कामुकता की इन्तेहा-18
मैं खुद को बहुत बड़ी चुदक्कड़ समझती थी. एक बार मेरा एक ऐसा यार बना कि उसने मेरे जिस्म को चोद चोद कर मेरी तसल्ली करवा दी. लेकिन वो फिर भी नहीं रुका.
कामवासना मतलब सेक्स की तलब, चुदाई की इच्छा. यहाँ आप देसी भाभी, लड़कियों आंटी की कामुकता भरी सेक्सी स्टोरीज हिंदी में पढ़ कर मजा लें!
Kamvasna means sexual desire.
मैं खुद को बहुत बड़ी चुदक्कड़ समझती थी. एक बार मेरा एक ऐसा यार बना कि उसने मेरे जिस्म को चोद चोद कर मेरी तसल्ली करवा दी. लेकिन वो फिर भी नहीं रुका.
मैंने मामी के घर में था. उनसे मैं बातों में तो पहले ही खुल चुका था. आज हम दोनों के पास मौक़ा था कुछ मजा करने का. मुझे पता था कि मामी चुदाई के लिए मना नहीं करेंगी.
मौसी की चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मेरे भानजे ने रसोई में पसीने से भीगे मेरे जिस्म को प्यार किया. मेरा भानजा मेरे पास रहने आया था. वो पहले ही मेरी चुदाई कर चुका था.
दूसरी टीवी एंकर कुंवारी थी और अपनी पहली चुदाई का मजा लेना चाहती थी. पर वो डर रही थी. मैंने उसको विश्वास दिलाया कि उसे अच्छा लगेगा. तो वो अपनी बुर में लंड लेने को मान गयी.
मैंने अपनी सहयोगी टीचर की चुदाई का मजा लिया था. उसके बाद मैं उसकी चूत के लिए फिर से तड़पने लगा. लेकिन मौका नहीं मिल रहा था. हमें अपनी प्यास बुझाने का मौका कैसे मिला?
भिखारी के लंड से मैं गांड मरवा चुकी थी. मुझे बहुत मजा आया था लेकिन मेरी चूत उस विशाल लंड के लिए लपलपा रही थी. कि मेरी पड़ोसन आ गयी. मैंने हालात को कैसे सम्भाला?
लड़कों की नजर में मैं पूरी जन्नत थी। मैंने कभी भी चुदाई का मौका नहीं छोड़ा। मेरे पति की बदली हो गयी तो वे मुझे अपने साथ नहीं ले गए. तो लंड की कमी में मैंने क्या किया?
मैंने भाभी की चूत चुदाई कर चुका था लेकिन उनकी सहेली अभी मेरे लंड के लिए वासना की आग में जल रही थी. मैंने भाभी की सहेली की चूत और गांड कैसे मारी?
मेरी बीवी खुले विचारों की है. गैर मर्द से चुदने के बाद अब उसकी ख्वाहिशें ज्यादा बढ़ रही थीं. उसकी चाहत मेरे एक दोस्त से चुदने की हो रही थी. उसकी ये वासना मैंने कैसे पूरी की?
उसने मेरे चूतड़ फैलाए और मेरी गान्ड चाटने लगा। मैं बहुत ज़ोर से सिसकारने लगी। वह मेरी गान्ड चाटता रहा। उसका पूरा मुंह मेरे चूतड़ों में छुपा था. मेरी टांगें कांपने लगीं.
इस टीचर सेक्स कहानी में पढ़ें कि अपने पति से काम असंतुष्ट टीचर ने अन्तर्वासना के एक लेखक से सम्पर्क किया और उसे अपनी अतृप्त यौन तृष्णा शांत करने को कहा.
मैं पड़ोसी अंकल के घर अकेली थी. अंकल ने मुझे अपनी कुवारी बुर में उंगली करते देख मुझे सेक्स के लिए मना लिया था. अंकल का लंड मैंने अपनी चूत में कैसे लिया?
मेरी एक्स-गर्लफ्रेंड की शादी हो चुकी है लेकिन हम चैट करते हैं. मैं उसे सेक्स के लिए पटा रहा था. एक दिन उसने मुझे अपने घर बुलाया तो उसकी चुदाई पक्की थी.
मेरे मम्मी पापा का तलाक हो गया था. एक दिन मम्मी मुझे दिल्ली घुमाने के लिए सुबह सुबह निकल पड़ी लेकिन रास्ते में ही एक अंकल ने हमें अपनी कार में बिठाया और ...
मैंने अपने साले से मिल कर तय किया कि अभी तक हमने जिन जोड़ों से अदला बदली की है, सबको एक साथ मिलाया जाये और एक बड़ा ग्रुप सेक्स का महायाराना आयोजित किया जाए.
गांव में कुंवारी चूत की चुदाई करते मुझे उसकी मां ने देख लिया लेकिन उसने मुझे ना पकड़ा ना रोका, कुछ नहीं किया. वो मुझसे क्या चाह रही थी, मेरी इस देसी कहानी में पढ़कर जानें.
मेरी देसी चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक बार जंगल में अपने गाँव की एक लड़की को दूसरे गाँव के लड़के के साथ चूमाचाटी करते देखा. तो मैंने क्या किया?
मैं अपनी बहन चित्रा के मुँह से अपनी मर्दानगी की बात सुन गरम हो उठा और अपनी बहन को गोद में लेकर कमरे में चल दिया. कमरे में जाते ही एक दूसरे से खेलना शुरू कर दिया.
वो चारों अपनी गांड उछालकर चुद रही थीं, तभी मैं और जीजा जी ने अपनी जगह बदल ली और उन दोनों ने भी अपनी जगह बदल ली. हम चारों इस समय अपनी बहन की ठुकाई कर रहे थे.
मैंने नताशा को लंड मुँह में लेने का इशारा किया. नताशा घुटने के बल बैठकर मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी और फिर लंड को मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.