पुरानी सहपाठिन के साथ सहवास

(Hot Girl Xex Kahani)

हॉट गर्ल Xex कहानी में मैं जॉब और स्टडी एक साथ कर रहा था तो लड़की पटाने का समय नहीं मिल रहा था. एक दिन मुझे मेरी पुरानी क्लासमेट मिली.

दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक सत्य घटना पर आधारित सेक्स कहानी ले कर हाजिर हूँ.

इस मजेदार सेक्स घटना को सुनाने के साथ-साथ आपको कुछ सेक्स ज्ञान भी दूँगा.

ये उन दिनों की हॉट गर्ल Xex कहानी है जब मैं चंडीगढ़ में जॉब के साथ-साथ हायर स्टडी भी कर रहा था.
जॉब के साथ स्टडी करना … बड़ा ही पेचीदा काम है.

खैर … दिन कट रहे थे.

मैं बिल्कुल सख्त मिजाज लौंडा हूँ.
मेरे आगे पीछे कोई लड़की भी नहीं थी.

ऐसे ही सूखे सूखे दिन कट रहे थे कि तभी एक दिन मेरी मुलाक़ात एक लड़की से हुई.
उसका नाम पायल था.

ये लड़की पायल मेरी क्लासमेट थी पर उन दिनों हम उतनी बातचीत नहीं करते थे.

पहले पहल जब हम दोनों मार्केट में मिले तो मैंने सोचा कि शायद ये ऐसे ही घूमने आई होगी.
पर बाद में पता चला कि ये भी स्टडी कर रही है और पार्ट-टाइम जॉब ढूँढ रही है.

यानि हम दोनों एक ही राह पर थे.

सड़क पर हमारी हाय हैलो के साथ कुछ बात हुई और हम दोनों ने एक रेस्टोरेंट में आकर बैठने का निर्णय कर लिया.

रेस्टोरेंट में आकर मैंने कुछ फ़ास्ट फ़ूड और ड्रिंक ऑर्डर किया.
नाश्ता करते हुए हम दोनों बात करने लगे.

उस वक्त पायल काफी हॉट लग रही थी.
मैं तो मन ही मन सोचने लगा और उसे लेकर काफी आगे निकल गया था.

फिर ख्यालों से वापिस आया, जब पायल ने जाने के लिए कहा और उसने मुझसे दोबारा मिलने के लिए भी कहा.

फिर हम दोनों वहां से निकलने लगे.

मैंने गूगल पे के माध्यम से पेमेंट किया तो पायल ने फ़ॉर्मेलिटी के लिए खुद पेमेंट करने के लिए बोला.
तब मैंने उसे अपना नंबर देते हुए बोला- सेव कर लो, गूगल पे के लिए काम आएगा!

वह भी नंबर देने के मेरे इस तरीके को देख कर हंस दी.
उसने ‘गुड बाय … सी यू सून’ कहा और अपनी गांड मटकाती हुई चली गई.

इस पहली मुलाक़ात में भला इससे आगे कैसे बढ़ा जा सकता है?
मैं संकोच में उससे उसका नंबर नहीं मांग सका.

मैंने उसके फोन का इंतज़ार किया.

कुछ दिनों बाद मुझे व्हाट्सएप्प पर एक मैसेज आया.

जब मैंने प्रोफ़ाइल देखी तो पता चला कि ये तो पायल है.
मैंने भी रिप्लाई कर दिया.

दोस्तो ये रात का वक़्त था. उस वक्त दस बजे का समय हो रहा था.
हम दोनों चैटिंग करने लगे.
हमारी चैटिंग काफी आगे पहुंच गई.

लड़कियां चैटिंग में कुछ ज़्यादा ही गर्म महसूस करने लगती हैं जैसे कि उनमें बहुत आग हो.

हम दोनों थोड़ी सेक्स वगैरह की बात भी करने लग पड़े थे.
वह भी पूरा साथ दे रही थी.
ये 28-30 की उम्र होती ही ऐसी है.

सूखी लकड़ियों सा जीवन गुजर रहा था तो आग दोनों तरफ़ लग रही थी.

मैं उसे सेक्स के लिए आमंत्रित करना चाहता था और शायद वह भी यही सुनना चाहती थी.

इस मामले में हमेशा पुरुषों को ही आगे आना पड़ता है … और रिस्क भी उठाना पड़ता है.

लड़की तो मासूम और अनजान बनने का दिखावा करती रहती है जबकि उसके अन्दर भी आग उतनी ही होती है.

खैर … मैंने हिम्मत करके उससे पूछ ही लिया- पायल तुम्हारा कोई बॉयफ़्रेंड वगैरह!
तो उसने झट से कहा- कोई नहीं है!

मैंने भी कह दिया- फिर तो हम दोनों ही अपनी जवानी वेस्ट कर रहे हैं!
वह हंस पड़ी.

अब मुझे लग रहा था कि बात बन सकती है.
मैंने उससे मिलने को कहा.

तो पहले तो उसने जॉब-स्टडी का बहाना मारा … फिर ‘देखती हूँ’ बोल कर फ़ोन कट कर दिया.

मेरा मन तो अब एक ही लक्ष्य पर था.

अगले दिन हम दोनों फिर से मिले.
मैंने उससे अपने रूम पर आने को कहा क्योंकि वह भी अपने रूम में अकेली ही रहती थी.

मैंने उससे उसके रूम आने को कहा.
तो उसने कहा- मैं फ़ोन करके बताऊंगी!

हम दोनों के रूम में ज़्यादा दूरी नहीं थी तो मैंने भी सोचा कि मैं भी जा सकता हूँ उसके रूम.
उस वक्त तक वह चली गई थी.

मैं अपने रूम पर जाकर तैयारी करने लगा.
उस दिन नो ड्यूटी नो स्टडी का प्लान बना लिया था.

शाम के पांच बज गए थे.
मैं पायल के फ़ोन का इंतज़ार करने लगा.

सात बजे पायल का कॉल आया और उसने मुझे अपने रूम पर बुलाया.
मैं तो खुशी से झूम उठा.

क्योंकि गर्मी के दिन थे तो मैंने अपनी टी-शर्ट और पैंट पहनी और खाना भी पैक करवा लिया.
कुछ पर्सनल सामान भी ले गया.

मैं साढ़े आठ बजे के करीब उसके रूम पर पहुंचा.
फोन किया तो उसने दरवाज़ा खोला और अन्दर आने को बोला.

मैं सोफ़े पर बैठ गया और घर देखने लगा.

उसने बताया कि एक सहेली भी साथ रहती है, पर वह अभी नहीं है.
पायल ने चाय बनाई.

फिर हम दोनों ने बातचीत की और मैंने अपने साथ लाया खाना उसे देते हुए कहा कि खाना खाते हैं.
हम दोनों ने बड़े प्रेम से मिल कर खाना खाया.

पायल ने खाना लाने के लिए थैंक्स बोला.
अब हम दोनों सोफ़े पर टीवी देखने लगे और इधर-उधर की बातें करने लगे.

रात होती जा रही थी.

हम दोनों अपनी पुरानी बातों में खो गए.
मैं पायल को घूरे जा रहा था.

मेरी आंखें बीच-बीच में उसके उरोजों पर टिक जा रही थीं जो कि एक डीप गाउन सूट से छलके पड़ रहे थे.

मेरी वासना भरी नजरें पायल को सब समझ आ रही थीं.
पर वह अनजान बन रही थी.

अब रात काफी हो चुकी थी.

पायल बेडरूम में चेंज करने चली गई.
मैं भी पीछे से हो लिया.

उसने चेंज किया और बिस्तर में घुस गई.
मैं भी उसके साथ घुस गया.
उसने कुछ नहीं कहा.

अब सब कुछ शांत था.

हम दोनों बिस्तर में एक ही कंबल के नीचे थे क्योंकि एक ही बेडरूम था तो सोफ़े पर सोने का तो कोई मतलब ही नहीं था.

पायल ख़ामोश थी और सोने की एक्टिंग कर रही थी.
उसने मेरी तरफ़ पीठ करके मुझसे सोने को कहा.

अब मैंने ठान लिया कि इसे मज़बूर कर दूँगा.
मैं अपने पांव की उंगलियों को उसके तलवों पर फेरने लगा.
उसे गुदगुदी लगी और वह हंसने लगी.

दोस्तो, लड़कियां सेक्स के लिए बहुत ड्रामा करती हैं … शायद तभी उन्हें आनन्द आता है.
वे दिखाती हैं कि उन्हें सेक्स से कोई लगाव नहीं है, ये तो मर्दों की ज़रूरत है. पर हक़ीक़त कुछ और होती है.

अगर औरत सेक्स के लिए मान गई हो तो वह इसका आनन्द भी लेकर रहेगी … बिना ये दिखाए कि उसे भी सेक्स करना है.
मैं उसको गुदगुदी लगाए जा रहा था.
अब वह मेरी तरफ़ मुड़ गई.

मैंने अपना हाथ उसके गालों पर फेरा.
आह … क्या मुलायम गाल थे.

मैंने अपनी उंगलियां उसके कानों और गर्दन पर फेरना शुरू कर दिया और फेरते-फेरते उसके बालों में उंगलियां फेरने लगा.

हम दोनों का ये पहला चांस था तो इतने स्पर्श से ही मैं तो उत्तेजित हो चुका था.
मेरा लंड खड़ा होकर तरल पदार्थ छोड़ रहा था और पायल भी अपने बदन को मेरे बदन से स्पर्श करने में लगी थी.

मेरी उंगलियां उसके कानों और बालों में घूम रही थीं और उसे मदहोश कर रही थीं.
उसकी आंखें बंद थीं और साफ समझ आ रहा था कि वह भी आनन्द अनुभव कर रही थी.
उसके स्तन मेरी छाती से टकरा रहे थे क्योंकि हम दोनों कपड़ों में ही थे.

उसके गोलाई लिए उरोजों के चूचुक मेरी छाती पर रगड़ खा रहे थे.
मैं उन्हें महसूस कर रहा था.

अब मैं अपना हाथ उसकी पीठ पर ले गया और उसके बदन को सहलाते हुए हाथ को उसके गाउन के अन्दर डाल दिया.
उसने भी अपना बदन मेरे बदन से मिलाना शुरू कर दिया.

वह बिन पानी की मछली की तरह तड़प रही थी.

उसके होंठ मेरे होंठों से मिल गए.
हम दोनों में जबरदस्त किसिंग हुई.

मेरे ऊपर के होंठ उसने अपने दांतों के बीच दबा दिए.
मैंने भी उसके नीचे के होंठ अपने दांतों से भींच लिए और चूसने लगा.

मेरा हाथ अब उसका गाउन उतार चुका था और उसके शानदार मुलायम एकदम गठीले दूधिया स्तनों को सहला रहा था.

उसकी चुत नीचे से दबाव बना रही थी.
वह बार-बार मेरे लंड पर अपनी टांगों के जोड़ को आगे-पीछे कर रही थी.

मेरा लंड उसकी चुत की रगड़ से तनतना रहा था.
मुझे लग रहा था कहीं ये लड़की स्खलित ना हो जाए इसलिए मैंने आगे बढ़ते हुए अपना हाथ पायल की नाभि से होते हुए उसकी पैंटी में डाल दिया.

मैंने उसकी चुत के छोटे-छोटे बालों को सहलाते हुए भगद्वार के ऊपर भगांकुर को उंगली से सहलाया और चुत के छेद में अपनी एक उंगली डाल दी.

उसकी चुत एकदम गीली थी और स्निग्ध तरल पदार्थ छोड़ रही थी.
मानो वह मेरे लंड को अपने अन्दर समाने के लिए आमंत्रित कर रही हो.

मेरा ये प्रयास पायल को बुरी तरह से तड़पा रहा था.
अब मैं उसे रोक नहीं पाया.

उसने बिजली की रफ़्तार से मेरा लंड बाहर निकाला और जल्दी से अपनी पैंटी उतार कर मेरे लौड़े को पकड़ कर अपनी चुत के ऊपर सैट करने लगी.

मैं कुछ समझ पाता कि वह मेरे ऊपर काऊ गर्ल पोजीशन में बैठ गई और लंड अन्दर लेकर घुड़सवारी करने लगी.

मेरा लंड भी उसकी चुहचुहाती हुई स्निग्ध और तरल के कारण चिकनी चुत में बिना किसी ज़्यादा रुकावट के समाता चला गया.
हम दोनों ही अभूतपूर्व आनन्द का अनुभव कर रहे थे.

दोस्तो, सेक्स के दौरान किसी भी लुब्रिकेंट का इस्तेमाल तब तक ना करें जब तक नेचुरल लुब्रिकेंट … जो कि चुत और लंड दोनों खुद ही बनाते हैं … बनाना बंद ना कर दें.

पायल मेरे ऊपर उछल-उछल कर मेरी चुदाई कर रही थी.
मुझे ऐसा लग रहा था मानो वह मुझे चोद रही हो.

मैं उसके नीचे पड़ा हुआ उसका साथ दे रहा था.
मेरे दोनों हाथ उसके स्तनों को मसल रहे थे और बीच-बीच में मैं उसके एक चूचुक को चूस लेता था.

अब मैं उसकी कमर को अपने हाथों से पकड़ कर ऊपर-नीचे होने में उसकी मदद कर रहा था.
कमरे में फच-फच की आवाज़ें आ रही थीं.

मैं कभी भी स्खलित हो सकता था पर मैं अपना ध्यान इधर-उधर कर रहा था ताकि पायल को और समय मिल जाए.

चुदाई से ध्यान भटकाना कुछ ऐसी तकनीक होती है जो आपको जल्दी स्खलित होने से बचा सकती है.
यह बिना किसी मेडिसिन के संभव है.

पायल की चुत काफी पानी छोड़ चुकी थी अब वह अपनी चुत को संकुचित कर रही थी और टांगों को भी दबा रही थी.
वह अपने नितंब भी सिकोड़ रही थी और स्खलन के चरम आनन्द को शायद प्राप्त कर चुकी थी.

मैं भी उसकी चुत की गर्म धारा के अहसास से खुद को रोक न सका और स्खलित हो गया था.

मेरा वीर्य उसकी चुत से बाहर बह रहा था. वह उसी अवस्था में मेरे ऊपर पड़ गई.
उसने अपनी टांगें सीधी कीं और मेरे ऊपर लेट गई.
हम दोनों काफी समय तक ऐसे ही पड़े रहे.

गज़ब का अनुभव था.

थोड़ी देर बाद हम दोनों बाथरूम गए.
हमने एक-दूसरे को साफ़ किया और फिर सो गए.

सेक्स के बाद गुप्तांगों की साफ सफ़ाई अति आवश्यक होती है दोस्तो.

इस शानदार हॉट गर्ल Xex के बाद बहुत ही गहरी नींद आई.
सुबह का पता ही नहीं चला.

मैं तो रात को एक बार फिर से सेक्स करना चाहता था पर नींद ही ऐसी आई कि सुबह ही खुली.

सुबह उठते ही हम दोनों ने चाय पी और मैंने पायल को किस करते हुए ‘मीट यू सून’ बोला.
वह मुस्कुरा दी.

मैं निकल गया.

कुछ दिनों तक हम नहीं मिले, पर एक दिन उसका मैसेज फिर से आया.
शायद पायल उस रात को मेरे लंड को याद कर रही थी.
मैं उसे चोदने जाऊंगा.

आपको मेरी यह हॉट गर्ल Xex कहानी कैसी लगी, प्लीज अपने कमेंट्स जरूर भेजें.
आपका विक्की
[email protected]

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