसे घर छोड़ने के लिए गया.
घर पर उसे पहुंचाने के बाद कुछ देर मिनी से बातें हुई और मैं अपने घर वापस आ गया.

रात में जब मैं बिस्तर पर लेटे हुए मोबाइल पर टाइम पास कर रहा था तभी मैंने व्हाट्सएप खोला.
व्हाट्सएप खोलते ही मुझे मिनी की प्रोफाइल दिखाई दी, जिसमें उसने बेहद ही खूबसूरत प्रोफाइल फोटो लगाई हुई थी.

उस फ़ोटो में उसने साड़ी पहनी हुई थी और जिससे उसकी सेक्सी नाभि दिखाई दे रही थी.
मैं काफी देर तक उसकी उस फ़ोटो को देखते हुए अपना लंड मसलता रहा था.

इत्तेफाक से उतनी ही समय मिनी मुझे ऑनलाइन दिखाई दी.

कुछ देर सोचने के बाद मैंने उसे हाय लिखकर मैसेज कर दिया.
जल्द ही उसका भी जवाब आ गया.

इसके बाद मैंने मनोज के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि मनोज तो तभी से सो रहा है … जब से मैं उसे घर छोड़कर गया था.
मैंने मन में सोचा कि इतनी पटाखा बीवी के होते हुए वह बेवकूफ सो रहा है.

इसके बाद मेरे और मिनी के बीच व्हाट्सएप पर ही चैटिंग शुरू हो गई.
उस वक्त रात के 11 बज रहे थे.

हम दोनों एक दूसरे की फैमिली के बारे में पूछ रहे थे, इसके बाद एक दूसरे की पसंद, नापसन्द जानने लगे.

चैटिंग करते हुए कब एक घंटा बीत गया, पता ही नहीं चला.
हम लोग लगातार चैटिंग कर रहे थे और रात ज्यादा होती जा रही थी.

मैं मिनी से बात करते हुए लगातार अपने लंड को सहलाये जा रहा था.
अब मेरे अन्दर गर्मी बढ़ती जा रही लेकिन हम दोनों बस नॉर्मल बातें ही कर रहे थे.

फिर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने मिनी का मूड भांपने की सोची.
मैं मिनी से बोला- मिनी, तुम काफी सुंदर लड़की हो तुम्हारे तो शादी के पहले भी बॉयफ्रेंड रहे होंगे.

इसके जवाब में मिनी बोली- नहीं मेरा कभी कोई बॉयफ्रेंड नहीं हुआ, मेरी सीधे शादी ही हुई है.

मैं मन में सोचा कि इसका मतलब है इसकी चूत अभी भी पूरी तरह से टाइट होगी क्योंकि मनोज का 3 इंच का पतला सा लंड इसके चूत के लायक ही नहीं है. उसने कहां से इसकी चूत को फाड़ा होगा.

इसके बाद धीरे धीरे मैं बात को आगे बढ़ाने लगा.
हम दोनों एक दूसरे के पर्सनल लाइफ के बारे में पूछ रहे थे.

मेरे द्वारा ये पूछने पर कि क्या तुम अपनी पर्सनल लाइफ में खुश हो!
इसका मिनी ने कोई जवाब नहीं दिया.

मैंने थोड़ी और हिम्मत दिखाते हुए मिनी से पूछा- अगर कभी तुम्हें मौका मिला तो क्या तुम किसी को बॉयफ्रेंड बनाना पसंद करोगी?

कुछ देर तक मिनी का कोई जवाब नहीं आया.
तो मैं डर गया कि कहीं मिनी नाराज तो नहीं हो गई मुझसे!

लेकिन फिर उसका जवाब आया और उसके जवाब को पढ़कर मेरे अन्दर की हिम्मत और बढ़ गई.
उसने कहा- अगर कोई मुझे पूरी प्राइवेसी देने वाला मिल गया, तो मैं एक बार तो जरूर बॉयफ्रेंड बनाना चाहूंगी.

यह सुनकर मैंने सोचा कि यही सही मौका है अपनी दिल की बात बताने का.
अगर आज मैं डर गया तो शायद ऐसा मौका दुबारा न मिले.

मैंने सोच लिया कि अब जो होगा देखा जाएगा.

तब मैंने मिनी से कहा- अगर तुम्हें बुरा न लगे तो क्या तुम मुझे अपना बॉयफ्रेंड बना सकती हो!
मेरे सवाल को पढ़कर मिनी तुरंत ही ऑफ लाइन हो गई.

उसे तुरंत ही ऑफ लाइन देख मैं अपने आप को गाली देने लगा कि लगता है मैंने जल्दबाजी कर दी और मिनी मुझसे नाराज हो गई.
अब मेरे मन में ख्याल आने लगा कि अब किस मुँह से मैं मिनी के घर जाऊंगा और उसे अपनी क्या शक्ल दिखाऊंगा.

दस मिनट तक तो मैं यही सब सोच रहा था और मैंने मिनी को कोई मैसेज नहीं किया.

घड़ी में रात के 1:30 का समय हो गया था और मैंने सोच लिया था कि अब मिनी और मनोज से मेरी दोस्ती टूट गई है.
तभी फिर से मिनी का मैसेज आया और उसे पढ़कर मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

मिनी ने लिखा था- अगर ये बात पूरी तरह से हम दोनों तक ही रहे और मनोज को कभी इसके बारे में पता न चले, तो मैं आपको अपना बॉयफ्रेंड बनाने के लिए तैयार हूं.
मैंने भी तुरंत उसे रिप्लाई दिया कि मैं तुम्हें हमेशा पूरी प्राइवेसी दूँगा और इस बात की भनक कभी किसी को नहीं लगेगी.

इस पर मिनी का जवाब आया ओके.

इसके बाद मैं बहुत ज्यादा खुश था क्योंकि जिसके नाम से मैं रोज मुट्ठ मारता था अब उसके साथ मेरा रिश्ता कायम हो गया था.
मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं था.

उस दिन से ही मैं और मिनी रोजाना मोबाइल पर चैटिंग करने लगे और समय मिलने पर देर देर तक फोन पर हम दोनों की बात होने लगी.
अब जब भी मैं मनोज के घर जाता था, तो अब मिनी का मुझे देखने का अंदाज ही बदला हुआ मिलता.
उसकी आंखें मुझे देखते ही चमक उठती थीं और चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी.

मेरे मन में भी उसके लिए प्यार उमड़ पड़ा था और मैं आये दिन उसे देखने और मिलने के लिए उसके घर जाने लगा.

मैं जब भी उसके घर जाता उसके लिए उसकी पसंदीदा मिठाई लेकर जाता.

ये सब करीब तीन महीने तक चला लेकिन अभी तक हम दोनों के बीच सेक्स की बात की शुरुआत तक नहीं हुई थी.

हम दोनों में से किसी ने भी सेक्स की पहल नहीं की थी जबकि हम दोनों रोज ही फोन पर बात किया करते थे.

फ़िर एक दिन ऐसे ही हम दोनों रात में चैटिंग कर रहे थे.
रात तो ज्यादा हो ही गई थी और उस दिन मैंने ड्रिंक भी की हुई थी.

उस दिन पहली बार मैंने मिनी से कहा कि मुझे एक पप्पी चाहिए.
बस यहीं से शुरुआत हुई हम दोनों के बीच सेक्स की.

पहले तो मिनी शर्माती रही और पप्पी देने से मना करती रही लेकिन फिर उसने मुझे फोन पर ही पप्पी दी.

फिर मैंने उससे कहा कि अब मुझे आमने सामने पप्पी कब दोगी?
इसके जवाब में मिनी ने कहा- जब अकेली रहूँगी, तब ले लेना.

लेकिन ऐसा मौका मिलता ही नहीं था कि मैं उससे अकेले में मिलूँ क्योंकि जब भी मैं उसके घर जाता था तो मनोज रहता था.

हम दोनों के प्यार की शुरुआत हुए 6 महीने होने लग गए थे और अभी तक मैंने मिनी को छुआ तक नहीं था.
बस फोन पर ही थोड़ी बहुत सेक्स भरी बातें हो जाती थीं.

फ़िर एक दिन मिनी ने मुझसे कहा- मैं और मनोज दो चार दिन के लिए घर जा रहे हैं.

उसकी बात सुनकर मैं बोला कि अगर ऐसा हो जाये कि तुम किसी तरह से यहीं रुक जाओ और मनोज अकेला ही चला जाए तो कितना अच्छा रहता!

मेरी बात के मतलब को मिनी अच्छी तरह से समझ चुकी थी क्योंकि वह नासमझ तो थी नहीं.
उस वक्त उसके अन्दर भी सेक्स का ज्वालामुखी उबाल मार रहा था.

उसने मुझसे कहा- चलो मैं कोशिश करती हूं लेकिन उम्मीद कम ही है कि मेरे पति मुझे यहां अकेली छोड़कर जाएं!

इसके बाद दो दिन बाद ही मिनी ने मुझे बताया कि मैंने किसी तरह से मनोज को इस बात के लिए मना लिया है कि मैं यहीं रुक जाती हूँ और वे दो तीन में अपना काम निपटाने के बाद आ जाएंगे.

उसकी बात सुनकर जैसे मेरे अन्दर तक करंट दौड़ गया था.
इतने दिनों का इंतज़ार अब मुझे सफल होता दिखाई दे रहा था.

मैंने भी मन में सोच लिया था कि मैं इस मौके का पूरा फायदा उठाऊंगा और मिनी को चोदकर ही रहूंगा.

फिर उस दिन शुक्रवार का दिन था और मैं सुबह जब अपने ऑफिस पहुंचा तो मनोज मेरे पास आया और उसने 4 दिन की छुट्टी के लिए आवेदन दिया.

उसकी छुट्टी मुझे ही पास करनी थी इसलिए मैंने तुरंत उसकी छुट्टी पास कर दी.

इसके बाद सभी लोग अपने काम में लग गए.

काम से समय निकाल कर मैंने मिनी को मैसेज किया और उससे जानकारी ली तो उसने मुझे बताया कि मनोज अकेला ही जा रहा है.
उसकी ये बात जानकर मेरे दिल में लड्डू फूटने लगे.

अब 4 दिन तक मिनी अकेली रहने वाली थी और मेरे पास उसे चोदने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलने वाला था.

उस रात भी मैं और मिनी चैटिंग कर रहे थे और उस रात मैंने मिनी को चैटिंग में ही काफी गर्म कर दिया था.

मैं भी जानता था कि मिनी भी चुदाई के लिए उतावली है इसलिए ही उसने अपने पति के साथ न जाने का फैसला किया है.

उस रात जब मिनी और मैं चैटिंग में चुदाई की गर्म बातें कर रहे थे तो मिनी ने खुद ही अगली रात मुझे अपने घर आने के लिए कह दिया.
इस सेक्स सेटिंग के बाद अब मेरे लिए पूरा रास्ता साफ था, बस मेरे और मिनी के बीच चुदाई होनी ही बाकी थी.

अगली सुबह मैं अपने काम पर चला गया लेकिन मेरा मन काम में बिल्कुल भी नहीं लग रहा था.
इसलिए मैंने तबियत खराब होने का बहाना बनाकर आधे टाइम में ही छुट्टी ले ली और घर आ गया.

घर पर नहाते समय मैंने अपने लंड की साफ सफाई की और लंड पर तेल लगाकर अच्छे से मालिश की.

मेरा लंड भी उतावला था क्योंकि आज उसे एक बेहद खूबसूरत चूत की चुदाई जो करनी थी.

उसके बाद मैं बाजार गया और मेडिकल स्टोर से एक्सट्रा डॉटेड कंडोम का एक पैकेज और पावर की टेबलेट का एक पैक ले लिया.

घर आकर मैं शाम तक सोता ही रहा और शाम होते ही मिनी के फोन का इंतजार करने लगा.

लगभग 8 बजे मिनी ने मुझे फोन करके बताया कि मनोज घर से निकल गए हैं, आप 10 बजे तक आ जाइए.

दस बजते ही मैं पैदल ही अपने घर से मिनी के घर की तरफ चल पड़ा.

पैदल चलते हुए मैं मिनी से फोन पर बात कर रहा था.
उसने मुझे पीछे के दरवाजे से आने के लिए कहा क्योंकि अगर मैं आगे के दरवाजे से जाता तो कोई भी मुझे देख सकता था.

उसके घर के पास पहुंच कर मैं पीछे के दरवाजे पर पहुंच गया और मिनी ने तुरंत ही दरवाजा खोलकर मुझे अन्दर बुला लिया.

जैसे ही मैं दरवाजे से अन्दर हुआ और मिनी के बगल से गुजरा, उसके बदन से हल्की महक आई, लगता था उसने कोई हल्की महक वाला परफ्यूम लगाया था.

उसने गुलाबी रंग की साड़ी पहनी हुई थी जिसमें से उसकी कमर, पेट, नाभि और पीठ देखकर मेरा लंड झटके मारने लगा.

उसकी गोरी चिकनी कमर पर पड़ रही सिलवटें देख कर ऐसा लग रहा था कि अभी ही मिनी को नंगी कर डालूँ.
लेकिन मैं अपने आप को कंट्रोल कर रहा था.

मिनी ने मेरे लिए खाना बनाया हुआ था और हम दोनों ने साथ में ही खाना खाया.
खाना खाते हुए हम लोगों को रात के 11 बज चुके थे.

मैं जितना भी मिनी को देख रहा था मेरे अन्दर उत्तेजना बढ़ती ही जा रही थी.
मेरे अन्दर थोड़ा डर भी था क्योंकि मैं मिनी के साथ पहली बार इस तरह से मिल रहा था.

यही चीज मिनी के साथ भी रही होगी इसलिए हम दोनों में से कोई भी आगे से पहल नहीं कर रहा था.
हालांकि फोन चैट में हम दोनों काफी सेक्सी बातें करते आ रहे थे लेकिन पहले मिलन की बात कुछ अलग ही होती है.

काफी देर तक तो हम दोनों ऐसे ही सोफे पर बैठे हुए बात करते रहे.
फिर मैंने ही पहल की और उसके बगल में जाकर बैठ गया.

मेरे पास आते ही मिनी बिल्कुल शांत हो गई और मैंने उसका हाथ अपने हाथों में ले लिया.
उसकी नजरें नीचे झुकी हुई थीं और वह बिल्कुल शांत बैठी हुई थी.

मैं उसके हाथ की उंगलियों को अपने मुँह तक ले गया और चूम लिया.
चुंबन होते ही मिनी की सांस तेजी से चलने लगी थीं, जिससे उसके सीने पर तने उसके दूध ऊपर नीचे हो रहे थे.

अब मैं उठा और मिनी को हाथ पकड़ कर उसे खड़ी कर दिया.
मिनी का हाथ पकड़े हुए मैंने उसे अपनी तरफ खींचा और वह मेरे सीने से आ लगी.

उसके बड़े बड़े तने हुए दूध सीधे मेरे सीने से आकर टकरा गए.

दोस्तो, इधर आप समझ गए होंगे कि दो प्यासे दिल मिलने को एकदम से रेडी थे और अब हम दोनों बस चुदाई का मजा लेना चाहते थे.
आज की रात हमारी थी और किसी के आने का भी कोई डर नहीं था.

मिनी की चुत की चुदाई की कहानी को विस्तार से पढ़ने के लिए मेरे साथ बने रहें.
सेक्स सेटिंग विद हॉट भाभी पर अपने विचारों को मुझे मेल से या कमेंट्स से जरूर भेजें.
धन्यवाद.
[email protected]

सेक्स सेटिंग विद हॉट भाभी कहानी का अगला भाग: मातहत की सेक्सी बीवी की चुदासी चुत चोदी- 3

What did you think of this story

Comments

Scroll To Top