गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां- 6

(College Porn Kahani)

कॉलेज पोर्न कहानी में हॉस्टल की 5 लड़कियां सेक्स की मस्ती ले रही है. एक लड़की अपने प्रोफेसर से चुदी तो उसकी सहेली ने भी टीचर रूम में अपने सर का लंड चूस लिया.

कहानी के पिछले अंक
गर्ल्स हॉस्टल की लड़की टीचर से चुदी
में आपने पढ़ा कि सलमा, चावला से फिल्मी स्टाइल में, जबरन चुदाई की फेंटेसी पूरी करने के लिए कहती है।
चावला और सलमा दोनों अपने-अपने रोल को बखूबी निभाते हैं और चावला, सलमा को विलेन वाली स्टाइल में चोद कर अपनी और उस की इच्छा पूरी करने का पूरा जतन करता है। 

सलमा विरोध करती है छटपटाती रहती है लेकिन चावला अपनी ताकत के बल पर उसे अपने बस में कर के, चूत में डाल के ही दम लेता है।

अब आगे कॉलेज पोर्न कहानी:

सलमा को चोदते हुए बीच बीच में चावला, सलमा के मम्मों को मसलता, चूसता रहा।
दोनों स्तनों की निप्पलों पर चावला उत्तेजना के वशीभूत, बीच बीच में दांत भी गड़ा रहा था।

उस कारण सलमा की आनन्ददायक पीड़ा और बढ़ जाती थी और न चाहते हुए भी दबी चीख निकल जाती।

चावला रुक रुक के सलमा की गर्म रसीली चूत में लंड के रगड़े लगा के, इस मस्ती भरी फिल्मी चुदाई का पूरा-पूरा आनन्द उठा रहा था। 

सलमा लगातार उसको बद्दुआएं दे रही थी।

पंद्रह बीस मिनिट की भीषण चुदाई के बाद सलमा ने यह कहा- हरामजादे, हल्ला का कहर बरसेगा तुझ पर!
तो चावला ने कहा- साली कुतिया, अभी तो तेरी चूत में मेरा लंड बरसेगा। 

यह कहते हुए उस के धक्कों में एकाएक तेज़ी आ गई।
चावला अपने पौरुष का इस्तेमाल करते हुए सलमा की चूत में जबरदस्त रगड़े लगा रहा था।
उसकी सांसें फूलती जा रही थीं। 

चावला के लंड में एकाएक जैसे तूफ़ान सा उठा और जब उस की वासना का तूफान सलमा की चूत में वीर्य स्खलन के साथ शांत हो गया.
तब भी चावला ने उसे नहीं छोड़ा। 

वह सलमा के नाज़ुक बदन को नोचता रहा, सलमा की चूत को अपने लंड के नर्म पड़ने तक रगड़ता रहा।

चावला और सलमा दोनों इस दमदार चुदाई से पसीने में नहा चुके थे। 

जब चावला का लंड सिकुड़ के सलमा की चूत से बाहर निकल आया, तब वह एक विजेता की तरह उठा और सलमा को कहा- मजा आ गया सलमा डार्लिंग!
चावला अपने कपड़े ठीक कर के बाहर निकलने लगा। 

सलमा ने सीन की डिमांड के अनुसार कुत्ते, मेरे साथ जबरदस्ती कर के तूने ठीक नहीं किया, इस की सज़ा तेरे को भुगतनी पड़ेगी।
ऐसे बड़बड़ाते हुए एक एक कर के अपने कपड़े पहने और रोते सुबकते हुए, चावला के पीछे पीछे कमरे से बाहर निकल गई। 

आज फिर पहले की तरह बाहर नादिरा मिल गई, उसने पूछा- कैसी रही आज की चुदाई? जैसी तू चाहती थी वैसी हुई या नहीं?
सलमा ने कहा- आज की चुदाई बहुत मस्त रही, जैसी मैं चाहती थी बिल्कुल वैसी ही हुई। मेरी फैंटेसी आज पूरी हो गई, बहुत मजा आया। 

नादिरा ने कहा- अब तो मुझे भी कल इस चावला से मिलना ही पड़ेगा।
सलमा ने कहा- जरूर मिल, चावला तो बहुत बड़ा लंपट है साला, तू तो ज़रा सा संकेत भर दे देना, फिर देख कैसे कुत्ते की तरह तेरे पीछे पीछे लार टपकाता, दुम हिलाता घूमेगा। 

दोनों हंस पड़ी और कमरे की ओर चल दी।

घर जाते हुए चावला अपने केबिन में घटी जबरन वाली प्रणय लीला के बारे में सोचता रहा और मन ही मन उस का आनन्द लेता रहा।
सलमा ने उसकी मनचाही मुराद पूरी कर दी थी। 

आज तो उसे बहुत समय बाद अपनी मर्दानगी का भी विशेष अहसास हुआ था।
यदि वह सलमा की साधारण चुदाई करता भी तो इतना अद्भुत आनन्द कहां मिलने वाला था?

उसके बाद उसको घर का ध्यान आया, जहां उसकी पत्नी उस का इंतजार कर रही थी क्योंकि आज वह सामान्य रूप से ज्यादा लेट हो चुका था.
वह देरी के लिए कोई अच्छा सा बहाना सोचने लगा।

घर पर पत्नी के पूछने पर चावला ने एक्स्ट्रा क्लास का बहाना बना दिया।

रात में चावला की पत्नी ने कामातुर होकर, चावला के सीने पर हाथ रखकर प्रणय निवेदन किया। 
चावला को डर था कि हो सकता है कहीं उसका लंड खड़ा ही ना हो।
उसने तबियत ठीक नहीं होने और आज बहुत थक जाने का बहाना करके उसे टाल दिया।

यदि लंड जैसे तैसे खड़ा हो भी जाए तो चावला नहीं चाहता था कि सलमा जैसी हसीन लड़की के साथ में, इतनी घमासान और आनन्ददायक चुदाई के बाद, अपनी बीवी की एक हल्की-फुल्की चुदाई करके, आज शाम की सुनहरी यादों को धूमिल करे।

उसके बाद अगले दिन चावला सलमा को सामान्य अवस्था में देखकर राहत की सांस लेता है क्योंकि उसे तो सलमा की नाराजगी की आशंका थी।
उसे यह डर था कि कहीं जोर का थप्पड़ लगने के कारण वह नाराज ना हो। 

जब कि सलमा तो रोज की तरह अपनी सहेलियों के साथ चुहलबाजी में लगी हुई थी।
सलमा उसकी आशंका के विपरीत बिल्कुल सामान्य बल्कि प्रसन्न दिख रही थी। 
वह क्लास में सहेलियों के बीच ऐसे बैठी थी जैसे एक दिन पहले उसके साथ कुछ भी हुआ ही नहीं हो।

सलमा से ध्यान हटने के बाद चावला का ध्यान गया नादिरा की तरफ। 

चावला, यह देख कर मन ही मन, अत्यंत प्रसन्न हो गया कि आज चावला के ठीक सामने, सलमा नहीं बल्कि नादिरा बैठी थी।
उसका दिल बाग बाग होने लगा।

उसने अनुमान लगाया कि शायद सलमा ने नादिरा को बता दिया है कि उसे मुझ से चुदने में कितना आनन्द मिला है और सलमा का अनुभव सुनकर नादिरा की चूत भी अब सुलग उठी है। सलमा ने उस की परफॉर्मेंस से खुश होकर उसके लंड के लिए अपनी सहेली की एक और नई चूत का इंतजाम कर दिया है।

यह सोच कर कि उसे नादिरा की चूत भी मिलने वाली है, चावला के लंड में फिर सरसराहट होने लगी, उसका दिल बल्लियों उछलने लग़ा।

वह सलमा की ओर देखता है, आंखों ही आंखों में उसे नादिरा की चूत दिलवाने के लिए धन्यवाद देता है।
उससे नजर मिलते ही सलमा मुस्कुरा देती है जैसे कह रही हो- जाओ मेरे राजा, ले जाओ मेरी सहेली को खूब चोदो और जी भर के ऐश करो। तुम भी क्या याद करोगे कि मिली थी कोई गर्म चूत और बड़े दिल वाली!

वह अपनी सीट पर बैठा ही था कि उस ने अपने पैरों में नादिरा के पैर का स्पर्श महसूस किया।
नादिरा के नए स्पर्श से चावला के पूरे शरीर में एक तरंग सी दौड़ गई, वह मन ही मन गदगद हो गया।

उसने सोचा साला, यह वाला बैच तो बहुत ही शानदार आया है।
जिस हिसाब से उसे नई चूतें, चोदने को मिल रही हैं, यदि ऐसा ही चलता रहा तो नई नई चूतों की चुदाई का असली मज़ा तो समझो इसी साल मिलने वाला है। 

चावला ने कुछ देर बाद दूसरी लड़कियों से नजर बचाकर नादिरा की आंखों में झांका, उसे नादिरा की आंखों में भी वही वासना, वही नशा दिखाई दिया जो उस को सलमा की आंखों में दिखा था। 

चावला क्लास के समाप्त होने का इंतजार करने लगा.
वह बार-बार ऐसे घड़ी देख रहा था जैसे कि आज समय के गुजरने की गति धीमी हो गई हो।

जैसे ही पीरियड पूरा हुआ, चावला ने नादिरा को लाइब्रेरी में आने का इशारा किया। 

जहां तक जिस्म की बात है, नादिरा सलमा से किसी भी मामले में 19 नहीं थी बल्कि उस की जवानी अधिक मदमस्त थी।
उसका बदन सलमा की तुलना में और अधिक गदराया हुआ था। 

जब वह चल के आती थी तो उस के हिलते हुए भरे भरे बूब्स पर ध्यान जाता था और जब जाती थी तो उस के मटकते हुए चूतड़ सबका ध्यान आकर्षित करते थे।

चावला हालांकि सलमा को भी फिर से चोदना चाहता था लेकिन जब किसी मर्द को कोई नई चूत मिलने वाली होती है तो उस नई चूत के सामने, कोई भी, कैसी भी चूत हो, एक बार चुदी हुई चूत की अहमियत कम हो ही जाती है। 

उस ने अपना ध्यान सलमा से हटा कर नादिरा की ओर लगाया.

नादिरा चावला के कहे अनुसार लाइब्रेरी में पहुंची और सलमा की ही तरह एक किताब लेकर चावला के पास बैठ गई, जैसे उसे चावला से कुछ समझना हो। 

लाइब्रेरी कॉलेज का ऐसा सबसे सुरक्षित स्थान है, जहां एक शिक्षक और छात्रा के बीच हर तरह की बातचीत नि:संकोच हो सकती है और किसी को शक भी नहीं हो सकता।

चावला ने पूछा- क्यों नादिरा? सलमा ने कल हम दोनों के बीच जो कुछ भी हुआ, हम दोनों ने जिस तरह मजे लूटे, उस के बारे में तुम को कुछ बताया क्या?

नादिरा ने अपनी आंखों में नशा भरते हुए चावला के हाथों पर अपना हाथ रखते हुए कहा- हां सर, बताया न, तभी तो आज क्लास में उसके स्थान पर मैं बैठी थी। जो कुछ उसने बताया उस को सुन के मेरे तो तन बदन में आग लग गई थी, मेरी जादू की डिबिया तो अब तक सुलग रही है। अब तुम ही बताओ सर, कौन सी ऐसी लड़की या औरत होगी जो अपने जिस्म में भड़की हुई वासना की आग बुझाने के लिए तुम जैसे फायर ब्रिगेड से मिलना ना चाहेगी?

चावला अपने लिए फायर ब्रिगेड का खिताब पाकर प्रसन्न था।
उसने प्रत्युत्तर में नादिरा के हाथों के ऊपर अपने हाथ रख के हल्का सा दबाया, मानों उसे भी वैसे ही आनन्द के लिए आश्वस्त कर रहा हो।

उस का लंड नादिरा की बात सुनकर धीरे-धीरे फूलने लगा था, उसे अपनी हीरो जैसी पर्सनेलिटी और मर्दानगी पर गर्व होने लगा।
अब तो कोई संशय बाकी नहीं रह गया था कि सलमा के बाद अब नादिरा भी उसके नीचे बिछने वाली है। 
हो सकता है नादिरा भी सलमा की तरह उस की वहशी अंदाज वाली चुदाई पसंद करे।

चावला ने प्रसन्न होकर नादिरा को भी अपने पर्सनल केबिन में आने का इशारा किया और लाइब्रेरी से उठकर चल दिया।

चावला अपने केबिन में बैठा इस तरह अपना लंड सहला के तैयार कर रहा था, जिस तरह उसने पहली बार सलमा के स्वागत के लिए किया था।
उस की कल्पना में सलमा के साथ किए हुए दोनों बार के मैथुन दृश्य घूम रहे थे। 

उसकी इच्छा तो आज भी कल वाले कॉलेज पोर्न खेल को दोहराने की थी।
उसने सोचा कि कल ही डिस्चार्ज होने के कारण आज तो वह और अधिक देर तक नादिरा की फूली हुई चूत को रगड़ पाएगा। 

चावला के मन में यह हसरत भी पैदा हो चुकी थी कि एक बार नादिरा को अच्छे से चोदने के बाद, उसकी सुडौल गांड भी मारी जाये, क्योंकि नादिरा के मटकते चूतड़ उस के मन को ललचाते थे। 

उसने विचार किया कि हो सकता है नादिरा भी, सलमा के साथ पहली मुलाकात की तरह, आज केवल उसका लंड चूसने और वीर्य पान करने की इरादे से आ रही हो।
उसकी जो भी इच्छा हो, मेरे लंड की तो लॉटरी लगने वाली है।

करीब 15- 20 मिनट बाद नादिरा चावला के केबिन से अत्यंत प्रसन्न और संतुष्ट हो के बाहर निकली।

कुछ ही दूर पर सलमा बैठी हुई उसका इंतजार कर रही थी।

जैसे ही उसने नादिरा को आते देखा, वह उठ खड़ी हुई। 
नादिरा ने अपने दोनों हाथ के अंगूठे ऊपर करके, सलमा को संकेत दिया कि उस की भी इच्छा पूरी हो गई है।

सलमा और नादिरा ने खुश होकर एक दूसरे के हाथ पर हाथ मार के ताली बजा के हर्ष प्रकट किया और एक दूसरे से लिपट गई। 

नादिरा ने अब सलमा से पूछा- वे तीनों चुड़ैलें कहां हैं?
सलमा ने जवाब दिया- होंगी अपने कमरे में, मैं तो यहां बेसब्री से तेरा इंतजार कर रही थी।

आइए देखते हैं कि लड़कियों के कमरे में क्या चल रहा है!

सोनिया, रोज़ी की गोद में सिर रख के लेटी हुईं थी, उसके पैर हरप्रीत की गोद में थे।

तीनों रैगिंग की रात को हुए लड़कियों के नग्न नृत्य के बारे में बातें कर रही थीं।

रोज़ी बोली- उस रात तो तूने मस्त कर दिया यार सोनू!
हरप्रीत बोली- सही बात है यार, बाद में तो कई लड़कियां मर्जी से मस्ती के मैदान में उतर गईं थीं।
सोनिया बोली- तुम दोनों भी तो कैसे अपनी चिकनी चूतें रगड़ रही थीं। 

रोज़ी बोली- इस प्रीतो की मटकती गांड देख कर ऐसी इच्छा हो रही थी कि काश मैं लड़का होती तो वहीं साली की गांड मार देती।
हरप्रीत खुश हो गई बोली- सच में रोज़ी? वैसे हमारे यहां के बहुत सारे लड़के मेरी इस गदरायी गांड के दीवाने थे।

इस पर सोनिया ने पूछा- उन दीवानों में कितनों ने तेरी गांड मारने का आनन्द उठाया? 
प्रीतो ने जवाब देने के पहले सोनिया की ओर आश्चर्य से देखा और रोज़ी से कहा- ये साली सोनू आजकल कितनी कामुक और वाचाल हो गई है?

रोज़ी ने कहा- तू सही कह रही है प्रीतो, मुझे तो लगता है यह हरामखोर, हम सबको पीछे छोड़कर मानेगी। चल तू अब इसकी बात का जवाब तो दे!
हरप्रीत बोली- केवल दो ने … लेकिन फुद्दी तो कइयों से मरवाई है। 

इस पर सोनिया चौंकी, बोली- अरे बाप रे! तूने ऐसे कितने लंड ले लिए? जो तुझे ठीक से गिनती नहीं मालूम?
प्रीतो बोली- पूछ मत यार, हमारे यहां खेतों में, खलिहानों में बहुत से भूखे मर्द इसी जुगाड़ में घूमते रहते हैं कि कहीं कोई नई चूत मिल जाए चोदने को! इतना ही नहीं, चूत की जुगाड़ में केवल मर्द ही भटकते हों, ऐसी बात भी नहीं है। मेरे जैसी शौकीन लड़कियां और रंगीली भाभियां भी नए लंड से चुदने के लिए वहां मौके की तलाश में घूमती रहती हैं। मैंने भी इसी तरह 6 लंड अपनी बुर को दिलवाए हैं।

उसके बाद हरप्रीत ने रोज़ी से पूछा- तूने मेरे राज़ तो जान लिए, अपनी तो बता कि तेरी चूत में कितने लौड़ों ने सैर की है?
रोज़ी बोली- मेरे तो बस यार दो बॉयफ्रेंड रहे हैं. उनमें एक को चूत चोदने में अधिक मज़ा आता था, दूसरे को गांड मारने में!

उसके बाद रोज़ी ने सोनिया को झिंझोड़ते हुए कहा- यह साली पड़ी पड़ी मुस्कुरा रही है, जिसने उस रात सब की चूतों में आग लगा दी थी। तू भी तो बता कि तूने कैसे और कितने गुल खिलाए हैं? 
सोनिया ने कहा- घंटा खिलाए हैं यार, मैं तो एक कंजर्वेटिव संयुक्त परिवार में थी, मुझे किसी भी लड़के से मिलने का मौका तक नहीं मिला। यही कारण है कि मैंने तो अभी तक एक भी लंड अपनी चूत में नहीं लिया। 

प्रीतो ने कहा- झूठ बोल रही है साली, इसका क्या यह मतलब है कि तू अभी तक सील पैक है तूने कभी चरम सुख प्राप्त नहीं किया? 
सोनिया ने कहा- चरमसुख तो मैंने प्राप्त किया है लेकिन सील मेरी अक्षत है और यह भी सच है कि मैंने अभी तक चुदवाना तो दूर, किसी लड़के का लंड पकड़ा तक नहीं है।

रोज़ी बोली- तेरी बात हमारी समझ में नहीं आ रही कि तू कहना क्या चाह रही है? तूने चरमसुख प्राप्त किया है लेकिन तुझे किसी लड़के के साथ चुदाई का मौका नहीं मिला और तेरी सील भी सलामत है? ज़रा समझा तो सही कि ये माज़रा क्या है?

सोनिया बोली- यार, ऐसा है कि हमारे भरे पूरे घर में लड़कों का तो आना संभव नहीं था। हां, मेरी कुछ सहेलियां जरूर आती थीं और मैं क्योंकि बहुत अधिक संकोची थी तो हर एक से खुल भी नहीं पाती थी। उन सहेलियां में एक सहेली बिल्कुल मेरे जैसी थी, वह भी मेरी ही तरह घर वालों के दबाव में रहती थी। उसके साथ मैं अपनी निजी भावनाएं शेयर करने लगी। धीरे-धीरे हमें एक दूसरे का साथ अच्छा लगने लगा। हमारी अंतरंगता दिनोंदिन बढ़ने लगी, यहां तक कि हमें एक दूसरे के बिन बेचैनी लगने लगी।जब भी हम मिलते, हमारी कामवासना उभरने लगती। हम दोनों अपनी भावनाओं के सामने कमजोर पड़ने लगे और हमारे बीच लेस्बियन संबंध विकसित हो गए। प्रारंभ में हम ने एक दूसरे को प्रेम से छूना, होठो को चूमना, एक दूसरे के बूब्स से खेलना शुरू किया। 

अगले अंक में पढ़िए सोनिया की बची कहानी, सोनिया की सील तोड़ने के लिए उस की सहेलियों ने क्या इंतज़ाम किया?
कॉलेज पोर्न कहानी में सनसनी का मज़ा लेते रहिए और अपनी उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया से अवगत कराते रहिए।
मेरी आईडी है
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कॉलेज पोर्न कहानी का अगला भाग:

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