तलाकशुदा की कामवासना और सेक्स का सुख- 1

(Wife Shameless Act Story)

रमित 2025-10-08 Comments

वाइफ शेमलेस एक्ट स्टोरी में एक सेक्सी बोल्ड बीवी अपने पति को अपनी सहेली की चूत का मजा दिलवाना चाहती थी. या यों कहें कि वह अपनी सहेली को अपने पति का लंड दिलवाना चाहती थी.

दोस्तो, मैं आपका दोस्त रमित एक बार फिर से हाजिर हूँ.
मैंने अपनी एक सेक्स कहानी
कामवासना और प्यासी मुहब्बत के बीच उलझते रिश्ते
आपके सामने पेश की थी.

उस कहानी में मैं अपनी पत्नी यामिनी और उसकी तलाकशुदा सहेली जाह्नवी के साथ फिल्म देखने गया था.
पर आधी फिल्म में ही हम लोग घर की तरफ निकल आए थे.
आते वक्त यामिनी ने वोदका ले लेने की बात कही तो मैंने एक बोतल वोदका और कुछ भुने हुए काजू आदि ले लिए थे और घर आ गए थे.

अब आगे वाइफ शेमलेस एक्ट स्टोरी:

घर आते ही जाह्नवी और यामिनी दोनों चेंज करने चली गईं.
मैं ड्राइंग रूम में पीने के लिए स्नैक्स, गिलास बर्फ और सोडा रखने लगा.

तभी जाह्नवी और यामिनी कपड़े चेंज करके आ गईं.

जाह्नवी ने ढीला सा घुटनों तक की स्कर्ट और टी-शर्ट पहन ली थी.
यामिनी ने शॉर्ट के साथ क्रॉप टॉप पहन रखा था,

दोनों ही लड़कियां बहुत सेक्सी लग रही थीं.

मैं भी चेंज कर आया.
मैंने शॉर्ट और टी-शर्ट पहन ली.

मुझे देख कर यामिनी ने सीटी बजायी और बोली- क्या बात है … जाह्नवी के सामने बड़े हॉट बन कर आए हो … कहीं मेरी फ्रेंड पर दिल तो नहीं आ गया?
यह कह कर वह हंसने लगी.

जाह्नवी बोली- अरे यार तुम भी … कुछ भी बोलती हो. जिसकी बीवी तुम्हारी जैसी हॉट और सेक्सी हो, वह किसी दूसरी लड़की की तरफ क्यों देखेगा?
यामिनी बोली- अगर लड़की तुम हो, तो जरूर देखेंगे!

यह कहते हुए उसने मेरी तरफ देख कर एक आंख दबा दी.

जाह्नवी बोली- मैं स्नैक्स गर्म करके लाती हूँ.
वह किचन में चली गयी.

मैंने तभी यामिनी की सेक्सी जांघों पर हाथ फिराया.

वह बोली- आज जाह्नवी की जांघें देखना चाहोगे … साथ में बूब्स भी!
मैंने कहा- पागल हो तुम … ये कैसे पॉसिबल है?
वह बोली- जानेमन हम हैं, तो सब पॉसिबल है. भूल गए गोवा में मसाज!

मैं चुप था.

वह पुनः बोली- तुम बस अपनी आंखें सेकने के लिए तैयार रहो बाकी मेरा काम!

इतने में जाह्नवी स्नैक्स लेकर आ गयी.
वह बोली- चलो आओ यार … महफ़िल शुरू करो!

उसने यार कहा तो मेरा दिल हिल गया.
मैंने झट से तीन पैग बनाए.

तीनों ने चियर्स किया और सिप करने लगे … साथ ही गोवा की बातें याद करने लगे.

यामिनी जाह्नवी से उसके पति के बारे में और मैरिज लाइफ के बारे में पूछने लगी.
तो जाह्नवी थोड़ी उदास और संजीदा हो गयी.

फिर उसने बताया कि उसका हस्बैंड उससे डाइवोर्स चाहता है. उसका अफेयर पहले से ही उसके ऑफिस में उसकी असिस्टेंट का साथ था!

मैंने पूछा- और तुम क्या चाहती हो?
तो वह बोली- जबरदस्ती तो मैं भी इस रिश्ते में नहीं रह सकती न … मैंने भी डायवोर्स के लिए हां बोल दिया है.
अब तक हम सब दो दो पैग लगा चुके थे.

मैंने तीसरा पैग बना दिया.
जाह्नवी न न करने लगी.

यामिनी ने कहा- यार, हम तीनों दोस्त हैं, भूल जाओ अपना गम, अपने पति की बेवफाई … और बस एन्जॉय करो!
जाह्नवी चुप हो गई.

यामिनी ने कहा- जाह्नवी इस शहर में अपने आप को अकेला मता समझना. हम दोनों तुम्हारे साथ हैं. ईवान का घर छोड़ने के बाद कहां रहोगी, कुछ सोचा है तुमने?

वह बोली- अभी तो कुछ नहीं सोचा, वैसे मैंने अपना अपर्टमेंट लिया था शादी से पहले … पर वह सिटी से बाहर है. उधर से ऑफिस आने जाने की दिक्कत होगी. इसलिए मैं सोच रही हूँ कि ऑफिस के पास या किसी पीजी में शिफ्ट हो जाऊंगी.

यामिनी बोली- तू एक काम कर न … हमारे साथ शिफ्ट हो जा. हमारा फाइव बेडरूम का घर है और रहने वाले हम सिर्फ दो हैं. ज्यादा से ज्यादा कभी कभी मम्मी पापा जी आते हैं, वे भी एक हफ्ते के लिए … तो तू यहीं आ जा, तेरे को अकेलापन भी नहीं लगेगा और मुझको भी कंपनी मिल जाएगी.
वह बोली- नहीं यार ऐसे कैसे!

जाह्नवी तीन पैग ले चुकी थी … शायद वह पहली बार इतनी पी रही थी तो उसे सुरूर होने लगा था.
वह थोड़ी लड़खड़ाती आवाज़ में बोली- यामिनी, अगर मैं यहां रहने लगी और रमित पर लाइन मारने लगी तो फिर मेरे को दोष मत देना!

मैं हंसने लगा तो यामिनी बोली- तो क्या हुआ … तू भी रमित से प्यार पा लेना. रमित बहुत रोमांटिक भी है जान … हम दोनों बेस्ट फ्रेंड है. बेस्ट फ्रेंड का सब कुछ सांझा होता है. हम पति भी सांझा रख लेंगी. वैसे भी रमित की कभी गर्लफ्रेंड नहीं रही, तुम उसकी गर्ल फ्रेंड बन जाना और मैं तो बीवी हूँ ही!

मैंने कहा- यामिनी, तेरे को चढ़ गयी है!
वह बोली- अरे जानेमन, अभी तो सुरूर होना शुरू हुआ है, अभी तो रात और न/शीली होने वाली है.

जाह्नवी बोली- यामिनी तू सच में बहुत बेशर्म है … कुछ भी बोलती है!
यामिनी बोली- अरे डार्लिंग, अभी तुमने मेरी बेशर्मी देखी कहां है.
और वह हंसने लगी.

हम दोनों उसकी मस्ती देख कर मुस्कुराने लगे.

यामिनी बोली- चलो, संजीदा माहौल को थोड़ा हल्का करते हैं … एक गेम खेलते हैं. जैसे मैं एक वर्ड बोलूंगी, रमित उसके लास्ट अल्फाबेट से कोई वर्ड बोलेगा. अगर नहीं बोल पाया तो मैं उसे कोई चीज़ देने के लिए बोलूंगी या कोई कपड़ा उतारने के बोलूंगी तो उसे उतारना पड़ेगा.

सब राजी हो गए.

पहला वर्ड बोलने के बारी यामिनी की थी.
उसने बोला, तो मैं बता नहीं पाया.

वह बोली- मिस्टर रमित, क्या देना पसंद करोगे?
मैंने कहा- मैं तो हूँ ही तुम्हारा!

तो यामिनी बोली- हां वह तो है, पर इस टाइम तुम मुझे अपनी ये गोल्डन फ्रेम वाली स्पेक्स उतार कर दे दो.
मैंने दे दी.

वह बोली- रमित, तुम्हारी आंखें बहुत न/शीली हैं … मुझे इन में देख कर न/शा हो रहा है.
मैंने कहा- बेवकूफ, तुझे मेरी आंखों का नहीं … वोदका का न/शा हो रहा है!
वह हंस कर बोली- अरे जानेमन, तुम्हारी आंखों से तो बिन पिए ही न/शा हो जाता है!

जाह्नवी बोली- लगता है आज यामिनी ने लंच में किसी शायर की नज़म खा ली है!

अब मेरी बारी थी वर्ड बोलने की … और रिप्लाई देने की जाह्नवी की.
मैंने वर्ड बोला तो जाह्नवी को कोई वर्ड सूझा नहीं.

जाह्नवी खुद हारती हुई बोली- ओके, मुझे क्या करना होगा?
मैंने कहा- तुम अपने बालों का क्लेचर खोल कर मुझे दे दो!

जाह्नवी ने क्लेचर खोल दिया तो उसके बाल खुल गए.

उसके बाल बहुत घने थे.
उसके खुले बाल और नाक में नोज पिन … उसे बहुत सुन्दर और हॉट बना रही थी.

इस बार फिर से यामिनी की बारी थी.
यामिनी ने जो बोला तो मैंने भी उसके आगे का वर्ड बना दिया.

इस तरह से हमारा खेल आगे बढ़ रहा था और उसके साथ सुरूर भी.

दो हॉट एंड सेक्सी लड़कियों के साथ रात और भी न/शीली होती जा रही थी.

एक तो शराब का सुरूर ऊपर से यामिनी बोल्डनेस और जाह्नवी के शरीर से उठती मादकता इस रात को बेहद न/शीली बना रही थी.

इसी तरह मैं यामिनी से एक बार फिर हार गया.
तो यामिनी बोली- इस बार रमित तुम मुझे अपनी शर्ट उतार कर दे दो!
मैंने शर्ट उतार दी.

अब मैं टॉप लैस था मेरी जिम में बनाई गयी बॉडी दिख रही थी.
जाह्नवी ने अपनी नजरें झुका लीं और कनखियों से देखने लगी.

यामिनी बोली- रमित, तुम बहुत सेक्सी एंड हॉट हो!
मैं वाइफ के शेमलेस एक्ट पर बस मुस्करा रहा था.

अगले राउंड में यामिनी हार गयी मुझसे, मैंने भी उसे टॉप उतारने के लिए बोल दिया क्योंकि अब मुझे भी अब तक न/शा हो गया था.

यामिनी ने अपना टॉप उतार दिया और बोली- अरे मैं तो कब से इंतज़ार कर रही थी कि तुम कुछ ऐसा बोलो राजा … कहो तो ब्रा भी उतार दूं?
मैंने कहा- वेट कर रानी … अभी खेल चालू है.

इस बार जाह्नवी हार गयी यामिनी से, यामिनी ने जाह्नवी से भी टॉप उतारने को बोला.

जाह्नवी बोली- यामिनी, तू बहुत बेशर्म है … मैं नहीं उतारूंगी!
यामिनी बोली- ना … उतारना तो पड़ेगा … और इधर हम तीनों ही तो हैं. वैसे भी रमित ने तुम्हें बिकनी में देख रखा है यार!

वह बोली- तेरा क्या भरोसा तू नीचे का भी उतरवा दे?
यामिनी हंसने लगी और बोली- हां, हो तो कुछ भी सकता है.

जाह्नवी पर भी शराब का न/शा हावी हो चुका था.
उसने टॉप उतार दिया.
पर उसने नीचे स्पोर्ट्स ब्रा पहन रखी थी तो बूब्स कवर ही थे … फिर भी जाह्नवी के बूब्स बड़े हैं तो मस्त क्लीवेज दिख ही रही थी.

अगली बार मैं हारा तो यामिनी ने मुझे शॉर्ट उतारने को बोला.
मैंने कहा- तुम पागल हो क्या?

वह बोली- क्यों नीचे कुछ पहना नहीं है क्या? अगर नहीं पहना तो और भी अच्छा है.
वह हंसने लगी.

मैंने शॉर्ट उतार दी.
मेरी फ्रेंची में से मेरे लंड का उभार साफ़ दिखाई दे रहा था.

जाह्नवी ने नजरें नीची कर लीं पर चोर नजरों से वह मेरे लंड को देख रही थी.

मैं समझ गया था कि जाह्नवी प्यासी है; उसे वह संतुष्टि और प्यार नहीं मिला.

अगली बार जाह्नवी हारी तो यामिनी ने उसे स्कर्ट उतारने को बोला.

जाह्नवी बोली- यामिनी कोई फायदा नहीं होगा!
वह बोली- कोई बात नहीं, तू उतार तो सही!
जाह्नवी ने स्कर्ट उतार दी.

उसने नीचे साइकिलिंग शॉर्ट पहन रखी थी.
यामिनी बोली- बहुत चालू है तू … यह पहना है?

जाह्नवी ने जो साइकिलिंग शॉर्ट पहनी हुई भी वह उसके शरीर के साथ एकदम चिपकी हुई … जिसमें से उसकी चुत की शेप साफ़ नज़र आ रही थी.
उसे देख कर मेरा लंड और कड़क हो गया.
ये बात यामिनी ने भी महसूस की.

इस बार यामिनी हार गयी.
मैंने कहा- यामिनी, अपनी ब्रा उतार दे.

जाह्नवी सुन कर मुस्कराने लगी और बोली- अब तुम दोनों ही बहुत बेशर्म हो.
यामिनी बोली- अरे यार रमित, ब्रा तो हमेशा तुम ही खोलते हो मेरी … आओ आज भी खोल दो.

मैं आगे बढ़ा तो यामिनी हंसने लगी.
मैंने यामिनी को गोद में उठा लिया और बेडरूम की तरफ चल पड़ा.

मैंने कहा- सॉरी जाह्नवी गुड नाईट, इस बेशर्म का पता नहीं … यहीं न्यूड हो जाती और मुझे भी कर देती. तुम अपने रूम में जा कर सो जाओ.
वह बोली- तुम लोग जाओ, मैं यहीं थोड़ी देर टीवी देखूंगी … मुझे अभी नींद नहीं आ रही है.

मैं और यामिनी बेडरूम में आ गए.
मैंने यामिनी को बेड पर पटका और उस पर चढ़ कर उसे चूमने लगा.

यामिनी भी साथ दे रही थी.

मैंने जैसे उसकी ब्रा के हुक खोले तो मुझे जाह्नवी के बूब्स याद आ गए.
मैंने ब्रा हटाई और दूध चूमने लगा.

यामिनी बोली- जाह्नवी के बूब्स का साइज़ मुझे बड़ा है और बहुत सेक्सी भी हैं उसके दूध … है न!
मैं कुछ नहीं बोला और उसके एक निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.

वह बोली- जाह्नवी के निप्पल भी प्रोमिनेन्ट हैं, ब्रा में से साफ नज़र आ रहे थे. जब टाइट हो जाते होंगे तो और सख्त और प्रोमिनेन्ट नज़र आते होंगे है न!

हम दोनों उसके बाद चुदाई में लग गए और कब मैं यामिनी की चुत में झड़ गया मुझे होश ही न रहा क्योंकि हम दोनों शराब के न/शे में तो थे ही, इसके साथ चुदाई से थक भी गए थे.

अब इसके बाद आप इस सेक्स कहानी का मजा जाह्नवी की कलम से सुनें.

अगले कुछ दिन ऐसे ही निकल गए.

ईवान ने मेरे नाम पर शहर से बाहर जो फ्लैट था, वह मेरे नाम पर कर दिया और डाइवोर्स के कागज़ भी कोर्ट में जमा करवा दिए.
मैंने ये सब अपने घर पर अपनी मॉम और डैड को नहीं बताया था.

हम लोग जिस फ्लैट में रह रहे थे, ईवान ने उसको बेचने का मन बना लिया था.

अब मेरे को रहने की समस्या थी, जो फ्लैट मैंने किराये पर लिया था … उसमें रेनोवेशन का काम चल रहा था. वह दो महीने बाद मिलने वाला था.

मैं पीजी देखने लगी, यामिनी से बात हुई तो वह बोली- सामान की पैकिंग कर ले, मुझे बहुत अच्छे पीजी का पता है. मैं और रमित तुझे शाम को ले चलेंगे और शिफ्ट करवा देंगे.
मैंने हां बोल दिया और अपना सामान पैक कर लिया.
मैं शाम का इंतज़ार करने लगी.

रमित और यामिनी आए तो रमित ने मुझे मेरा सामान कार तक ले जाने में मदद की और हम सभी चले दिए.

मैंने देखा कि कार यामिनी और रमित के घर आकर रुकी.
यामिनी रमित से बोली- तुम जाह्नवी का सामान अन्दर पहुंचा दो!

मैंने विस्मृत नजरों से यामिनी की तरफ देखा.
तो वह बोली- ऐसे क्या देख रही हो! तुम्हें पीजी चाहिए था तो मैंने ही पीजी खोल लिया है. अब तुम यहीं रहोगी.

मैंने कहा- यामिनी तुम न बहुत बदमाश हो!
वह बोली- मेरी जान, क्या करूं तेरे को छोड़ना नहीं चाहती न … इसी लिए पीजी शुरू कर दिया. अब से तू यहीं रहेगी समझी, अब कोई बहाना नहीं … और हां … तुझे खाने और रहने के सिवा और कोई सर्विस चाहिए हो वह भी मिल जाएगी … और उसके कोई एक्स्ट्रा चार्जेज भी नहीं है.
यह कह कर उसने आंख दबा दी.

मैंने उसे देख कर कहा- तू न …
मैं उसे मारने को भागी तो वह भी हँसती हुई भागने लगी.

इस तरह से मेरी जिंदगी फिर से पटरी पर दौड़ने लगी.
मैंने यामिनी के घर से ऑफिस जाना शुरू कर दिया.

कभी कभी रमित मुझे ऑफिस छोड़ दिया करता तो कई बार शाम को भी हम दोनों साथ में वापिस लौटते.

मैं रमित की तरफ आकर्षित हो रही थी.
बहुत कोशिश करती खुद को रोकने की … पर जब जब रमित की गहरी आंखों में देखती तो उसकी तरफ खिंची चली जाती.

रमित भी कभी कभी मुझे चोर निगाहों से देख लेता.

मैं अक्सर नोटिस करती कि उसकी नजरें मेरे होंठ के तिल के ऊपर आकर रुक जातीं … या फिर मेरी दूधिया क्लीवेज के ऊपर … उधर भी एक तिल था न … तो उसकी नजरें वहां भी ठहर जातीं.
ये देख कर मैं बहुत रोमांचित हो जाती.

अब मैं हमेशा ऐसी ड्रेसेस ही पहनने लगी, जिनके गले थोड़े गहरे होते ताकि रमित मेरी क्लीवेज को निहारता रहे.

अकसर हमारी शाम मस्ती करते हुए बीतने लगी. हम तीनों बहुत मस्ती करते, कभी रात को ड्रिंक करते … फिर वही गेम खेलने लगते.

अब मैं भी रमित के सामने खुलने लगी थी और बेधड़क शॉर्ट्स पहन कर घर में घूमती थी.
मैंने और यामिनी ने जिम ज्वाइन कर लिया.

हम दोनों जिम के कपड़े पहन कर बहुत हॉट और सेक्सी लगती थीं.

इधर यामिनी और रमित का रोमांस भी जारी था बल्कि यूँ कहे अपनी चरम सीमा पर था.

यामिनी मेरे सामने ही रमित की गोद में बैठ जाती या उसे लिप किस कर लेती.
वह मेरे होने से बिल्कुल न शर्माती.

मेरे होने से यामिनी को कोई फर्क नहीं पड़ता था. उसे जो करना होता या बोलना होता, वह कर ही लेती या बोल देती.

सच कहूं तो कुछ हद्द तक मेरी तन्हाई दूर हो गयी थी और मैं खुश रहने लगी थी.

पर रात को क्या करती…
रात जब अपने बिस्तर पर आती तो अकेलापन महसूस होता और मुझे एक मर्द साथी की जरूरत महसूस होती.
शारीरिक जरूरत भी कभी कभी हावी हो जाती.

कई बार सोचती की रमित से अपनी जरूरत पूरी कर लूँ.
फिर ख्याल आता कि यामिनी भी तो कई बार बोल ही देती है … उसे हां कर दूं कि मुझे भी रमित से सेक्स चाहिए.

मेरा भी दिल करता है कि वह मेरे बदन के हर एक अंग को चूमे. मेरी आग को बुझा दे.
पर सुबह यामिनी के सामने जाते ही मुझे आत्मग्लानि भी होती.

मैं सेक्स के लिए बहुत बुरी तरह से तरस रही थी.
यूँ तो मेरे साथ बहुत से हैंडसम मर्द काम करते थे, बहुत से क्लाइंट्स से मिलना होता था … जो बहुत हैंडसम और हॉट भी थे और मेरा साथ पाने के लिए मचलते भी थे.

पर मेरे पर तो रमित का न/शा छाया हुआ था.
मैं किसी की तरफ आंख उठा कर भी नहीं देखती थी. बस उनसे काम की ही बात करती थी.

इसी बीच मेरा डाइवोर्स भी हो चुका था.
ईवान ने अपना विला मेरे नाम कर दिया था और खुद पुणे छोड़ कर मुंबई शिफ्ट हो गया था.

दोस्तो, आपको मेरी यह वाइफ शेमलेस एक्ट स्टोरी कैसी लग रही है?
प्लीज मुझे मेल करके जरूर बताएं.
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वाइफ शेमलेस एक्ट स्टोरी का अगला भाग:

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