प्रेयसी स्वाति संग प्रथम सहवास
मैं कुछ देर वैसे ही उसके हाथों को अपने हाथों में लिए बैठा रहा, उसकी आँखों में देखता रहा, कभी वो मुस्कुराती, कभी पलकें झुकाती, कभी अपने जुल्फों को हाथों से पीछे करती।
ओरल सेक्स की हिंदी चुदाई कहानियों का मजा लें जिनमें लड़की द्वारा लंड चूसने और लड़के द्वारा चूत चाट के एक दूसरे को मजा देने का वर्णन है.
Oral Sex ki Hindi chudai kahani
मैं कुछ देर वैसे ही उसके हाथों को अपने हाथों में लिए बैठा रहा, उसकी आँखों में देखता रहा, कभी वो मुस्कुराती, कभी पलकें झुकाती, कभी अपने जुल्फों को हाथों से पीछे करती।
नयना ने झुककर दीप्ति की जाँघों पर पड़ा मेरा पूरा वीर्य चाट लिया और मैंने उसकी जीन्स की बटन खोल कर पैन्टी के साथ नीचे खींच ली। वॉऊ.. क्या चूतड़ थे नयना के.. एकदम राउंडेड.. चिकने और दूध की तरह मुलायम.. ! मैं उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा। अब वक्त था मेरी गाण्ड में ककड़ी जाने का…
वहाँ प्रेमा जी तो बैठी ही थी साथ में उनके एक और ख़ूबसूरती का मुजस्मा बैठा था गुलाबी रंग की साड़ी ब्लाउज और गुलाबी ही रंग चेहरे का! मन ही मन मैंने कहा- माशाल्लाह… क्या हुस्न है। चेहरे पर क्या चमक और दमक थी ब्यान नहीं की जा सकती।
मैं नयना के घर गया, वहाँ दीप्ति ने मेरे टट्टे पकड़ कर अपनी चूत चाटने को कहा। नयना मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ बरसाने लगी। मैं एकदम से दीप्ति की जाँघों पर ही झड़ गया।
ट्रेन में मामा की लड़की के साथ एक ही बर्थ पर सफर करते हुए कुछ रोमांटिक सेक्सी बातें, चूमाचाटी और टॉयलेट में बहन की चूत चटाई, चूचियों की और लौड़े की मसलाई!
मेरा बड़ा भाई बांका जवान है, मेरी सहेलियाँ उसकी दिवानी थी तो मेरी जवानी भी उसकी तरफ़ बह चली। बरसात की एक रात मैंने उसे अपना कौमार्य सौंप दिया। यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है।
होटल में सबके सोने के बाद मैं निम्मी और मैरी के कमरे में चला गया। निम्मी सो रही थी, मैरी ने मुझे पकड़ लिया और चूमाचाटी के बाद मैं उसे चोदने लगा।
मेरी मकान मालकिन अपनी सहेली को लेकर जब मेरे कमरे में आई.. मैं उसे देखता ही रह गया, वह किसी अच्छे घर की लगती थी और बहुत खूबसूरत थी। मेरी तो लॉटरी ही लग गई जो मुझे उस जैसी हसीन-तरीन हूर को चोदने का मौका मिल रहा था
आगे का हाल रेखा के अपने शब्दों में: बतरा साहब कमरे में घुसते ही मेरे से लिपट गए, मुझे आगोश में लेकर बोले- मैं तुम्हें बहुत मिस करता था। कभी-कभी तो तुम्हारी याद में रात-रात भर जगता था। मैंने उनसे कहा- मुझे भी आपकी बहुत याद आती थी। इस तरह बातें करते-करते हम एक दूसरे […]
यह कहानी मेरे जीवन की सत्य घटनाओं पर आधारित है. इसमें एक ऐसी स्त्री जो मेरे लिए नौकरानी नहीं रानी थी उसकी चाह और अकांगशाओं को पूर्ण करने में मेरी सहायता का वर्णन दो भागों में है!
मैं तलाकशुदा बहुत सेक्सी हूँ, जॉब करती हूँ. यह कहानी है कि मेरे ऑफिस में मेरे बॉस और लीगल एडवाइज़र ने मुझे एक लफड़े में फंसा कर दोनों ने मिल कर मुझे चोदा!
फेसबुक पर एक शादीशुदा भाभी से मुलाक़ात हुई, फिर बात हुई और बात मिलाने पर आ गई.. हम मिले भी लेकिन चुम्बन के अलावा कुछ नहीं हुआ... कहानी में पढ़िए कि वो कैसे चुदी
मेरे घर के पास एक लड़की थी, वो चलती थी तो उसका दुपट्टा गले पर होता था जिससे उसकी चूचियाँ उभर कर दिखती थीं, ऐसे मन होता था कि काश ये चूचियां मसकने को मिल जाती…
पड़ोस की सुन्दर भाभी पर मेरा दिल आ गया था, उसका पति शराबी था, उनके सारे काम मैं किया करता था. एक बार उसका पति 5 दिन के लिए बाहर गया तो मुझे उसके घर सोना था. रात को मैंने भाभी को चूत में उंगली करते देखा...
मैं चाची के घर रहता हूं। घर के सभी लोग पार्टी में गए थे.. चाची ने मुझे उनके रूम में सोने को कहा.. चाची सो गई, मैंने डरते हुए अपना हाथ उनकी चूची पर रख दिया।
मैं भाभी के घर गया, उन्होंने मुझे बाथरूम में ब्रा का हुक बन्द करने को बुलाया। मेरी तो बांछें खिल गई। फ़िर मैंने भाभी को पकड़ लिया। वो भी मेरा लण्ड चूसने लगी।
मैं बहुत गहरी नींद में सो रहा था.. तभी मुझे लगा कि कोई मेरे होंठों में अपने होंठ रखकर मेरे सीने से अपने सीने को रगड़ते हुए चूसने लगा। मैंने सोचा माया होगी…
ऑफ़िस की सीनियर को घुमाने गया और एकान्त पाने के लिये उसे मैं अपने घर ले आया। घर में हम क्या करने वाले हैं, यह हम दोनों बातों में पहले ही तय कर चुके थे।
इंटरनेट पर चैट करते हुए मुझे एक भाभी मिली, बात हुई, फोन नम्बर लिया, फोन पर बातें हुई, उनसे मिलाने उनके ऑफिस गया. फिर एक दिन मैंने उन्हें अपने घर बुलाया..
एक दिन मैं शोभा को ठोक कर उसके बेडरूम में ही लेटा था, जब सलोनी बेडरूम में आई। वो अपनी माँ से पैसे मांगने आई मगर शोभा ने नहीं दिये। मैंने मौके के फायदा उठाते हुये उसको 1000 का नोट दे दिया, वो भी लेकर खुशी खुशी चली गई।