जवानी का ‘ज़हरीला’ जोश-6
मैंने गगन से अपने रिलेशन से जुड़ी छोटी से छोटी बात भी नहीं छिपाई क्योंकि मैं उसको लेकर बहुत पज़ेसिव था। अब वो कई बार जब दूसरे लड़कों की बातें करता तो मुझे जलन होने लगती थी, मुझे लगता था कि वो सिर्फ मेरा है।
आशिक और माशूका के बीच प्यार मुहब्बत भरा रोमांस और उसके बाद जोश से भरा सेक्स आह … मजा आ जाता है. असली चुदाई का मजा तो रोमांस के बाद ही आता है.
मैंने गगन से अपने रिलेशन से जुड़ी छोटी से छोटी बात भी नहीं छिपाई क्योंकि मैं उसको लेकर बहुत पज़ेसिव था। अब वो कई बार जब दूसरे लड़कों की बातें करता तो मुझे जलन होने लगती थी, मुझे लगता था कि वो सिर्फ मेरा है।
मेरे ऑफिस की नेहा मेरे साथ सेक्स करना चाहती थी लेकिन मैं खुद को इसके लिए तैयार नहीं कर पाया मेरे अंदर वो फीलिंग नहीं आई। लेकिन इसमें नेहा की कोई गलती नहीं क्योंकि उसे नहीं पता था कि मैं लड़कियों में रुचि नहीं रखता हूं।
मेरे पड़ोस में रहने वाली एक युवा लड़की मेरी क्लासमेट थी. हम साथ साथ रहते थे. मेरी कोई गलत भावना नहीं थी उसके प्रति... लेकिन उसके मन में क्या था, मुझे नहीं पता था. वो मुझसे कैसे चुद गई?
मेरी बहन के व्टसएप ग्रुप में एक लड़की से मेरी दोस्ती हो गयी. एक दिन मैंने मजाक में उसको ‘आई लव यू..’ कह दिया तो उधर से भी ‘आई लव यू टू..’ का रिप्लाई आया. और उसके बाद तो...
मेरे लिए इससे ज्यादा खुशी का क्षण ना कोई था ना कोई होगा, मेरा प्यार मुझसे प्यार पाने को बेताब था। मैं और वो दोनों खुले आसमान के नीचे निर्वस्त्र नग्न पड़े थे, दोनों के शरीर पर एक धागा भी नहीं था.
बिस्तर पर पूर्ण नग्न लेटी काम की आग में जलती बला की खूबसूरत जिसका एक एक अंग मानो किसी कुशल मूर्तिकार ने बड़ी होशियारी से सांचे में डालकर बनाया हो, फैले खुले बाल, सुबह के सूरज की तरह लाल चेहरा, किसी को भी अपनी ओर आकर्षित करने वाले स्तन...
मेरी रोमांटिक कहानी के पहले भाग मेरी स्टूडेंट ने मुझे दुनिया दिखाई-1 में आपने पढ़ा कि मुझे अपनी एक स्टूडेंट से प्यार हो गया था. उसने बताया कि उसके बॉयफ्रेंड ने उसे चीट किया और वो अब उस से मिलना भी नहीं चाहता। वो पहले से ज़्यादा ज़ोर से रोने लगी। मैं खड़ा होकर उस […]
मैं दवा कंपनी में काम करता था, मेडिकल कॉलेज में जाता था, एक डॉक्टरनी से काफी अच्छी दोस्ती हो गई. दोनों कैंटीन में काफी खुलकर बातें करते थे. एक दिन वो मुझे पास की पहाड़ी पर ले गई. वहां क्या हुआ? पढ़ें मेरी इस सेक्स कहानी में!
मैं एकदम सीधा सादा लड़का था जिसका मानना था कि सेक्स शादी के बाद का टॉपिक होता है। मैंने अपना कोचिंग सेंटर खोला तो काफी लड़कियां आने लगी, उनमें से एक बहुत खूबसूरत और सेक्सी लड़की थी और बहुत बातूनी भी।
मेरी सेक्स कहानी को केवल वे लोग पढ़ें जो सच में यकीन रखते हों, जो धैर्य से मजबूरी, प्रेम, वासना को दिल की आँखों से पढ़कर अपने आप को कहानी के किरदार के रूप में अहसास कर एक एक शब्द में प्रेम रस को महसूस कर सकें।
मुझे उससे पहली नज़र में प्यार हो गया! वो मेरी लाइफ की पहली और अभी तक की एकमात्र गर्लफेंड है। मैंने कभी कोई गर्लफेंड बनाने की कोशिश ही नहीं की. शायद इसे ही सच्चा प्यार कहते हैं।
मैं अपने कोच पर मोहित हो चुकी थी और अपने तन बदन को उनको समर्पित करने का मन बना चुकी थी, मैंने उनसे अपनी चूत की पहली चुदाई करवाने उनके घर में थी. मेरी चुदाई कसे हुई, पढ़ें इस भाग में!
मुम्बई में मेरी पहली नौकरी लगी और मैं जैसे ही आफिस में गया, मुझे मिली मेरी मैनेजर जिया! वाह... क्या बला थी वो जिया! हम दोनों के बीच क्या हुआ, पढ़ें मेरी रोमांटिक सेक्स कहानी में!
मेरे घर के पास मेरी फ्रेंड रहती थी. हम सब तरह की बातें आपस में शेयर करते थे. इसी कारण से धीरे धीरे मेरा उसकी तरफ आकर्षण बढ़ता गया. मुझे उसकी उठती जवानी की नदी में डुबकी लगाने का मन करने लगा.
सेक्स एक योग है भूख नहीं है, जिसे हर जगह पूरा किया जा सके। सेक्स एक क्रिया है जिसे हम योग की तरह करें तो दवा की तरह असर करती है और जंगली की तरह करें तो ये नुक्सान दायक और पीड़ा दायक होती है।
मुझे चैटिंग करने का शौक था, मेरी बहुत सारी ऑनलाइन फ्रेंड्स भी थी। उनमें से एक लड़की से मेरी ज्यादा बात होने लगी और एक दिन मैंने उसके साथ 3 दिन लोनावला जाने का प्लान बनाया और वो भी मान गयी।
यह सेक्स कहानी मेरे नीचे काम करने वाले एक जूनियर की पत्नी को चोदने की है; वो मेरा असिस्टेंट था, नया नया ही कम्पनी में आया था. कम्पनी के दीवाली उत्सव में मैंने उसकी पत्नी को पहली बार देखा, तो मेरा लौड़ा उसकी चूत की चाह में फड़क उठा. बहनचोद मदमस्त जवानी थी!
यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है कि कैसे मुझे एक लड़की अच्छी लगी, उससे दोस्ती करने के लिए मैंने कितनी मेहनत की, कितना समय लगाया. और फिर बात सेक्स तक कैसे पहुंची.
मैं सिर्फ उस लड़की के साथ सेक्स करना चाहता था जो बेहद मुझे पसंद हो। ऎसी एक देसी और खूबसूरत लड़की मुझे मिली भी... दोस्ती भी हुई और मैं उसे दिल दे बैठा. लेकिन वो मेरे प्यार के इजहार को स्वीकार नहीं कर पाई तो मैं उसे भुलाने की कोशिश करने लगा. फिर क्या हुआ, उस लड़की ने क्या किया कि बार प्यारको लांघ कर कामुकता से परे सेक्स तक जा पहुंची.
अपनी माँ की सहेली की बेटी संग मैं लेस्बियन सेक्स कर चुकी थी. इस सेक्स कहानी में मैं अपने बॉयफ्रेंड के संग बिताये कुछ कामुकता भरे पलों का प्रथम सुखद अहसास का वर्णन कर रही हूँ ताकि आप भी मेरे प्रथम पुरुष के स्पर्श के आनन्द का आनन्द ले सकें!