मेरी गर्लफ्रेंड की दूसरे लंड से चुदाई की ख्वाहिश

(Chudai Chudai aur bas Chudai)

मेरे प्यारे दोस्तो, मैं अपनी कहानी आप लोगों के सामने रख रहा हूँ। इस चुदाई की कहानी में मेरी एक जुगाड़ है, उसका नाम मेघा है। हम दोनों बिंदास होकर जिस्म का सुख लेते हैं। हम दोनों के बीच आपस में चुदाई के अलावा किसी दूसरे के संग भी चुदाई का सुख लेने पर कोई दिक्कत नहीं है।

मेघा का एक लड़के संजय पर दिल आ गया, उसने मुझसे संजय के बारे में कहा तो मैं समझ गया कि यह संजय से चुदना चाहती है।
मेघा के दिल में ये बात थी कि संजय उसको रांड न समझ ले.. वो उससे कुछ ऐसे चुदवाना चाहती थी, जिससे उसे ये लगे कि मेघा पहली बार चुद रही है।

मैंने सिर्फ इतना कहा कि तुम उससे चुदते समय ऐसा नाटक करना, जिससे उसे ये लगे कि वो तुम्हारी सील तोड़ रहा है। फिर मुझे भी तुमको किसी दूसरे लंड से चुदते हुए देखने का मन है।

बस बात बन गई।

अब अगले दिन पार्क में बेंच पर बैठ कर संजय मेरी जुगाड़ मेघा के साथ मस्ती कर रहा था।
संजय ने मेघा से बोला- मुझे तुमको किस करना है।
तो मेघा ने बोला- यहाँ नहीं.. मेरे फ्रेंड के घर चलो.. वहाँ कर लेना।

मेघा उसे लेकर मेरे घर आ गई। अन्दर आकर पहले तो उन्होंने थोड़ा आराम किया और मेघा ने उसे पानी वगैरह दिया।
मैं पहले से ही दूसरे कमरे से उन दोनों की रासलीला देखने की तैयारी किए बैठा था।

घर में आने के बाद संजय ने कहा- अब तो किस दे दो।
तो मेघा मुस्कुरा कर बोली- हाँ अब कर लो।

उस दिन मेघा बहुत सेक्सी लग रही थी उसने रेड कलर का टॉप और वाइट कलर की स्कर्ट पहना हुआ था। उसका टॉप स्लीवलैस था और उसने अन्दर ब्रा भी नहीं पहनी थी.. तो वो एकदम क़यामत लग रही थी।

संजय ने उसे अपने पास बिठाया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने लगा। वे दोनों ही इस चूमाचाटी में मस्त हो गए। किस करते-करते संजय मेघा को अपनी बांहों में भर कर उसकी पीठ को सहला रहा था। साथ ही उसने मेघा के मम्मों पर भी हाथ रख दिया।

थोड़ी देर बाद दोनों की चुम्मा-चाटी खत्म हुई तो मेघा बोली- बस अब खुश हो न!
संजय बोला- हाँ थैंक्स.. आओ मेरी गोद में लेट जाओ।
मेघा मुस्कुरा दी और वो उसकी गोद मैं सर रख कर लेट गई।
संजय ने मेघा की आँखों में देखा और मौन रहते हुए से किस करने का इशारा किया।
मेघा ने बोला- गोद में तो लेटी तो हूँ.. कर लो ना!

संजय उसके होंठों पर किस करने लगा। मैं अन्दर से ये सब देख रहा था, मुझे ये सब देखते हुए मजा आ रहा था।

संजय ने मेघा को किस करते-करते उसके मम्मों पर हाथ फेरने शुरू कर दिए और सहलाने लगा।

मेघा को चुदाई की खुमारी छाने लगी। उसने संजय से बोला- यार ऐसे लेटे रहने से कपड़े खराब हो सकते हैं। मैं अपनी फ्रेंड के कुछ कपड़े रखे हैं.. तो चेंज करके आती हूँ।

संजय बोला- ठीक है।
मेघा सीधा मेरे कमरे में आ गई और बोली- अब खेल शुरू करूँ?

मैंने हामी भरते हुए उसे एक टाइट पजामा और टाइट टी-शर्ट दे दी। ये टी-शर्ट थोड़े छोटे साइज की थी, जिसमें से उसकी नाभि साफ दिख रही थी। उसने मेरे सामने ही कपड़े बदले और मुझे किस करके दरवाजे बन्द करती हुई बाहर चली गई।

बाहर जाकर वो फिर से संजय की गोद में लेट गई। संजय तो उसे देखते ही गर्म हो गया था। संजय की ठरक उसकी पैंट के उभार से पता चल रही थी।
जब मेघा लेटी, तो उसने फिर से उसे किस करना शुरू कर दिया।

इस बार वो मेघा के मम्मों को दबा रहा था और नाभि में उंगली डाल कर कुरेद रहा था।
मेघा बोली- तुम मुझे ऐसे छू रहे हो.. तो मुझे कुछ हो रहा है।
संजय ने मेघा का दूध मसकते हुए बोला- मेघा, मैं तुमसे लव करता हूँ.. आज मुझे अपने में समां जाने दो।

यह कहते हुए उसने मेघा को सोफे पर लिटा दिया और खुद उसके ऊपर लेट कर किस करने लगा। साथ ही वो उसके मम्मों को दबाने लगा।

अब मेघा भी जोर-जोर से सांसें ले रही थी।

संजय ने मेघा की नाभि को अपने जुबान से टहोकते हुए किस करना और चूसना शुरू कर दिया। इससे मेघा एकदम से सिहर उठी।

फिर संजय ने मेघा को सोफे से उठाया और जमीन पर लिटा दिया और उसे किस करते हुए उसकी टी-शर्ट में हाथ डाल कर मम्मों को मसलने लगा।
मेघा सिसकार कर बोली- अह.. मत करो यार.. मुझे शर्म आ रही है।
संजय बोला- मुझसे कैसी शर्म जान…

वो उसको फिर से किस करने लगा, साथ ही अब वो मेघा की जांघों को भी सहलाने लगा।

थोड़ी देर संजय ने मेघा के होंठ और मम्मों को चूमने के बाद उसको उल्टा लिटा दिया और उसकी पीठ को सहलाने लगा। अब मेघा की गांड अपना जलवा बिखेर रही थी।

संजय ने मेघा की कमर में हाथ डाल कर उसको थोड़ा सा उठाया और उसको कोहनी के बल उठाते हुए अधलेटा सा कर दिया। फिर संजय उसके नीचे से हाथ ले जाकर मम्मों को दबाते हुए सहलाने लगा। जैसे ही मेघा ने मम्मों पर संजय के हाथ का स्पर्श पाया तो उसने अपना मुँह पीछे कर दिया, तो संजय उसे किस करने लगा।

अब मेघा मुँह से कामुकता से सिसकार रही थी- उम्म्ह… अहह… हय… याह…
इसके बाद संजय मेघा की गांड को मसलने लगा और उसकी टी-शर्ट को ऊपर कर दिया। कुछ पल में दोनों एकदम से चुदासे हो उठे और संजय मेघा की टी-शर्ट उतारने लगा।

मेघा बोली- जान.. मुझे शर्म आ रही है।
संजय बोला- ठीक है रानी.. तुम आँखें बंद कर लो।

मेघा ने अपनी आँखों को बंद कर लिया। संजय अब मेघा की टी-शर्ट निकालने लगा। कुछ ही पलों में संजय ने खुद के कपड़े भी निकाल दिए और सिर्फ अंडरवियर में रह गया।

मेघा की टी-शर्ट निकालने के बाद उसने मेघा को सीधा लिटा दिया और उसके रसीले मम्मों को चूसना शुरू कर दिया। कभी वो मम्मों को चूसता.. कभी होंठों का रस पीते हुए मेघा को गरम करने में लगा था। मेघा भी गरमाने लगी थी।

फिर संजय ने मेघा की टांगें खोल कर पजामे के ऊपर से उसकी चुत को सहलाना और किस करना शुरू किया, तो मेघा बहुत गर्म हो कर चुदासी सिसकारियां लेने लगी- उम उम्म्ह… अहह… हय… याह… अअह.. मत करो आह..

संजय ने धीरे-धीरे उसका लोअर नीचे करके उसे पूरी नंगी कर दिया। अब संजय मेघा की नंगी जवानी को घूरते हुए बोला- यार तुम तो एकदम हूर की परी हो।

उसने मेघा को आँखें खोलने को बोला तो मेघा ने आंखें खोल कर संजय को देख कर कहा- तुम भी कपड़े उतारो ना.. मुझे नंगी कर दिया, खुद भी तो हो.. मुझे शर्म आ रही है।

संजय ने अगले ही पल अपना अंडरवियर निकाल दिया और लंड लहरा कर बोला- देखो तुम्हारा सामान कितना टाइट हो गया है.. इसे हाथ में लो ना!

मेघा लंड को सहलाने लगी।

अब संजय 69 में हो गया और मेघा की टांगों को खोल कर उसकी चुत चाटने लगा। मेघा और ज्यादा कामुक सिसकारियां लेने लगी.. वो बहुत ज्यादा गर्म हो चुकी थी।
मैं कमरे के अन्दर से खेल देखते हुए नंगा हो कर अपना लंड सहलाने लगा था।

थोड़ी देर चुत चूसने के बाद संजय ने मेघा से कहा- मेरा लंड भी तो चूसो न!

मेघा ने थोड़ा नाटक किया और फिर उसका लंड चूसने लगी। मुझे मालूम था कि मेघा को तो वैसे ही लंड चूसना बहुत पसंद है।

उसने बहुत अच्छे से संजय का लंड चूसा और फिर बोली- अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है यार, जल्दी कुछ करो प्लीज़ मेरी चुत में अजीब सी सुरसुरी दौड़ रही है।

यह सुनने के बाद संजय मेघा के ऊपर चुदाई की पोजीशन में आ गया और उसने मेघा की चुत पर अपना लंड लगा कर धक्का मारा तो उसका आधा लंड मेघा की चुत के अन्दर चला गया।

मेघा ने दर्द होने का नाटक किया तो संजय ने उसे किस किया और थोड़ी देर रुक कर फिर से धक्का मारा।
इस बार पूरा लंड चुत की जड़ तक अन्दर चला गया। मेघा ड्रामा करते हुए चिल्लाई- आआह.. मर गई.. बाहर निकालो.. मार डालोगे क्या.. उईईई माँ.. मर गई।

संजय ने उसे किस करके चुप करवाया और फिर लंड को धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा।
अब मेघा ने भी दर्द कम होने का नाटक किया और वो चुदाई को एन्जॉय करने लगी।

संजय लंड को अन्दर-बाहर करते हुए मेघा के मम्मों को चूस रहा था और किस कर रहा था।

जल्द ही मेघा एक बार झड़ गई.. फिर कुछ देर की चुदाई के बाद मेघा के साथ संजय भी झड़ने को होने लगा, संजय ने कहा- मेरा पानी निकलने वाला है.. कहाँ निकालूं?
मेघा ने कहा- प्लीज़ अन्दर मत छोड़ना..

संजय ने सर हिलाते हुए लंड की लम्बी चोटें मारीं और उसने मेघा की चूचियों पर अपने लंड का पानी छोड़ दिया।

उसके झड़ते ही मेघा ने भी पानी छोड़ दिया.. और दोनों चिपक कर लेट गए।

थोड़ी देर बाद संजय बोला- यार मजा आ गया.. तुम बहुत सेक्सी हो.. थैंक्स!
मेघा ने कहा- मुझे भी पहली बार ऐसा मजा आया है.. थैंक यू जान।

थोड़ी देर बाद संजय ने कपड़े पहने और मेघा वापिस मेरे कमरे में आकर अपने कपड़े पहनने लगी।

उसने देखा कि मेरा लंड पूरा खड़ा है तो उसने इशारे से पूछा- तुमको कैसा लगा?
मैंने लंड हिला कर कहा- मस्त था..

उसने हंसते हुए कपड़े पहन लिए और मेरे पास आकर मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी।
मैंने उसे रोका और बोला- ये तो अब चुत में जाकर ही बैठेगा।
वो मुस्कुरा दी और किस करके बाहर चली गई।

बाहर संजय भी तैयार था.. पर उसने अपना लंड ज़िप से बाहर निकाल रखा था।

मेघा ने कहा- ये क्या है?
उसने बोला- प्लीज़ एक बार इस पर किस कर दो न!
मेघा ने कहा- यार कपड़े ख़राब हो जाएंगे।
संजय बोला- नहीं होंगे..

उसने मेघा की स्कर्ट को ऊपर करके उसकी कमर में बांध दिया और खड़े-खड़े ही अपनी पेंट और अंडरवियर को नीचे कर दिया। साथ ही संजय ने मेघा की पेंटी भी उतार कर उसकी चुत को चाटने लगा।

मेघा फिर से गर्म हो गई और उसने बैठ कर संजय का लंड अपने मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया।

थोड़ी ही देर बाद संजय ने उसे एक मेज पर बिठाया और उसकी चुत में लंड डाल कर उसे एक बार और चोदा और इस बार अपना पानी उसकी पेंटी पर छोड़ दिया।

फिर थोड़ी देर बाद वो दोनों चले गए। मैंने उनके जाने के कुछ देर बाद मेघा को कॉल किया ‘अब आ जाओ यार.. मेरा बहुत मन कर रहा है।’
मेघा ने संजय को बोला- मम्मी का कॉल आया है.. मुझे जाना पड़ेगा।

इस तरह वो मेरे पास आ गई, आते ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने के बाद खुद ही नंगी हो गई।

मैंने दूध मसकते हुए पूछा- उसका लंड कैसा लगा?
वो बोली- बढ़िया था.. बहुत मजा आया। वो तो मेरी तारीफ ही किए जा रहा था.. पर उसका लंड तुम्हारे जितना मजेदार नहीं है।
उसने मेरा लंड फिर से अपने मुँह में ले लिया और चूसना शुरू कर दिया।

मैं और वो पूरे नंगे थे। मैं उसकी चुत सहला रहा था और वो मेरा लंड सहला रही थी।

मैंने उससे बोला- सच बताओ तुमको कितना मजा आया। मैं जब तुमको सेक्स करते देख सकता हूँ, तो ये भी सुन सकता हूँ।
तो वो बोली- मुझे बहुत मजा आया.. ऐसा मजा पहले तब आया था, जब तुमने मुझे पहली बार चोदा था।
मैंने कहा- इसका मतलब तुमको नया लंड खूब पसंद आता है।
बोली- हाँ..

फिर मैंने उसकी चुत चाटनी शुरू कर दी और उसने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया।
थोड़ी देर बाद वो बोली- चुत को ऐसे ही चूसते रहोगे या चोदोगे भी?
मैंने बोला- दो बार चुद चुकी हो.. अभी मन नहीं भरा क्या?
तो बोली- तुम्हारे लंड के जैसा मजा तो कोई नहीं दे सकता।

मैंने भी उसकी चुत में लंड डाल दिया और चोदना शुरू कर दिया। काफी देर चोदने के बाद उसका और मेरा पानी साथ निकल गया। उसने मेरा सारा पानी पी लिया।

हम थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे और फिर वो कपड़े पहन कर चली गई।
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