देवर भाभी सेक्स

देवर भाभी सेक्स, दोनों के बीच सेक्सी शरारत, यौन सम्बन्ध, भाबी के चूत चोदन की कहानियाँ
Devar bhabhi sex story, Bhai Ki Biwi ki choot ke choot chodan ki kahani.
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हरीयालो देवरियो

लेखिका : नेहा वर्मा मेरा देवर मुझसे कोई दस साल छोटा है, पर मुझे वो बहुत प्यारा है। वो सीधा-साधा, भोला-भाला सा है, हंसमुख है। मेरा हर काम वो पलक झपकते ही कर देता है। वैसे वो भी मुझसे बहुत प्यार करता है। शायद उसका प्यार तो भाभी के लिये था, पर दुर्भाग्यावश मेरा प्यार […]

मेरी भाभी की चाहत

प्रेषक : अमन सिंह अन्तर्वासना के सभी सदस्यों को मेरा प्यार ! मेरी उम्र 21 साल है और लम्बाई 5 फुट 8 इंच है। मैं ग्रेटर नॉएडा से बी टेक कर रहा हूँ। अब मैं आपको अपने अतीत में ले जाता हूँ। बात उस समय की है जब मैं बारहवीं में था, मेरे भाई की […]

भैया की नाकामी

प्रेषक : हर्ष मेहता यह मेरी पहली कहानी है जो हकीकत है! मैं चंडीगढ़ मैं रहता हूँ अपने परिवार के साथ ! मैं पेशे से एक कंप्यूटर इंजिनियर हूँ और देखने मैं सामान्य लड़का हूँ ! यह बात आज से एक साल पहले की है। यह कहानी मेरी और मेरे चचेरे भाई की बीवी की […]

मस्त जिंदगी का अहसास-2

लेखक : राज शर्मा पिंकी अपने कमरे में चली गई। मैं कुछ देर खड़ा रहा, फिर कुछ सोच कर पीछे पीछे पिंकी के कमरे में चला गया। सेक्स की आग जो पहले भाभी में जल रही थी वो अब मेरे अंदर धधकने लगी थी। पिंकी कमरे में नहीं थी। तभी बाथरूम से कुछ गुनगुनाने की […]

मस्त जिंदगी का अहसास-1

लेखक : राज शर्मा यह जिंदगी भी जाने क्या क्या रंग दिखाती है। इंसान कठपुतली की तरह नाचता है जिंदगी के इशारे पर। मैं तब 22 साल का था जब मैंने पढ़ाई करते करते इश्क की पढ़ाई करनी शुरू कर दी थी। मेरी भाभी की बहन यानि मेरे भाई की छोटी साली थी वो, पिंकी […]

भाभी के पैरों का दर्द

नमस्कार प्रिय पाठको, मैं संजय एक बार फिर आप लोगों को अपनी कहानी सुनाने आया हूँ। मेरी पिछली कहानी खेल खेल में चोदा आप लोगो को बहुत पसंद आई और मुझे कई मेल भी मिले उसके लिए धन्यवाद। दोस्तो! चुदाई ऐसा मज़ा है कि बार बार लेने का मन करता है। जब तक मोना मेरे […]

चचेरा देवर

प्रेषिका : संजू प्रिय पाठको, मैं 29 साल की एक स्वस्थ और मस्त औरत हूँ। मेरी शादी 1998 में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुई। बात उन दिनों की है जब शादी के कुछ दिनों बाद मेरे पति जालंधर अपनी नौकरी पर चले गए जो किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। उनके जाने के […]

ननद का जेठ और उसका दोस्त -2

उसने मेरी चूत पर अपना लौड़ा रख दिया और झटके से अन्दर किया। थोड़ी सी चुभन हुई, सह गई। लेकिन जब दूसरा झटका लगा तो मेरी सांस अटक गई गले में !

जा क्यों नहीं रहा है?

गर्मी की रात थी, हम लोग छत पर थे, चांदनी रात में भाभी गुलाबी नाइटी में और भी खूबसूरत लग रही थी, वो मुझसे प्यार की बातें कर रही थी और मैं सोच रहा था कि कब इसको चोदूंगा।

भाभी तड़प गई

मेरे बड़े भाई की शादी हुई, बड़ी सुंदर भाभी आई, गोल-गोल चूचे, उठी हुई गांड! शुरू से ही मैं भाभी से एक हद तक मजाक करता था पर मैंने भाभी को चोदा... कैसे? पढ़ें!

अब मैं तुम्हारी हो गई-2

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम ! आज मैं अपनी पहली कहानी अब मैं तुम्हारी हो गई-1 का दूसरा भाग लिख रहा हूँ, लेकिन यह कहानी मेरी एक खास दोस्त, जिसका नाम “प” से शुरु होता है, को समर्पित है। कहानी के पहले भाग में आपने पढ़ा : यह कहानी मेरे घर की है, मेरे […]

प्रेम के अनमोल क्षण-2

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा भाभी अपने एक एक अंग को मेरे शरीर के ऊपर दबा रही थी, सिसक रही थी… चुम्बनों से मेरा मुख गीला कर दिया था। लण्ड मेरा फ़ूलता ही जा रहा था। लग रहा कि बस भाभी की चिकनी चूत को मार ही दूँ। भाभी के हाथ जैसे कुछ ढूंढ रहे थे… […]

प्रेम के अनमोल क्षण-1

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा श्री मनोहर सिंह मेहता के द्वारा भेजी गई कहानी को मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ। मुझे कुछ कुछ ऐसा प्रतीत होता है कि जिन घरों में भाभियां होती हैं, तो साथ रहने वाले देवर के मन में कभी ना कभी तो पाप जाग ही जाता है और नतीजन भाभियाँ […]

प्रतिमा भाभी बनी मेरी गुरु

प्रेषक: मनु मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। कुछ कहानियाँ मुझे झूठी लगती हैं तो कुछ सच्ची भी लगती हैं। जब मैं बिहार में मोतिहारी में रहता था तब कॉलेज़ में था तब मेरे मकान मालिक की बहु जो बांझ थी उसका नाम प्रतिमा ठाकुर था। वो थी तो पतली दुबली मगर थी मस्त भौजाई! […]

बेटा और देवर-2

देवर ने बेड पर पलटकर मुझे उल्टा कर घोड़ी बना कर पीछे से घोड़ा बनकर पेलना शुरू किया. यह स्टाइल बहुत गजब का था, मेरे पति ने कभी भी इस तरह नहीं किया था.

बेटा और देवर-1

मेरे ऊपर से उतरने के बाद मेरे देवर ने मेरी मैक्सी से मेरी चूत को साफ़ किया और दोनों पैरों के बीच में आने के बाद मेरे चूतड़ों के नीचे अपनी दोनों हथेलियों को रख कर अपना मुँह मेरी चूत पर रखकर चाटने लगा। कुछ ही पलों में मैं उत्तेजित हो गई... चूत चटवाने का यह मेरा पहला अनुभव था... लाजवाब अनुभव!

ऐसा प्यार फिर कहाँ-2

लेखिका : रीता शर्मा हम दोनों ने अब शर्म छोड़ सी दी थी। वो मुझसे रोज अपनी पीठ दबवाती, शायद मजे लेने के लिये ! मैं भी उसे सहला सहला कर मस्त कर देता था। फिर वो भी मेरी पीठ दबा देती थी, मेरी टांगें, जांघें मस्त हो कर दबाती थी, फिर मेरे लण्ड के […]

ऐसा प्यार फिर कहां- 1

लेखिका : रीता शर्मा घर में बस हम दो भाई थे। दिनेश मुझसे दस साल बड़ा था। वो एक फ़ेक्टरी में काम करता था। भाभी रीता भी मुझसे सात साल बड़ी थी। मम्मी पापा नौकरी करते थे। घर का सारा काम भाभी पर आ गया था। मुझे यह देख कर बहुत बुरा लगता था कि […]

बात बनती चली गई-2

विजय पण्डित कहानी का पहला भाग: बात बनती चली गई-1 भैया दोपहर का भोजन करके एक बजे ड्यूटी पर चले गये। भाभी को आज मैंने दूसरी सीडी ला कर दी। हमें सीडी देखने की बहुत बेचैनी थी… शायद सीडी नहीं बल्कि आपस में कुछ करने की बेचैनी थी। आज भी ब्ल्यू फ़िल्म देखते देखते हमने […]

बात बनती चली गई-1

विजय पण्डित घर में हम तीन लोग ही रहते थे- मैं, मेरी भाभी और भैया। मेरा अधिकतर समय कॉलेज में या खेलने कूदने में ही निकलता था। मेरा एक दोस्त उस समय एक छोटी सी दुकान से अश्लील पुस्तकें लाया करता था। वो किताब उसने मुझे भी पढ़ने दी। धीरे धीरे मुझे सेक्स की उन […]

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