चूत चाटे बिना चुदाई अधूरी रह जाती है
मैंने भाभी की टांगें फैला दीं। मुझे लगा कि भाभी की चूत का जूस पीना चाहिए। मैंने चूत में मुँह लगा दिया। जब भी लड़की चोदो तो उसकी चूत जरूर चाटना.. चूत कभी जूठी नहीं होती।
भाभी, भाई की बीवी या पड़ोस की भाभी की चुदाई की कहानी
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मैंने भाभी की टांगें फैला दीं। मुझे लगा कि भाभी की चूत का जूस पीना चाहिए। मैंने चूत में मुँह लगा दिया। जब भी लड़की चोदो तो उसकी चूत जरूर चाटना.. चूत कभी जूठी नहीं होती।
भाभी ने बताया कि उनकी शादी को एक साल हो गया और उनके पति ने एक साल में सिर्फ 8-10 बार ही सेक्स किया है। तुझे तो पता है कि इस उम्र में ही तो सेक्स का मज़ा है।
एक तलाकशुदा जवान औरत मेरे पड़ोस में किराये पर रहने आई। उसकी मैंने मदद की और हमारी दोस्ती हो गई। वो जवान थी, मैं भी जवान था, तो कुछ तो होना ही था!
मेरे भाई को ट्रेनिंग पर जाना पड़ा तो भाई के बिना ही भाभी का गौना हुआ तो भाभी की सुहागरात सूनी रही। इसके बाद भाभी और मेरी दोस्ती हुई और जब भाभी की चूत चुदाई हुई तो…
हमारे परिवार की एक भाभी को देखकर मेरी हमेशा चाहत होती थी 'हे ऊपर वाले कभी तो इनकी चूत के दर्शन करा दो, कभी तो इनकी चूत में मेरा लौड़े को डलवा दो।
मैं मम्मी और चाचा की चुदाई देख रहा था, चाचा का बहुत लम्बा और मोटा भुजंग सा लंड मेरी मम्मी की चूत में घुसने को तैयार था। मेरी सांसें अटक रही थीं कि मम्मी का अब क्या होगा..
मेरे घर के साथ एक डॉक्टर रहता है. उसकी बीवी खूबसूरत है. एक रात मैं जब छत पर सोने गया तो देखा कि बगल की छत पर डॉक्टर साहब की वाइफ खड़ी थीं। कहानी का मज़ा लें!
मम्मी और मेरे चाचा के शारीरिक सम्बन्ध थे और मुझे उन दोनों की चुदाई देखने का अवसर मिलने वाला था। खेतों में बनी कोठरी में देवर भाभी चूत चुदाई का खेल खेलने लगे।
सभी की अपनी अन्तर्वासना होती है और उसको व्यक्त करने का अधिकार भी होता है.. जोर जबरदस्ती से किया गया काम अनाचार की श्रेणी में आता है.. शेष सब जिस्म की चाह ही होती है।
एक बार मैं अपनी गर्लफ्रेंड को चोद रहा था तो पड़ोस की भाभी ने देख लिया था, मैं भाभी से डरने लगा लेकिन एक दिन वो भाभी खुद मेरे लंड के नीचे आ गई. मेरी सेक्स कहानी में पढ़ें!
जब मेरे दोस्त ने अपनी भाभी से मुझे मिलवाया तब मेरे होश उड़ गए... क़यामत… आइटम… टोटा… पीस… या आप कह सकते हैं कि साक्षात् कामदेवी का रूप हैं भाभी...
फेसबुक से मिली भाभी मेरे से चुद गई और उसे शाम को अपने घर ले आया पार्टी में अपने दोस्त की बहन बता कर.. रात को उसे छोड़ने गया तो वहीं रोक लिया भाभी ने मुझे...
मैं गाँव के तालाब में नंगा नहा रहा था कि पड़ोस की सविता भाभी कपड़े धोने तालाब पर आई। भाभी झुक कर कपड़े धो रही थी तो उनकी चूचियाँ ब्लाउज़ में से बाहर दिख रही थी। वो तालाब में कैसे चुदी, इस कहानी में पढ़िए।
मुझे मौसी के घर जाना पड़ा लेकिन वहाँ जाकर मेरी किस्मत खुल गई, जाते ही रास्ते में एक हसीन भाभी से टक्कर हो गई और उससे दोस्ती भी... अगले ही दिन उसने मुझे खाने पर बुलाया.
यह कहानी नहीं सच्चाई है, मैंने शादीशुदा पड़ोसन भाभी के साथ सम्भोग किया है और वो भी पूरे मज़े के साथ और खुल कर ! असल में वो भाभी अपने पति की बेरुखी से दुखी थी.
मामा के घर ममेरे भाई की बीवी मस्त माल थी। भाई अक्सर बाहर रहते हैं तो भाभी घर में अकेली रहती हैं। मैंने भाभी को पटाने की सोची और उनसे बातें करने लगा तो भाभी ने ही पहल कर दी।
गाँव की पड़ोसन भाभी एकदम मक्खन जैसी गोरी और वो अपने मोटे चूतड़ मटका कर चलती थी.. भाभी की निगाहें नशीली थीं शायद वो मुझे अपनी हवस मिटाने के लिए लाइन देती थी.. पर मैं समझ ना पाता था।
फोन पर गलत नम्बर से एक लड़की से दोस्ती हुई, बात होने लगी तो पता चला कि वो शादीशुदा इन्डियन भाभी है. उससे मिलाने की बात हुई तो उसने मुझे अपने घर बुला लिया.
मैं मामा के घर गया, ममेरी भाभी ने बिल्कुल टाइट फिटिंग वाला सूट पहना हुआ था.. उन्हें देखते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा और मुझसे रुका नहीं गया, मैंने जाते ही उन्हें गले से लगा लिया।
मेरी विधवा सलहज अक्सर मेरी बाइक पर बैठ कर आती थी तो भारी बदन की होने के कारण वो मेरे से चिपकी हुई रहती थीं। जब कहीं गड्डा आता.. तो उसके मम्मे मेरे से टकराते। मेरा मन तो बहुत करता पर करूँ क्या..