प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई-11
धीरे-धीरे उसकी साड़ी को ऊपर करते हुए उसकी मोटी जांघों के बीच आ गया, जैसे-जैसे मैं उसकी योनि के पास जो अभी भी साड़ी से छिपी हुई थी, पहुँच रहा था, रचना की तड़प बढ़ती जा रही थी और उसकी सिसकारी तेज होती जा रही थी।
ओरल सेक्स की हिंदी चुदाई कहानियों का मजा लें जिनमें लड़की द्वारा लंड चूसने और लड़के द्वारा चूत चाट के एक दूसरे को मजा देने का वर्णन है.
Oral Sex ki Hindi chudai kahani
धीरे-धीरे उसकी साड़ी को ऊपर करते हुए उसकी मोटी जांघों के बीच आ गया, जैसे-जैसे मैं उसकी योनि के पास जो अभी भी साड़ी से छिपी हुई थी, पहुँच रहा था, रचना की तड़प बढ़ती जा रही थी और उसकी सिसकारी तेज होती जा रही थी।
रसोई में भाभी खाना बना रही थीं, मैं बगल में ही भाभी के जिस्म से खेल रहा था। फिर भाभी ने भी अपना दाहिना हाथ मेरे पैंट में डाल दिया और मेरा लौड़ा सहलाने लगीं।
मकान-मालिक भाभी का नाम है प्रिया.. वो हाउसवाइफ थी। क्या माल लगती है वो.. पूछो मत.. उसकी हाइट 5.3" और फिगर 34" के चूचे 28" कमर और 36 के चूतड़। मैं तो उसके मम्मों का दीवाना हो गया था।
मेरी कहानी पढ़ कर एक शादीशुदा महिला ने मुझे मेल की, दोस्ती की। उसके पति विदेश में थे तो वो विरह की आग में जल रही थी। उसने मुझे अपने घर बुलाया।
मेरे पड़ोसी दोस्त भैया की शादी हुई, बहुत खूबसूरत भाभी आई. लेकिन भैया की शराब की आदत भाभी को खुश ना रख सकी और मेरी उनसे गहरी दोस्ती हो गई! आगे क्या हुआ?
मैंने उसकी सलवार नीचे खिसका दी और जल्दी से अपनी पैन्ट भी नीचे खिसका कर जैसे ही लंड बाहर निकाला.. तो उसकी लंड को देखकर एक हिचकी सी निकल गई
अपनी विधवा चाची की जवानी देख कर मेरा मन उसे चोदने को करने लगा तो मैंने सोते हुए चाची का ब्लाउज खोल दिया. चाची जाग गई और उसके बाद क्या हुआ, कहानी पढ़ें!
वो कमर उठा-उठा कर मुझे बुला रही थी। मैंने उसकी पैंटी भी उतार दी.. अब वो बिल्कुल नंगी मेरे सामने थी। मैं गौर से उसके जिस्म को देख रहा था। नारी सौंदर्य सच में ऐसा होता है.. कंचन सी कोमल सी काया.. गोरी-गोरी त्वचा..
सच में वो बढ़िया मालिश कर रहा था, मेरी पीठ, चूतड़, जांघों और टाँगों की उसने बहुत बढ़िया मसाज की। मुझे सीधा लेटाया और मेरे कंधों, बूब्स, पेट, कमर, जांघों की बड़े मनोयोग से मालिश की।
एक खूबसूरत लड़की से मुलाक़ात हुई, दोस्ती हुई, मौक़ा मिला तो उसने अपनी दास्ताँ मुझे सुनाई कि कैसे उसकी नादानी में उसके साथ गलत हुआ था..
मामा मुझे अपने घर ले गए क्योंकि घर में उनकी बेटियाँ अकेली रहने वाली थी. वहाँ उनकी एक सहेली भी आ गई और हम सब एक साथ सोये. तो कुछ तो होना ही था!
ऐसी संतुष्टि पहले कभी नहीं हुई.. जैसी आज हम पसीने में लथपथ एक-दूसरे से लिपटे हुए थे.. दुनिया की सारी खुशियों और गम से बेखबर.. सच कहते हैं.. पहला प्यार भुलाये से भी नहीं भुलाया जा सकता।
मेरी सहेली हॉस्टल में चुदती थी, मुझे भी चुदाई के लिये उकसाती थी। एक बार हम सहेलियाँ घर जा रही थी तो वोल्वो बस में उसका प्रेमी अपने दोस्त के साथ आया। और फ़िर…
मैं अब उसके चूत में ऊँगली डाल चुका था और चूत के दाने को सहला रहा था जिससे सोनिया अपने चूतड़ खूब हिला हिला कर मज़ा ले रही थी, ऐसा लग रहा था कि वो कभी भी झड़ सकती है।
सोनिया ने एक शाम मुझे अपने घर बुलाया। मैं उसके घर पहुंचा तो उसे देखता रह गया, रेशमी गाउन उसके शरीर से चिपका हुआ था, चूची पेट नाभि जांघ सब के उभार- गहराई दिख रही थी।
मैं कमरा लेकर रहता था, उसी घर में एक लड़की भी कमरा लेकर रहती थी. हमारी दोस्ती हो गई. मकानमालिक के घर में शादी थी तो लड़की ने मुझे अपने कमरे में सोने को कहा.
वाइफ़ स्वैपिंग की कहानी पढ़ के मुझे एक मेल मिला एक विवाहिता लड़की का, वो मुझे मिलना चाहती थी. हम मिले भी और जो हुआ, इस कहानी में पढ़िए...
दिल्ली मेट्रो की भीड़ में एक लड़की मेरे साथ चढ़ी मैं उसके पीछे था. कोशिश की तो बात बन गई और उतरने के बाद उसका नम्बर भी ले लिया. फिर उसी शाम को हम मिले!
रति कमरे का नज़ारा देख कर वो भौंचक्की रह गई वह ज़ोर से चिल्लाई- भाभी यह क्या कर रही हो? सोमू, तुम तो भाभी से ज़बरदस्ती कर रहे हो? उफ़ यह मैं क्या देख रही हूँ?
ओनलाइन बनी एक गर्लफ़्रेन्ड से मुझे प्यार हो गया, वो भी मुझे दिल से चाहने लगी थी लेकिन हम चार साल तक नहीं मिल पाए। और जब मिलने का मौका आया तो… कहानी में पढ़िए...