मेरी पड़ोसन मस्त लौंडिया की चुत चुदाई

(Delhi Girl Sex Story)

देल्ही गर्ल सेक्स कहानी मेरे पड़ोस में आई नयी लड़की की चुदाई की है. पहल उसी की तरफ से हुई थी. जब मैंने उसे चोदा तो वो खूब मजे लेकर चुदी. आप भी मजा लें.

मेरा नाम मुकेश (बदला हुआ नाम) है. मैं 26 साल का हूँ और गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ.
मेरी बॉडी एथलेटिक टाइप की है. मैं शक्ल से भी दिखने में ठीक-ठाक हूँ. मेरा कद 5 फिट 7 इंच का है. मेरे लंड का नाप 7 इंच का है.

मुझे रनिंग बहुत पसंद है, तो मेरे अन्दर बहुत स्टैमिना है. मेरा लंड भी काफ़ी फौलादी है और उसकी टाइमिंग काफी अच्छी है.
मैं किसी भी औरत या लड़की को पूरी तरह से संतुष्ट करने में सक्षम हूँ.

बचपन से ही मैं बहुत ज्यादा कामुक लड़का हूँ. मुझे लड़कियों से ज्यादा भाभी या आंटी टाइप की औरतें चोदना ज्यादा पसंद आती रही हैं.

अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली कहानी है पर आपका प्रोत्साहन मिला, तो शायद ये आखिरी नहीं होगी.
मैं अपने सेक्स के किस्से बारी बारी से आपकी खिदमत में पेश करता रहूंगा.

ये सेक्स कहानी मेरी पड़ोस की एक लड़की को लेकर है. मेरी पड़ोसन उस समय 20 साल की थी, जब वो मेरे लंड के नीचे आई थी.

वो एक साल पहले ही दिल्ली से शिफ्ट होकर यहां रहने आई थी. उसका फिगर 34-28-36 का था और रंग खुलता सांवला था. उसके घर में सिर्फ़ वो और उसके माता पिता थे. वो दिखने में भी काफ़ी हॉट माल थी.

उस समय मैं काफ़ी शर्मीला किस्म का लड़का था, इसलिए में लड़कियों से ज्यादा बात नहीं कर पाता था.

हुआ यूं कि एक दिन मेरी पड़ोसन ने मुझे सोशियल मीडिया पर मैसेज किया. मैंने भी उसे रिप्लाई किया और हम दोनों की बातें होने लगीं.

मैंने उससे पूछा- तुमको मेरा नम्बर किधर से मिला?
उसने कहा- बस मिल गया … तुम्हें दिक्कत हुई हो, तो मैं आगे से नहीं करूंगी.

मैंने कहा- ऐसी बात नहीं है … वो तो मैंने यूं ही पूछ लिया.
उसने बताया कि तुमने अपना फोन नम्बर फेसबुक की प्रोफाइल में डाल रखा है. मैंने उधर से तुम्हारा नम्बर लिया है.

मैं समझ गया कि इसने मेरे अन्दर कुछ अपने मतलब का देखा होगा, तभी तो ये मेरे बारे में जानकारी करना चाह रही थी.

मैंने उससे बात करना शुरू कर दी.

अब वो भी मुझसे खुल कर बात करने लगी.

उसने मुझसे पूछा- तुम मेरे बारे में क्या क्या जानते हो?
मैंने कहा- कुछ ख़ास नहीं … बस तुम्हारा नाम मालूम है कि तुम टीना हो.

वो स्माइली भेज कर बोली- नाम किसने बताया?
मैंने कहा- एक दिन मेरी मम्मी तुम्हारी मम्मी से बात कर रही थीं, तभी तुम्हारी मम्मी ने तुम्हारा नाम लिया था. बस उसी दिन तुम्हारा नाम मालूम पड़ा था.

वो हंस कर बोली- अच्छा मतलब मेरी जानकारी रखने में तुम्हें काफी रूचि है.
मैंने कहा- हां जब कोई नाम लेगा, तो सुनना ही पड़ेगा.

वो हंस दी.

फिर वो बोली- मेरी मम्मी की बातों से तुमने और क्या क्या जाना!
मैंने कहा- मैंने उनके मुँह से तुम्हारा सिर्फ नाम सुना था. बाकी और कुछ नहीं सुना.

वो बोली- मैंने अपनी मम्मी से तुम्हारे बारे में कुछ सुना है.
मैंने कहा- क्या सुना है?

वो बोली- मम्मी तुम्हारी काफी तारीफ़ करती हैं कि बड़ा सुशील लड़का है.
मैंने कहा- और?

वो बोली- वो और भी बता सकती थीं लेकिन मैंने ही तुम्हारे बारे में बात करना ठीक नहीं समझा.
मैंने पूछा- क्यों ठीक नहीं समझा?

वो बोली- अरे यार मैं ज्यादा कुछ पूछती तो मम्मी को शक नहीं हो जाता कि मैं ज्यादा क्यों पूछ रही हूँ.
मैंने कहा- हां ये बात तो तुम सही कह रही हो. चलो, अब तुम मुझसे मेरे बारे में मुझसे ही पूछ लो.

वो बोली- हम्म … तो मिस्टर आपका नाम क्या है?
मैंने- मुकेश.

वो हंस दी- अरे यार, मुझे तुम्हारा नाम पता था … तुम करते क्या हो … ये बताओ!
मैंने कहा- मैं एक लड़की से मुहब्बत करता हूँ.

टीना- वो लड़की कौन है? उसका नाम बताओ.
मैंने कहा- वो बाद में बता दूंगा.

इस तरह की बातों में हम दोनों को ही काफी मजा आ रहा था.

इसी तरह से हमारे बीच बातचीत होने लगी.
उसकी बातों से मुझे साफ़ समझ आने लगा था कि वो मेरी तरफ झुक रही है.

मैंने भी ज्यादा जल्दबाजी नहीं दिखाई और न ही उदासीनता दिखाई.

टीना अपनी तरफ से एक कदम आगे बढ़ाती, तो मैं भी उसे ये अहसास कराता कि मेरी तरफ से भी उसकी ओर कुछ है.

अब हम दोनों चैट के अलावा मिलने भी लगे थे. हालांकि मिलते समय हम दोनों ही इस बात का ख्याल रखते थे कि कोई हमें देख कर गलत मतलब न निकाले.

एक दिन उसने मुझसे पूछा- चलो आज ट्रुथ और डेयर खेलते हैं.
मैंने भी कहा- ओके.

वो बोली- इसमें क्या होता है … मालूम है न!
मैंने कहा- हां मालूम है … हारने वाले को, जीतने वाले की एक मांग पूरी करनी पड़ती है.

वो हंस कर बोली- हां सही पकड़े हैं.
मैंने भी हंस दिया- अभी कहां कुछ पकड़े हैं पगली.

वो मेरे इस डायलाग पर जोर से हंस पड़ी.

फिर खेल शुरू हो गया.

उसी दौरान उसने मुझे एक डेयर दिया कि मुझे किस करके दिखाओ.
मैंने कहा- ओके … सुबह के वक्त मेरे घर पर कोई भी नहीं रहेगा, उस वक्त तुम मेरे घर आ जाना.

अगले दिन वो उसी वक्त पर मेरे घर आई तो मैं उसे अपने बेडरूम में लेकर आ गया.

मैंने उसे प्यार से निहारा, वो भी मेरी तरफ बड़ी मुहब्बत से देख रही थी.

उसकी तनी हुई चूचियां मुझे वासना से भरे दे रही थीं.

उसने आंखों से पूछा- क्या देख रहे हो?
मैंने भी आँखों से ही उसकी चूचियों को देख कर एक मुस्कान दे दी.

वो लजा गई और उसने सर नीचे झुका लिया.

मैंने उससे पूछा- हां पगली, तो मुझे तुम्हें बस किस ही करनी है या कुछ और भी!
उसने धीमे से हंस कर पूछा- और कुछ क्या … लड्डू के भैया.

हम दोनों के बीच इस समय भाभी जी घर पर हैं … वाले सीरियल की फीलिंग आ रही थी.

मैंने उससे कहा- पगली … मुझे सेक्स भी करना है.
उसने सर हिला कर सेक्स के लिए मना कर दिया.

मैंने कहा- ओके … किस ही करते हैं.
मैंने आगे बढ़ कर उसे एक डीप किस किया.

वो भी मेरे होंठों से अपने होंठ लगा कर मेरे साथ चूमने का सुख लेने लगी.

हम दोनों करीब 5 मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे और एक दूसरे को कसके जकड़ कर दबाते रहे.

मैं अपना हाथ धीरे से उसके बूब्स पर लेकर गया और एक को दबाने लगा.

उसने मुझे देखा और धीरे से मुस्कुरा दी.

फिर मैंने उससे फिर से पूछा- क्या अभी भी नहीं करना!
वो बोली- क्या?

मैंने- सेक्स!
उसने सिर झुका लिया और हां में हिला कर जवाब दे दिया.

उसकी सहमति पाते ही मैंने उसे अपनी बांहों में जोर से भर लिया और उसे फिर से चुम्बन करना शुरू कर दिया.

इस बार हम दोनों का मूड बन गया था, तो किस भी मजेदार होने लगी थी.

मैं धीरे धीरे उसके जिस्म को चूमने लगा. कभी उसके कान पर, कभी उसकी गर्दन पर किस करने लगा.

हम दोनों ही बिना कोई बात किए हुए अपना काम किए जा रहे थे.

फिर मैं उसके मम्मों पर आ गया और टीना की टी-शर्ट के ऊपर से ही उसके मम्मे चूसने लगा.
मैंने उसके दोनों मम्मों को काफ़ी देर तक चूसा.

फिर मैंने उसकी टॉप और ब्रा दोनों निकाल दीं और उसकी नंगी चूचियों को देखने लगा.
वो भी मेरी आंखों में वासना से देखने लगी.

मैंने उसके एक बूब को अपने मुँह में ले लिया और दबा कर चूसने लगा.

टीना की मादक आवाज निकलने लगी- उन्ह … क्या कर रहे हो यार … आग लगा दी … मर गई.

मैं उसकी मादक आहों और कराहों से और भी उत्तेजित होता जा रहा था.

कुछ देर तक उसके दोनों चूचों को जी भरके चूसने के बाद मैं धीरे धीरे नीचे की तरफ बढ़ चला.

उसकी शॉर्ट के ऊपर से ही मैंने उसकी दोनों टांगों के बीच मुँह लगा दिया.

टीना ने भी मेरे सर को अपनी चुत पर दबा लिया.

मैं उसके कपड़ों के ऊपर से ही उसकी चुत चाटने लगा.
चुत के पॉइंट पर अपनी नाक रगड़ने लगा और उसकी जांघों को चाटने लगा.

वो भी धीरे धीरे गर्म होने लगी और अपने पैर से मेरे लंड को दबाती हुई हिलाने लगी.

कुछ ही देर में मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और अपने भी उतार दिए.

अब हम दोनों मादरजात नंगे थे.
वो मेरे खड़े लंड को देख कर बेचैन सी होने लगी.

मैं फिर से उसे किस करने लगा.

यूं ही किस करते करते मैंने अपनी दो उंगलियां टीना की चुत में डालीं और तेज तेज चलाने लगा.

वो देल्ही गर्ल सेक्स के लिए पूरी गर्म हो गयी थी, उसकी आह निकलने लगी.

मैं अब उसकी चुत की तरफ आ गया और चुत चाटने लगा.
वो भी मस्ती से अपनी चुत मेरे मुँह पर दबा रही थी.

कुछ देर चुत चाटने के बाद मैंने उसे अपना लंड चूसने को बोला.
पर उसने लंड चूसने से मना कर दिया.

मैंने भी ज़्यादा ज़िद न करते हुए लंड पर कंडोम चढ़ाया और थूक लगा कर उसकी चुत को गीला कर दिया.

फिर टीना की दोनों टांगें अपने कंधों पर रख कर लंड चुत पर घिसने लगा.
वो भारी कसमसा रही थी.

मैंने लंड अन्दर डाल दिया.

लंड डालते ही उसकी चीख निकल गयी.
मैंने उसे दबा लिया और शांत होने का इन्तजार करने लगा.

वो सामान्य हुई तो मैंने धीरे धीरे धक्के मारना शुरू कर दिया.

चुत में लंड चलाने के साथ ही मैं अपने एक हाथ से उसके मम्मों को दबाने लगा.

करीब 5 मिनट बाद मैंने उसे अपने ऊपर आने को कहा तो वो मेरे लंड पर आकर सैट हो गई और पूरी रंडी की तरह उछल उछल कर चुदने लगी.

मैंने उससे पूछा- ऐसे चुदना कहां से सीखा?
वो बिंदास बोली- मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ खूब सेक्स किया है.

इसी बीच ऊपर से चुदते हुए उसका पानी निकल गया और वो मेरी छाती पर सिर रख कर हांफने लगी.

मैंने उसे औंधी कर दिया और उसकी टांगों को खोल कर लंड डाल दिया.
उसकी चुत कस सी गई थी.
मैं चुत चोदने लगा.

मैंने काफी देर तक उसी पोज़ीशन में उसकी चुत पेली. इसके बाद उसे मैंने घोड़ी बना दिया और उसकी चुदाई करने लगा.

इसी बीच में वो फिर से झड़ गयी और नीचे लेट गई.

मैंने अब उसकी गांड खोल कर उसकी चुत में लंड डाला और उसकी चुदाई करने लगा.

करीब 5 मिनट बाद मैं भी उसकी चुत में झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया.

थोड़ी देर बाद मैंने जब अपना लंड निकाला, तो देखा कि कंडोम तो फट गया था.

मैंने उसे बताया तो वो सोच में पड़ गई.

मैंने टीना को एक किस किया और कहा- कोई बात नहीं, शाम को में गर्भ निरोधक गोली लाकर दे दूंगा.

फिर हम दोनों ने अपने कपड़े पहने और वो अपने घर चली गयी.

अब भी जब हमें टाइम और मौका मिलता है, हम दोनों चुदाई कर लेते हैं.

अभी तक उसने मुझे अपनी गांड मारने नहीं दी है … वो मना कर रही है.
मगर जल्द ही मैं उसकी गांड मार लूंगा, इतना मुझे भरोसा है.

अगली सेक्स कहानी में आपको टीना की गांड चुदाई की कहानी पढ़ने को मिलेगी.

मैं आशा करता हूँ आपको ये देल्ही गर्ल सेक्स कहानी पसंद आई होगी. मुझे आपके कमेंट्स का इंतज़ार रहेगा.
धन्यवाद.
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