होटल में सेक्स

लड़की को होटल में ले जा कर चुदाई करने की सेक्स स्टोरी

Ladki ko Hotel me le ja kar choot chudai ki hindi sex story.

Hindi sex story of sex with a girl or woman in hotel

रेशमा की गर्म जवानी-2

Reshma ki garam Jawani-2 वो और जोर से मेरा लंड हिलाने लगी। मैंने कहा- मेरा निकलने वाला है। उसने तुरंत मेरा लंड अपने मुँह में पूरा ले लिया और मैंने जोर से एक पिचकारी की तरह सारा माल उसके मुँह में निकाल दिया। अब हम दोनों शांत हो गए। इसी तरह से कुछ दिन ऐसे […]

रसीली चूत में मेरा लवड़ा

Rasili Choot me Mera Lavda हैलो दोस्तो, मेरा नाम विक्की है, मैं जालंधर पंजाब से हूँ, मेरा कद पांच फुट दस इन्च है और मेरा रंग एकदम गोरा है, मेरा जिस्म दुबला है। लड़कियाँ मुझे बहुत लाइन देती हैं, पर वक्त की कमी के कारण कभी किसी के पीछे नहीं पड़ा। यह कहानी मेरी और […]

कोई साथ में देख ना ले

दिनेश कटारिया दोस्तो, मेरा नाम दिनेश है। मैं पूना में रहता हूँ और एक आईटी कंपनी में कंप्यूटर अभियंता के पद पर काम करता हूँ। मैं हमेशा अन्तर्वासना की सभी कहानियाँ पढ़ता हूँ। ऐसी ही एक घटना आज मैं आपको मेरे जीवन की एक सच्ची कहानी के रूप में बताने जा रहा हूँ। बात उन […]

सिर्फ़ एक रात अंजलि का साथ

आशु जैन मेरा नाम आशु है, मैं एक 23 साल का नौजवान हूँ जिसके मन में सेक्स और प्यार को लेकर बहुत सारी भावनाए हैं। मैं दिखने में आकर्षक हूँ और मुझे लोगों से मिलना-जुलना पसंद है। मेरी इसी आदत का मुझे एक दिन बहुत बड़ा इनाम मिला जब मुझे वो मिली…! आप सोच रहे […]

भाभी की चुदाई की चाह

बृजेश सिंह मेरा नाम बृजेश सिंह है, जोधपुर का रहने वाला हूँ, मेरे लंड का आकार 6 इंच का है। मैं सांवला हूँ और शरीर से हृष्ट-पुष्ट हूँ। हमारे परिवार में मेरे अलावा सिर्फ मम्मी-पापा ही हैं। मैं जोधपुर कंप्यूटर खाता-बही का काम करता हूँ। यह मेरे जीवन की सच्ची कहानी है। आप इसे कोई […]

फटाफट फ़ुद्दी चुदाई

दोस्तो, लीजिये सुनिए आज एक नई कहानी ! यह वास्तव में मेरे एक दोस्त के साथ घटी थी। उसी के शब्दों में ! मेरा नाम आशुतोष है, 38 साल का हूँ, दिल्ली में रहता हूँ। मैं शादीशुदा हूँ पर पत्नी सुंदर नहीं है, इसलिए हमेशा सुंदर औरतों की तलाश मे रहता हूँ और अगर मौका […]

ख्वाहिश पूरी की

दोस्तो, मैं अर्पित सिंह एक बार फिर से अपनी अधूरी प्रेम कहानी की आगे की दास्ताँ ले कर हाज़िर हुआ हूँ। मेरी पिछली कहानियों एक दूसरे में समाये-1 एक दूसरे में समाये-2 एक दूसरे में समाये-3 एवं बेइन्तिहा मुहब्बत को आप सब का इतना प्यार मिला उसका मैं बहुत आभारी हूँ लेकिन आपका गुनहगार भी […]

रेशमा की चुदासी जवानी

सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा प्रणाम। मेरा नाम सुशील है, मेरी उम्र 27 है। मैं देखने में गठीले बदन का हूँ, साँवला रंग है, पर चेहरे से आकर्षक हूँ। मैं आपको अपनी कहानी सुनाता हूँ। फोन पर एक लड़की से मेरी दोस्ती हुई। उसका नाम रेशमा है, वो रीवा के पास एक गाँव में […]

चालू छोकरी की चुदाई की दास्तान

उसके साँवले गोल-गोल चूतड़ एकदम दमक रहे थे। जब मैंने उसकी गांड को दो उँगलियों से फैलाई, तब मैंने एक काला सा मल-द्वार देखा और फिर अंदर गुलाबी छिद्र था।

हरिद्वार के सफ़र का हमसफ़र

वो मेरे साथ खुद घुलमिल गई। अचानक हम दोनों के हाथ एक दूसरे के हाथ में आ गए और हमने चाहते हुए भी अलग नहीं किये। मैं उसके करीब चिपक कर बैठ गया।

कहीं ले चलो-3

मैं राज ! याद आया दोस्तो, मैं आपका शुक्रगुजार हूँ अपने उन दोस्तो का जिन्होंने मेरी कहानी पढ़ी और पसन्द की। अब नील की शादी हो गई थी। जब नील शादी के बाद नील का मेरे पास फ़ोन आया ! नील- हेलो ! पहचाना मुझे? मैं- ओ ई सी… हाय नील ! कैसी हो और […]

मैं कोई काम मुफ़्त में नहीं करता

हम होटल में गये, उसने एक रूम लिया, हम रूम में गये और फिर उसने अपनी साड़ी उतार दी, मुझे अपने पास बुलाया और बाहों में लेकर मुझे चूमने लगी.

ग्वालियर की मैडम की चूत

मैं फ़टाफ़ट उसकी टाँगें फ़ैला कर बीच में बैठ गया और उसकी चिकनी मक्खन चूत, लग रहा था कि उसने आज ही बालों को साफ़ किया था। चूत के मुखद्वार पर मैंने अपने लण्ड महाराज को टिकाया तो कोमल पागलों की तरह सिसकारियाँ लेने लगी और अपने बालों को नोचने लगी।

दोस्त की गर्लफ्रेंड को नंगी करके चोदा

एक शाम मैंने हॉस्टल के एक कोने में एक लडके लड़की को चूमा चाटी करते देखा और लड़की को पहचान लिया. अगले दिन मैंने उसे खा कि किसी को नही बताऊंगा पर...

औरत की चाहत-2

उसने मेरा सिर पकड़ कर अपनी तरफ़ खींचा और मेरे मुँह और होंठों पर लगे अपनी चूत के रस का आनन्द लेने लई, उसने चाट-चाट के मेरे मुँह को एकदम साफ़ कर दिया।

अनजान शहर में मिली एक अनजानी

उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा करा उसके वक्ष पर हाथ फिराने लगा. बहुत ही बड़े स्तन थे उसके, मेरे हाथों में भी नहीं आ रहे थे.

बहुत जोर से करते हो

होटल में पहुँच कर कमरे में चले गए। कमरे में जाते ही हमने अन्दर से बंद कर लिया और जोर से जफ्फी डाली जैसे दो साथी जनम-जनम से बिछड़े पता नहीं कितनी देर बाद मिले हों!

कली से फूल बनूँ

मेरा चक्कर एक सहपाठी रोहित से चल रहा था। वह काफी दिनों से मुझे किसी होटल के कमरे में ले जाना चाहता था। मैं भी जाना तो चाहती थी पर हिम्मत नहीं कर पा रही थी।

मेरे एक चाहने वाले का कारनामा

मैंने अपनी ओर ध्यान दिया तो पाया कि नाईटी के नीचे खिसक जाने से मैं तो ऊपर से लगभग नंगी ही लग रही थी। मेरी गोल-मटोल, गोरी-गोरी चूचियों के सिर्फ निप्पल ही ढके थे बाकी ऊपर का सारा बाहर झाँक रहा था।

Scroll To Top