मेरा कामुक बदन और अतृप्त यौवन- 2
दोहरी चुदाई के बाद सुबह बेटे को जगाने गई तो उसने मुझे पकड़ लिया लेकिन उसे समझाया कि अभी पापा घर में हैं। नहाने जाने कगी तो मेरी सहेली आ गई।
किसी लड़की भाभी को उसकी चूत में उंगली डाल कर मज़ा देने और उंगली से चूत चोदने की कहानियाँ
kisi ladki bhabhi ko usaki choot me ungli daal kar maza dene aur ungli se choot chodne ki kahaniyaan
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दोहरी चुदाई के बाद सुबह बेटे को जगाने गई तो उसने मुझे पकड़ लिया लेकिन उसे समझाया कि अभी पापा घर में हैं। नहाने जाने कगी तो मेरी सहेली आ गई।
एक लड़की से मेरी दोस्ती थी, हम साथ घूमते थे लेकिन उसका बॉयफ़्रेंड कोई और था। मेरी नजर उसके बदन, उसकी चूचियों पर रहती थी। उसे चोदने का मौका कैसे मिला!
बुआ की बेटी चुदने को तैयार थी मगर मैं उसे चोद नहीं पाया! मैं मौके ढूंढता रहा और आधे अधूरे मौके मिलते भी रहे, उसे एक बार चोदा भी लेकिन पूरा मज़ा कर नहीं पाया।
मैं अपनी बुआ के घर गया तो वहाँ मेरी हमउम्र उनकी बेटी से मुलाकात हुई। वो मेरे साथ साथ रहना चाह रही थी, रात को मेरे साथ सोई। रात में क्या हुआ, कहानी में पढ़िए।
ब्वॉयफ्रेंड से ब्रेकअप के बाद मैंने एक ओनलाइन फ़्रेंड बनाया सेक्स चैट के लिए। उससे मैं खूब रोल प्ले करती! हम फोन सेक्स करने लगे थे। असली चूत चुदाई कहानी में!
मेरे पड़ोस में एक काफ़ी सुन्दर और बहुत सेक्सी भाभीजान रहती थीं.. उनका शौहर कुछ ढीला सा था। मैंने एक दिन उन्हें खिड़की से ही इशारा किया। कहानी पढ़ कर देखिए!
ट्रेन में मिली लड़की के साथ मैं उसके घर में था, वह मेरे सामने नग्न हो चुकी थी और मैं अपने हाथों, और होंठों से उसे बेचैन करके चुदाई के लिए तैयार कर रहा था।
वो सब कुछ करने को तैयार थी सिर्फ़ मेरे लिंग को अपने अन्दर लेने को राजी नहीं थी। और यही तो मेरी मंजिल थी कि उसकी अक्षत योनि में अपने लिंग का प्रवेश करवा पाऊँ!
मेरी बुआ भरी जवानी में ही विधवा हो गयी थी. एक बार मैंने बुआ को चूत में मूली से चुदाई करते देखा तो मैंने बुआ की चुदाई करने की ठान ली. पढ़े मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी में कि मैंने कैसे बुआ को चोदा.
आपी की चूत चूसने के साथ मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा। फ़िर मैंने उनकी गांड में जीभ लगा दी और थोड़ी देर बाद आपी की गांड में उंगली घुसा दी तकरीबन डेढ़ इन्च…
मेरी बहन नंगी होकर मुझसे मालिश करवाने लगी और हम लेस्बीयन सेक्स करने लगे। अब मैं उसे अपने पति के लिये पटाना चाह रही थी। कहानी पढ़ कर देखिये।
दीदी गर्भवती हुई तो उनकी मदद के लिये जीजू मुझे लेने आए। उनके साथ रसीले खेल की शुरूआत तो ट्रेन में ही हो गई। घर पहुंचने के बाद दीदी की शह पर क्या क्या हुआ!
मेरी गर्लफ़्रेंड परीक्षा देने मेरे कमरे पर रुकी। तब तक हम दोनों अछूते थे पर दोनों ही कुछ करना चाहते थे। कहानी को पढ़ कर देखिए कि कैसे मैंने उसे पहली बार चूमा।
सुबह नाश्ते के वक्त मैं आपी की बगल में बैठा और उनकी जांघ पर हाथ रख दिया। एकदम ही खौफ से उनका चेहरा लाल हो गया। इसके बाद क्या हुआ, कहानी के इस भाग में पढ़िये।
मैं और फ़रहान अपनी बड़ी बहन के नंगे बदन से चिपके पड़े थे, वो उनकी गांड चाट रहा था और मैं चूत में उंगली कर रहा था। तभी आपी ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया।
ज्यों ही उंगली चूत में घुसी ऐशुरानी सिहर उठी और एक क्षण के लिए लण्ड चूसना भी भूल गई। लण्ड मुंह में धंसे धंसे ही उसने सीत्कार ली और फिर दुबारा से लौड़ा चूसने लगी।
आपी का भी एक हाथ टाँगों के दरमियान और दूसरा उनके एक उभार पर था.. फिर आहिस्तगी से उन्होंने अपनी सलवार से ही अपनी टाँगों के बीच वाली जगह को साफ किया और फिर सीधी बैठीं!
मैंने अपने हाथ से अपने लण्ड को पकड़ा और आहिस्तगी से सहलाते हुए उठ बैठा और आपी को कहा- मैं आपके दूध बगैर कपड़ों के नंगे देखना चाहता हूँ..
मैंने अपनी जीभ से उसकी बुर के दाने को चूसना शुरू किया और साथ ही अपनी एक उंगली उसके चूत में डालने लगा और उसको अपनी उंगली से ही चोदने लगा।
पड़ोस की एक लड़की मेरे पास पढ़ने आ जाती थी। एक दिन मैं अकेला था तो वो आ गई और बायोलोजी के प्रश्न पूछने लगी। बहाने से उसने मेरा लंड पकड़ लिया।