मेरी शुरुआत -1
चूँकि मैं कुंवारी थी और आजतक किसी ने भी मुझे चोदा नहीं था इसलिए मैं काफी डरी हुई थी। ग्राहक 9 बजे आने वाले थे, मगर मैं नई थी इसलिए श्वेता ने ट्रेनिंग के लिए मुझे बुलाया था
किसी लड़की का नंगा बदन देखने को मिल जाए तो क्या कहने… ऐसे ही जवान भाभी, आंटी, गर्ल्स का नग्न शरीर देख कर मजा लूटने की कहानियां यहाँ पढ़ा कर मजा लें!
चूँकि मैं कुंवारी थी और आजतक किसी ने भी मुझे चोदा नहीं था इसलिए मैं काफी डरी हुई थी। ग्राहक 9 बजे आने वाले थे, मगर मैं नई थी इसलिए श्वेता ने ट्रेनिंग के लिए मुझे बुलाया था
बारिश में मैडम को घर छोड़ने गया तो हम दोनों भीग गए, मैडम ने मुझे घर के अन्दर बुला लिया और गीले कपड़े उतारने लगी, मुझे भी गीले कपड़े उतारने को कहा.
मेरे भाई ने मेरी सलवार उतार दी और अब मैं सिर्फ़ सिल्की ब्रा-पेंटी में लेटी थी। वैसे तो वो मुझे पहले नंगी तो देख ही चुका था पर इतने पास से पहली बार देख रहा था।
सुबह साढ़े नौ बजे किसी के दरवाजे की घंटी बजाए जाने पर नींद खुली तो मैंने पाया कि मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा था। मैंने अपने शरीर का जायजा लिया। मैं बिस्तर पर आखरी चुदाई के वक़्त जैसे लेटी थी, अभी तक उसी तरह ही लेटी हुई थी। इंग्लिश के X अक्षर की तरह। […]
चुदाई का असली मजा तब आता है जब उसे बेशर्म होकर किया जाये, सब एक बात ध्यान में जरूर रखना, चाहे आप लड़का हो या लड़की, चुदाई पूरे मजे से करो और बेशर्म होकर करो
Mera Hansta Khelta Sukhi Parivar-3 मैंने उसके चूतड़ों को थपथपाते हुए कहा- तुम बहुत समझदार हो जानम ! तुम उसे हमेशा खुश और संतुष्ट रखोगी ! मैंने उसके होंठों को फ़िर चूमा, बोला- और मैं तुम्हें हमेशा खुश और संतुष्ट रखूँगा ! ‘मुझे पता है पापा… ‘ उसने मुझे कस कर अपनी बाहों में जकड़ […]
प्रेषक : माय विश क्या मस्त चाट रही थी वह ! मेरे लण्ड में अकड़न आनी शुरू हो गई और उसने उसको पूरा मुँह में लेना शुरू कर दिया, अब मैं इधर अपनी जीभ अपनी सेक्सी बीवी कि चूत से बहते रस को चाट रहा था और वह चिल्ला रही थी- चाट लो मेरी चूत […]
दोस्तो, आपने मेरी कहानी सबकी इच्छा पूर्ति पढ़ी होगी। मैं आज आप को अपना एक और अनुभव सुनाने जा रहा हूँ। मैं अपनी बीवी को बोलता रहता था कि तुमने तो दूसरे लण्ड के स्वाद ले लिए पर मुझे तो दूसरी चूत मिली ही नहीं। वह बोलती थी- तुम कोशिश करो और मैं भी कर […]
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरी तरफ से नमस्कार ! मैं 23 वर्षीय मध्यम रंग का 5’10’ कद का सामन्य दिखने वाला लड़का हूँ। मैंने अन्तर्वासना की लगभग सभी कहानियाँ पढ़ी हैं और यह मेरी पसंदीदा वेबसाइट बन गई है, कई कहानियाँ तो सच्ची लगती हैं तो कई झूठी भी लगती हैं। मेरी भी कहानी […]
वो जिस्म की आग से तप रही थी। उसने मुझे अपनी ओर खींचा जैसे कह रही हो- मेरे जिस्म में समा जाओ ! मैंने उसके जिस्म को ऐसे चाटना शुरु किया जैसे वो कोई लॉलीपॉप हो ! फिर थोड़ी देर बाद घंटी बजी और हम दोनों डर गए कि आज तो मर गए, हमें लगा […]
दोस्तो, मैं अपनी सच्ची कहानी आपको बता रहा हूँ। मेरा नाम संदीप है, करनाल का रहने वाला, 23 साल का एक कुंवारा लड़का हूँ। वैसे मैं दिल्ली में कोचिंग ले रहा हूँ पर आजकल मैं करनाल में ही हूँ। आज मैं आप लोगों को अपनी हकीकत कहानी सुनाने जा रहा हूँ, उम्मीद है कि आप […]
सुगन्धा की स्कर्ट और ऊपर उठ गई थी और अब उसकी नीले रंग की पैंटी थोड़ा थोड़ा दिखाई पड़ रही थी। उसकी जाँघें बहुत मोटी नहीं थीं और उरोज भी संतरे से थोड़ा छोटे ही थे।
'सीऽऽऽ छोड़ो दो भईया! आऊचऽऽऽ मैं तो आपकी बहन जैसी हूँ, ऊईऽऽ क्या करते हो भईया मैं तो जाती हूँ, हायऽऽ मम्मीऽऽऽ ओह हायऽऽऽ उफऽऽऽ बहुत मजा आ रहा है,
दोस्तो, आपने मेरी पिछली कहानी केले का भोज को तहेदिल से पसंद किया। शुक्रिया। उससे पहले स्वीटी या जूली, पुष्पा का पुष्प आदि कहानियों ने भी आपका भरपूर मनोरंजन किया। आपने उसकी भाषा की स्तरीयता और कल्पनाशीलता की प्रशंसा की। आपसे मिली प्रतिक्रियाओं ने मेरा उत्साह बढ़ाया है। अब मैं अगली कहानी लेकर आपके सामने […]
प्रफ़ुल्ला ब्लाउज और पेटीकोट में थी, साड़ी हटते ही उसकी कामुक देह का आभास होने लगा था, अब मैंने उसके ब्लाउज के हुक खोल दिए और उसके खुले पल्ले अलग कर के छोड़ दिए उसे पूरा निकाला नहीं।
चाची ने मेरे दोनों हाथ ऊपर खींच कर दबा दिये। अंकल मेरी टांगों की तरफ़ आ गये और उन्हें पकड़ कर दोनों और चौड़ा दिये। मेरी चूत खुल गई। अंकल का लण्ड हाय राम ...
मैं अन्तर्वासना का नियमिक पाठक हूँ। मैं आप सब को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मुझे मालूम है कि आप सोच रहे होंगें कि सब ऐसा ही कहते हैं कि यह मेरी सच्ची कहानी है। पर आपको विश्वास हो ना हो, यह एक सच्ची कहानी है जो मेरे साथ घटी है। वो […]
कहानी का पहला भाग : शीशे का ताजमहल-1 शबनम ने दीवान पर मेरे सोने की व्यवस्था कर अन्दर चली गई। मुझे नींद नहीं आ रही थी, मेरा मन अब शबनम के प्रति बदल चुका था। मैंने तय कर लिया था कि शबनम को अब बुरी निगाह से नहीं देखूँगा और न उसके बारे में कुछ […]
भाभी बोलीं- चिंता न कर ! हम दोनों की यह यात्रा चुदाई यात्रा होगी। दोनों मस्त होकर चुदवाएंगी, तू जितने लंडों से खेलना चाहेगी उतने से खिलवाऊँगी तुझे।
सुबह 9 बजे मेरी नंगी चूत में भाभी ने अपनी उंगली घुसा दी, मैं हड़बड़ा कर उठी, भाभी ने मेरी चूचियाँ दबाते हुए चुटकी ली और बोलीं- अब उठ जाओ, देवर जी ऑफिस जाने वाले हैं, दो बार पूछ गए कि भाभी उठीं या नहीं ! जाओ और थोड़ा अपनी जवानी का रस पिला आओ।